Home
» Top-Hindi-Sex-kahani-XXX-Porn-Stories-in-Hindi
» तूने मेरी बीवी चोदी मैंने तेरी बीवी - 2 doston ne ek dusre ki biwi ko chod diya
तूने मेरी बीवी चोदी मैंने तेरी बीवी - 2 doston ne ek dusre ki biwi ko chod diya
तूने मेरी बीवी चोदी मैंने तेरी बीवी - 2 doston ne ek dusre ki biwi ko chod diya , दुसरे की बीवी चोदने और अपनी बीवी को दुसरे से चुदवाने में मजा ही अलग है , बीवियों की अदला बदली , पति भी बदल लिए , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
वरुण और तरुण दो दोस्त थे। इन दोनों में गहरी दोस्ती थी। साथ साथ खेले कूदे थे। साथ साथ पढ़े लिखे थे और साथ ही साथ कुछ दिनों के अंतर में दोनों की शादी भी हुई थी। दोनों ही पढ़ने लिखे के बाद अच्छी नौकरी पा गए थे इसलिए दोनों ही अपनी अपनी ज़िन्दगी में बहुत खुश थे। एक दिन दोनों बैठे हुए शराब पी रहे थे और आपस में खुल कर बातें भी कर रहे थे। वरुण बोला - यार कल रात को तेरी बीवी चोदने में मुझे बड़ा मज़ा आया। इतना मज़ा आया की मैं उसे पूरा शब्दों में बयान नहीं कर सकता ? बस ये समझ लो की मैंने तेरी बीवी रात भर चोदी और बिना रुके चोदी ? सबसे बड़ी बात यह है की तेरी बीवी यानी गौरी भाभी ने खूब मस्ती से और मजे ले ले के मुझसे चुदवाया। ज़िन्दगी में पहली बार मुझे बुर चोदने में असली मज़ा आया। मेरा मन तो था की गौरी भाभी आज भी रात को मेरे घर में रुकें पर बात तय हो गयी थी इसलिए मैं उसे आज सवेरे तेरे घर में वापस छोड़ आया।
तरुण बोला - यार वरुण क्या इत्तिफाक है ? मुझे भी तेरी बीवी चोदने में जो मज़ा आया उसे हूबहू बताना बड़ा कुश्किल है यार। एक औरत को चोदने में जितना मज़ा हो सकता है वह सब मज़ा कल रात को मुझे तेरी बीवी यानी मेरी रोली भाभी को चोदने में आया। रात भर न मैं सोया और न रोली भाभी सोई। उसे भी उतना ही मज़ा आ रहा था जितना की मुझे। उसकी बड़ी बड़ी मस्तानी चूँचियाँ, उसकी छोटी छोटी झांटों वाली टाइट चूत, उसके उभरे हुए चूतड़ और मोटी मोटी गोरी गोरी जाँघें मुझे खूब मज़ा दे रहीं थीं। वह खूबसूरत तो बेहद हैं ही उसका पूरा नंगा बदन मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मैं कह नहीं सकता की मैंने उसे रात में कितनी बार चोदा पर रात भर चोदा। उसने जिस तरह से मेरा लण्ड चूसा चाटा और चूमा है वह वाकई कमाल का था। मैं भी चाहता था की रोली भाभी मेरे पास कुछ दिन और रुकें पर तय बात के मुताबिक मैं आज सुबह उसे तेरे घर वापस छोड़ आया।
वरुण बोला - हां यार तू सच कह रहा है। जब आज मैंने अपनी बीवी को देखा तो वह बहुत ही खुश नज़र आ रही थी। उसका चेहरा चमक रहा था। उससे लगा की उसे भी रात भर मज़ा आया। उसे भी हमारा प्लान बहुत अच्छा लगा। इसका मतलब हम लोगों का प्लान बड़ा कामयाब रहा।
तरुण -बोला हआ यार इसमें कोई शक नहीं ? मेरी बीवी जब सवेरे तेरे घर से आयी थी तो बहुत ज्यादा ही खुश थी। उसका चेहरा बता रहा था की वह और भी इस तरह की चुदाई चाहती है। उसे भी हमारा प्लान पसंद आया। मैं समझता हूँ की हमें और भी इस तरह के प्लान बनाने चाहिए ?
वरुण बोला - हां बिलकुल बनाऊंगा। मैं भी बड़ा उत्तेजित भी हूँ और उत्साहित भी ?
अब इस बिषय पर इन दोनों बीवियों का क्या कहना है आईये ज़रा उनको भी सुनें :-
वरुण की बीवी मिसेज रोली और तरुण की बीवी मिसेज गौरी दोनों बैठी हुई बातें कर रही थीं।
रोली ने कहा - यार गौरी, तेरे पति का लण्ड तो बड़ा जबरदस्त है। मोटा भी है और सख्त भी। उसने मेरी चूत का खूब बाजा बजाया यार। तेरे पति से चुदवाकर खूब मज़ा आया । मैं तो ऐसा ही लण्ड पसंद करती हूँ। मैंने तो उसे मुंह में भी लिया और चूत में भी . यार एक बात तो पक्की है की जो मज़ा पराये मरद के लण्ड में है वो मज़ा कहीं और नहीं ? अब तो मैं तेरे पति से अक्सर चुदवाया करूंगी।
गौरी ने कहा - हां यार तेरी बात बिलकुल सही है। तेरे पति ने मुझे जिस तरह से रात भर चोदा उस तरह से मैं आजतक नहीं चुदी। उसका लौड़ा बाप रे बाप घोड़े के लौड़े की तरह है। मैं तो उससे चुदवाकर मस्त हो गयी। मन करता है की तेरा पति मुझे हर रोज़ चोदे। मेरी चूत में पेले लण्ड, मेरे मुंह में पेले लण्ड, मेरी चूँचियों में घुसेड़े लण्ड और मन केरे तो मेरी गांड में घुसा दे लण्ड ? मुझे तो तेरे पति के लण्ड से मोहब्बत हो गयी है।
बात यह है की इस चुदाई के पहले चारों लोग एक साथ मिले थे। एक साथ ड्रिंक्स ले रहे थे। अचानक बातें होने लगीं और बातें "wife swapping" तक पहुँच गयी थीं। तब यह सोंचा गया की क्यों न हम लोग एक दूसरे की बीवी चोदें ? फिर यह ख्याल आया की शायद पहली बार कुछ शर्म आ जाये तो हमने या तय किया की पहली बार हम लोग बीवियां बदल कर अपने अपने घर जातें हैं। वहां चोदते हैं और सवेरे बीवियां वापस कर दी जायेंगीं। सब लोग मान गए तो यह चुदाई हो गयी जो की सबने पसंद किया।
मेरा नाम वरुण है। मैं ३० साल का हूँ। मैंने फिर एक बार सबको बुलाया और कहा की इस बार क्यों न हम दूसरे के सामने एक दूसरे की बीवी चोदें ? मेरी बीवी बोली अरे इसमें एक और कर लो न ज्यादा मज़ा आएगा। गौरी भाभी ने कहा हां मैं एक कपल को जानती हूँ वहआ सकता है। मेरी बीवी ने कहा जानती तो मैं भी एक कपल को वह आ सकता है। मैंने कहा तो फिर पूंछ लो न प्लीज। उसने फोन पर वह आने के लिए तैयार हो गया। अब हम चार कपल्स खेलने वाले थे। तब तक एक कपल आ भी गया। वह था मेरी बीवी की जान पहचान का। मिस्टर रोहन और उसकी बीवी राधिका ? उसके पीछे गौरी का भी कपल आ गया। वह था मिस्टर अनिल और बरखा। सबका सबसे परिचय हुआ और फिर ड्रिंक्स शुरू हो गयी।
बातें शुरू हुई तो मैंने कहा यार सबसे पहले हम लोग एक दूसरे से अच्छी तरह खुल जाएँ और हमारे बीच की शर्म ख़तम हो जाए तभी "wife swapping" का असली मज़ा आएगा।
इतने में बरखा भाभी बोली - क्या यार वरुण बुलाते हो हमारी बुर चोदने के लिए और फट रही है तेरी गांड़ बहन चोद ? मरद हो मरद की तरह चोदो हमारी बुर ?
उधर से राधिका भाभी ने भी तंज कसा - चोदने के लिए लांड में दम होनी चाहिए ? अगर दम है तो यहाँ दूसरे की बीवी का हाथ पकड़ कर उसे नंगी करो और चोदो उसकी सबके सामने बुर ?
फिर तो गौरी भाभी भी बोल पड़ी - हां यह बात जरूर है की लांड में दम होनी चाहिए पर लांड के साथ साथ गाँड़ में भी दम होनी चाहिए क्योंकि लांड पेलने के लिए गाँड़ से जोर लगाना पड़ता है।
इसी बात पर सबको हंसी आ गयी।
फिर मेरी बीवी ने कहा - हां यार चोदा चोदी में बेशर्म होना जरुरी है। जब तक शर्म की माँ नहीं चोदोगे तब तक दूसरे की बीवी की बुर नहीं चोद पावोगे।
फिर क्या माहौल में गर्मी आ गयी और मामला सब खुल्लम खुल्ला हो गया।
मेरी नज़र बरखा भाभी पर टिक गई उसका गोरा बदन, उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ, उसकी बड़ी बड़ी आँखें और उसके उभरे हुए चूतड़ उसके बीच की गांड मुझे बहुत अच्छी लग यही थी। मेरा मन हुआ की मैं लण्ड इसके बूब्स में लौड़ा पेल दूं। उधर उसका मियां अनिल मेरी बीवी को घूर घूर कर देख रहा था। मैं समझ गया की आज ये मेरी बीवी की बुर जरूर लेगा। उधर मेरे सामने तरुण की नज़र रोहन की बीवी पर थी और रोहन की नज़र तरुण की बीवी पर। यहाँ सब लोग एक दूसरे की बीवी पर चढ़ने के लिए तैयार बैठे थे। बीवियां भी पराये मर्दों को घूर घूर कर देख रहीं थीं और मन ही मन उनके लण्ड का अंदाज़ा लगा रहीं थीं की किसका कितना बड़ा होगा और कितना मोटा होगा लण्ड ?
तब तक नशा भी मजे का चढ़ चुका था। सभी लोग मस्ती में थे। मैंने पहल की और बरखा भाभी की तरफ बढ़ा तो उसने अपनी बाहें मेरे गले में डाल दीं। उसने मुझे चूमा और मैंने उसे। मुझे देख कर अनिल भी मेरी बीवी की तरफ बढ़ा और उसे अपनी बाहों में ले लिया। वह मेरी बीवी की चुम्मियाँ लेने लगा और मेरी बीवी भी उसके बदन पर हाथ फिराने लगी। फिर एक एक करके हम लोगों से कपड़े उतरने लगे। बरखा की जब चूँचियाँ नंगी हुई तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। उसने मेरा लण्ड ऊपर से दबाना शुरू कर दिया। उधर मेरी बीवी भी अनिल का लौड़ा दबा रही थी। हमारे सामने तरुण और रोहन की बीवी राधिका दोनों एक दूसरे के कपडे उतार रहे थे। रोहन तरुण की बीवी गौरी को नंगी कर रहा था और गौरी भाभी रोहन के कपड़े खोल कर उसे नंगा कर रहीं थीं। एक दूसरे की बीवी को नंगी करने का भी एक मज़ा है।
देखते ही देखते हम चारों कपल बिलकुल नंगे हो गए। एक तो शराब का नशा और फिर सबकी नंगी बीवियों को देखने का नशा। उधर एक तो शराब का नशा और फिर सारे मर्दों के नंगे लण्ड देखने के नशा, इससे हम लोगों की शर्म छू मंतर हो गयी। अब हम सब हो चुके थे बहुत बड़े बेशरम। अनिल की बीवी बरखा भाभी मेरा लण्ड चूसने लगीं, मेरी बीवी अनिल का लण्ड चूसने लगी। तरुण की बीवी रोहन का लण्ड चूसने लगी और रोहन की बीवी तरुण का लण्ड। अब आने लगा बीवियों की अदला बदली का असली आनंद ?
थोड़ी देर बाद मैंने बरखा भाभी की चूत में लण्ड पेल दिया और उसे मस्ती से चोदने लगा। उधर मेरे सामने ही अनिल ने मेरी बीवी की बुर में लौड़ा घुसा दिया। वह भी मेरी बीवी मेरे सामने भकाभक चोदने लगा। मेरी बीवी की गांड मेरे मुंह की तरफ भी और उसकी बीवी की गांड उसके मुंह की तरफ थी। हमारे दोनों के मुंह आमने सामने थे , हम दोनों एक दूसरे को देखते हुए और मुस्कराते हुए एक दूसरे की बीवी चोदने गये। बगल में यही हाल उन दोनों का भी था। तरुण रोहन की बीवी चोद रहा था और रोहन तरुण की बीवी चोद रहा था। दोनों आमने सामने मजे ले ले के एक दूसरे की बीवी चोद रहे थे।
तरुण बोला - आज मुझे मालूम हुआ की लोग बीवियों की अदला बदली क्यों करतें हैं। मैंने अगर पहले शुरू कर दिया होता तो बहुत अच्छा होता।
मैंने कहा - हां यार बात तेरी सही है। दूसरे की बीवी चोदने में इतना मज़ा है जिसे कहा नहीं जा सकता ?
मेरी बीवी ने कहा - मज़ा तो पराये मरद लण्ड में है यार ? मुझे भी आज से पहले इतना मज़ा चुदवाने में कभी नहीं आया। आज मुझे अनिल का लण्ड पूरा मज़ा दे रहा है।
उधर बरखा बोली - हाय रोली, तू सच कह रही है। मुझे भी तेरे मियां का लौड़ा खूब धकाधक चोद रहा है। ऐसा मज़ा मुझे पहली बार मिल रहा है।
रोहन की बीवी राधिका चुदवाते हुए बोली - मैं अपने मियां से कह रही थी की कभी अपने दोस्तों से अपनी बीवी चुदवाकर देखो कितना मज़ा आता है। कभी अपने दोस्तों की बीवियां चोद कर देखो कितना मज़ा आता है। आज मेरी बात सच निकली न ? आज मुझे भी खूब मज़ा आ रहा है पराये मरद के लण्ड से चुदवाने में और मेरे मियां को भी मज़ा आ रहा है परायी बीवी चोदने में ?
तरुण की बीवी गौरी ने कहा - मैं तो कहती हूँ अब हर दूसरे दिन तुम लोग एक दूसरे की बीवी चोदा करो। जब
चुदाई में मज़ा आता है तो फिर मुंह से बड़ी अच्छी अच्छी बातें निकलने लगतीं हैं। यही यहाँ हो रहा है। मस्त मस्त बातें सुनिए :- हाय मेरे राजा, चोद डालो मेरी बुर चोदी बुर ,,,,,,,तेरा बहन चोद लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है ,,,,, फाड़ डालो मेरी भोसड़ी की चूत ,,,,,,, मैंने अपने पति से पहले ही कहा था की मुझे अपने दोस्तों से चुदवाओ। उस वखत सुन लिया होता तो आज मैं कई लोगों से चुदवा चुकी होती ,,,,,,, यार अब तुम मुझे हर दिन चोदा करो ,,,,, पूरा पेल दो लौड़ा ,,, अंदर तक पेल दो लण्ड, उडा दो चीथड़े मेरी बुर के,,,,, ये मादर चोद मेरी बुर हमेशा लण्ड लण्ड चिल्लाया करती है ,,,,,,,,,, क्या मस्त लौड़ा है तेरा ? ,,,,,,,,, गांड से जोर से लगा लगा के चोदो मुझे ,,,,, अपनी बीवी समझ के चोदो ,,,, खूब कस कस के चोदो ,,,,,,, मुझे आगे से चोदो पीछे से चोदो हर तरफ से चोदो ,,,,,,, हाय राजा चोदे जाओ रुको नहीं पेल पेल के चोदो लण्ड ,,,,, बड़ा मोटा है तेरा लण्ड। मुझे मोटे लण्ड से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है,,,, मेरी चूँचियाँ भी चोदो जाने मन ,,,,, मेरी गांड भी चोद लो मेरे यार ,,,,,,,, ? मेरे मुंह में पेल दो अपना लण्ड,,,,,,,,, हाय दईया, पराये मरद के लण्ड में इतना मज़ा होता है ये तो मुझे आज मालूम हुआ,,,,,,,,,,,,,,?
मर्दों ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी क्योंकि उन्हें भी दूसरे की बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा था। बीवियों की मस्त मस्त बातें सुन सुन कर लण्ड साले और सख्त होते जा रहे थे। इतना मज़ा किसी को भी पहले नहीं आया जितना मज़ा सबको अभी इस चुदाई में आ रहा है। फिर एक एक करके सबके लण्ड झड़ने लगे तो बीवियां मुड़ कर सबके लण्ड का सड़का मारने लगीं। पहले तो मैं ही झड़ गया। मेरा झड़ता हुआ लंडबरखा भाभी ने पिया और फिर उसका सुपाड़ा प्यार से चाटा। फिर अनिल भी झड़ने लगा। उसका लण्ड मेरी बीव ने बड़ी मस्ती से और प्यार से चाटा। फिर तरुण झाड़ा तो उसका लण्ड रोहन की बीवी ने चाटा और फिर जब रोहन झाड़ा तो उसका लण्ड तरुण की बीवी गौरी ने चाटा। फिर सबने मिलकर नंगे नंगे ही डिनर लिया
करीब एक घंटे के बाद चुदाई फिर शुरू हुई। इस बार पार्टनर बदल गए। इस बार मैंने रोहन की बीवी राधिका की चूँचियाँ पकड़ लीं और वह मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। रोहन ने मेरी बीवी को चिपका लिया उसकी चूँचियाँ पकड़ीं और उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा। वह भी लण्ड पकड़ कर चूमने चाटने लगी और पेल्हड़ भी चूमने लगी। उधर अनिल तरुण की बीवी के ऊपर चढ़ बैठा। अपने दोनों हाथों से उसकी चूँचियाँ मसलने लगा और अपना लण्ड उसकी जाँघों के बीच घुसेड़ने लगा। तरुण ने अनिल की बीवी बरखा की चूँचियाँ के बीच अपना लौड़ा पेल दिया। वह मस्ती से चूँचियाँ चोदने लगा। बरखा भाभी जबान निकाल कर बार बार तरुण के लण्ड का टोपा चाटने लगीं।
इस तरह मैं रोहन की बीवी चोदने लगा और रोहन मेरी बीवी चोदने लगा। मेरे सामने ही अनिल तरुण की बीवी चोदने लगा और तरुण अनिल की बीवी चोदने लगा। रात भर हमने एक दूसरे की बीवी चोदी और कई बार चोदी। अगले दिन भी चुदाई का सिलसिला चलता रहा। कोई भी जाने के मूड में नहीं था। हमें आज भी उस दिन की चुदाई याद है।
अब तो हमारे पास २०/२२ कपल हैं जो हर शनिवार को आतें हैं और मजे से खुल्लम खुल्ला एक दूसरे की बीवी चोदते है और एन्जॉय करते हैं।
वरुण और तरुण दो दोस्त थे। इन दोनों में गहरी दोस्ती थी। साथ साथ खेले कूदे थे। साथ साथ पढ़े लिखे थे और साथ ही साथ कुछ दिनों के अंतर में दोनों की शादी भी हुई थी। दोनों ही पढ़ने लिखे के बाद अच्छी नौकरी पा गए थे इसलिए दोनों ही अपनी अपनी ज़िन्दगी में बहुत खुश थे। एक दिन दोनों बैठे हुए शराब पी रहे थे और आपस में खुल कर बातें भी कर रहे थे। वरुण बोला - यार कल रात को तेरी बीवी चोदने में मुझे बड़ा मज़ा आया। इतना मज़ा आया की मैं उसे पूरा शब्दों में बयान नहीं कर सकता ? बस ये समझ लो की मैंने तेरी बीवी रात भर चोदी और बिना रुके चोदी ? सबसे बड़ी बात यह है की तेरी बीवी यानी गौरी भाभी ने खूब मस्ती से और मजे ले ले के मुझसे चुदवाया। ज़िन्दगी में पहली बार मुझे बुर चोदने में असली मज़ा आया। मेरा मन तो था की गौरी भाभी आज भी रात को मेरे घर में रुकें पर बात तय हो गयी थी इसलिए मैं उसे आज सवेरे तेरे घर में वापस छोड़ आया।
तरुण बोला - यार वरुण क्या इत्तिफाक है ? मुझे भी तेरी बीवी चोदने में जो मज़ा आया उसे हूबहू बताना बड़ा कुश्किल है यार। एक औरत को चोदने में जितना मज़ा हो सकता है वह सब मज़ा कल रात को मुझे तेरी बीवी यानी मेरी रोली भाभी को चोदने में आया। रात भर न मैं सोया और न रोली भाभी सोई। उसे भी उतना ही मज़ा आ रहा था जितना की मुझे। उसकी बड़ी बड़ी मस्तानी चूँचियाँ, उसकी छोटी छोटी झांटों वाली टाइट चूत, उसके उभरे हुए चूतड़ और मोटी मोटी गोरी गोरी जाँघें मुझे खूब मज़ा दे रहीं थीं। वह खूबसूरत तो बेहद हैं ही उसका पूरा नंगा बदन मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मैं कह नहीं सकता की मैंने उसे रात में कितनी बार चोदा पर रात भर चोदा। उसने जिस तरह से मेरा लण्ड चूसा चाटा और चूमा है वह वाकई कमाल का था। मैं भी चाहता था की रोली भाभी मेरे पास कुछ दिन और रुकें पर तय बात के मुताबिक मैं आज सुबह उसे तेरे घर वापस छोड़ आया।
वरुण बोला - हां यार तू सच कह रहा है। जब आज मैंने अपनी बीवी को देखा तो वह बहुत ही खुश नज़र आ रही थी। उसका चेहरा चमक रहा था। उससे लगा की उसे भी रात भर मज़ा आया। उसे भी हमारा प्लान बहुत अच्छा लगा। इसका मतलब हम लोगों का प्लान बड़ा कामयाब रहा।
तरुण -बोला हआ यार इसमें कोई शक नहीं ? मेरी बीवी जब सवेरे तेरे घर से आयी थी तो बहुत ज्यादा ही खुश थी। उसका चेहरा बता रहा था की वह और भी इस तरह की चुदाई चाहती है। उसे भी हमारा प्लान पसंद आया। मैं समझता हूँ की हमें और भी इस तरह के प्लान बनाने चाहिए ?
वरुण बोला - हां बिलकुल बनाऊंगा। मैं भी बड़ा उत्तेजित भी हूँ और उत्साहित भी ?
अब इस बिषय पर इन दोनों बीवियों का क्या कहना है आईये ज़रा उनको भी सुनें :-
वरुण की बीवी मिसेज रोली और तरुण की बीवी मिसेज गौरी दोनों बैठी हुई बातें कर रही थीं।
रोली ने कहा - यार गौरी, तेरे पति का लण्ड तो बड़ा जबरदस्त है। मोटा भी है और सख्त भी। उसने मेरी चूत का खूब बाजा बजाया यार। तेरे पति से चुदवाकर खूब मज़ा आया । मैं तो ऐसा ही लण्ड पसंद करती हूँ। मैंने तो उसे मुंह में भी लिया और चूत में भी . यार एक बात तो पक्की है की जो मज़ा पराये मरद के लण्ड में है वो मज़ा कहीं और नहीं ? अब तो मैं तेरे पति से अक्सर चुदवाया करूंगी।
गौरी ने कहा - हां यार तेरी बात बिलकुल सही है। तेरे पति ने मुझे जिस तरह से रात भर चोदा उस तरह से मैं आजतक नहीं चुदी। उसका लौड़ा बाप रे बाप घोड़े के लौड़े की तरह है। मैं तो उससे चुदवाकर मस्त हो गयी। मन करता है की तेरा पति मुझे हर रोज़ चोदे। मेरी चूत में पेले लण्ड, मेरे मुंह में पेले लण्ड, मेरी चूँचियों में घुसेड़े लण्ड और मन केरे तो मेरी गांड में घुसा दे लण्ड ? मुझे तो तेरे पति के लण्ड से मोहब्बत हो गयी है।
बात यह है की इस चुदाई के पहले चारों लोग एक साथ मिले थे। एक साथ ड्रिंक्स ले रहे थे। अचानक बातें होने लगीं और बातें "wife swapping" तक पहुँच गयी थीं। तब यह सोंचा गया की क्यों न हम लोग एक दूसरे की बीवी चोदें ? फिर यह ख्याल आया की शायद पहली बार कुछ शर्म आ जाये तो हमने या तय किया की पहली बार हम लोग बीवियां बदल कर अपने अपने घर जातें हैं। वहां चोदते हैं और सवेरे बीवियां वापस कर दी जायेंगीं। सब लोग मान गए तो यह चुदाई हो गयी जो की सबने पसंद किया।
मेरा नाम वरुण है। मैं ३० साल का हूँ। मैंने फिर एक बार सबको बुलाया और कहा की इस बार क्यों न हम दूसरे के सामने एक दूसरे की बीवी चोदें ? मेरी बीवी बोली अरे इसमें एक और कर लो न ज्यादा मज़ा आएगा। गौरी भाभी ने कहा हां मैं एक कपल को जानती हूँ वहआ सकता है। मेरी बीवी ने कहा जानती तो मैं भी एक कपल को वह आ सकता है। मैंने कहा तो फिर पूंछ लो न प्लीज। उसने फोन पर वह आने के लिए तैयार हो गया। अब हम चार कपल्स खेलने वाले थे। तब तक एक कपल आ भी गया। वह था मेरी बीवी की जान पहचान का। मिस्टर रोहन और उसकी बीवी राधिका ? उसके पीछे गौरी का भी कपल आ गया। वह था मिस्टर अनिल और बरखा। सबका सबसे परिचय हुआ और फिर ड्रिंक्स शुरू हो गयी।
बातें शुरू हुई तो मैंने कहा यार सबसे पहले हम लोग एक दूसरे से अच्छी तरह खुल जाएँ और हमारे बीच की शर्म ख़तम हो जाए तभी "wife swapping" का असली मज़ा आएगा।
इतने में बरखा भाभी बोली - क्या यार वरुण बुलाते हो हमारी बुर चोदने के लिए और फट रही है तेरी गांड़ बहन चोद ? मरद हो मरद की तरह चोदो हमारी बुर ?
उधर से राधिका भाभी ने भी तंज कसा - चोदने के लिए लांड में दम होनी चाहिए ? अगर दम है तो यहाँ दूसरे की बीवी का हाथ पकड़ कर उसे नंगी करो और चोदो उसकी सबके सामने बुर ?
फिर तो गौरी भाभी भी बोल पड़ी - हां यह बात जरूर है की लांड में दम होनी चाहिए पर लांड के साथ साथ गाँड़ में भी दम होनी चाहिए क्योंकि लांड पेलने के लिए गाँड़ से जोर लगाना पड़ता है।
इसी बात पर सबको हंसी आ गयी।
फिर मेरी बीवी ने कहा - हां यार चोदा चोदी में बेशर्म होना जरुरी है। जब तक शर्म की माँ नहीं चोदोगे तब तक दूसरे की बीवी की बुर नहीं चोद पावोगे।
फिर क्या माहौल में गर्मी आ गयी और मामला सब खुल्लम खुल्ला हो गया।
मेरी नज़र बरखा भाभी पर टिक गई उसका गोरा बदन, उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ, उसकी बड़ी बड़ी आँखें और उसके उभरे हुए चूतड़ उसके बीच की गांड मुझे बहुत अच्छी लग यही थी। मेरा मन हुआ की मैं लण्ड इसके बूब्स में लौड़ा पेल दूं। उधर उसका मियां अनिल मेरी बीवी को घूर घूर कर देख रहा था। मैं समझ गया की आज ये मेरी बीवी की बुर जरूर लेगा। उधर मेरे सामने तरुण की नज़र रोहन की बीवी पर थी और रोहन की नज़र तरुण की बीवी पर। यहाँ सब लोग एक दूसरे की बीवी पर चढ़ने के लिए तैयार बैठे थे। बीवियां भी पराये मर्दों को घूर घूर कर देख रहीं थीं और मन ही मन उनके लण्ड का अंदाज़ा लगा रहीं थीं की किसका कितना बड़ा होगा और कितना मोटा होगा लण्ड ?
तब तक नशा भी मजे का चढ़ चुका था। सभी लोग मस्ती में थे। मैंने पहल की और बरखा भाभी की तरफ बढ़ा तो उसने अपनी बाहें मेरे गले में डाल दीं। उसने मुझे चूमा और मैंने उसे। मुझे देख कर अनिल भी मेरी बीवी की तरफ बढ़ा और उसे अपनी बाहों में ले लिया। वह मेरी बीवी की चुम्मियाँ लेने लगा और मेरी बीवी भी उसके बदन पर हाथ फिराने लगी। फिर एक एक करके हम लोगों से कपड़े उतरने लगे। बरखा की जब चूँचियाँ नंगी हुई तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। उसने मेरा लण्ड ऊपर से दबाना शुरू कर दिया। उधर मेरी बीवी भी अनिल का लौड़ा दबा रही थी। हमारे सामने तरुण और रोहन की बीवी राधिका दोनों एक दूसरे के कपडे उतार रहे थे। रोहन तरुण की बीवी गौरी को नंगी कर रहा था और गौरी भाभी रोहन के कपड़े खोल कर उसे नंगा कर रहीं थीं। एक दूसरे की बीवी को नंगी करने का भी एक मज़ा है।
देखते ही देखते हम चारों कपल बिलकुल नंगे हो गए। एक तो शराब का नशा और फिर सबकी नंगी बीवियों को देखने का नशा। उधर एक तो शराब का नशा और फिर सारे मर्दों के नंगे लण्ड देखने के नशा, इससे हम लोगों की शर्म छू मंतर हो गयी। अब हम सब हो चुके थे बहुत बड़े बेशरम। अनिल की बीवी बरखा भाभी मेरा लण्ड चूसने लगीं, मेरी बीवी अनिल का लण्ड चूसने लगी। तरुण की बीवी रोहन का लण्ड चूसने लगी और रोहन की बीवी तरुण का लण्ड। अब आने लगा बीवियों की अदला बदली का असली आनंद ?
थोड़ी देर बाद मैंने बरखा भाभी की चूत में लण्ड पेल दिया और उसे मस्ती से चोदने लगा। उधर मेरे सामने ही अनिल ने मेरी बीवी की बुर में लौड़ा घुसा दिया। वह भी मेरी बीवी मेरे सामने भकाभक चोदने लगा। मेरी बीवी की गांड मेरे मुंह की तरफ भी और उसकी बीवी की गांड उसके मुंह की तरफ थी। हमारे दोनों के मुंह आमने सामने थे , हम दोनों एक दूसरे को देखते हुए और मुस्कराते हुए एक दूसरे की बीवी चोदने गये। बगल में यही हाल उन दोनों का भी था। तरुण रोहन की बीवी चोद रहा था और रोहन तरुण की बीवी चोद रहा था। दोनों आमने सामने मजे ले ले के एक दूसरे की बीवी चोद रहे थे।
तरुण बोला - आज मुझे मालूम हुआ की लोग बीवियों की अदला बदली क्यों करतें हैं। मैंने अगर पहले शुरू कर दिया होता तो बहुत अच्छा होता।
मैंने कहा - हां यार बात तेरी सही है। दूसरे की बीवी चोदने में इतना मज़ा है जिसे कहा नहीं जा सकता ?
मेरी बीवी ने कहा - मज़ा तो पराये मरद लण्ड में है यार ? मुझे भी आज से पहले इतना मज़ा चुदवाने में कभी नहीं आया। आज मुझे अनिल का लण्ड पूरा मज़ा दे रहा है।
उधर बरखा बोली - हाय रोली, तू सच कह रही है। मुझे भी तेरे मियां का लौड़ा खूब धकाधक चोद रहा है। ऐसा मज़ा मुझे पहली बार मिल रहा है।
रोहन की बीवी राधिका चुदवाते हुए बोली - मैं अपने मियां से कह रही थी की कभी अपने दोस्तों से अपनी बीवी चुदवाकर देखो कितना मज़ा आता है। कभी अपने दोस्तों की बीवियां चोद कर देखो कितना मज़ा आता है। आज मेरी बात सच निकली न ? आज मुझे भी खूब मज़ा आ रहा है पराये मरद के लण्ड से चुदवाने में और मेरे मियां को भी मज़ा आ रहा है परायी बीवी चोदने में ?
तरुण की बीवी गौरी ने कहा - मैं तो कहती हूँ अब हर दूसरे दिन तुम लोग एक दूसरे की बीवी चोदा करो। जब
चुदाई में मज़ा आता है तो फिर मुंह से बड़ी अच्छी अच्छी बातें निकलने लगतीं हैं। यही यहाँ हो रहा है। मस्त मस्त बातें सुनिए :- हाय मेरे राजा, चोद डालो मेरी बुर चोदी बुर ,,,,,,,तेरा बहन चोद लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है ,,,,, फाड़ डालो मेरी भोसड़ी की चूत ,,,,,,, मैंने अपने पति से पहले ही कहा था की मुझे अपने दोस्तों से चुदवाओ। उस वखत सुन लिया होता तो आज मैं कई लोगों से चुदवा चुकी होती ,,,,,,, यार अब तुम मुझे हर दिन चोदा करो ,,,,, पूरा पेल दो लौड़ा ,,, अंदर तक पेल दो लण्ड, उडा दो चीथड़े मेरी बुर के,,,,, ये मादर चोद मेरी बुर हमेशा लण्ड लण्ड चिल्लाया करती है ,,,,,,,,,, क्या मस्त लौड़ा है तेरा ? ,,,,,,,,, गांड से जोर से लगा लगा के चोदो मुझे ,,,,, अपनी बीवी समझ के चोदो ,,,, खूब कस कस के चोदो ,,,,,,, मुझे आगे से चोदो पीछे से चोदो हर तरफ से चोदो ,,,,,,, हाय राजा चोदे जाओ रुको नहीं पेल पेल के चोदो लण्ड ,,,,, बड़ा मोटा है तेरा लण्ड। मुझे मोटे लण्ड से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है,,,, मेरी चूँचियाँ भी चोदो जाने मन ,,,,, मेरी गांड भी चोद लो मेरे यार ,,,,,,,, ? मेरे मुंह में पेल दो अपना लण्ड,,,,,,,,, हाय दईया, पराये मरद के लण्ड में इतना मज़ा होता है ये तो मुझे आज मालूम हुआ,,,,,,,,,,,,,,?
मर्दों ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी क्योंकि उन्हें भी दूसरे की बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा था। बीवियों की मस्त मस्त बातें सुन सुन कर लण्ड साले और सख्त होते जा रहे थे। इतना मज़ा किसी को भी पहले नहीं आया जितना मज़ा सबको अभी इस चुदाई में आ रहा है। फिर एक एक करके सबके लण्ड झड़ने लगे तो बीवियां मुड़ कर सबके लण्ड का सड़का मारने लगीं। पहले तो मैं ही झड़ गया। मेरा झड़ता हुआ लंडबरखा भाभी ने पिया और फिर उसका सुपाड़ा प्यार से चाटा। फिर अनिल भी झड़ने लगा। उसका लण्ड मेरी बीव ने बड़ी मस्ती से और प्यार से चाटा। फिर तरुण झाड़ा तो उसका लण्ड रोहन की बीवी ने चाटा और फिर जब रोहन झाड़ा तो उसका लण्ड तरुण की बीवी गौरी ने चाटा। फिर सबने मिलकर नंगे नंगे ही डिनर लिया
करीब एक घंटे के बाद चुदाई फिर शुरू हुई। इस बार पार्टनर बदल गए। इस बार मैंने रोहन की बीवी राधिका की चूँचियाँ पकड़ लीं और वह मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। रोहन ने मेरी बीवी को चिपका लिया उसकी चूँचियाँ पकड़ीं और उसकी गांड पर हाथ फेरने लगा। वह भी लण्ड पकड़ कर चूमने चाटने लगी और पेल्हड़ भी चूमने लगी। उधर अनिल तरुण की बीवी के ऊपर चढ़ बैठा। अपने दोनों हाथों से उसकी चूँचियाँ मसलने लगा और अपना लण्ड उसकी जाँघों के बीच घुसेड़ने लगा। तरुण ने अनिल की बीवी बरखा की चूँचियाँ के बीच अपना लौड़ा पेल दिया। वह मस्ती से चूँचियाँ चोदने लगा। बरखा भाभी जबान निकाल कर बार बार तरुण के लण्ड का टोपा चाटने लगीं।
इस तरह मैं रोहन की बीवी चोदने लगा और रोहन मेरी बीवी चोदने लगा। मेरे सामने ही अनिल तरुण की बीवी चोदने लगा और तरुण अनिल की बीवी चोदने लगा। रात भर हमने एक दूसरे की बीवी चोदी और कई बार चोदी। अगले दिन भी चुदाई का सिलसिला चलता रहा। कोई भी जाने के मूड में नहीं था। हमें आज भी उस दिन की चुदाई याद है।
अब तो हमारे पास २०/२२ कपल हैं जो हर शनिवार को आतें हैं और मजे से खुल्लम खुल्ला एक दूसरे की बीवी चोदते है और एन्जॉय करते हैं।
Click on Search Button to search more posts.
