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पूरा लंड गले तक जाना चाहिए नहीं तो चुदाई नहीं - Land pura gale me utaaro
पूरा लंड गले तक जाना चाहिए नहीं तो चुदाई नहीं - Land pura gale me utaaro , लंड चुसवाने का असली मजा , लंड चूसने का सही तरीका , लौड़ा चूसकर कैसे दें अपने पार्टनर को पूरा स्वाद , कैसे चूसा जाता है बड़ा लंड , चूसने से बढ़ती है लंड की लम्बाई , अन्तर्वासना कामवासना की स्टोरी , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
देखो यार तुम इतने दिनों से मेरी बीवी चोद रहे हो. अब तो मेरी बेटी भी जवान हो गयी है। उसकी शादी भी हो गयी है। उसे भी "wife swapping" में शामिल कर लेते हैं। तेरी बेटी भी जवान हो गई है वह शादी शुदा है। उसे भी साहिल कर लो । फिर तुम मेरी बेटी चोदो। मेरी बेटी का मियां तेरी बीवी चोदेगा। इसी तरह मैं तेरी बेटी चोदूंगा और उसका मियां मेरी बीवी चोदेगा। यही तो "wife swapping" का असली मज़ा है. ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मेरा नाम सफीक है। मेरा एक दोस्त है शकील। हमारे उसके साथ सम्बन्ध घरेलू हैं और बहुत गहरे हैं। इतने गहरे हैं की वह मेरी बीवी चोदता है और मैं उसकी बीवी चोदता हूँ. इसके अलावा और भी मेरे कई दोस्त है जिनके साथ हम एक दूसरे की बीवी चोदने का खेल खेलते हैं। यह खेल मैं पिछले २५ साल से खेल रहा हूँ। अब तो हमारे बच्चे भी जवान हो गए हैं। एक दिन मैं अपने दोस्त शकील के साथ दारू पी रहा था। दारू पीते पीते मुझे एक ख्याल आया तो मैं उससे खुल कर बात करने लगा।
मैंने कहा - यार शकील भाई देखो एक बात बता रहा हूँ की जब हमन तुम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते हैं तो फिर हम एक दूसरे की जवान शादी शुदा बेटियां क्यों नहीं चोद सकते ? जब मैं किसी की बीवी चोदता हूँ और वह भी मेरी बीवी चोदता है। तो फिर मैं अपने दामाद की बीवी क्यों नहीं चोद सकता और मेरा दामाद मेरी बीवी क्यों नहीं चोद सकता ? इस बात इस तरह समझो। मानो की तुम एक ग्रूप में बीवियों की अदला बदली कर रहे हो और वहां तेरी बेटी दामाद भी अदला बदली के लिए पहुँच जाए तो फिर तुम अपने दामाद की बीवी चोदोगे न ? और दामाद तेरी बीवी चोदेगा। इसमें हर्ज़ क्या है ?
शकील बोला - हर्ज़ बिलकुल नहीं है। ये तो आसानी से हो सकता है। और फिर हमारे समाज में तो इसकी पूरी इज़ाज़त है। हां एक बात है की हम लोग अपनी अपनी बीवी से एक बार जरूर पूंछ ले तो अच्छा है।
दूसरे दिन फिर हम लोग मिले तो मैंने कहा - यार शकील, मेरी बीवी तो अपने दामाद से चुदवाने के लिए फ़ौरन तैयार हो गयी।
शकील बोला - यार सफीक भाई जान, मेरी भी बीवी अपने दामाद से चुदवाने के लिए बेताब हो रही है। उसने तो अपनी बेटी से भी पूंछ लिया है वह भी तैयार है। अब तो जल्दी की प्रोग्राम बनाना पड़ेगा। इतने में एक और दोस्त फ़िराक़ आ गया।
वह बोला - यार तुम लोग कैसी बातें कर रहे हो ? बेटियां जब जवान हो जाती हैं तो फिर उन पर कोई कण्ट्रोल नहीं लगाया जाता। वे भी हम सब लोगों की तरह आज़ाद हो जातीं हैं और उन्हें भी जवानी का मज़ा लूटने का हक़ होता है। शादी होने से या न होने से कोई फरक नहीं पड़ता। मैं आपको एक सच्चा किस्सा बता रहा हूँ। एक बार मैं अपने दोस्त की बीवी चोद रहा था. अचानक कमरे में उसकी जवान बेटी आ गयी। वह शायद २१ साल की होगी। वह पहले तो थोड़ी देर तक चुदाई चुपके चुपके देखती रही लेकिन फिर अंदर आ गयी और अपना हाथ बढाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया। उसके लण्ड पकड़ते ही लण्ड मेरा साला उछल पड़ा और फिर मैंने लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया। वह तो मजे से अपनी अम्मी के सामने ही लण्ड चूसने लगी. लण्ड पीने लगी। उसकी अम्मी भी कुछ कह नहीं सकी. बल्कि उसने पूंछा बेटी तुम्हे अंकल का लण्ड कैसा लगा ? वह बोली लण्ड तो बड़ा मस्त है अम्मी जान। पीने में बड़ा मज़ा आ रहा है। फिर मैंने उसकी चूत में लण्ड पेल दिया और चोदने लगा। वह भी ख़ुशी ख़ुशी चुदवाने लगी। अब मैं माँ बेटी दोनों की बुर लेता हूँ. मेरा दोस्त भी मेरी बीवी और बेटी दोनों की बुर लेता है और एन्जॉय करता है। मैं तो कहता हूँ की जवानी का मज़ा सबको लेने का हक़ है चाहे लड़का हो लड़की हो, आदमी हो या औरत हो ?
फ़िराक़ ऐसा बोलकर चला गया। हम दोनों सोंचने लगे की फ़िराक़ सच ही कह रहा था। मैंने कहा हम लोग क्यों न एक दूसरे की बेटी चोदें ? मेरी बेटी भी शादी शुदा है और तेरी बेटी भी। फिर तेरा दामाद मेरी बीवी चोद ले और मेरा दामाद तेरी बीवी चोद ले। शकील बोला हां ठीक तो है। चलो आज ही इसे अंजाम दिया जाए। मैंने कहा तो फिर तुम लोग मेरे घर शाम को आ जाओ।
अगले दिन शाम को शकील अपनी बीवी ताहिरा के साथ और अपनी बेटी सारा के साथ आ गया। सारा के साथ उसका शौहर असद भी था। इधर मेरी बीवी नज़मा और बेटी ज़ारा थी। उसका मियां अमन उसके साथ था। हम सब पहले से एक दूसरे को छी तरह जानतें थे इसलिए किसी परिचय की जरुरत नहीं पड़ी। मैं शकील की बीवी चोदता हूँ इसलिए उसकी बीवी नज़मा मेरा लण्ड अच्छी तरह पहचानती है। शकील मेरी बीवी ताहिरा की बुर लेता है इसलिए मेरी बीवी शकील का लण्ड अच्छी तरह पहचानती है. अब रहा एक दूसरे की बेटी का सवाल ? तो मैं उसकी बेटी ज़ारा को ललचाई निगाहों से देख रहा था और शकील मेरी बेटी सारा को चोदने की निगाहों से देख रहा था।
माहौल को गरमाने के लिए कुछ बात चीत हंसी मजाक और गन्दी गन्दी बातें होने लगीं। कुछ प्यार से गाली गलौज भी होने लगी जिससे गर्मी बढ़ने लगी।
शकील की बेटी मुझसे बोली - सफीक अंकल तुम मेरी माँ कब से चोद रहे हो ?
मैंने जबाब दिया - यही कोई १५/१६ साल से चोद रहा हूँ।
उसने फिर पूंछा - मेरी अम्मी तुमसे अच्छी चुदवाती हैं की नहीं ?
मैंने कहा - अरे नज़मा भाभी जान तो बहुत अच्छी तरह से चुदवाती हैं, ज़ारा बेटी ।
वह बोली - सफीक अंकल तो फिर आज तुम मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा चोदो ?
तब तक नज़मा भाभी ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी बेटी ज़ारा की चूत पर रख कहा - सफीक भाई जान तुम मेरी बुर चोदते हो न ? आज तुम पहले मेरे सामने मेरी बिटिया की बुर चोदो।
उधर मेरी बीवी ताहिरा ने शकील का हाथ पकड़ कर अपनी बीवी सारा की चूत पर रखा और कहा शकील भाई जान आज तुम मेरी बिटिया की बुर मेरे सामने चोदो। फिर क्या शकील की बेटी मुझसे लिपट गयी और मेरी बेटी शकील से लिपट गयी। उधर मेरी बीवी ज़ारा के मियां का लण्ड टटोलने लगी और नज़मा भाभी ने मेरी बेटी के मियां असद के पाजामे में हाथ घुसेड़ कर उसका लण्ड पकड़ लिया। अब तो माहौल पूरी तरह गरम हो चुका था। शर्म नाम की कोई चीज हम लोगों के बीच नहीं रही।
मेरी बेटी सारा ने शकील का लण्ड पहले कई बार चूमा फिर बोली हाय मेरे लण्ड राजा तू मेरी माँ के भोसड़ा घुसता है, मेरी माँ का भोसड़ा चोदता है। आज मैं तुझे चोदूँगी। तेरी छाती पर चढ़ जाऊंगी। तब तक उधर से ज़ारा बोली हाय सारा आज तुम मेरे अब्बू का लण्ड चोदो मैं तेरे अब्बू का लण्ड चोदूँगी। इन दोनों की बात चीत से सबके लण्ड तन कर खड़े हो गये, चूँचियाँ भी तन कर कड़ी हो गयी। न केवल गर्मी बढ़ गयी बल्कि शर्म भी बहन चोद गायब हो गयी। चुदाई ने जितनी बेशर्मी हो उतना ही मज़ा आता है और यह ये दोनों बेटियां कर रहीं थीं। मेरी बेटी ने तो यहाँ तक कहा यार शर्म करूंगी तो अपनी माँ का भोसड़ा कैसे चुदवाऊंगी ? नज़मा भाभी ने कहा शर्म करूंगी तो अपनी बेटी की बुर में लौड़ा कैसे पेलूँगी। जब इसका मियां अपना लौड़ा मेरी बुर में पेलेगा है तो मैं भी इस बुर चोदी ज़ारा की बुर में किसी का तो लौड़ा पेलूँगी। चुदाई के खेल में तो इसी तरह मज़ा आता है। हम मुसलमानो में चुदाई के पहले शर्म की माँ चोदी जाती है।
देखते ही देखते सब लोगों के कपड़े उतर गये। सब के सब नंगे हो गए। मैंने शकील की बेटी ज़ारा को अपना लौड़ा पकड़ा दिया। शकील ने मेरी बेटी सारा को अपना लौड़ा पकड़ा दिया। मेरी बीवी ने उसकी बेटी ज़ारा के मियां का लौड़ा पकड़ लिया और उसकी बीवी ने मेरी बेटी सारा के मियां का लौड़ा पकड़ लिया। मेरा लण्ड शकील के बेटी ज़ारा पीने लगी और उसका लण्ड मेरी बेटी सारा पीने लगी। मेरी बीवी शकील के दामाद का लण्ड पीने लगी और उसकी बीवी मेरे दामाद का लण्ड पीने लगी। अब 4 लण्ड और 4 चूत का खेल चालू हो गया। शकील की बेटी लण्ड बड़ी अच्छी तरह से चूस रही थी। इतनी अच्छी तरह से तो उसकी बीवी भी नहीं चूसती। मुझे लगा की आज की लड़कियां कुछ ज्यादा ही बोल्ड हो गयी है और लण्ड का पूरा मज़ा सीख गयीं हैं. इसी तरह मेरी भी बेटी शकील का लण्ड मस्ती से चूस रही थी। मुझे यकीन हो गयी की लड़कियां बड़े लोगों के साथ चोदा चोदी करने में ज्यादा इंटरेस्टेड रहतीं हैं।
ज़ारा बोली - सफीक अंकल यही लौड़ा जब मेरी अम्मी की चूत मे घुसता होगा तो उसे बड़ा मज़ा आता होगा / खूब मजे ले के चुदवाती होती में बुर चोदी अम्मी जान। मैंने मन में कहा देखो आजकल की लड़कियां चुदाई के समय कितनी मस्ती में अपनी अम्मी को प्यार भरी गालियां है। इससे जोश और बढ़ता है। इसी तरह मेरी बेटी ने कहा शकील अंकल तुम तो खूब मज़ा करते होंगे मेरी माँ का भोसड़ा चोद चोद कर ? मेरी अम्मी जान भी मादर चोद पराये मर्दों से चुदवाने की बड़ी शौक़ीन है।
उधर मेरी बीवी ज़ारा के मियां का लण्ड ऐसे चूस रही है जैसे उसे बहुत दिनों के बाद लण्ड मिला है ?
वह बोली - बेटी ज़ारा तेरा मरद का लौड़ा मुझे बहुत पसंद आ गया है। अब तो मैं इसे अक्सर अपनी बुर में पेला करूंगी। उधर से शकील की बीवी बोली हां यार ताहिरा तेरी बेटी के मियां का लण्ड आज मेरा भोसड़ा फाड़ डालेगा। देखो न इतना बड़ा हो गया इसका भोसड़ी का लण्ड ? मैं समझ गया की ये दोनों भी एक दूसरे के बेटी के मियां से चुदवाने के लिए बड़ी बेताब हैं। इन्हे भी कोई शर्म नहीं है।
तब तक मैंने शकील की बेटी की बुर में लौड़ा पेल दिया और चोदने लगा। शकील ने मेरी बेटी की बुर में लौड़ा घुसेड़ दिया और चोदने लगा। आज बहुत दिन बाद मुझ एक २४/२५ साल उम्र की लड़की चोदने का सुख मिल रहा था। शकील बोला यार सफीक आज बहुत दिन के बाद तेरी २३/२४ साल की बेटी की बुर चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। इतनी उम्र की लड़कियां अगर चोदने को मिलें तो बहन चोद अपनी उम्र कम हो जाए ? तब तक उसकी बेटी बोली अरे अंकल हम लड़कियों को भी बड़े लोगों से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। लड़के मादर चोद जल्दी झड़ जातें हैंऔर हम चुदासी की चुदासी रह जातीं हैं। बड़े लोग भोसड़ी वाले जल्दी नहीं झड़ते और बड़ी देर तक चोदते रहते हैं। बड़े लोगों के लण्ड भी बड़े बड़े होतें हैं।
उधर हम दोनों की बीवियां तो जितनी मस्ती से चुदवा रहीं थीं उतनी मस्ती से वे हम लोगों से भी नहीं चुदवाती ? ज़ारा चुदवाते हुए बोली अंकल तुम बिलकुल इब्राहिम अंकल की तरह चोदते हो और तेरा लण्ड तो लगता है जैसे की हामिद अंकल का लण्ड है ? मैंने कहा अरे तुम क्या इन लोगों से भी चुदवाती हो ? वह बोली हां बिलकुल चुदवाती हूँ। इनके अलावा भी कई हैं जो मुझे चोदते हैं। अब मैं बेटी नहीं हूँ बीवी हूँ। मुझे सबसे चुदवाने का हक़ है। मैं तो अपने मियां के दोस्तों से चुदवाती हूँ। बड़ा मज़ा आता है। उधर मैंने अपने बेटी सारा को यह कहते हुए सुना की शकील अंकल तेरा लण्ड मेरे खालू के लण्ड की तरह है और मोटा तो बिलकुल मेरे नंदोई के लण्ड के बराबर है। तुम बिलकुल मेरे कॉलेज के थामस सर की तरह चोदते हो ? वह भी इसी तरह अपनी गांड उठा उठा के मेरी बुर लेता है। क्या लौड़ा है उसका ? मुझे तो बहुत पसंद है।
इसी तरह की मस्तानी बातें करती हुई ये दोनों बेटियां एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं थीं. थोड़ी देर बाद मुझे लगा की ज़ारा की बुर ढीली हो गयी है और मेरा लण्ड भी झड़ने वाला है। मैंने जैसे ही लण्ड चूत के बाहर निकाला तो वह अपना मुंह खोल कर लण्ड का सड़का मारने लगी। उसने मेरा सारा वीर्य अपने मुंह में लिया और पी गयी। आजकल की लड़कियां लण्ड पीने में ज़रा सा भी नहीं झिझकती। बड़े मजे से पीती हैं लण्ड। मेरे बेटी भी शकील का लण्ड इसी तरह पी रही थी।
एक दिन मैं अपनी बीवी और बेटी सारा के साथ बैठा था। तभी मैंने अपने दोस्त फ़िराक़ को फोन कर दिया।
हया ने कहा - अरे आंटी जी, शादी का मतलब है चोदना और चुदाना लेकिन उसमे यह नहीं लिखा होता की किससे चुदाना और किसको चोदना ? जब उसमे कुछ भी नहीं लिखा है तो उसका मतलब है किसी से भी चुदाओ और किसी को भी चोदो।
ऐसा कह कर हया ने मेरे लण्ड पर हाथ मार दिया और कहा आज ये लौड़ा मुझे चोदेगा। उसे देख कर मेरी बेटी सारा ने फ़िराक़ के लण्ड पर हाथ मारा और कहा तो फिर हया तू देख आज तेरे अब्बू का लौड़ा मेरी बुर चोदेगा।
ये दोनों बेटियां एक दूसरे के अब्बू को नंगा करने लगीं। मुझे हया ने नंगा कर दिया और मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मेरे सामने ही मेरी बेटी सारा फ़िराक़ को नंगा करके उसका लण्ड चूमने चाटने लगी। फिर एक ही मिनट में दोनों बेटियां भी नंगी हो गयीं। मुझे हया की मस्त चूत और चूँचियाँ मदहोश कर रहीं थीं। मैं उसकी चूँचियाँ दबाने लगा और चूत सहलाने लगा। फ़िराक़ भी मेरी बेटी के नंगी बदन पर हाथ फेरने लगा और उसका जोश बढ़ने लगा।
इतने में मेरी बेटी फ़िराक़ का लण्ड चूसने लगी और उसकी बेटी हया मेरा लण्ड चूसने लगी। मैं समझ गया की अब तो "wife swapping" के साथ साथ "daughter swapping" भी होने लगी। हम दोनों की बीवियां बैठी बैठी यह सब बड़े चाव से देखने लगीं। मैं मन ही मन सोंचने लगा की वास्तव में अब आएगा अदला बदली का असली मज़ा। तब तक इन दोनों बेटियों के शौहर भी आ गए। हया का शौहर हसन आ गया और सारा का
शौहर असद भी आ गया। दोनों अपनी अपनी बीवियों को पराये मरद का लण्ड चूसते हुए देखने लगे। उन्हें यह यकीन हो गया की यहां हमारा भी लण्ड किसी की बीवी चूसेगी। इतने में मेरी बीवी हया के मियां का लौड़ा उसके पजामा में हाथ डाल कर पकड़ लिया और पजामा खोल कर उसे नंगा कर दिया। उधर फ़िराक़ की बीवी नैना ने मेरे दामाद का लौड़ा उसे नंगा करके पकड़ लिया। दोनों लड़के जब नंगे हो गए तो दोनों बीवियां भी नंगी हो गयीं। वैसे तो ये बीवियां अम्मियाँ भी है। पर देखने में बहन चोद दोनों बड़ी लग रही थी। उनकी चूत अभी भी टाइट थी। उनकी चूँचियाँ भी सख्त थीं। मेरी बीवी हसन का लण्ड उसकी बीवी असद का लण्ड। जहाँ चुदाई हो रही हो वहां शर्माने की कोई गुन्जाईस नहीं होती। जहाँ सब लोग नंगे हो वहां नंगे होने में कोई तकलीफ नहीं होगी। यहां हसन थोड़ी देर में मेरी बीवी चोदने लगा और असद फ़िराक़ की बीवी चोदने लगा।
तब तक मेरी बेटी सारा मजाक करती हुई बोली - देख भोसड़ी की हया, मेरा मियां तेरी माँ की बुर चोद रहा है। हया ने भी उसकी लहज़े में जबाब दिया - देख बुर चोदी सारा, मेरा मियां तेरी का माँ भोसड़ा कितनी मस्ती से चोद रहा है।
फिर रात भर हम सबने लण्ड अदल बदल कर खूब जम कर चुदाई की।
देखो यार तुम इतने दिनों से मेरी बीवी चोद रहे हो. अब तो मेरी बेटी भी जवान हो गयी है। उसकी शादी भी हो गयी है। उसे भी "wife swapping" में शामिल कर लेते हैं। तेरी बेटी भी जवान हो गई है वह शादी शुदा है। उसे भी साहिल कर लो । फिर तुम मेरी बेटी चोदो। मेरी बेटी का मियां तेरी बीवी चोदेगा। इसी तरह मैं तेरी बेटी चोदूंगा और उसका मियां मेरी बीवी चोदेगा। यही तो "wife swapping" का असली मज़ा है. ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मेरा नाम सफीक है। मेरा एक दोस्त है शकील। हमारे उसके साथ सम्बन्ध घरेलू हैं और बहुत गहरे हैं। इतने गहरे हैं की वह मेरी बीवी चोदता है और मैं उसकी बीवी चोदता हूँ. इसके अलावा और भी मेरे कई दोस्त है जिनके साथ हम एक दूसरे की बीवी चोदने का खेल खेलते हैं। यह खेल मैं पिछले २५ साल से खेल रहा हूँ। अब तो हमारे बच्चे भी जवान हो गए हैं। एक दिन मैं अपने दोस्त शकील के साथ दारू पी रहा था। दारू पीते पीते मुझे एक ख्याल आया तो मैं उससे खुल कर बात करने लगा।
मैंने कहा - यार शकील भाई देखो एक बात बता रहा हूँ की जब हमन तुम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते हैं तो फिर हम एक दूसरे की जवान शादी शुदा बेटियां क्यों नहीं चोद सकते ? जब मैं किसी की बीवी चोदता हूँ और वह भी मेरी बीवी चोदता है। तो फिर मैं अपने दामाद की बीवी क्यों नहीं चोद सकता और मेरा दामाद मेरी बीवी क्यों नहीं चोद सकता ? इस बात इस तरह समझो। मानो की तुम एक ग्रूप में बीवियों की अदला बदली कर रहे हो और वहां तेरी बेटी दामाद भी अदला बदली के लिए पहुँच जाए तो फिर तुम अपने दामाद की बीवी चोदोगे न ? और दामाद तेरी बीवी चोदेगा। इसमें हर्ज़ क्या है ?
शकील बोला - हर्ज़ बिलकुल नहीं है। ये तो आसानी से हो सकता है। और फिर हमारे समाज में तो इसकी पूरी इज़ाज़त है। हां एक बात है की हम लोग अपनी अपनी बीवी से एक बार जरूर पूंछ ले तो अच्छा है।
दूसरे दिन फिर हम लोग मिले तो मैंने कहा - यार शकील, मेरी बीवी तो अपने दामाद से चुदवाने के लिए फ़ौरन तैयार हो गयी।
शकील बोला - यार सफीक भाई जान, मेरी भी बीवी अपने दामाद से चुदवाने के लिए बेताब हो रही है। उसने तो अपनी बेटी से भी पूंछ लिया है वह भी तैयार है। अब तो जल्दी की प्रोग्राम बनाना पड़ेगा। इतने में एक और दोस्त फ़िराक़ आ गया।
वह बोला - यार तुम लोग कैसी बातें कर रहे हो ? बेटियां जब जवान हो जाती हैं तो फिर उन पर कोई कण्ट्रोल नहीं लगाया जाता। वे भी हम सब लोगों की तरह आज़ाद हो जातीं हैं और उन्हें भी जवानी का मज़ा लूटने का हक़ होता है। शादी होने से या न होने से कोई फरक नहीं पड़ता। मैं आपको एक सच्चा किस्सा बता रहा हूँ। एक बार मैं अपने दोस्त की बीवी चोद रहा था. अचानक कमरे में उसकी जवान बेटी आ गयी। वह शायद २१ साल की होगी। वह पहले तो थोड़ी देर तक चुदाई चुपके चुपके देखती रही लेकिन फिर अंदर आ गयी और अपना हाथ बढाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया। उसके लण्ड पकड़ते ही लण्ड मेरा साला उछल पड़ा और फिर मैंने लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया। वह तो मजे से अपनी अम्मी के सामने ही लण्ड चूसने लगी. लण्ड पीने लगी। उसकी अम्मी भी कुछ कह नहीं सकी. बल्कि उसने पूंछा बेटी तुम्हे अंकल का लण्ड कैसा लगा ? वह बोली लण्ड तो बड़ा मस्त है अम्मी जान। पीने में बड़ा मज़ा आ रहा है। फिर मैंने उसकी चूत में लण्ड पेल दिया और चोदने लगा। वह भी ख़ुशी ख़ुशी चुदवाने लगी। अब मैं माँ बेटी दोनों की बुर लेता हूँ. मेरा दोस्त भी मेरी बीवी और बेटी दोनों की बुर लेता है और एन्जॉय करता है। मैं तो कहता हूँ की जवानी का मज़ा सबको लेने का हक़ है चाहे लड़का हो लड़की हो, आदमी हो या औरत हो ?
फ़िराक़ ऐसा बोलकर चला गया। हम दोनों सोंचने लगे की फ़िराक़ सच ही कह रहा था। मैंने कहा हम लोग क्यों न एक दूसरे की बेटी चोदें ? मेरी बेटी भी शादी शुदा है और तेरी बेटी भी। फिर तेरा दामाद मेरी बीवी चोद ले और मेरा दामाद तेरी बीवी चोद ले। शकील बोला हां ठीक तो है। चलो आज ही इसे अंजाम दिया जाए। मैंने कहा तो फिर तुम लोग मेरे घर शाम को आ जाओ।
अगले दिन शाम को शकील अपनी बीवी ताहिरा के साथ और अपनी बेटी सारा के साथ आ गया। सारा के साथ उसका शौहर असद भी था। इधर मेरी बीवी नज़मा और बेटी ज़ारा थी। उसका मियां अमन उसके साथ था। हम सब पहले से एक दूसरे को छी तरह जानतें थे इसलिए किसी परिचय की जरुरत नहीं पड़ी। मैं शकील की बीवी चोदता हूँ इसलिए उसकी बीवी नज़मा मेरा लण्ड अच्छी तरह पहचानती है। शकील मेरी बीवी ताहिरा की बुर लेता है इसलिए मेरी बीवी शकील का लण्ड अच्छी तरह पहचानती है. अब रहा एक दूसरे की बेटी का सवाल ? तो मैं उसकी बेटी ज़ारा को ललचाई निगाहों से देख रहा था और शकील मेरी बेटी सारा को चोदने की निगाहों से देख रहा था।
माहौल को गरमाने के लिए कुछ बात चीत हंसी मजाक और गन्दी गन्दी बातें होने लगीं। कुछ प्यार से गाली गलौज भी होने लगी जिससे गर्मी बढ़ने लगी।
शकील की बेटी मुझसे बोली - सफीक अंकल तुम मेरी माँ कब से चोद रहे हो ?
मैंने जबाब दिया - यही कोई १५/१६ साल से चोद रहा हूँ।
उसने फिर पूंछा - मेरी अम्मी तुमसे अच्छी चुदवाती हैं की नहीं ?
मैंने कहा - अरे नज़मा भाभी जान तो बहुत अच्छी तरह से चुदवाती हैं, ज़ारा बेटी ।
वह बोली - सफीक अंकल तो फिर आज तुम मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा चोदो ?
तब तक नज़मा भाभी ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी बेटी ज़ारा की चूत पर रख कहा - सफीक भाई जान तुम मेरी बुर चोदते हो न ? आज तुम पहले मेरे सामने मेरी बिटिया की बुर चोदो।
उधर मेरी बीवी ताहिरा ने शकील का हाथ पकड़ कर अपनी बीवी सारा की चूत पर रखा और कहा शकील भाई जान आज तुम मेरी बिटिया की बुर मेरे सामने चोदो। फिर क्या शकील की बेटी मुझसे लिपट गयी और मेरी बेटी शकील से लिपट गयी। उधर मेरी बीवी ज़ारा के मियां का लण्ड टटोलने लगी और नज़मा भाभी ने मेरी बेटी के मियां असद के पाजामे में हाथ घुसेड़ कर उसका लण्ड पकड़ लिया। अब तो माहौल पूरी तरह गरम हो चुका था। शर्म नाम की कोई चीज हम लोगों के बीच नहीं रही।
मेरी बेटी सारा ने शकील का लण्ड पहले कई बार चूमा फिर बोली हाय मेरे लण्ड राजा तू मेरी माँ के भोसड़ा घुसता है, मेरी माँ का भोसड़ा चोदता है। आज मैं तुझे चोदूँगी। तेरी छाती पर चढ़ जाऊंगी। तब तक उधर से ज़ारा बोली हाय सारा आज तुम मेरे अब्बू का लण्ड चोदो मैं तेरे अब्बू का लण्ड चोदूँगी। इन दोनों की बात चीत से सबके लण्ड तन कर खड़े हो गये, चूँचियाँ भी तन कर कड़ी हो गयी। न केवल गर्मी बढ़ गयी बल्कि शर्म भी बहन चोद गायब हो गयी। चुदाई ने जितनी बेशर्मी हो उतना ही मज़ा आता है और यह ये दोनों बेटियां कर रहीं थीं। मेरी बेटी ने तो यहाँ तक कहा यार शर्म करूंगी तो अपनी माँ का भोसड़ा कैसे चुदवाऊंगी ? नज़मा भाभी ने कहा शर्म करूंगी तो अपनी बेटी की बुर में लौड़ा कैसे पेलूँगी। जब इसका मियां अपना लौड़ा मेरी बुर में पेलेगा है तो मैं भी इस बुर चोदी ज़ारा की बुर में किसी का तो लौड़ा पेलूँगी। चुदाई के खेल में तो इसी तरह मज़ा आता है। हम मुसलमानो में चुदाई के पहले शर्म की माँ चोदी जाती है।
देखते ही देखते सब लोगों के कपड़े उतर गये। सब के सब नंगे हो गए। मैंने शकील की बेटी ज़ारा को अपना लौड़ा पकड़ा दिया। शकील ने मेरी बेटी सारा को अपना लौड़ा पकड़ा दिया। मेरी बीवी ने उसकी बेटी ज़ारा के मियां का लौड़ा पकड़ लिया और उसकी बीवी ने मेरी बेटी सारा के मियां का लौड़ा पकड़ लिया। मेरा लण्ड शकील के बेटी ज़ारा पीने लगी और उसका लण्ड मेरी बेटी सारा पीने लगी। मेरी बीवी शकील के दामाद का लण्ड पीने लगी और उसकी बीवी मेरे दामाद का लण्ड पीने लगी। अब 4 लण्ड और 4 चूत का खेल चालू हो गया। शकील की बेटी लण्ड बड़ी अच्छी तरह से चूस रही थी। इतनी अच्छी तरह से तो उसकी बीवी भी नहीं चूसती। मुझे लगा की आज की लड़कियां कुछ ज्यादा ही बोल्ड हो गयी है और लण्ड का पूरा मज़ा सीख गयीं हैं. इसी तरह मेरी भी बेटी शकील का लण्ड मस्ती से चूस रही थी। मुझे यकीन हो गयी की लड़कियां बड़े लोगों के साथ चोदा चोदी करने में ज्यादा इंटरेस्टेड रहतीं हैं।
ज़ारा बोली - सफीक अंकल यही लौड़ा जब मेरी अम्मी की चूत मे घुसता होगा तो उसे बड़ा मज़ा आता होगा / खूब मजे ले के चुदवाती होती में बुर चोदी अम्मी जान। मैंने मन में कहा देखो आजकल की लड़कियां चुदाई के समय कितनी मस्ती में अपनी अम्मी को प्यार भरी गालियां है। इससे जोश और बढ़ता है। इसी तरह मेरी बेटी ने कहा शकील अंकल तुम तो खूब मज़ा करते होंगे मेरी माँ का भोसड़ा चोद चोद कर ? मेरी अम्मी जान भी मादर चोद पराये मर्दों से चुदवाने की बड़ी शौक़ीन है।
उधर मेरी बीवी ज़ारा के मियां का लण्ड ऐसे चूस रही है जैसे उसे बहुत दिनों के बाद लण्ड मिला है ?
वह बोली - बेटी ज़ारा तेरा मरद का लौड़ा मुझे बहुत पसंद आ गया है। अब तो मैं इसे अक्सर अपनी बुर में पेला करूंगी। उधर से शकील की बीवी बोली हां यार ताहिरा तेरी बेटी के मियां का लण्ड आज मेरा भोसड़ा फाड़ डालेगा। देखो न इतना बड़ा हो गया इसका भोसड़ी का लण्ड ? मैं समझ गया की ये दोनों भी एक दूसरे के बेटी के मियां से चुदवाने के लिए बड़ी बेताब हैं। इन्हे भी कोई शर्म नहीं है।
तब तक मैंने शकील की बेटी की बुर में लौड़ा पेल दिया और चोदने लगा। शकील ने मेरी बेटी की बुर में लौड़ा घुसेड़ दिया और चोदने लगा। आज बहुत दिन बाद मुझ एक २४/२५ साल उम्र की लड़की चोदने का सुख मिल रहा था। शकील बोला यार सफीक आज बहुत दिन के बाद तेरी २३/२४ साल की बेटी की बुर चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। इतनी उम्र की लड़कियां अगर चोदने को मिलें तो बहन चोद अपनी उम्र कम हो जाए ? तब तक उसकी बेटी बोली अरे अंकल हम लड़कियों को भी बड़े लोगों से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। लड़के मादर चोद जल्दी झड़ जातें हैंऔर हम चुदासी की चुदासी रह जातीं हैं। बड़े लोग भोसड़ी वाले जल्दी नहीं झड़ते और बड़ी देर तक चोदते रहते हैं। बड़े लोगों के लण्ड भी बड़े बड़े होतें हैं।
उधर हम दोनों की बीवियां तो जितनी मस्ती से चुदवा रहीं थीं उतनी मस्ती से वे हम लोगों से भी नहीं चुदवाती ? ज़ारा चुदवाते हुए बोली अंकल तुम बिलकुल इब्राहिम अंकल की तरह चोदते हो और तेरा लण्ड तो लगता है जैसे की हामिद अंकल का लण्ड है ? मैंने कहा अरे तुम क्या इन लोगों से भी चुदवाती हो ? वह बोली हां बिलकुल चुदवाती हूँ। इनके अलावा भी कई हैं जो मुझे चोदते हैं। अब मैं बेटी नहीं हूँ बीवी हूँ। मुझे सबसे चुदवाने का हक़ है। मैं तो अपने मियां के दोस्तों से चुदवाती हूँ। बड़ा मज़ा आता है। उधर मैंने अपने बेटी सारा को यह कहते हुए सुना की शकील अंकल तेरा लण्ड मेरे खालू के लण्ड की तरह है और मोटा तो बिलकुल मेरे नंदोई के लण्ड के बराबर है। तुम बिलकुल मेरे कॉलेज के थामस सर की तरह चोदते हो ? वह भी इसी तरह अपनी गांड उठा उठा के मेरी बुर लेता है। क्या लौड़ा है उसका ? मुझे तो बहुत पसंद है।
इसी तरह की मस्तानी बातें करती हुई ये दोनों बेटियां एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं थीं. थोड़ी देर बाद मुझे लगा की ज़ारा की बुर ढीली हो गयी है और मेरा लण्ड भी झड़ने वाला है। मैंने जैसे ही लण्ड चूत के बाहर निकाला तो वह अपना मुंह खोल कर लण्ड का सड़का मारने लगी। उसने मेरा सारा वीर्य अपने मुंह में लिया और पी गयी। आजकल की लड़कियां लण्ड पीने में ज़रा सा भी नहीं झिझकती। बड़े मजे से पीती हैं लण्ड। मेरे बेटी भी शकील का लण्ड इसी तरह पी रही थी।
एक दिन मैं अपनी बीवी और बेटी सारा के साथ बैठा था। तभी मैंने अपने दोस्त फ़िराक़ को फोन कर दिया।
- मैंने कहा - यार फ़िराक़ क्या कर रहे हो ?
- वह बोला - यार मैं अभी तो अपने दोस्त की बेटी चोद रहा हूँ। सवेरे उसकी बीवी चोदी थी।
- यार बीवी तो मैंने भी चोदी है आज सवेरे पर उसकी बेटी नहीं चोदी। अरे यार बेटी चोद कर देखो न कितना मज़ा आता है ?
- तो फिर यार तुम मुझे उसकी बेटी चोदने दो न ?
- ठीक है. तो फिर तुम आ जाओ न मेरे घर। उसकी बेटी चोदो और मेरी भी बेटी चोदो। मेरी बेटी की शादी हो चुकी है। तबसे वह चुदवाने में और मस्त हो गयी है। और एक्सपर्ट हो गयी है। सच बताऊँ तुझे मज़ा आ जायेगा।
- तो क्या मैं अपनी बीवी और बेटी लेकर आऊं.?
- हां लेकर आओगे तो अच्छा है। अगर न ला सको तो फिर कभी सही। पर आज तुम हम लोगों की बेटियां चोदने आ जाओ। वो भी किसी की बीवियां हैं और दूसरों की बीवियां चोदना कोई गलत काम नहीं है।
- हां बात तो तेरी बिलकुल सही है। मेरी भी बेटी किसी की बीवी है। वह भी मर्दों की अदला बदली करती है और चुदवाती है।
- तो फिर ले आओ न ? मैं तेरा इंतज़ार कर रहा हूँ।
हया ने कहा - अरे आंटी जी, शादी का मतलब है चोदना और चुदाना लेकिन उसमे यह नहीं लिखा होता की किससे चुदाना और किसको चोदना ? जब उसमे कुछ भी नहीं लिखा है तो उसका मतलब है किसी से भी चुदाओ और किसी को भी चोदो।
ऐसा कह कर हया ने मेरे लण्ड पर हाथ मार दिया और कहा आज ये लौड़ा मुझे चोदेगा। उसे देख कर मेरी बेटी सारा ने फ़िराक़ के लण्ड पर हाथ मारा और कहा तो फिर हया तू देख आज तेरे अब्बू का लौड़ा मेरी बुर चोदेगा।
ये दोनों बेटियां एक दूसरे के अब्बू को नंगा करने लगीं। मुझे हया ने नंगा कर दिया और मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मेरे सामने ही मेरी बेटी सारा फ़िराक़ को नंगा करके उसका लण्ड चूमने चाटने लगी। फिर एक ही मिनट में दोनों बेटियां भी नंगी हो गयीं। मुझे हया की मस्त चूत और चूँचियाँ मदहोश कर रहीं थीं। मैं उसकी चूँचियाँ दबाने लगा और चूत सहलाने लगा। फ़िराक़ भी मेरी बेटी के नंगी बदन पर हाथ फेरने लगा और उसका जोश बढ़ने लगा।
इतने में मेरी बेटी फ़िराक़ का लण्ड चूसने लगी और उसकी बेटी हया मेरा लण्ड चूसने लगी। मैं समझ गया की अब तो "wife swapping" के साथ साथ "daughter swapping" भी होने लगी। हम दोनों की बीवियां बैठी बैठी यह सब बड़े चाव से देखने लगीं। मैं मन ही मन सोंचने लगा की वास्तव में अब आएगा अदला बदली का असली मज़ा। तब तक इन दोनों बेटियों के शौहर भी आ गए। हया का शौहर हसन आ गया और सारा का
तब तक मेरी बेटी सारा मजाक करती हुई बोली - देख भोसड़ी की हया, मेरा मियां तेरी माँ की बुर चोद रहा है। हया ने भी उसकी लहज़े में जबाब दिया - देख बुर चोदी सारा, मेरा मियां तेरी का माँ भोसड़ा कितनी मस्ती से चोद रहा है।
फिर रात भर हम सबने लण्ड अदल बदल कर खूब जम कर चुदाई की।
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