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अम्मी ने अपनी बेटी के पति से चूत चुदवाई - Ammy ne apni beti ke Pati se chut chudwayi
अम्मी ने अपनी बेटी के पति से चूत चुदवाई - Ammy ne apni beti ke Pati se chut chudwayi , बेटे से चुदवाने में कोई हर्ज़ नहीं , पड़ोसी नौकर मालिक ड्राईवर कुत्ते घोड़े गधे भैसे चुदने के ही काम आते है , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
अरे मेरी बुर चोदी अम्मी जान, मैं लण्ड, बुर, चूत, गांड़, भोसड़ा सब जानती हूँ और अच्छी तरह जानती हूँ। रात को सबके भोसड़ा में लंड मैं ही पेलती हूँ । सबकी माँ बहन चोदती हूँ और बहुत कायदे से चोदती हूँ मैं। हमारे समाज में चोदने और चुदाने पर किसी भी तरह की कोई पाबन्दी नहीं है। कोई भी किसी की भी बुर में लौड़ा पेल सकता है और कोई भी किसी का लौड़ा अपनी बुर में पेलवा सकती है। बेटी अपने अब्बू का लण्ड पेल ले वह भी जायज़ है और अब्बू अपना लण्ड बेटी की बुर में पेल दे वह भी जायज़ है। यही हाल माँ, बेटी, बहन, सास, बहू, नन्द, जेठानी, देवरानी, चची, फूफी अम्मी, मामी किसी भी साथ हो सकता है। अम्मी अपने बेटे से क्या अपनी बेटी के मियां से चुदवा लेती है। बहू अपने ससुर से चुदवा ले, सास अपने दामाद से चुदवा ले, बेटी अपने खाला से, अपने चाचू से, अपने मामू से, चुदवा ले सब चलता है। सब जायज़ है। कहीं कोई रोक टोक नहीं ? मैं सबके भोसड़ा में लण्ड पेलती हूँ तो ठीक ही करती हूँ न अम्मी जान ?
अम्मी जान ने कहा - तू भोसड़ी की अभी २२ साल की है और तुझे ये सब कैसे मालूम हो गया ? मैंने कहा - अरे अम्मी जान मैं अपनी १९ साल की उम्र से माँ चुदवा रही हूँ। अम्मी की चूत में लण्ड पेल रही हूँ। वह बोली - तू माँ की लौड़ी यास्मिन, मुझे चूतिया बना रही है। सरासर झूंठ बोल रही है मुझसे ? तूने अभी तक कोई भी लण्ड मेरी चूत में नहीं पेला। मेरे भोसड़ा में नहीं घुसाया तो तू कैसे कह सकती है की तू १९ साल की उम्र से माँ चुदवा रही है। अगर कभी धोखे से भी तूने लण्ड मेरी बुर में घुसाया होता तो मैं मान लेती की हां तू सच कह रही है। मैं ही तेरी अम्मी जान हूँ। कोई और तो नहीं ?
मैंने कहा - अरे अम्मी जान मैंने कहा की मैंने माँ चुदवाई है इसका मतलब की मैंने अपनी माँ नहीं बल्कि अपनी सहेलियों को माँ चुदवाई है। उनकी चूत में लण्ड पेला है और एक बार नहीं कई बार पेला है। एक सहली की अम्मी नहीं कई सहेलियों की अम्मी का भोसड़ा चुदवाया है मैंने। उन अम्मियों ने ये सब मुझे बताया।
३/४ अम्मियाँ तो ऐसी है जो अपने ही बेटे का लण्ड अपने भोसड़ा में घुसेड़वाती हैं। कहतीं है की बेटा जब जवान हो जाता है तो मरद हो जाता है। तब बेटे लण्ड में और पराये मरद के लण्ड में कोई फरक नहीं रह जाता ? ऐसे में बेटे से चुदवाने में कोई हर्ज़ नहीं। बेटे को तो किसी न किसी की बुर चोदना ही है। तो फिर अपनी माँ की बुर क्यों नहीं ? अपनी बहन की बुर क्यों नहीं ? उसे तो किसी न किसी के भोसड़ा में लण्ड पेलना ही है तो अपनी माँ के भोसड़ा में क्यों नहीं ? मैंने तो केवल ३/४ अम्मियाँ ही देखीं हैं। पर मुझे यकीन है की ऐसी अम्मियाँ कई होंगीं जो अपने ही बेटे से चुदवाती होंगी। तब मुझे मालूम हुआ की हमारा समाज चुदाई के मामले में कितना आज़ाद है ? यहाँ सबको सबकी बुर चोदने की आज़ादी है।
अम्मी ने कहा - तो फिर मादर चोद यास्मिन चुदवा ले न तू अपनी अम्मी का भोसड़ा ?
मैंने कहा - ऐसी बात है तो मैं आज ही रात में तेरा भोसड़ा चुदवाऊंगी।
फिर मैं घूमते फिरते फूफी के घर चली गईं। दरवाजा किसी ने खोल दिया तो मैं सीधे फूफी के कमरे में घुस गयी।मैंने वहां देखा की फूफी का बेटा अपनी माँ का भोसड़ा चोद रहा है। फूफी भी बड़े मजे से अपनी टाँगे फैलाये हुए चुदवा रही है और कह रही है बेटा और लौड़ा घुसा के चोदो। अंदर तक पेल दो अपना लण्ड। बड़ा अच्छा लग रहा है। अब तो तेरा लण्ड पूरा मर्द हो गया है। भोसड़ा बड़ी अच्छी तरह चोद लेता है। माशा आला बड़ा मोटा है लौड़ा तेरा। जिसकी बुर में घुसेगा उसको बड़ा मज़ा आएगा। फूफी ने मुझे देख लिया तो बोली अरी यास्मिन तू सही वख्त पर आ गयी। देख अनस अपनी माँ का भोसड़ा चोद रहा है। मैंने कहा हां फूफी जान इसका लौड़ा बड़ा जबरदस्त है। मैं इसे अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी। वह बोली हां हां जरूर ले जा इसे और चुदवा ले अपनी माँ का भोसड़ा ? अब तो इसका लौड़ा सबका भोसड़ा चोदने के काबिल हो गया है। मैंने फूफी की पूरी चुदाई देखी और उसका लण्ड भी पकड़ कर कई बार देखा।
मैं शाम को अनस तो आने घर ले आई। अनस ने कहा आपा मेरा एक दोस्त है आज़म मैं से ले लूं । वह भी मेरी माँ चोदता है और मैं उसकी माँ चोदता हूँ। मैंने पूंछा उसका लौड़ा कैसा है तो उसने बताया उसका लौड़ा भी मेरे लौड़े से मिलता जुलता है। मैंने फिर उसे भी ले लिया और आ गई अपने घर । मैंने दोनों को बैठाया और अम्मी इंतज़ार करने लगी। जब अम्मी आ गयी तो तो अनस को देख कर बोली अरे बेटा तू कब आया। मैंने अम्मी को पूरी कहानी बता दी। अम्मी बोली है अल्ला तू बहन चोद अपनी माँ का भोसड़ा चोदता है। वह बोला हां लेकिन मेरी अम्मी ने कहा था की जवान होने पर कोई किसी की भी बुर चोद सकता है तो मैंने चोद लिया। अम्मी उसकी बात सुनकर हंसने लगीं। वह आज़म से मिली और बोली बेटा क्या तू भी अपनी माँ चोदता है। वह बोला हां आंटी जरूर चोदता हूँ पर अनस तो मेरी माँ मुझसे ज्यादा चोदता है। अम्मी ने कहा बाप रे बाप तुम दोनों एक दूसरे की माँ चोदते हो तो बड़े हरामजादे हो ?
मैंने कहा अरे अम्मी जान आज ये मेरी माँ चोदने आएं हैं। अम्मी जान यह सुनकर मुस्कराने लगीं और बोली तू भोसड़ी की कम है क्या ? तेरे पास लौड़ा होता तो तू भी पेल देती अपनी माँ के भोसड़ा में ? पर अब तू किसी और का लौड़ा पेलने की तैयारी में है अपनी माँ के भोसड़ा में ?
शाम के ८ बज चुके थे। हम चारों लोग एक ही कमरे में बैठे हुए थे। मैं, मेरी अम्मी, अनस और आज़म ? मैंने थोड़ा ड्रिंक्स का इंतज़ाम किया था। थोड़ी शराब पीने के बाद चुदाई का मज़ा ज्यादा आता है। थोड़ा नशा चढ़ा तो मैंने अनस का पजामा खोल डाला और उसका लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी। लौड़ा बढ़ने लगा। अम्मी उसे बड़े गौर से देख रहीं थीं। इसी बीच मैंने आज़म का भी लौड़ा बाहर निकाल लिया और उसे सहलाने लगी। वह लौड़ा भी खड़ा होकर हिनहिनाने लगा। अम्मी दोनों खड़े लण्ड देख कर मस्त हो गयी। मैं भी तब तक नंगी हो गयी और अम्मी भी। हम दोनों को नंगी देख कर दोनों लण्ड और ज्यादा तन कर खड़े हो गये। तब अम्मी ने धीरे से और बड़े प्यार से अनस का लौड़ा मुझसे लेकर हिलाने लगी, उसकी चुम्मी लेने लगीं और उसका सुपाड़ा चाटने लगीं। मैं भी आज़म के लण्ड से खेलने लगी।
कुछ देर बाद मैं अम्मी का भोसड़ा सहलाने लगी। भोसड़ा बहन चोद बहुत गरम था। मैंने एकदम से आज़म का लौड़ा पेल दिया अम्मी के भोसड़ा में ? वह बोली हाय दईया कितना मोटा लण्ड पेल दिया तूने यास्मिन की बच्ची ? तू क्या मेरा भोसड़ा एक ही बार में फाड़ डालेगी ? फिर क्या चुदवाने लगी और अनस का लौड़ा भी चूसने लगी। उसे तो ज़न्नत का मज़ा आने लगा और मैंने भी मज़ा करने लगी। मैं बीच बीच में लौड़ा भोसड़ा से निकाल निकाल कर चाटने लगी। वह बोली यास्मिन तू सच में बड़ी एक्सपर्ट है माँ का भोसड़ा चुदाने में ? मैं हौले हौले आज़म के पेल्हड़ भी सहला रही थी। उधर हाथ बढ़कर अनस के पेल्हड़ भी चूम चाट रही थी और बीच बीच में अनस के लण्ड का सुपाड़ा भी चाट लेती।
अचानक मेरा फोन बज उठा। मैंने देखा तो उसमे नाम आया तराना ? तराना मेरी मामू जान की बेटी है। वह बोली यार यास्मिन मैं तेरे घर आ रही हूँ। मैंने कहा अच्छा आ जाओ मैं दरवाजा खुला रखती हूँ तुम सीधे मेरे बेड रूम में आ जाना। बस १० मिनट में वह आ गयी। तब मैंने आज़म का लौड़ा अम्मी के भोसड़ा पेल दिया और आज़म का लौड़ा उसके मुंह में। मैं भी अम्मी के साथ आज़म का लौड़ा चूसने लगी। कभी वह लौड़ा मेरे मुंह में पेल देती और कभी मैं लौड़ा उसके मुंह में पेल देती। यही हो ही रहा था की तराना आ गयी। उसके साथ एक अंकल भी थे। वैसे हम लोगों को अंकल के आगे शर्मा जाना चाहिए लेकिन हम तो रंडियां हैं न ? हमें शर्माना तो आता ही नहीं। मैं अम्मी का भोसड़ा वैसे ही चुदवाती रही, रुकी नहीं और अम्मी भी बड़ी बेशर्मी से वैसे ही अपना भोसड़ा चुदवाती रहीं।
मैंने पूंछा ये अंकल कौन हैं तेरे साथ ? वह बोली ये मेरी अम्मी के दोस्त का शौहर है इमरान। मेरी अम्मी को इसका लण्ड बहुत पसंद है तो मुझसे कहा की तराना जाओ और आज अपनी फूफी का भोसड़ा रात भर इमरान से चुदवाओ। तो मैं फूफी का भोसड़ा चोदने आई हूँ पर यहाँ तो उसका भोसड़ा पहले से ही चुद रहा है। इतने में अम्मी बोली बुर चोदी तराना देख तेरी फूफी की बिटिया की बुर तो खाली है उसी में पेल दे अपने अंकल का लण्ड ? फूफी का भोसड़ा बाद में चुदवा लेना पहले उसकी बिटिया की बुर चुदवा ले। मैंने कहा ताराना पहले अपने अंकल का लौड़ा तो दिखा मुझे ? तराना अपने कपड़े उतरने लगी और फिर अंकल के कपड़े। देखते ही देखते दोनों नंगे हो गए। तराना तो मस्त जवान लड़की थी ही अंकल का लौड़ा भी बड़ा जबरदस्त था। मैंने उसे देख कर ललचा गयी। तभी उसने लण्ड मुझे पकड़ा दिया।
मैं इमरान का लौड़ा हिलाने लगी और वह मेरे नंगे बदन पर हाथ फेरने लगा। मैंने काह तराना तू भोसड़ी की बड़ी ऊंची चीज है। बड़े बड़े लोगों के लण्ड का मज़ा तू लेती रहती है। कभी तेरेअब्बू ने तुझे टोका नहीं ? वह बोली अब्बू भोसड़ी का क्या टोकेगा ? वह तो खुद ही लण्ड मुझे पकड़ा देता है। अभी दो दिन मैं अब्बू का लण्ड चूस रही थी। अब्बू का दोस्त मेरी चूत चाट रहा था। मैंने कहा तो फिर तेरी अम्मी क्या कर रही थीं ? वह बोली मेरी अम्मी बुर चोदी अब्बू के दोस्त का लण्ड चूस रही थी। फिर अब्बू ने मुझे चोदा और उसके दोस्त ने मेरी अम्मी चोदी ? उसका लौड़ा भी बहन चोद हाथ भर का था। तब तक इधर मैं इमरान से चुदवाने लगी, अम्मी जान आज़म से चुदवाने लगीं और तराना अनस से चुदवाने लगी। हम तीनो को एक दूसरे की चुदाई देख देख कर बहुत मज़ा आने लगा और हम एन्जॉय करने लगीं।
उसके बाद मैंने खाला जान का भोसड़ा चोदा, फूफी जान का भोसड़ा चोदा, मामी जान का भोसड़ा और उसकी बहन का भोसड़ा चोदा। मुझे सबके भोसड़ा चोदना बहुत अच्छा लगने लगा। कुछ दिन बाद मेरी शादी हो गयी और मैं अपनी ससुराल चली गयी। मेरी सुहागरात तो बहुत अच्छी हुई। मेरे शौहर का लौड़ा भी बड़ा मोटा तगड़ा निकला। मुझे चुदाने में मज़ा आया और तभी मुझे पता चला की मेरा मियां दूसरों की बीवियां, बहू, बेटियां चोदने का शौक रखता है। मैं मन ही मन बहुत खुश हुई क्योंकि मुझे भी सबके बाप, भाई और नाते रिश्ते दारों से चुदवाने का शौक है और मैं अपना शौक पूरा करती रहूंगी।
मेरी सास का नाम है मुमताज़ बेगम. मेरी नन्द है नादिरा और मेरा ससुर है हनीफ मियां। एक दिन मेरी नन्द मुझसे खुल कर बातें करने लगी। प्यार मोहब्बत से गाली गलौज से भी बातें करने लगीं। सास बोली - अरी बहू, तू क्या अपनी सास का भोसड़ा चोदने का प्लान बना रही है। तेरी बुर चोदी नन्द की बुर ? वह बहुत हरामजादी है। उससे बच कर रहना। तब तक नन्द बोली भाभी जान जानती हो तेरी सास अपनी बिटिया की बुर चुदवाने का प्लान बनाती रहती है। तेरी बुर चोदी सास का भोसड़ा ? मैं दोनों की गालियां सुनकर मस्त हो गयी और समझ गई की यहाँ मुझे एन्जॉय करने में कोई दिक्कत नहीं होगी ? एक दिन नन्द मुझसे कहने लगी।
मेरी सास माहौल को गरम करने के लिए बोली बहू रानी आ न भोसड़ी की सबके सामने तेरी माँ की चूत तेरी
बहन का लण्ड ? आज तो तेरे ही जलवें हैं ? तब तक नन्द बोली हां भाभी आज तो तेरी चूत और तेरी चूँचियाँ सब पर भारी पड़ेगीं ? तेरी सास की बहू की बुर ? मैंने भी सबके सामने मुंह खोला और बोली - तेरी माँ का फाड़ूंगी भोसड़ा और तेरे अब्बू का चोदूँगी लौड़ा ? मेरी बात सुनकर सबने ठहाका लगाया और माहौल एकदम से बहुत गरम हो गया। मैंने एक एक करके सारे मर्दों को नंगा कर दिया। सबसे पहले अपने ससुर को नंगा किया उसका लौड़ा हिलाया झुलाया और चूमा चाटा। फिर फुफिया सास के दामाद को नंगा किया। उसका लण्ड पकड़ कर सबको दिखाया। फिर मैंने ममियां ससुर का लौड़ा खोला और उसे सहला सहला कर खड़ा कर दिया। अपने गाँव वाले चचिया ससुर को नंगा किया। उसका लण्ड साला बड़ा दम दार था उसे खोल कर सबको दिखाती हुई आगे बढ़ी। तब तक मेरी नन्द ने सब औरतों के कपड़े खोल कर उन्हें नंगी कर दिया। वह खुद भी भोसड़ी की नंगी हो गयी। फिर नंगी नंगी आखिर में उसने मुझे नंगी किया तो सबने तालियां बजाईं। अब महफ़िल सारे मरद नंगे और सारी औरतें नंगी हो गयीं. शर्म की कहीं कोई गुन्जाईस ही नहीं रही। मुझे सारे मर्दों के लण्ड पसंद आ गये। सब के सब लण्ड बहन चोद हलब्बी थे, भोसड़ा चोदने वाले थे और घोड़े की तरह हिनहिना रहे थे। मैंने एक हाथ से ससुर का लण्ड पकड़ा और दूसरे हाथ से अपनी जेठानी की बुर। दोनों आग से तप रहे थे। मैंने ससुर का लण्ड जेठानी की चूत में पेल दिया। वह चिल्ला उठी उई माँ फाड़ डाला साले ने मेरी चूत ? हाय रे इसने एक ही बार में पेल दिया पूरा लण्ड। उई माँ मर गयी मैं। ये भोसड़ी का ससुर ? इसने पहले क्यों नहीं चोदी मेरी बुर ? अभी तक क्या गांड मरा रहा था अपनी ? फिर वह धकाधक् चुदवाने लगी।
फिर मैंने खाला सास के बेटे का लण्ड बड़े प्यार से पकड़ा। वह मादर चोद मेरी ही उम्र का था लेकिन उसका लण्ड बड़ा मोटा और सख्त था। मैंने वही लण्ड उसकी माँ को पकड़ा दिया। खाला जान लण्ड पाकर मस्त हो गयीं और लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगीं। वह बोली हाय अल्ला सच में मेरा बेटा अब पूरा मरद हो गया है। मैंने कहा हां खाला सास तभी तो आज ये अपनी माँ का भोसड़ा चोदेगा। मैंने लण्ड उसकी माँ के भोसड़ा में पेल दिया और कहा ले बेटा चोद ले अपनी माँ का भोसड़ा ? वह तो सच में जुट गया भकाभक चोदने में ? मैं ममियां ससुर की तरफ बढ़ी। उसका लौड़ा पकड़ कर उसकी बहू की बुर में घुसा दिया और कहा लो आज चोद लो अपनी बहू की मस्तानी बुर ससुर जी ? बड़ा मज़ा आएगा तुझे ? वह तो पागलों की तरह जुट गया बहू की बुर चोदने में ? मुझे यह सब देख देख कर बड़ा मज़ा आ रहा था।
फिर मैंने फूफी की बेटी को उसी के अब्बू का लण्ड पकड़ा दिया और कहा ले बुर चोदी पकड़ अपने अब्बू का लण्ड ? अब तू जवान हो गयी है। लड़की से एक औरत बन गयी है। अब तुझ में मुझ में और तेरी अम्मी में कोई अंतर नहीं रह गया। जो लण्ड तेरी अम्मी पकड़ सकती है वही लण्ड तू भी पकड़ सकती है। पहले अपने मुंह में ले ले लण्ड फिर चूत में घुसेड़ ले लण्ड बहन चोद ? वह मस्ती से अपने अब्बू का लण्ड पीने लगी। उधर मैंने चचिया ससुर का लण्ड अपनी सास के भोसड़ा में ठोंक दिया। वह भी धकापेल चुदवाने लगी। मैंने अपने ससुर से छोटे भाई जान का लण्ड अपनी नन्द की बुर में पेल दिया। तब तक किसी ने मेरे कंधे पर अपना लण्ड रख दिया। मैंने मुड़ के देखा तो वह लण्ड मेरे जीजू का था। मैंने कहा तू भी आ गया भोसड़ी का सबके सामने मेरी बुर चोदने ? तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बहन की बुर ?
मैंने लण्ड गप्प से मुंह में भर लिया।
अरे मेरी बुर चोदी अम्मी जान, मैं लण्ड, बुर, चूत, गांड़, भोसड़ा सब जानती हूँ और अच्छी तरह जानती हूँ। रात को सबके भोसड़ा में लंड मैं ही पेलती हूँ । सबकी माँ बहन चोदती हूँ और बहुत कायदे से चोदती हूँ मैं। हमारे समाज में चोदने और चुदाने पर किसी भी तरह की कोई पाबन्दी नहीं है। कोई भी किसी की भी बुर में लौड़ा पेल सकता है और कोई भी किसी का लौड़ा अपनी बुर में पेलवा सकती है। बेटी अपने अब्बू का लण्ड पेल ले वह भी जायज़ है और अब्बू अपना लण्ड बेटी की बुर में पेल दे वह भी जायज़ है। यही हाल माँ, बेटी, बहन, सास, बहू, नन्द, जेठानी, देवरानी, चची, फूफी अम्मी, मामी किसी भी साथ हो सकता है। अम्मी अपने बेटे से क्या अपनी बेटी के मियां से चुदवा लेती है। बहू अपने ससुर से चुदवा ले, सास अपने दामाद से चुदवा ले, बेटी अपने खाला से, अपने चाचू से, अपने मामू से, चुदवा ले सब चलता है। सब जायज़ है। कहीं कोई रोक टोक नहीं ? मैं सबके भोसड़ा में लण्ड पेलती हूँ तो ठीक ही करती हूँ न अम्मी जान ?
अम्मी जान ने कहा - तू भोसड़ी की अभी २२ साल की है और तुझे ये सब कैसे मालूम हो गया ? मैंने कहा - अरे अम्मी जान मैं अपनी १९ साल की उम्र से माँ चुदवा रही हूँ। अम्मी की चूत में लण्ड पेल रही हूँ। वह बोली - तू माँ की लौड़ी यास्मिन, मुझे चूतिया बना रही है। सरासर झूंठ बोल रही है मुझसे ? तूने अभी तक कोई भी लण्ड मेरी चूत में नहीं पेला। मेरे भोसड़ा में नहीं घुसाया तो तू कैसे कह सकती है की तू १९ साल की उम्र से माँ चुदवा रही है। अगर कभी धोखे से भी तूने लण्ड मेरी बुर में घुसाया होता तो मैं मान लेती की हां तू सच कह रही है। मैं ही तेरी अम्मी जान हूँ। कोई और तो नहीं ?
मैंने कहा - अरे अम्मी जान मैंने कहा की मैंने माँ चुदवाई है इसका मतलब की मैंने अपनी माँ नहीं बल्कि अपनी सहेलियों को माँ चुदवाई है। उनकी चूत में लण्ड पेला है और एक बार नहीं कई बार पेला है। एक सहली की अम्मी नहीं कई सहेलियों की अम्मी का भोसड़ा चुदवाया है मैंने। उन अम्मियों ने ये सब मुझे बताया।
३/४ अम्मियाँ तो ऐसी है जो अपने ही बेटे का लण्ड अपने भोसड़ा में घुसेड़वाती हैं। कहतीं है की बेटा जब जवान हो जाता है तो मरद हो जाता है। तब बेटे लण्ड में और पराये मरद के लण्ड में कोई फरक नहीं रह जाता ? ऐसे में बेटे से चुदवाने में कोई हर्ज़ नहीं। बेटे को तो किसी न किसी की बुर चोदना ही है। तो फिर अपनी माँ की बुर क्यों नहीं ? अपनी बहन की बुर क्यों नहीं ? उसे तो किसी न किसी के भोसड़ा में लण्ड पेलना ही है तो अपनी माँ के भोसड़ा में क्यों नहीं ? मैंने तो केवल ३/४ अम्मियाँ ही देखीं हैं। पर मुझे यकीन है की ऐसी अम्मियाँ कई होंगीं जो अपने ही बेटे से चुदवाती होंगी। तब मुझे मालूम हुआ की हमारा समाज चुदाई के मामले में कितना आज़ाद है ? यहाँ सबको सबकी बुर चोदने की आज़ादी है।
अम्मी ने कहा - तो फिर मादर चोद यास्मिन चुदवा ले न तू अपनी अम्मी का भोसड़ा ?
मैंने कहा - ऐसी बात है तो मैं आज ही रात में तेरा भोसड़ा चुदवाऊंगी।
फिर मैं घूमते फिरते फूफी के घर चली गईं। दरवाजा किसी ने खोल दिया तो मैं सीधे फूफी के कमरे में घुस गयी।मैंने वहां देखा की फूफी का बेटा अपनी माँ का भोसड़ा चोद रहा है। फूफी भी बड़े मजे से अपनी टाँगे फैलाये हुए चुदवा रही है और कह रही है बेटा और लौड़ा घुसा के चोदो। अंदर तक पेल दो अपना लण्ड। बड़ा अच्छा लग रहा है। अब तो तेरा लण्ड पूरा मर्द हो गया है। भोसड़ा बड़ी अच्छी तरह चोद लेता है। माशा आला बड़ा मोटा है लौड़ा तेरा। जिसकी बुर में घुसेगा उसको बड़ा मज़ा आएगा। फूफी ने मुझे देख लिया तो बोली अरी यास्मिन तू सही वख्त पर आ गयी। देख अनस अपनी माँ का भोसड़ा चोद रहा है। मैंने कहा हां फूफी जान इसका लौड़ा बड़ा जबरदस्त है। मैं इसे अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी। वह बोली हां हां जरूर ले जा इसे और चुदवा ले अपनी माँ का भोसड़ा ? अब तो इसका लौड़ा सबका भोसड़ा चोदने के काबिल हो गया है। मैंने फूफी की पूरी चुदाई देखी और उसका लण्ड भी पकड़ कर कई बार देखा।
मैं शाम को अनस तो आने घर ले आई। अनस ने कहा आपा मेरा एक दोस्त है आज़म मैं से ले लूं । वह भी मेरी माँ चोदता है और मैं उसकी माँ चोदता हूँ। मैंने पूंछा उसका लौड़ा कैसा है तो उसने बताया उसका लौड़ा भी मेरे लौड़े से मिलता जुलता है। मैंने फिर उसे भी ले लिया और आ गई अपने घर । मैंने दोनों को बैठाया और अम्मी इंतज़ार करने लगी। जब अम्मी आ गयी तो तो अनस को देख कर बोली अरे बेटा तू कब आया। मैंने अम्मी को पूरी कहानी बता दी। अम्मी बोली है अल्ला तू बहन चोद अपनी माँ का भोसड़ा चोदता है। वह बोला हां लेकिन मेरी अम्मी ने कहा था की जवान होने पर कोई किसी की भी बुर चोद सकता है तो मैंने चोद लिया। अम्मी उसकी बात सुनकर हंसने लगीं। वह आज़म से मिली और बोली बेटा क्या तू भी अपनी माँ चोदता है। वह बोला हां आंटी जरूर चोदता हूँ पर अनस तो मेरी माँ मुझसे ज्यादा चोदता है। अम्मी ने कहा बाप रे बाप तुम दोनों एक दूसरे की माँ चोदते हो तो बड़े हरामजादे हो ?
मैंने कहा अरे अम्मी जान आज ये मेरी माँ चोदने आएं हैं। अम्मी जान यह सुनकर मुस्कराने लगीं और बोली तू भोसड़ी की कम है क्या ? तेरे पास लौड़ा होता तो तू भी पेल देती अपनी माँ के भोसड़ा में ? पर अब तू किसी और का लौड़ा पेलने की तैयारी में है अपनी माँ के भोसड़ा में ?
शाम के ८ बज चुके थे। हम चारों लोग एक ही कमरे में बैठे हुए थे। मैं, मेरी अम्मी, अनस और आज़म ? मैंने थोड़ा ड्रिंक्स का इंतज़ाम किया था। थोड़ी शराब पीने के बाद चुदाई का मज़ा ज्यादा आता है। थोड़ा नशा चढ़ा तो मैंने अनस का पजामा खोल डाला और उसका लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी। लौड़ा बढ़ने लगा। अम्मी उसे बड़े गौर से देख रहीं थीं। इसी बीच मैंने आज़म का भी लौड़ा बाहर निकाल लिया और उसे सहलाने लगी। वह लौड़ा भी खड़ा होकर हिनहिनाने लगा। अम्मी दोनों खड़े लण्ड देख कर मस्त हो गयी। मैं भी तब तक नंगी हो गयी और अम्मी भी। हम दोनों को नंगी देख कर दोनों लण्ड और ज्यादा तन कर खड़े हो गये। तब अम्मी ने धीरे से और बड़े प्यार से अनस का लौड़ा मुझसे लेकर हिलाने लगी, उसकी चुम्मी लेने लगीं और उसका सुपाड़ा चाटने लगीं। मैं भी आज़म के लण्ड से खेलने लगी।
कुछ देर बाद मैं अम्मी का भोसड़ा सहलाने लगी। भोसड़ा बहन चोद बहुत गरम था। मैंने एकदम से आज़म का लौड़ा पेल दिया अम्मी के भोसड़ा में ? वह बोली हाय दईया कितना मोटा लण्ड पेल दिया तूने यास्मिन की बच्ची ? तू क्या मेरा भोसड़ा एक ही बार में फाड़ डालेगी ? फिर क्या चुदवाने लगी और अनस का लौड़ा भी चूसने लगी। उसे तो ज़न्नत का मज़ा आने लगा और मैंने भी मज़ा करने लगी। मैं बीच बीच में लौड़ा भोसड़ा से निकाल निकाल कर चाटने लगी। वह बोली यास्मिन तू सच में बड़ी एक्सपर्ट है माँ का भोसड़ा चुदाने में ? मैं हौले हौले आज़म के पेल्हड़ भी सहला रही थी। उधर हाथ बढ़कर अनस के पेल्हड़ भी चूम चाट रही थी और बीच बीच में अनस के लण्ड का सुपाड़ा भी चाट लेती।
अचानक मेरा फोन बज उठा। मैंने देखा तो उसमे नाम आया तराना ? तराना मेरी मामू जान की बेटी है। वह बोली यार यास्मिन मैं तेरे घर आ रही हूँ। मैंने कहा अच्छा आ जाओ मैं दरवाजा खुला रखती हूँ तुम सीधे मेरे बेड रूम में आ जाना। बस १० मिनट में वह आ गयी। तब मैंने आज़म का लौड़ा अम्मी के भोसड़ा पेल दिया और आज़म का लौड़ा उसके मुंह में। मैं भी अम्मी के साथ आज़म का लौड़ा चूसने लगी। कभी वह लौड़ा मेरे मुंह में पेल देती और कभी मैं लौड़ा उसके मुंह में पेल देती। यही हो ही रहा था की तराना आ गयी। उसके साथ एक अंकल भी थे। वैसे हम लोगों को अंकल के आगे शर्मा जाना चाहिए लेकिन हम तो रंडियां हैं न ? हमें शर्माना तो आता ही नहीं। मैं अम्मी का भोसड़ा वैसे ही चुदवाती रही, रुकी नहीं और अम्मी भी बड़ी बेशर्मी से वैसे ही अपना भोसड़ा चुदवाती रहीं।
मैंने पूंछा ये अंकल कौन हैं तेरे साथ ? वह बोली ये मेरी अम्मी के दोस्त का शौहर है इमरान। मेरी अम्मी को इसका लण्ड बहुत पसंद है तो मुझसे कहा की तराना जाओ और आज अपनी फूफी का भोसड़ा रात भर इमरान से चुदवाओ। तो मैं फूफी का भोसड़ा चोदने आई हूँ पर यहाँ तो उसका भोसड़ा पहले से ही चुद रहा है। इतने में अम्मी बोली बुर चोदी तराना देख तेरी फूफी की बिटिया की बुर तो खाली है उसी में पेल दे अपने अंकल का लण्ड ? फूफी का भोसड़ा बाद में चुदवा लेना पहले उसकी बिटिया की बुर चुदवा ले। मैंने कहा ताराना पहले अपने अंकल का लौड़ा तो दिखा मुझे ? तराना अपने कपड़े उतरने लगी और फिर अंकल के कपड़े। देखते ही देखते दोनों नंगे हो गए। तराना तो मस्त जवान लड़की थी ही अंकल का लौड़ा भी बड़ा जबरदस्त था। मैंने उसे देख कर ललचा गयी। तभी उसने लण्ड मुझे पकड़ा दिया।
मैं इमरान का लौड़ा हिलाने लगी और वह मेरे नंगे बदन पर हाथ फेरने लगा। मैंने काह तराना तू भोसड़ी की बड़ी ऊंची चीज है। बड़े बड़े लोगों के लण्ड का मज़ा तू लेती रहती है। कभी तेरेअब्बू ने तुझे टोका नहीं ? वह बोली अब्बू भोसड़ी का क्या टोकेगा ? वह तो खुद ही लण्ड मुझे पकड़ा देता है। अभी दो दिन मैं अब्बू का लण्ड चूस रही थी। अब्बू का दोस्त मेरी चूत चाट रहा था। मैंने कहा तो फिर तेरी अम्मी क्या कर रही थीं ? वह बोली मेरी अम्मी बुर चोदी अब्बू के दोस्त का लण्ड चूस रही थी। फिर अब्बू ने मुझे चोदा और उसके दोस्त ने मेरी अम्मी चोदी ? उसका लौड़ा भी बहन चोद हाथ भर का था। तब तक इधर मैं इमरान से चुदवाने लगी, अम्मी जान आज़म से चुदवाने लगीं और तराना अनस से चुदवाने लगी। हम तीनो को एक दूसरे की चुदाई देख देख कर बहुत मज़ा आने लगा और हम एन्जॉय करने लगीं।
उसके बाद मैंने खाला जान का भोसड़ा चोदा, फूफी जान का भोसड़ा चोदा, मामी जान का भोसड़ा और उसकी बहन का भोसड़ा चोदा। मुझे सबके भोसड़ा चोदना बहुत अच्छा लगने लगा। कुछ दिन बाद मेरी शादी हो गयी और मैं अपनी ससुराल चली गयी। मेरी सुहागरात तो बहुत अच्छी हुई। मेरे शौहर का लौड़ा भी बड़ा मोटा तगड़ा निकला। मुझे चुदाने में मज़ा आया और तभी मुझे पता चला की मेरा मियां दूसरों की बीवियां, बहू, बेटियां चोदने का शौक रखता है। मैं मन ही मन बहुत खुश हुई क्योंकि मुझे भी सबके बाप, भाई और नाते रिश्ते दारों से चुदवाने का शौक है और मैं अपना शौक पूरा करती रहूंगी।
मेरी सास का नाम है मुमताज़ बेगम. मेरी नन्द है नादिरा और मेरा ससुर है हनीफ मियां। एक दिन मेरी नन्द मुझसे खुल कर बातें करने लगी। प्यार मोहब्बत से गाली गलौज से भी बातें करने लगीं। सास बोली - अरी बहू, तू क्या अपनी सास का भोसड़ा चोदने का प्लान बना रही है। तेरी बुर चोदी नन्द की बुर ? वह बहुत हरामजादी है। उससे बच कर रहना। तब तक नन्द बोली भाभी जान जानती हो तेरी सास अपनी बिटिया की बुर चुदवाने का प्लान बनाती रहती है। तेरी बुर चोदी सास का भोसड़ा ? मैं दोनों की गालियां सुनकर मस्त हो गयी और समझ गई की यहाँ मुझे एन्जॉय करने में कोई दिक्कत नहीं होगी ? एक दिन नन्द मुझसे कहने लगी।
- वह बोली - भाभी जान एक बात बताऊँ तेरी सास बहुत ही अच्छी और सरल स्वाभाव की है। वह तुम्हे बहुत प्यार देगी और तुम्हारा ख्याल भी रखेगीं। लेकिन एक बात है की उसे अपना भोसड़ा फड़वाने का बड़ा शौक है।
- मैंने कहा - तो इसमें कोई ख़ास बात नहीं है ये तो अपना अपना शौक है। हर एक का शौक अलग अलग होता है। सास अगर अपना भोसड़ा फड़वाती है तो उसे मुबारक ?
- नहीं भाभी जान वह चाहती है की मेरी बहू, मेरी बेटी, मेरी नन्द, मेरी हर जानने वाली मेरा भोसड़ा फड़वाये और सबके सामने फड़वाये।
- वॉवो, तब तो बड़ी मस्त है मेरी सास। मैं उसे सलाम करती हूँ।
- अरे भाभी जान तुम्हे भी उसके भोसड़ा में लण्ड पेलना पड़ेगा।
- हाय अल्ला ? क्या कह रही है तू ? मुझे भी ऐसा करना पड़ेगा ?
- अरे भाभी जान सास का भोसड़ा ही नहीं तुझे अपनी नन्द की बुर भी फड़वानी पड़ेगी। अपनी जेठानी की बुर, अपनी बड़ी नन्द की चूत और अपनी फुफिया सास वगैरह की बुर में भी लण्ड पेलना पड़ेगा ?
- हाय दईया, तो मैं इतने सारे लण्ड लाऊँगी कहाँ से ?
- लण्ड तो बहुत मिल जायेंगें भाभी जान जरुरत है उनको पकड़ पकड़ कर पेलने की ? जैसे अभी तेरे ससुर ने अपनी बड़ी बहू की बुर नहीं देखी। तेरी जेठानी ने अपने ससुर का लण्ड नहीं देखा। तेरी खाला सास ने अभी अपने बेटे का लण्ड अपने भोसड़ा में नहीं पेला। तेरी फुफिया सास ने अभी तक अपनी बेटी के मियां का लौड़ा मुंह में नहीं लिया। मेरे मामू जान ने अभी तक अपनी बहू की बुर नहीं चोदी। मेरी फूफी की बेटी ने अपने अब्बू का लण्ड नहीं पकड़ा। तेरे चचिया ससुर ने अभी तक मेरी अम्मी का भोसड़ा नहीं चोदा। ऐसी बिना चुदी बुर तुम्हे कई मिल जायेंगीं और ऐसे बिना चोदे लण्ड भी तुम्हे खूब मिलेंगें भाभी जान। अब तुम्हारी जिम्मेदारी है भाभी जान ऐसी बुर, ऐसी चूत और ऐसे भोसड़ा में लण्ड पेलना ?
- अच्छा तो यह बात है। मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगी।
मेरी सास माहौल को गरम करने के लिए बोली बहू रानी आ न भोसड़ी की सबके सामने तेरी माँ की चूत तेरी
फिर मैंने खाला सास के बेटे का लण्ड बड़े प्यार से पकड़ा। वह मादर चोद मेरी ही उम्र का था लेकिन उसका लण्ड बड़ा मोटा और सख्त था। मैंने वही लण्ड उसकी माँ को पकड़ा दिया। खाला जान लण्ड पाकर मस्त हो गयीं और लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगीं। वह बोली हाय अल्ला सच में मेरा बेटा अब पूरा मरद हो गया है। मैंने कहा हां खाला सास तभी तो आज ये अपनी माँ का भोसड़ा चोदेगा। मैंने लण्ड उसकी माँ के भोसड़ा में पेल दिया और कहा ले बेटा चोद ले अपनी माँ का भोसड़ा ? वह तो सच में जुट गया भकाभक चोदने में ? मैं ममियां ससुर की तरफ बढ़ी। उसका लौड़ा पकड़ कर उसकी बहू की बुर में घुसा दिया और कहा लो आज चोद लो अपनी बहू की मस्तानी बुर ससुर जी ? बड़ा मज़ा आएगा तुझे ? वह तो पागलों की तरह जुट गया बहू की बुर चोदने में ? मुझे यह सब देख देख कर बड़ा मज़ा आ रहा था।
फिर मैंने फूफी की बेटी को उसी के अब्बू का लण्ड पकड़ा दिया और कहा ले बुर चोदी पकड़ अपने अब्बू का लण्ड ? अब तू जवान हो गयी है। लड़की से एक औरत बन गयी है। अब तुझ में मुझ में और तेरी अम्मी में कोई अंतर नहीं रह गया। जो लण्ड तेरी अम्मी पकड़ सकती है वही लण्ड तू भी पकड़ सकती है। पहले अपने मुंह में ले ले लण्ड फिर चूत में घुसेड़ ले लण्ड बहन चोद ? वह मस्ती से अपने अब्बू का लण्ड पीने लगी। उधर मैंने चचिया ससुर का लण्ड अपनी सास के भोसड़ा में ठोंक दिया। वह भी धकापेल चुदवाने लगी। मैंने अपने ससुर से छोटे भाई जान का लण्ड अपनी नन्द की बुर में पेल दिया। तब तक किसी ने मेरे कंधे पर अपना लण्ड रख दिया। मैंने मुड़ के देखा तो वह लण्ड मेरे जीजू का था। मैंने कहा तू भी आ गया भोसड़ी का सबके सामने मेरी बुर चोदने ? तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बहन की बुर ?
मैंने लण्ड गप्प से मुंह में भर लिया।
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