Home
» Hindi Short Stories For Adults बहाने बनाकर चुदाई करवाने वाली कहानियां Chudne ke bahane stories
» सभी लोग चुदाई करने के लिए एक घर में इक्कठे हुए - Samuhik Chudai Ki Hindi Kahani
सभी लोग चुदाई करने के लिए एक घर में इक्कठे हुए - Samuhik Chudai Ki Hindi Kahani
सभी लोग चुदाई करने के लिए एक घर में इक्कठे हुए - Samuhik Chudai Ki Hindi Kahani , बेटी बहु सब चुदने के लिए आई , चुदवायेगी लंड बदलकर , एक के बाद एक लंड का स्वाद , अन्तर्वासना कामवासना की स्टोरी , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
एक दिन मैं अपने दोस्त नियाज़ की बीवी उसी के घर में चोद रहा था। वह भी अक्सर मेरे घर आकर मेरी बीवी चोदता है। कभी कभी जब हमें फुर्सत मिलती है तो हम एक ही कमरे में एक दूसरे की बीवी चोदते हैं। ऐसा करते करते हमें लगभग २० / २१ साल हो गए। मेरा यही एक दोस्त नहीं है बल्कि कई ऐसे दोस्त है जिनकी बीवियां मैं चोदता हूँ और वो सब मेरी बीवी चोदते हैं। कभी एक साथ और कभी अलग अलग. उस दिन मुझे रुखसाना बड़ी खूबसूरत लग रही थी। उसकी चूत एकदम टाइट थी और झांटें बिलकुल साफ़ थीं। मैं लौड़ा पेले हुए बड़ी मस्ती से चोद रहा था। वह बीच बीच में लण्ड चूत से निकाल कर चाट रही थी। अचानक उसकी बेटी रुबिया कमरे में आ गई। आते ही वह बोली हाय अल्लाह लौड़ा तो बड़ा मस्त है अंकल का, अम्मी जान ? मैं उसके मुंह से यह बार सुनकर दंग रह गया। उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया और उसकी चुम्मी लेकर बोली ये तो भोसड़ी का कल वाले लण्ड से मोटा है, अम्मी जान ? मैंने कहा - अरे बेटी रुबिया तुम मेरा लण्ड ,,,,,,,, ? वह मुझे रोकते हुए बोली अंकल अब मैं बेटी नहीं हूँ. मेरा निकाह हो चुका है। मैं किसी की बीवी बन चुकी हूँ। अम्मी तो पहले से ही किसी की बीवी हैं। अब हम दोनों बराबर हो गयीं हैं। अब हम भी बहन चोद अदला बदली और चोदा चोदी का खेल खेलतीं है जैसे अम्मी जान खेलती हैं। मैं भी अपने शौहर के दोस्तों से चुदवाती हूँ और मेरा शौहर उनकी बीवियां चोदता है। ऐसा खेल मैं अम्मी और अब्बू के साथ भी खेल सकती हूँ। तब तक रुखसाना भाभी ने कहा हां यार फहीम अब ये मेरी बेटी नहीं बल्कि मेरी दोस्त बन चुकी है। अब तो मेरी बेटी बुर चोदी अपनी माँ चुदवाती है। तब तक उसकी बेटी बोली अरे अंकल ये मेरी भोसड़ी की अम्मी जान अपनी बिटिया की बुर में लण्ड पेलती है। मैं समझ गया की इन दोनों के बीच में चोदा चोदी के रिश्ते कायम हो गए हैं ?
एक दिन मैं अपने दोस्त नियाज़ की बीवी उसी के घर में चोद रहा था। वह भी अक्सर मेरे घर आकर मेरी बीवी चोदता है। कभी कभी जब हमें फुर्सत मिलती है तो हम एक ही कमरे में एक दूसरे की बीवी चोदते हैं। ऐसा करते करते हमें लगभग २० / २१ साल हो गए। मेरा यही एक दोस्त नहीं है बल्कि कई ऐसे दोस्त है जिनकी बीवियां मैं चोदता हूँ और वो सब मेरी बीवी चोदते हैं। कभी एक साथ और कभी अलग अलग. उस दिन मुझे रुखसाना बड़ी खूबसूरत लग रही थी। उसकी चूत एकदम टाइट थी और झांटें बिलकुल साफ़ थीं। मैं लौड़ा पेले हुए बड़ी मस्ती से चोद रहा था। वह बीच बीच में लण्ड चूत से निकाल कर चाट रही थी। अचानक उसकी बेटी रुबिया कमरे में आ गई। आते ही वह बोली हाय अल्लाह लौड़ा तो बड़ा मस्त है अंकल का, अम्मी जान ? मैं उसके मुंह से यह बार सुनकर दंग रह गया। उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया और उसकी चुम्मी लेकर बोली ये तो भोसड़ी का कल वाले लण्ड से मोटा है, अम्मी जान ? मैंने कहा - अरे बेटी रुबिया तुम मेरा लण्ड ,,,,,,,, ? वह मुझे रोकते हुए बोली अंकल अब मैं बेटी नहीं हूँ. मेरा निकाह हो चुका है। मैं किसी की बीवी बन चुकी हूँ। अम्मी तो पहले से ही किसी की बीवी हैं। अब हम दोनों बराबर हो गयीं हैं। अब हम भी बहन चोद अदला बदली और चोदा चोदी का खेल खेलतीं है जैसे अम्मी जान खेलती हैं। मैं भी अपने शौहर के दोस्तों से चुदवाती हूँ और मेरा शौहर उनकी बीवियां चोदता है। ऐसा खेल मैं अम्मी और अब्बू के साथ भी खेल सकती हूँ। तब तक रुखसाना भाभी ने कहा हां यार फहीम अब ये मेरी बेटी नहीं बल्कि मेरी दोस्त बन चुकी है। अब तो मेरी बेटी बुर चोदी अपनी माँ चुदवाती है। तब तक उसकी बेटी बोली अरे अंकल ये मेरी भोसड़ी की अम्मी जान अपनी बिटिया की बुर में लण्ड पेलती है। मैं समझ गया की इन दोनों के बीच में चोदा चोदी के रिश्ते कायम हो गए हैं ?
तब भाभी जान ने खुल कर कहा देखो फहीम तुम लोग एक दूसरे की बीवियां चोदते हो ? अब तुम लोग एक दूसरे की बीवियां चोदने के साथ साथ एक दूसरे की बेटियां भी चोदो। तुम मेरी बेटी चोदो मेरा शौहर तेरी बेटी चोदे। यानी बीवियां भी चोदो और बेटियां भी चोदो। बीवियों की अदला बदली करके चोदते हो न तो अब बेटियों की भी अदला बदली करके चोदो। सच में तुम्हे बड़ा मज़ा आएगा और हमारी बेटियों को भी मज़ा आएगा। तेरी बेटी भी जवान है उसकी भी शादी हो चुकी है। अब जिस दिन मेरा शौहर आएगा उस दिन वह तेरी बीवी चोदने के साथ साथ तेरी बेटी भी चोदेगा।
भाभी मुझसे ये सब बता ही रही थी की रुबिया ने चूँचियाँ खोल कर मेरा लण्ड अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी। रखसाना उसका साथ देने लगी। वह मेरे पेल्हड़ चूसने लगी। कभी माँ लण्ड चूसती तो बेटी पेल्हड़ चूसती और कभी बेटी लण्ड चूसती तो माँ पेल्हड़ चूसती। मुझे सच में इस तरह से लण्ड चुसवाने में बड़ा अच्छा लग रहा था। तब तक रुबिया अपनी माँ की तरह बिलकुल नंगी हो चुकी थी। उसका नंगा जिस्म देख कर मेरा लण्ड साला और तन गया। मेरा एक हाथ भाभी जान की चूँचियों पर था और दूसरा हाथ उसकी बेटी की बुर पर। मैं उसकी बेटी की बुर बड़े प्यार से सहला रहा था।ऊंगी
बुर सच में बहुत गरम थी। इधर मेरा लण्ड भी एकदम लोहे के रॉड की तरह गरम हो चुका था। बस मैंने लण्ड उसकी चूत पर रखा और एक जोर का धक्का मारा तो पूरा लण्ड सरसराता हुआ अंदर घुस गया। मैं मजे से चोदने लगा उसकी बिटिया की बुर और भाभी मेरे पेल्हड़ सहलाने लगी। उसे भी अपनी बेटी चुदवाने का मज़ा आने लगा। मैं भाभी की चूँचियाँ चाटने चूसने लगा। रुबिया अपनी माँ की चूत सहलाने लगी और अपनी गांड़ उछाल उछाल कर चुदवाने लगी। मैं मन में सोंच रहा था की भाभी जान सच कह रही है। अब मैं बीवी की तरह अपनी बेटी भी अपने दोस्तों से चुदवाऊंगा और उनकी बेटियां चोदूंगा। उस दिन मैंने रुखसाना भाभी की बुर चोदने के साथ साथ उसकी बीती की भी बुर चोदी और मुझे बड़ा मज़ा आया। उसकी बेटी ने मुझसे मस्त मस्त प्यार भरी गालियां देती हुई खुल कर चुदवाया।
मैंने अपने कुछ दोस्तों को एक दिन बुलाया। उसमे नियाज़, मसूद और मुनीर थे। ये सभी मेरी ही उम्र के थे और सबकी बेटियां जवान हो चुकी थी। सबकी बेटियां बीवियां भी बन चुकी थीं. मैंने ड्रिंक्स का इंतज़ाम किया। शराब पीते हुए मैंने कहा - यार एक बात कहना चाहता हूँ। देखो हम लोग वर्षों से एक दूसरे की बीवियां चोदते आ रहें हैं। हमने जवानी का मज़ा खूब लूटा है और आज भी लूट रहें हैं। अभी कल ही मैंने नियाज़ की बीवी चोदी है। हमारी बीवियों ने भी एक दूसरे के शौहर से चुदवा चुदवा कर मज़ा लूटा है और आज भी लूट रहीं हैं। अब हम ऐसे मुकाम पर आ गए हैं जहाँ हमारी बेटियां अब बीवियां बन चुकी हैं और वो भी हमारी तरह अदला बदली कर के अपने शौहर के दोस्तों से चुदवाती हैं। ऐसे में क्यों न हम अपनी बेटियों को इस बीवियों की अदला बदली में शामिल कर लें और उन्हें चोदें। मैं अपने दोस्तों की बेटियां चोदूं और मेरे दोस्त मेरी बेटी चोदें ? उधर बेटियों के शौहर हमारी बीवियां चोदें ? अदल बदल के चोदें और जवानी का मज़ा लूटें।
मसूद ने कहा - यार बात तो सच है मैं आज ही अपनी बेटी को इस ग्रुप में शामिल कर लेता हूँ।
मुनीर ने कहा - यार एक दिन मेरी बीवी ने इसका संकेत मुझे दिया था। वह कह रही थी की तुम अपने दोस्तों की बीवियां चोदते हो तो उनकी बेटियां भी चोदो ? उन्हें भी जवानी का मज़ा लूटने दो । बस फिर क्या था अगले दिन अदला बदली का प्रोग्राम बन गया। इस प्रोग्राम में तीन कपल के साथ बेटियां और उनके मियां भी आ गए। पहला - मैं फहीम मेरी बीवी सानिया बेगम मेरी बेटी सबा और उसका मियां हनीफ।
दूसरा - मसूद उसकी बीवी रजिया बेगम उसकी बेटी ज़ोया और उसका मियां हसन।
तीसरा - मुनीर उसकी बीवी फरज़ाना उसकी बेटी रिया और उसका मियां रफीक।
सब लोग एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित थे। इसलिए सीधे सीधे बात चीत होने लगी। साथ साथ थोड़ा मस्ती के लिए ड्रिंक्स भी चलने लगी। थोड़ा नशा चढ़ा तो बातें खुल कर होने लगीं और लुत्फ़ आने लगा।
सब लोग एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित थे। इसलिए सीधे सीधे बात चीत होने लगी। साथ साथ थोड़ा मस्ती के लिए ड्रिंक्स भी चलने लगी। थोड़ा नशा चढ़ा तो बातें खुल कर होने लगीं और लुत्फ़ आने लगा।
मुनीर की बेटी रिया बोली - मसूद अंकल और फहीम अंकल सच बताऊँ। मैं बहुत दिनी से तुम लोगों के लण्ड का दीदार करना चाहती थी। क्योंकि मेरी अम्मी जान ने दोनों लण्ड की तारीफ अपनी नन्द से कर रहीं थीं। वह तारीफ मैंने सुन ली थी और तब से मैं बेताब हूँ तुम्हारे लण्ड पकड़ने के लिए। आज शायद मेरी तमन्ना पूरी हो जाए।
मसूद की बेटी ज़ोया ने कहा - देखो भई मैं अपनी माँ चुदवाती हूँ। मैं अपने कॉलेज के लड़कों के लण्ड अम्मी की चूत में पेला करती थी और आज भी पेलती हूँ। अम्मी भी अपने यारों के लण्ड मेरी बुर में घुसाती थीं। तभी फहीम और मुनीर अंकल के लण्ड के बारे में सुना था। मेरा मन था की एक दिन मैं दोनों लण्ड एक साथ चोद डालूं। आज शायद चोदूँगी भी।
मेरी बेटी सबा ने कहा - मुझे आज जब मालूम हुआ की मेरा अब्बू, मुनीर अंकल और मसूद अंकल तीनो एक दूसरे की बेटी चोदेंगें तो मेरे चेहरे पर चमक आ गयी। मुझे अपने अब्बू के बराबर मर्दों के लण्ड बहुत पसंद आते हैं। मैं अक्सर मौलाओं के लण्ड उनकी सफ़ेद दाढ़ी देख कर पकड़ती हूँ और चुदवाती हूँ। मैं ऐसे कई मुल्लाओं को जानती हूँ जिनके लण्ड बड़े बड़े भी हैं और मोटे भी।
मैंने जब मुनीर की बेटी ज़ोया की तरफ आँख उठा कर देखा तो मेरी नियत ख़राब हो गयी। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ मेरे आँखों के सामने नाच रहीं थीं। बस मेरे लण्ड में हलचल होने लगी। मैंने उसे आखों से इशारा तो वह मेरी तरफ आ गयी और मैंने उसे अपने बदन से चिपका लिया। उसकी चूँचियाँ मेरी छाती से चिपक गयी और मैंने उसके गाल चूमे. होंठ चूमे और उसकी चूँचियाँ दबा दीं। वह बोली हाय अंकल लण्ड दिखाओ मुझे अपना ? उसके मुंह से लण्ड सुनते ही मैं ताव में आ गया। मेरा जोश बढ़ा गया. मैंने उसका हाथ अपने लण्ड पर रख दिया। मैंने कहा लो पकड़ लो न लण्ड ज़ोया अब ये तेरा ही है। उसने पजामा का नाड़ा खोला और हाथ अंदर घुसेड़ दिया। वह अंदर ही अंदर मस्ती से मुस्कराती हुई लण्ड सहलाने लगी। मुझसे बोली हाय अल्ला, बड़ा मोटा है तेरा बहन चोद लण्ड अंकल ? तब तक मैं उसकी चूँचियाँ नंगी कर चुका था और वह मेरा लण्ड पजामा के बाहर निकाल चुकी थी।
उधर मसूद मुनीर की बेटी रिया की चूँचियाँ दबाने में जुट गया और रिया उसका लण्ड पजामा के बाहर निकाल कर हिलाने झुलाने लगी। वह बोली हाय दईया यही लण्ड मादर चोद मेरी माँ की चूत में घुसता है ? ये साला मेरी माँ चोदता है आज मैं इसे चोदूँगी। ऐसा बोल कर वह लण्ड बड़े प्यार से चूमने चाटने लगी।
तब तक मेरी बेटी सबा ने हाथ बढाकर मुनीर का लण्ड पकड़ लिया। मुनीर मेरी बेटी की चूँचियाँ मसलने लगा और उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा क्यों की वह सबसे पहले नंगी हो चुकी थी। उसे तो बड़े लोगों के लण्ड अच्छे लगते हैं तो वह खुद ही आगे बढ़कर मुनीर को नंगा कर दिया था। मेरी बेटी मुनीर का लण्ड पीने लगी, मुनीर की बेटी मसूद का लण्ड पीने लगी और मसूद की बेटी मेरा लण्ड पीने लगी। हम लोगों को सच में बड़ा मज़ा आने लगा। एक अलग तरीके का मज़ा आने लगा। अभी तक तो हमारी बीवियां ही एक दूसरे के मियां का लण्ड पीती थी आज से उनकी बेटियां भी एक दूसरे के अब्बा का लण्ड पीने लगी ?
ज़ोया बोली - सबा, तेरे अब्बू का लण्ड साला बड़ा मोटा है यार। इसने जरूर मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ा होगा। सबा बोली - तेरी माँ ने खुद मेरे अब्बू से अपना भोसड़ा फड़वाया होगा यार। इधर देखो मुनीर अंकल का लण्ड कैसे मेरे हाथों में उछल कूद कर रहा है। आज ये साला बड़ा खुश है। क्योंकि ये आज उस बेटी की बुर चोदने जा रहा है जिसकी माँ वर्षों से चोदता आ रहा है।
रिया ने कहा - कुछ भी हो यार मुझे तो मसूद अंकल का लण्ड बड़ा प्यारा और जबरदस्त लग रहा है। ये लण्ड तुम दोनों की माँ की चूत में घुसता है। आज ये मेरे हत्थे लगा है। आज मैं इसे हचक हचक के चोदूँगी। इसकी गांड में दम कर दूँगी। मुझे लण्ड चोदने में खूब मज़ा आता है। इसका लण्ड मेरे ससुर के लण्ड जैसा है जिसे मैं कल ही चोद कर आयी हूँ।
इन बेटियों की बातों ने हम सबके लण्ड में आग लगा दी और फिर हम तीनो एक दूसरे की बेटी चोदने लगे। उधर हमारी बीवियां इन बेटियों के शौहरों की तरफ देखने लगी। उनके लण्ड पकड़ने के लिए बेताब होने लगीं। अपने अपने कपड़े उतार कर उन्हें अपनी बड़ी बड़ी चूँचियाँ और भोसड़ा दिखाने लगीं। इनकी उम्र कोई बहुत ज्यादा नहीं थी। सब की सब ४० से ४४ साल के बीच ही था।की ही थीं। माशा अल्लाह बड़ी जवान और खूबसूरत थीं। मेरी बीवी मुनीर की बेटी के मियां रफीक के पास चली गयी और उसकी चुम्मी ले ली । उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूँचियों पर रख दिया। रफीक भी चूँचियाँ दबाने लगा। मेरी बीवी उसका लौड़ा ऊपर से दबा दबा कर मज़ा लेने लगी । मसूद की बीवी रजिया मेरी बेटी के मियां हनीफ की तरफ बढ़ी और उसके गले में अपनी बाहें डाल दीं। रजिया बोली बेटा हनीफ तेरा ससुर फहीम तो मेरा भोसड़ा चोदता ही है। आज तुम भी चोद कर देख लो मेरा भोसड़ा। कहतें हैं इसे भोसड़ा पर ये है तेरी बीवी की बुर की तरह है। इसे चोद कर तुझे मज़ा खूब आएगा।
मुनीर की बीवी फरज़ाना ज़ोया के मियां हसन के पजामा में हाथ डाला और लण्ड बाहर निकाल लिया। लौड़ा बहन चोद खड़ा ही था। फरज़ाना उसे चूम चाट कर बोली बेटा हसन तेरी सास तो चुदक्कड़ है ही अब तो तेरी बीवी भी बुर चोदी चुदक्कड़ हो गयी है। तेरा ससुर मसूद मेरी बुर में २० साल से अपना लौड़ा पेल रहा है और चोद रहा है तेरी सास का भोसड़ा। आज तू भी अपना लण्ड घुसेड़ दे मेरे भोसड़ा में । तू भी चोद ले मेरा भोसड़ा ? भोसड़ा नहीं ये तो तेरी बीवी की ही तरह चूत है इसमें लौड़ा पेलोगे तो ज़न्नत का मज़ा आएगा बेटा हसन ? एक तरफ मैं मसूद की बेटी चोद रहा था. मसूद मुनीर की बेटी चोद रहा था और मुनीर मेरी बेटी चोद रहा था। मुझे अपने दोस्त की बेटी चोदने में जितना मज़ा आ रहा था उतना मज़ा मुझे अपनी बेटी चुदाने में भी आ रहा था। क्योंकि मेरी बेटी बड़ी मस्ती से मेरे दोस्त से चुदवा रही थी। यही हाल मसूद और मुनीर का भी था। आज मुझे दोस्तों की बीवियां चोदने से ज्यादा मज़ा उनकी बेटियां चोदने में आ रहा था।
दूसरी तरफ मेरी बीवी मुनीर के दामाद से चुदवा रही थी. मुनीर की बीवी मसूद के दामाद से चुदवा रही थी और मसूद की बीवी मेरे दामाद से चुदवा रही थी। इन बीवियों को भी खूब मज़ा आ रहा था।
इतने में मस्ती से मुनीर की बेटी बोली - देख बुर चोदी सबा, मेरा मियां तेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा है।
सबा बोली - तो क्या हुआ ? मेरा मियां भी ज़ोया की माँ की बुर ले रहा है।
तब तक ज़ोया बोली - रिया देख भोसड़ी की, मेरा मियां तेरी माँ का भोसड़ा कैसे धकाधक चोद रहा है।
मसूद की बीवी बोली - फहीम भाई जान, मुझे तेरी बेटी के मियां का लौड़ा बड़ा मज़ा दे रहा है। देखो न कितनी मस्ती से हचक हचक के मेरी बुर चोद रहा है। मुझे आज अपनी बेटी के सामने गैर मर्दों से चुदवाने में खूब मज़ा आ रहा है। मैं अपनी बेटी को गैर मरद से चुदवाते हुए देख रही हूँ उससे मुझे और ख़ुशी हो रही है। मैं तो कहती हूँ की ऐसी चुदाई हर रोज़ होनी चाहिए। बड़ी घमाशान चुदाई होने लगी। एक तरफ माँ का भोसड़ा चुदने लगा और दूसरी उनकी बेटियों की बुर ? वैसे तो हम लोग बहुत दिनों से एक दूसरे की बीवी चोदते आ रहें हैं पर आज एक दूसरे की बेटी चोदने का आनंद पहली बार मिल रहा है। बेटियां भी मजे से एक दूसरे के अब्बू चुदवा रही है।
मेरी बेटी ने मजाक में कहा - देख रिया मैं तेरे बाप का लण्ड चोदने जा रही हूँ। ऐसा कह कर मेरी बेटी सबा मुनीर के लण्ड पर बैठ गयी। उसे देख कर रिया मसूद के लण्ड पर बैठ गयी और बोली अब मैं भी ज़ोया के बाप का लण्ड चोदूँगी। ज़ोया घूम कर मेरे लण्ड पर बैठ गयी और बोली देख सबा मैं तेरे बाप का लण्ड कितनी मस्ती से चोद रही हूँ।
इस तरह की बातों से सबको जोश आ रहा था। चुदाई की रफ़्तार तेज होती जा रही थी।
दूसरी पारी में मैं मुनीर की बेटी चोदने लगा, मुनीर मसूद की बेटी चोदने लगा और मसूद मेरी बेटी चोदने लगा.
Click on Search Button to search more posts.
