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पति अदल बदल कर चुदवाती हूँ - Pati badal kar chudwati hun
पति अदल बदल कर चुदवाती हूँ - Pati badal kar chudwati hun , पति की अदला बदली , दुसरे का लंड प्यारा लगता है , रोज नए लौड़े चाहती हूँ , मोटा और लम्बा औजार अच्छा लगता है , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
एक दिन रात को मेरे पति ने कहा - यार हमारी शादी के ५ साल हो गए हैं और मैं अब एक ही तरह की चुदाई करते करते बोर होने लगा हूँ। वही चूत, वही चूँचियाँ, वही गांड़ ? कुछ भी नया नहीं ? कुछ तो नयापन होना चाहिए न ? समझ में नहीं आ रहा है की मैं क्या करूं ? इसका क्या उपाय है ?
मैंने उसका लण्ड हिलाते हुए तपाक से साफ़ साफ़ कहा - इसका बस एक ही उपाय है की तुम अपने दोस्तों की बीवियां चोदना शुरू कर दो और तेरे दोस्त तेरी बीवी चोदना शुरू कर दें। तुम्हे भी अच्छा लगेगा और तेरे दोस्तों को भी। तुम्हे भी नयी नयी बुर मिलेगी और तेरे दोस्तों को भी। आखिर कार वो भी तुम्हारी तरह एक ही बुर चोदते चोदते बोर हो गए होंगें ? शायद पहली बार तुम्हें कुछ अटपटा लगे लेकिन फिर सब ठीक हो जायेगा क्योंकि इसमें तुम्हे भी मज़ा आएगा और मुझे भी।
उसने पूंछा - ये सब तुम्हे कैसे मालूम ?
मैंने जबाब दिया - मेरी ३/४ सहेलियां ऐसा ही करती है और वो सब मुझसे कहीं ज्यादा खुश हैं और मस्त हैं। शुरू कर दे तो मुझे उनके दोस्तों के लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिलेगा।
यह एक सच्ची कहानी है दोस्तों.
मेरा नाम मिसेज संगीता है मैं 30 साल की हो गई हूँ और मेरे पति सुबोध 33 साल का। ५ साल पहले हमारी शादी हुई थी तब से हम दोनों एक साथ अपने अपने माँ बाप से दूर एक यहाँ मुंबई शहर में रह रहें हैं। हमारी लाइफ अच्छी तो चल रही है पर अब हम दोनों बोर होने लगे हैं। जैसे मेरा पति एक ही बुर चोदते चोदते बोर हो गया है वैसे मैं भी एक ही लण्ड से चुदवाते चुदवाते बोर हो गई हूँ। मुझे भी कोई नया लण्ड चाहिए। मैं भी नए नए लण्ड से चुदवाना चाहती हूँ। इसलिए मैं अपने पति को उकसा रही हूँ की वह अपने दोस्तों की बीवियां चोदना शुरू कर दे तो मुझे भी उनके दोस्तों से लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिले।
मैं रोज़ रोज़ अपने पति को याद दिलाती। एक दिन संयोग से उसका दोस्त अपने बीवी के साथ आ गया। उसका नाम था नितिन और उसकी बीवी का अंकिता। मैंने बड़े प्यार से उनका स्वागत किया और फिर ड्रिंक्स का सेट लगा दिया। वह खुश हो गया। मैं खुश तब हुई जब उसकी बीवी भी हमारे साथ दारू पीने लगी। मैं जान गयी की ये बीवी आज की बीवी है तो पराये मरद के लण्ड की शौक़ीन होगी। दारू के साथ साथ बातें भी होने लगीं। नितिन ने कहा यार मैं अपनी बीवी के साथ दो साल अमेरिका में रह कर आया हूँ। इससे मुझे बल मिल गया। मैंने पूंछ ही लिया तो फिर वहां की कुछ बातें बताओ न हमको ? लोग कैसे ज़िन्दगी गुज़ारते हैं अपनी वहाँ ? वह बोला अरे भाभी जी वहां बड़ी मस्ती है, उसकी बीवी बोली वहां किसी बात की कोई पाबन्दी नहीं है।
फिर अचानक मैं किचेन में गयी तो वह मेरे पीछे आ गयी बोली संगीता मैं तेरे साथ "husband swapping" करना चाहती हूँ। मुझे तो जैसे बिन माँगे मोती मिल गयी। मैंने मुस्कराकर कहा मैं तो तैयार हूँ तुम मेरे हसबैंड से पूंछ लो। हसबैंड तो बहन चोद पहले से ही तैयार बैठा है। हम दोनों बाहर आ गईं और सबके साथ बैठ गयी। इतने में अंकिता बोली यार सुबोध मैं तुम लोगों के साथ "husband swapping" करना चाहती हूँ। मैं अमेरिका में करती थी। जब से यहाँ वापस आयी हूँ, मैं स्वैपिंग के लिए तरस रही हूँ। अभी तक कोई कपल नहीं मिला अगर तुम लोग मान जाओ तो बड़ा अच्छा होगा। सुबोध ने मेरी तरफ देखा तो मैंने हां का इशारा कर दिया। फिर क्या ? बात बन गयी। हमने शराब का एक बड़ा पैग बनाया और खूब मस्ती से शराब पी। हमारी तमन्ना पूरी होने जा रही थी तो उत्तेजना बढ़ गयी।
शराब का पैग ख़तम होते ही मैं सबको बेड रूम ले गई. वहां पहुँचते ही मैं नितिन से लिपट गयी और अंकिता मेरे पति सुबोध से लिपट गयी। नितिन मेरी चूँच्यं दबाने लगा और मैं उसका लौड़ा टटोलने लगी। उधर अंकिता भी मेरे पति का लण्ड ऊपर से दबा दबा कर ज़ायज़ा ले रही थी। मैंने थोड़ी बेशर्मी दिखाई और अपनी चूँचियाँ खोल कर नितिन के आगे खड़ी हो गयी। नितिन में मेरे पेटीकोट का नाड़ा भी खोल डाला। पेटीकोट साला नीचे गिर पड़ा और मैं मादर चोद एकदम नंगी हो गई। उधर अंकिता भी नंगी हो गयी। फिर मैंने नितिन को नंगा उसने मेरे पति को। हम चारों एकदम नंगे हुए तो माहौल पूरा गर्म हो गया। मैंने कहा वाओ नितिन यार मैं तुम्हे सच में पूरा नंगा देखना चाहती थी और अब देख रही हूँ। वह बोला मैं भी तुम्हे नंगी देखना चाहता था। तुम बहुत खूबसूरत हो संगीता भाभी।
मैंने तो उसका खड़ा लौड़ा मुंह में लेकर चाटने चूसने लगी। मैंने कहा यार ५ साल बाद आज मैं पहली बार कोई नया लौड़ा देख रही हूँ चूस रही हूँ। कितना हैंडसम और मस्त लौड़ा है तेरा ? आज मेरी चूत को असली मज़ा आएगा। नितिन बोला हां भाभी आज मैं अमेरिका से आने के बाद पहली बार किसी दूसरे की बीवी को नंगी देख रहा हूँ। तेरी बड़ी बड़ी चूँचियाँ और एक मस्तानी चूत देख रहा हूँ। अंकिता भी मेरे पति का लण्ड पाकर बेहद खुश थी।
वह बोली - संगीता तेरे मियां का लण्ड तो बहुत बड़ा है मोटा है और कड़क भी। मुझे तो मज़ा आ जायेगा।
मैंने कहा - यार तेरे भी मियां का लौड़ा बड़ा जबरदस्त है। आज तो मेरी बुर का बाजा बज जायेगा।
वह मेरे पति का लण्ड पीने लगी और मैं उसके पति का लण्ड। वो दोनों भी एक दूसरे की बीवी की चूत चाटने लगे। मुझे अपने कॉलेज के दिन याद आ गए जब मैं अपने क्लास के लड़कों के लण्ड पिया करती थी।
मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। मेरा पति भी बेहद खुश था। मैंने सोंच लिया की अब तो रास्ता खुल गया है। अब मैं रुक नहीं सकती। अब तो एक के बाद एक पराये मरद से चुदवाूँगी. इसी ख़ुशी नीचे से धक्का मारती हुई चुदवाने लगी। नितिन भी पूरा लण्ड पेल पेल कर चोदने लगा। व बोला संगीता भाभी तुम तो बिलकुल विदेशी बीवियों की तरह खुल कर चुदवा रही हो। मुझे भी उसकी बीवी को चोदने मे मज़ा आता जो खुल कर जी जान से चुदवाती है। नितिन थोड़ी देर में मुझे पीछे से डॉगी स्टाइल में चोदने लगा। उधर मेरा पति अंकिता भाभी को अपने लण्ड पर बैठा के चोदने लगा।
अंकिता की गांड़ की तरफ मेरा मुंह था और मेरी गांड़ की तरफ अंकिता का मुंह। मैं अपने पति का लण्ड अंकिता की बुर में आते जाते हुए देख रही थी और वह अपने पति का लण्ड मेरी चूत में आते जाते देख रही थी। मैं अपने पति के पेल्हड़ सहलाने लगी और वह अपने पति के पेल्हड़। मैं उसकी चुदती हुई बुर देख रही थी और वह मेरी चुदती हुई बुर देख रही थी। इस तरह से चुदवाने का मेरा पहला मौक़ा था लेकिन था बड़ा मजेदार और मनमोहक ? हम दोनों खूब एन्जॉय कर रहीं थीं। दोनों मरद भी एक दूसरे की बीवी चोदने में मस्त थे।
नितिन ने कहा - यार सुबोध मन करता है की मैं तेरी बीवी हर दिन चोदा करू।
मेरे पति ने कहा - हां बिलकुल चोदा करो मेरी बीवी हर दिन। मैं भी तेरी बीवी रोज़ रोज़ चोदा करूंगा । मुझे तो अंकिता भाभी की बुर बड़ा मज़ा दे रही है। यार इतना मज़ा तो मुझे अमेरिका में भी किसी की बुर चोदने में नहीं आया जितना मज़ा मुझे संगीता भाभी की बुर चोदने में आ रहा है।
यह सुनकर मैं मस्त हो गई फिर मैं और ज्यादा अच्छी तरह से चुदवाने लगी। तब तक मैं लगभग खलास हो चुकी थी। मेरी चूत ढीली पड़ने लगी। मुझे लगा की नितिन भी खलास होने वाला है। बस मैं फिर घूम गयी और उसका लण्ड मुठ्ठी में लेकर सड़का मारने लगी। सड़का मारते समय मैंने अपना मुंह लण्ड के सामने कर दिया। बस वह झड़ा और सारा वीर्य मेरे मुंह में चला गया। तब तक मैंने देखा की अंकिता भी मेरे पति का झड़ता हुआ लण्ड चाट रही है।
एक दिन मेरी मौसी की बेटी नेहा अपने पति राकेश के साथ आ गयी। उसकी शादी के २ साल ही हुए थे। मैंने कहा नेहा क्या तुम शराब पीती हो। वह बोली अरे भाभी मेरे हसबैंड आर्मी में हैं तो शराब मुझे पीनी ही पड़ती है। अब तो मेरी आदत पड़ गयी है शराब पीने की। फिर हम दोनों बैठ कर शराब पीने लगे और हमारे पति महोदय कहीं बाहर चले गए थे।
हमारी बातें होने लगीं :-
मैंने जैसे ही राकेश को नंगा किया वैसे ही उसका लौड़ा टन्न से मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने कहा बाप रे बाप इतना बड़ा लण्ड ? चूत फाड़ देगा नेहा। वह बोली अरे दीदी चूत तो मेरी फाड़ देगा जीजा का लण्ड। इधर देखो न कैसे मेरे हाथ में फनफना रहा है तेरे पति का लण्ड ? बस मैं उसके पति का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी और वह मेरे पति का लण्ड लेकर। हम दोनों एक दूसरे को देख देख कर मज़ा लेने लगीं। थोड़ी देर बाद जब राकेश ने लौड़ा मेरी बुर में पेला तो मेरी गांड फट गयी बहन चोद। लण्ड साला सच में बहुत मोटा था। तब तक नेहा भी चिल्ला पड़ी उई फट गई चूत। जीजू ने एक ही बार में पूरा लौड़ा पेल दिया दीदी। मेरी तो बुर फट गयी। उसके कुछ देर बाद वह भकाभक चुदवाने लगी। मैं उसे पति से चुदवाने लगी।
मैंने कहा - यार नेहा मुझे तो पति अदल बदल कर चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है।
वह बोली - मैं तो अक्सर पति अदल बदल कर चुदवाती हूँ और इसमें मुझे मेरा पति पूरा साथ देता है क्योंकि वह भी मेरे सामने दूसरों की बीवियां खूब चोदता है। उसके बाद पति अदल बदल कर चुदवाने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह आजतक चल रहा है।
मैं अभी भी किसी गैर मरद का लण्ड पी रही हूँ और मेरे पति का लण्ड उसकी बीवी पी रही है।
एक दिन रात को मेरे पति ने कहा - यार हमारी शादी के ५ साल हो गए हैं और मैं अब एक ही तरह की चुदाई करते करते बोर होने लगा हूँ। वही चूत, वही चूँचियाँ, वही गांड़ ? कुछ भी नया नहीं ? कुछ तो नयापन होना चाहिए न ? समझ में नहीं आ रहा है की मैं क्या करूं ? इसका क्या उपाय है ?
मैंने उसका लण्ड हिलाते हुए तपाक से साफ़ साफ़ कहा - इसका बस एक ही उपाय है की तुम अपने दोस्तों की बीवियां चोदना शुरू कर दो और तेरे दोस्त तेरी बीवी चोदना शुरू कर दें। तुम्हे भी अच्छा लगेगा और तेरे दोस्तों को भी। तुम्हे भी नयी नयी बुर मिलेगी और तेरे दोस्तों को भी। आखिर कार वो भी तुम्हारी तरह एक ही बुर चोदते चोदते बोर हो गए होंगें ? शायद पहली बार तुम्हें कुछ अटपटा लगे लेकिन फिर सब ठीक हो जायेगा क्योंकि इसमें तुम्हे भी मज़ा आएगा और मुझे भी।
उसने पूंछा - ये सब तुम्हे कैसे मालूम ?
मैंने जबाब दिया - मेरी ३/४ सहेलियां ऐसा ही करती है और वो सब मुझसे कहीं ज्यादा खुश हैं और मस्त हैं। शुरू कर दे तो मुझे उनके दोस्तों के लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिलेगा।
यह एक सच्ची कहानी है दोस्तों.
मेरा नाम मिसेज संगीता है मैं 30 साल की हो गई हूँ और मेरे पति सुबोध 33 साल का। ५ साल पहले हमारी शादी हुई थी तब से हम दोनों एक साथ अपने अपने माँ बाप से दूर एक यहाँ मुंबई शहर में रह रहें हैं। हमारी लाइफ अच्छी तो चल रही है पर अब हम दोनों बोर होने लगे हैं। जैसे मेरा पति एक ही बुर चोदते चोदते बोर हो गया है वैसे मैं भी एक ही लण्ड से चुदवाते चुदवाते बोर हो गई हूँ। मुझे भी कोई नया लण्ड चाहिए। मैं भी नए नए लण्ड से चुदवाना चाहती हूँ। इसलिए मैं अपने पति को उकसा रही हूँ की वह अपने दोस्तों की बीवियां चोदना शुरू कर दे तो मुझे भी उनके दोस्तों से लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिले।
मैं रोज़ रोज़ अपने पति को याद दिलाती। एक दिन संयोग से उसका दोस्त अपने बीवी के साथ आ गया। उसका नाम था नितिन और उसकी बीवी का अंकिता। मैंने बड़े प्यार से उनका स्वागत किया और फिर ड्रिंक्स का सेट लगा दिया। वह खुश हो गया। मैं खुश तब हुई जब उसकी बीवी भी हमारे साथ दारू पीने लगी। मैं जान गयी की ये बीवी आज की बीवी है तो पराये मरद के लण्ड की शौक़ीन होगी। दारू के साथ साथ बातें भी होने लगीं। नितिन ने कहा यार मैं अपनी बीवी के साथ दो साल अमेरिका में रह कर आया हूँ। इससे मुझे बल मिल गया। मैंने पूंछ ही लिया तो फिर वहां की कुछ बातें बताओ न हमको ? लोग कैसे ज़िन्दगी गुज़ारते हैं अपनी वहाँ ? वह बोला अरे भाभी जी वहां बड़ी मस्ती है, उसकी बीवी बोली वहां किसी बात की कोई पाबन्दी नहीं है।
फिर अचानक मैं किचेन में गयी तो वह मेरे पीछे आ गयी बोली संगीता मैं तेरे साथ "husband swapping" करना चाहती हूँ। मुझे तो जैसे बिन माँगे मोती मिल गयी। मैंने मुस्कराकर कहा मैं तो तैयार हूँ तुम मेरे हसबैंड से पूंछ लो। हसबैंड तो बहन चोद पहले से ही तैयार बैठा है। हम दोनों बाहर आ गईं और सबके साथ बैठ गयी। इतने में अंकिता बोली यार सुबोध मैं तुम लोगों के साथ "husband swapping" करना चाहती हूँ। मैं अमेरिका में करती थी। जब से यहाँ वापस आयी हूँ, मैं स्वैपिंग के लिए तरस रही हूँ। अभी तक कोई कपल नहीं मिला अगर तुम लोग मान जाओ तो बड़ा अच्छा होगा। सुबोध ने मेरी तरफ देखा तो मैंने हां का इशारा कर दिया। फिर क्या ? बात बन गयी। हमने शराब का एक बड़ा पैग बनाया और खूब मस्ती से शराब पी। हमारी तमन्ना पूरी होने जा रही थी तो उत्तेजना बढ़ गयी।
शराब का पैग ख़तम होते ही मैं सबको बेड रूम ले गई. वहां पहुँचते ही मैं नितिन से लिपट गयी और अंकिता मेरे पति सुबोध से लिपट गयी। नितिन मेरी चूँच्यं दबाने लगा और मैं उसका लौड़ा टटोलने लगी। उधर अंकिता भी मेरे पति का लण्ड ऊपर से दबा दबा कर ज़ायज़ा ले रही थी। मैंने थोड़ी बेशर्मी दिखाई और अपनी चूँचियाँ खोल कर नितिन के आगे खड़ी हो गयी। नितिन में मेरे पेटीकोट का नाड़ा भी खोल डाला। पेटीकोट साला नीचे गिर पड़ा और मैं मादर चोद एकदम नंगी हो गई। उधर अंकिता भी नंगी हो गयी। फिर मैंने नितिन को नंगा उसने मेरे पति को। हम चारों एकदम नंगे हुए तो माहौल पूरा गर्म हो गया। मैंने कहा वाओ नितिन यार मैं तुम्हे सच में पूरा नंगा देखना चाहती थी और अब देख रही हूँ। वह बोला मैं भी तुम्हे नंगी देखना चाहता था। तुम बहुत खूबसूरत हो संगीता भाभी।
मैंने तो उसका खड़ा लौड़ा मुंह में लेकर चाटने चूसने लगी। मैंने कहा यार ५ साल बाद आज मैं पहली बार कोई नया लौड़ा देख रही हूँ चूस रही हूँ। कितना हैंडसम और मस्त लौड़ा है तेरा ? आज मेरी चूत को असली मज़ा आएगा। नितिन बोला हां भाभी आज मैं अमेरिका से आने के बाद पहली बार किसी दूसरे की बीवी को नंगी देख रहा हूँ। तेरी बड़ी बड़ी चूँचियाँ और एक मस्तानी चूत देख रहा हूँ। अंकिता भी मेरे पति का लण्ड पाकर बेहद खुश थी।
वह बोली - संगीता तेरे मियां का लण्ड तो बहुत बड़ा है मोटा है और कड़क भी। मुझे तो मज़ा आ जायेगा।
मैंने कहा - यार तेरे भी मियां का लौड़ा बड़ा जबरदस्त है। आज तो मेरी बुर का बाजा बज जायेगा।
वह मेरे पति का लण्ड पीने लगी और मैं उसके पति का लण्ड। वो दोनों भी एक दूसरे की बीवी की चूत चाटने लगे। मुझे अपने कॉलेज के दिन याद आ गए जब मैं अपने क्लास के लड़कों के लण्ड पिया करती थी।
मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। मेरा पति भी बेहद खुश था। मैंने सोंच लिया की अब तो रास्ता खुल गया है। अब मैं रुक नहीं सकती। अब तो एक के बाद एक पराये मरद से चुदवाूँगी. इसी ख़ुशी नीचे से धक्का मारती हुई चुदवाने लगी। नितिन भी पूरा लण्ड पेल पेल कर चोदने लगा। व बोला संगीता भाभी तुम तो बिलकुल विदेशी बीवियों की तरह खुल कर चुदवा रही हो। मुझे भी उसकी बीवी को चोदने मे मज़ा आता जो खुल कर जी जान से चुदवाती है। नितिन थोड़ी देर में मुझे पीछे से डॉगी स्टाइल में चोदने लगा। उधर मेरा पति अंकिता भाभी को अपने लण्ड पर बैठा के चोदने लगा।
अंकिता की गांड़ की तरफ मेरा मुंह था और मेरी गांड़ की तरफ अंकिता का मुंह। मैं अपने पति का लण्ड अंकिता की बुर में आते जाते हुए देख रही थी और वह अपने पति का लण्ड मेरी चूत में आते जाते देख रही थी। मैं अपने पति के पेल्हड़ सहलाने लगी और वह अपने पति के पेल्हड़। मैं उसकी चुदती हुई बुर देख रही थी और वह मेरी चुदती हुई बुर देख रही थी। इस तरह से चुदवाने का मेरा पहला मौक़ा था लेकिन था बड़ा मजेदार और मनमोहक ? हम दोनों खूब एन्जॉय कर रहीं थीं। दोनों मरद भी एक दूसरे की बीवी चोदने में मस्त थे।
नितिन ने कहा - यार सुबोध मन करता है की मैं तेरी बीवी हर दिन चोदा करू।
मेरे पति ने कहा - हां बिलकुल चोदा करो मेरी बीवी हर दिन। मैं भी तेरी बीवी रोज़ रोज़ चोदा करूंगा । मुझे तो अंकिता भाभी की बुर बड़ा मज़ा दे रही है। यार इतना मज़ा तो मुझे अमेरिका में भी किसी की बुर चोदने में नहीं आया जितना मज़ा मुझे संगीता भाभी की बुर चोदने में आ रहा है।
यह सुनकर मैं मस्त हो गई फिर मैं और ज्यादा अच्छी तरह से चुदवाने लगी। तब तक मैं लगभग खलास हो चुकी थी। मेरी चूत ढीली पड़ने लगी। मुझे लगा की नितिन भी खलास होने वाला है। बस मैं फिर घूम गयी और उसका लण्ड मुठ्ठी में लेकर सड़का मारने लगी। सड़का मारते समय मैंने अपना मुंह लण्ड के सामने कर दिया। बस वह झड़ा और सारा वीर्य मेरे मुंह में चला गया। तब तक मैंने देखा की अंकिता भी मेरे पति का झड़ता हुआ लण्ड चाट रही है।
एक दिन मेरी मौसी की बेटी नेहा अपने पति राकेश के साथ आ गयी। उसकी शादी के २ साल ही हुए थे। मैंने कहा नेहा क्या तुम शराब पीती हो। वह बोली अरे भाभी मेरे हसबैंड आर्मी में हैं तो शराब मुझे पीनी ही पड़ती है। अब तो मेरी आदत पड़ गयी है शराब पीने की। फिर हम दोनों बैठ कर शराब पीने लगे और हमारे पति महोदय कहीं बाहर चले गए थे।
हमारी बातें होने लगीं :-
- मैंने पूंछा - तेरी बिवाहित लाइफ कैसी चल रही है नेहा ?
- वह बोली - बहुत अच्छी चल रही है दीदी। बड़ा मज़ा आ रहा है। अच्छा लग रहा है।
- अच्छा तेरा पति आर्मी में है तो वह जब चलाजाता है तो तुम क्या करती हो ?
- मज़ा करती हूँ। अपने यारों के लण्ड पर बैठती हूँ। उनके लण्ड चोदती हूँ।
- तो तुम अपने हसबैंड को धोखा देती हो ? उससे छुपा छुपा कर किसी ग़ैर के लण्ड पे बैठती हो ?
- नहीं। ये आर्मी वाले बड़ा हरामजादे होतें है दीदी। ये सब अपनी बीवी अपने बॉस से चुदवाते हैं और अपने जूनियर की बीवियां चोदते हैं। मेरे पति का बॉस जब जब आता है तब तब मुझे खूब चोद कर जाता है। मेरा पति जब जब आता है तो वह अपने जूनियर की बीवियां चोद कर जाता है। बस इसी बहाने मैं भी अपने दोस्तों से चुदवा लेती हूँ और उसके जाने के बाद चुदवाती रहती हूँ।
- तो अब तक कितने लोग तुझे चोदते हैं ?
- देखो उसका बॉस एक तो है नहीं बल्कि कई हैं और सब साले मुझे चोदने आते हैं। इसके अलावा मैं अपने दोस्तों से भी चुदवाती हूँ तो लगभग १०/१२ लोग तो चोदते ही हैं मुझे । मुझे तो सच में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं एन्जॉय कर रही हूँ।
- उनके लण्ड कितने बड़े बड़े हैं ?
- सबके लण्ड के साइज अलग अलग हैं। कोई भी लौड़ा ८" से कम का नहीं है। इसलिए चुदाने में और ज्यादा मज़ा आता है।
- तेरे पति का लण्ड कितना बड़ा है नेहा ?
- आज रात को तुम खुद ही पकड़ कर देख लेना ?
- अच्छा तो तू यही सोंच कर आई है क्या ?
- हां बिलकुल यही सोंच कर आयी हूँ दीदी। मैं तो जीजा से चुदवाने आई हूँ और जब तक रहूंगी जीजा से चुदवाती रहूंगी। तुम भी मेरे पति से चुदवाना चाहो तो चुदवा लो. मुझे तो ख़ुशी होगी। वह भी अच्छी तरह चोदता है बुर ?
मैंने जैसे ही राकेश को नंगा किया वैसे ही उसका लौड़ा टन्न से मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने कहा बाप रे बाप इतना बड़ा लण्ड ? चूत फाड़ देगा नेहा। वह बोली अरे दीदी चूत तो मेरी फाड़ देगा जीजा का लण्ड। इधर देखो न कैसे मेरे हाथ में फनफना रहा है तेरे पति का लण्ड ? बस मैं उसके पति का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी और वह मेरे पति का लण्ड लेकर। हम दोनों एक दूसरे को देख देख कर मज़ा लेने लगीं। थोड़ी देर बाद जब राकेश ने लौड़ा मेरी बुर में पेला तो मेरी गांड फट गयी बहन चोद। लण्ड साला सच में बहुत मोटा था। तब तक नेहा भी चिल्ला पड़ी उई फट गई चूत। जीजू ने एक ही बार में पूरा लौड़ा पेल दिया दीदी। मेरी तो बुर फट गयी। उसके कुछ देर बाद वह भकाभक चुदवाने लगी। मैं उसे पति से चुदवाने लगी।
मैंने कहा - यार नेहा मुझे तो पति अदल बदल कर चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है।
वह बोली - मैं तो अक्सर पति अदल बदल कर चुदवाती हूँ और इसमें मुझे मेरा पति पूरा साथ देता है क्योंकि वह भी मेरे सामने दूसरों की बीवियां खूब चोदता है। उसके बाद पति अदल बदल कर चुदवाने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह आजतक चल रहा है।
मैं अभी भी किसी गैर मरद का लण्ड पी रही हूँ और मेरे पति का लण्ड उसकी बीवी पी रही है।
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