Home
» Antarvasna-ki-real-hindi-sex-story-chudai-kahani
» बेटी ने पकड़ लिया बाप का लण्ड - Beti ne pakad liya Baap ka land
बेटी ने पकड़ लिया बाप का लण्ड - Beti ne pakad liya Baap ka land
बेटी ने पकड़ लिया बाप का लण्ड - Beti ne pakad liya Baap ka land , बाप बेटी की चुदाई कहानियाँ , बापू से अपनी चूत मरवाई , Maine Apne Abbu Se Apni Chut Kaise Chudwayi , बाप बेटी सेक्स, बाप बेटी की चोदा चादी की कहानी , अपने पिता से चुदी. चूत बुर गांड में अब्बा का लौड़ा.
मैंने अपने अब्बू के लण्ड की कई कहानियां सुन रखीं थीं। मेरी खाला जान कह रहीं थीं की हुमा के अब्बू का लण्ड इतना बड़ा है की अगर वह किसी भैंस की बुर में घुसेड़ दे तो वह भी बहन चोद गाभिन हो जाएगी। मैंने फूफी जान को भी कहते हुए सुना है की हुमा के अब्बू का लण्ड तो साला इतना बड़ा है की कभी कभी ऐसा लगता है की लण्ड बुर में घुस कर मुंह से निकल आएगा और मोटा तो बिलकुल अज़गर की तरह है। तब तक उसकी बेटी बोली अरे अम्मी जान लण्ड का साइज तो छोड़ो मामू जान तो बहुत बड़ा चोदू है। चोद चोद के ये सबकी बुर पहले खलास कर देता है। इसका लण्ड बहुत देर तक चोदता रहता है और सबसे बाद में खलास होता है। मेरी जितनी सहेलियां हैं ये सबको अपना लण्ड पकड़ा चुका है। सबकी बुर चोद चुका है और अभी भी चोदता रहता है।
इतने में खाला भी आ गयी। वह बोला हां यार हुमा का अब्बू तो बहन चोद आजकल लड़कियों की माँ भी चोदता है। मैंने कई लड़कियों की अम्मियों को यह कहते हुए सुना है की लण्ड हो तो हुमा के अब्बू के लण्ड जैसा ? मैंने जब उससे चुदवाया तो मुझे भी ज़न्नत का मज़ा आया था। मैं तो जब जब आती हूँ तब तब हुमा के अब्बू से चुदवाकर ही जाती हूँ। बेटियां हों या अम्मियाँ सब की सब बुर चोदी हुमा के अब्बू के लण्ड की दीवानी हैं। इतने में पड़ोस की रहीमा आंटी आ गयी। वह हमारी बातें सुन रहीं थीं। वह बोली तुम लोगों को पूरी बात नहीं मालूम है। हुमा का अब्बू तो आजकल अपने दोस्तों की बीवियां चोदता है। बीवियों के साथ साथ दोस्तों की बेटियां भी चोदता है। उनकी बहुओं की बुर में भी लण्ड पेलता है। पता नहीं उसका लण्ड कितना ताकतवर है बहन चोद ? जिसको एक बार चोद देता है वह बुर चोदी बार बार चुदवाने आती है। कई बीवियों को तो उसने मेरे सामने मेरे घर में चोदा है और उन बीवियों ने उससे अपनी बेटियां भी चुदवाई हैं। मेरी दो बेटियां है दोनों बुर चोदी हुमा के अब्बू से खूब जम कर चुदवाती हैं। जब जब वे आतीं है तो हुमा के अब्बू से एक बार नहीं कई बार चुदवाकर ही अपनी अपनी ससुराल जातीं हैं।
ये सब बातें सुनकर मेरी चूत में भयंकर आग लग गयी। मेरा मन हुआ की मैं अभी जाकर अब्बू जान को नंगा कर दूँ और उसका लण्ड पकड़ कर अपने मुंह में भर लूं। इतना मस्ताना मोटा तगड़ा लण्ड हमारे घर में ही और इसका मुझे कतई इल्म नहीं था। मैं 20 साल की हो चुकी थी। पूरी तरह जवान हो चुकी थी। अम्मी से खुल भी चुकी थी। उससे मैं गालियों से बात भी करने लगी थी पर अम्मी के साथ अभी तक न तो मैंने कोई लण्ड पकड़ा और न ही कभी चुदवाया। मुझे अम्मी पर भी गुस्सा आ रहा था। वह भोसड़ी वाली जानती है की मैं जवान हो गयी हूँ मुझे भी लण्ड की जरुरत है पर वह कुछ करती ही नहीं। मैंने सोंच लिया की अब मुझे ही कुछ करना पड़ेगा और मैं करूंगी। अम्मी की बहन का भोसड़ा ?
मेरी अम्मी का नाम है समीना बेगम और अब्बू का मज़हर। दूसरे ही दिन मैं अम्मी जान के साथ बैठी थी। इतने में मेरे चचा जान का बेटा साहिल आ गया। वह मुझसे दो साल बड़ा था। वह नंगे बदन था। नीचे एक पजामा पहना था। अम्मी के सामने आते ही अम्मी ने पूंछा साहिल कहाँ जा रहे हो ? वह बोला कहीं नहीं चची जान बस ऐसे ही चला आया। अम्मी ने उसे बुलाया और जब वह अम्मी के सामने आया तो अम्मी ने मस्ती में उसके पजामा का नाड़ा खोल डाला। पजामा नीचे गिरा तो वह एकदम नंगा हो गया। उसका लण्ड आधा खड़ा था। लण्ड का सुपाड़ा बहार लटक रहा था। उसे देख कर मैं हंसने लगी। लेकिन वह शरमाया नहीं और नंगा नंगा ही खड़ा रहा। तब अम्मी ने उसका लण्ड पकड़ लिया और बोली हाय दईया तू तो मस्त जवान मर्द हो गया है। लण्ड फिर एकदम से टन्ना गया। अम्मी ने फिर कहा अरे वाह ये तो बहन चोद बढ़ता ही जा रहा है। फिर बोली वाओ, ये तो लगभग 8" का हो गया। मैं भी लण्ड देख कर हैरान हो गयी। इतने में अम्मी जान ने लण्ड मुझे पकड़ाते हुए कहा लो बेटी तुम इसका लण्ड चाटो। मैंने लण्ड पकड़ लिया। तब अम्मी ने कहा साहिल लो तुम मेरा भोसड़ा चाटो। अम्मी ने अपना भोसड़ा दिखाते हुए उससे कहा।
अम्मी तखत पर लेट गयी और उसने भी अपना मुंह अम्मी की जाँघों के बीच घुसेड़ दिया। वह सच में मजे से अम्मी का भोसड़ा चाटने लगा। मैं पहली बार अम्मी का भोसड़ा देख रही थी और उसे किसी को चाटते हुए देख रही थी। मेरी चूत की आग और तेजी से धधकने लगी। अमिम्जान बिलकुल नंगी थी। साहिल भी नंगा था तो मैं भी नंगी हो गयी। मुझे लण्ड चाटने चूसने में बड़ा मज़ा आने लगा।
अम्मी जान मेरी जाँघों पर हाथ फेरने लगी और मेरी चूँचियों पर भी। साहिल के पेल्हड़ भी सहलाने लगी और बड़ी मस्ती चुदवाने लगीं अपनी बेटी की चूत। थोड़ी देर में साहिल नीचे लेट गया और उसने मुझे अपने ऊपर बैठा लिया। मैं जैसे ही बैठी वैसे ही लण्ड मेरी चूतमे घुस गया। वह नीचे से जोर लगाने लगा और मैं ऊपर से उसके लण्ड पर कूदने लगी। इस तरह की चुदाई में मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा। फिर मैं थोड़ा आगे की ओर झुकी और अपने चूतड़ उठा उठा के लण्ड पर पटकने लगी। यह कोई पहली बार नहीं है की मैं चुदवा रही हूँ। मैं इसके पहले भी कई लड़कों से चुदवा चुकी हूँ। यह मेरी अम्मी को नहीं मालूम। मैं कई झड़ते हुए लण्ड पी चुकी हूँ और मुझे लण्ड पीना, झड़ते हुए लण्ड चाटना बड़ा मज़ा देता है। कुछ देर में साहिल बोला यार हुमा अब मैं झड़ने वाला हूँ। बस मैं लण्ड से उतरी और लण्ड का सड़का मारने लगी। वह जैसे ही झड़ा वैसे ही मैंने लण्ड मुंह में ले लिया फिर अम्मी ने भी मेरे साथ झड़ता हुआ लण्ड चाटा।
दूसरी पार में मैंने खुद अपने हाथ से साहिल का लण्ड अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया। लण्ड घुसा तो मैं बड़ी मस्ती और प्यार से चुदवाने लगी अपनी माँ का भोसड़ा ? अब तक मैं बहुत बेशरम हो गयी थी। मुझे अब न किसी से कोई डर था और न कोई झिझक। मुझे अम्मी जान की पोल मालूम हो गयी और अब्बू जान की भी पोल। अब मैंने ठान लिया की मैं अब्बू का लण्ड पकड़ कर ही दम लूंगी।
बस दूसरे ही दिन रात को 11 बजे मैं अब्बू के कमरे में बेधड़क चली गई। मैंने देखा की वह एक लुंगी पहने हुए नंगे बदन लेटा है। मुझे देखते ही बोला हुमा बेटी एक गिलास पानी ले आओ। मैं पानी लेकर आ गयी और उस दे दिया। मेरी चूँचियाँ आधे से अधिक खुली हुई थी और मेरी जांघें भी खुली थीं। थोड़ा और खुल जातीं तो मेरी चूत की झांटें दिखाई पड़ने लगतीं। मैंने झुक कर उसे पानी दिया तो उसने एकटक मेरी चूचियां देखीं और थोड़ा ठहर भी गया। मुझे लगा की उसके लण्ड में आग लग गयी है। मैंने उसकी लुंगी की तरफ देखा तो साफ़ साफ़ मालूम पड़ रहा था की उसका लौड़ा खड़ा है।
मैं अपने अब्बू के लण्ड का पूरा मज़ा लूट रही थी। मैं यह भी समझ रही थी की रहीमा आंटी को कितना मज़ा आया होगा मेरे अब्बू से चुदवाने में। उसकी बेटियों ने कितना मज़ा लूटा होगा मेरे अब्बू के लण्ड का ? फूफी बुर चोदी कितना मज़ा लूट ले गयी मेरे अब्बू के लण्ड का उसकी बेटी ने भी खूब झमाझम चुदवाया मेरे अब्बू से। पूरा का पूरा लण्ड पेलवा पेलवा कर खूब अय्यासी की सबने मेरे अब्बू के लण्ड पर। मैं ही भोसड़ी वाली इतनी देर से जागी ? मुझे बहुत पहले अब्बू का लण्ड पकड़ना चाहिए था। खैर चलो देर आये दुरुस्त आये ? अब मैं भी खूब जम के लूटूँगी अब्बू के लण्ड का मज़ा। मैं थोड़ी देर में लण्ड पे बैठ गयी। मैं इतनी उत्तेजीत थी की मैं खुद अब्बू का लण्ड चोदने लगी। मैंने कहा अब्बू जान तू भोसड़ा का और तेरा ये लण्ड भोसड़ी का ? तू हरामजादा और तेरा ये लण्ड हरामजादा ? तेरी बहन का भोसड़ा अब्बू जान तेरे लण्ड की बहन का भोसड़ा ? मैं जब किसी लण्ड को जी जान से प्यार करती हूँ तो उसे गालियां भी खूब देती हूँ।
देखो न अब्बू, ये तेरा लण्ड मादर चोद अपनी ही बिटिया की बुर चोद रहा है। साला कितना कुत्ता कमीना है तेरा ये लण्ड ? आज मैं तेरा लण्ड अपनी चूत मे डाल कर भून डालूंगी, अब्बू जान। मैं कुछ भी बाके जा रही थी और उतनी ही रफ़्तार से चुदवाये भी जा रही थी। थोड़ी देर में वह फिर एक बार मेरे ऊपर चढ़ गया और मुझे चोदने लगा। मैंने सोंचा की इस माँ का लौड़े ने इस तरह कभी अपनी बीवी की भी बुर नहीं चोदी होगी जितनी मस्ती से मेरी बुर चोद रहा है। उसका 9" का लण्ड वाकई मेरी चूत में हलचल मचा रहा था।
किसी ने सच ही कहा है की बेटी जब अपने बाप का लण्ड पकड़ लेती है तो फिर उसे चुदाई में ज़न्नत का मज़ा आता है।
Tags: बेटी ने पकड़ लिया बाप का लण्ड - Beti ne pakad liya Baap ka land , बाप बेटी की चुदाई कहानियाँ , बापू से अपनी चूत मरवाई , Maine Apne Abbu Se Apni Chut Kaise Chudwayi , बाप बेटी सेक्स, बाप बेटी की चोदा चादी की कहानी , अपने पिता से चुदी. चूत बुर गांड में अब्बा का लौड़ा.
मेरी अम्मी का नाम है समीना बेगम और अब्बू का मज़हर। दूसरे ही दिन मैं अम्मी जान के साथ बैठी थी। इतने में मेरे चचा जान का बेटा साहिल आ गया। वह मुझसे दो साल बड़ा था। वह नंगे बदन था। नीचे एक पजामा पहना था। अम्मी के सामने आते ही अम्मी ने पूंछा साहिल कहाँ जा रहे हो ? वह बोला कहीं नहीं चची जान बस ऐसे ही चला आया। अम्मी ने उसे बुलाया और जब वह अम्मी के सामने आया तो अम्मी ने मस्ती में उसके पजामा का नाड़ा खोल डाला। पजामा नीचे गिरा तो वह एकदम नंगा हो गया। उसका लण्ड आधा खड़ा था। लण्ड का सुपाड़ा बहार लटक रहा था। उसे देख कर मैं हंसने लगी। लेकिन वह शरमाया नहीं और नंगा नंगा ही खड़ा रहा। तब अम्मी ने उसका लण्ड पकड़ लिया और बोली हाय दईया तू तो मस्त जवान मर्द हो गया है। लण्ड फिर एकदम से टन्ना गया। अम्मी ने फिर कहा अरे वाह ये तो बहन चोद बढ़ता ही जा रहा है। फिर बोली वाओ, ये तो लगभग 8" का हो गया। मैं भी लण्ड देख कर हैरान हो गयी। इतने में अम्मी जान ने लण्ड मुझे पकड़ाते हुए कहा लो बेटी तुम इसका लण्ड चाटो। मैंने लण्ड पकड़ लिया। तब अम्मी ने कहा साहिल लो तुम मेरा भोसड़ा चाटो। अम्मी ने अपना भोसड़ा दिखाते हुए उससे कहा।
अम्मी तखत पर लेट गयी और उसने भी अपना मुंह अम्मी की जाँघों के बीच घुसेड़ दिया। वह सच में मजे से अम्मी का भोसड़ा चाटने लगा। मैं पहली बार अम्मी का भोसड़ा देख रही थी और उसे किसी को चाटते हुए देख रही थी। मेरी चूत की आग और तेजी से धधकने लगी। अमिम्जान बिलकुल नंगी थी। साहिल भी नंगा था तो मैं भी नंगी हो गयी। मुझे लण्ड चाटने चूसने में बड़ा मज़ा आने लगा।
- इतने में अम्मी जान ने पूंछा - साहिल तूने कभी अपनी माँ का भोसड़ा चाटा है।
- वह बोला - हां चाटा है।
- कभी अपनी अम्मी के भोसड़ा में लण्ड पेला है तूने ?
- हां पेला है और कई बार पेला है।
- तो तुम अपनी माँ का भोसड़ा चोदते हो ?
- हां चोदता हूँ और अम्मी जान भी बड़ी मस्ती से चुदवाती भी हैं।
- तो फिर तुम आज मेरे सामने पहले मेरी बेटी की बुर चोदो उसके बाद मेरी बेटी के सामने ही मेरा भोसड़ा चोदो।
अम्मी जान मेरी जाँघों पर हाथ फेरने लगी और मेरी चूँचियों पर भी। साहिल के पेल्हड़ भी सहलाने लगी और बड़ी मस्ती चुदवाने लगीं अपनी बेटी की चूत। थोड़ी देर में साहिल नीचे लेट गया और उसने मुझे अपने ऊपर बैठा लिया। मैं जैसे ही बैठी वैसे ही लण्ड मेरी चूतमे घुस गया। वह नीचे से जोर लगाने लगा और मैं ऊपर से उसके लण्ड पर कूदने लगी। इस तरह की चुदाई में मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा। फिर मैं थोड़ा आगे की ओर झुकी और अपने चूतड़ उठा उठा के लण्ड पर पटकने लगी। यह कोई पहली बार नहीं है की मैं चुदवा रही हूँ। मैं इसके पहले भी कई लड़कों से चुदवा चुकी हूँ। यह मेरी अम्मी को नहीं मालूम। मैं कई झड़ते हुए लण्ड पी चुकी हूँ और मुझे लण्ड पीना, झड़ते हुए लण्ड चाटना बड़ा मज़ा देता है। कुछ देर में साहिल बोला यार हुमा अब मैं झड़ने वाला हूँ। बस मैं लण्ड से उतरी और लण्ड का सड़का मारने लगी। वह जैसे ही झड़ा वैसे ही मैंने लण्ड मुंह में ले लिया फिर अम्मी ने भी मेरे साथ झड़ता हुआ लण्ड चाटा।
दूसरी पार में मैंने खुद अपने हाथ से साहिल का लण्ड अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया। लण्ड घुसा तो मैं बड़ी मस्ती और प्यार से चुदवाने लगी अपनी माँ का भोसड़ा ? अब तक मैं बहुत बेशरम हो गयी थी। मुझे अब न किसी से कोई डर था और न कोई झिझक। मुझे अम्मी जान की पोल मालूम हो गयी और अब्बू जान की भी पोल। अब मैंने ठान लिया की मैं अब्बू का लण्ड पकड़ कर ही दम लूंगी।
बस दूसरे ही दिन रात को 11 बजे मैं अब्बू के कमरे में बेधड़क चली गई। मैंने देखा की वह एक लुंगी पहने हुए नंगे बदन लेटा है। मुझे देखते ही बोला हुमा बेटी एक गिलास पानी ले आओ। मैं पानी लेकर आ गयी और उस दे दिया। मेरी चूँचियाँ आधे से अधिक खुली हुई थी और मेरी जांघें भी खुली थीं। थोड़ा और खुल जातीं तो मेरी चूत की झांटें दिखाई पड़ने लगतीं। मैंने झुक कर उसे पानी दिया तो उसने एकटक मेरी चूचियां देखीं और थोड़ा ठहर भी गया। मुझे लगा की उसके लण्ड में आग लग गयी है। मैंने उसकी लुंगी की तरफ देखा तो साफ़ साफ़ मालूम पड़ रहा था की उसका लौड़ा खड़ा है।
- वह बोला - हुमा तेरी अम्मी क्या कह रही हैं ?
- मैंने कहा - अम्मी जान अपने भाई जान का लण्ड पी रही है।
- वह बोला - वो जब देखो तब किसी न किसी का लण्ड ही पिया करती है भोसड़ी वाली। अच्छा तेरी खाला क्या कर रही है ?
- वह अपने देवर से चुदवा रही है।
- और तेरी खाला जान की बेटी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
- वह तो बुर चोदी अपने ससुर का लण्ड चाट रही है।
- कुछ देर तक वह बोला नहीं। तब मैंने कहा - अच्छा अब्बू ये बताओ क्या रहीमा की बेटियों की बुर ज्यादा खूबसूरत है ?
- क्या मतलब हुमा ,,,,,,,,,,,,,,?
- मतलब यह की तुझे अपनी घर की बुर दिखाई नहीं पड़ती ? पड़ोसियों की बुर से ज्यादा मोहब्बत है तुझे ?ऐसा कह कर मैंने उसकी लुंगी के अंदर हाथ घुसेड़ दिया। पकड़ लिया लण्ड ? फिर बोली ये तेरा इतना मस् मोटा तगड़ा मस्त मौला लण्ड क्या पड़ोसियों के लिए है ? अपने घर की बहू बेटियों के लिए नहीं है ? इतने बढ़िया माल का मज़ा ग़ैर लोग उठायें और हम घर की लड़कियां तरसती रहें ? ये तुम्हे अच्छा लगता है ?
- मेरी बातें सुनकर उसका लण्ड साला लण्ड तन कर एकदम खड़ा हो गया। उसने मुझे अपनी तरफ घसीट लिया और अपने बदन से चिपका लिया। मैंने उसके लण्ड की कई बार चुम्मी ली। वह बोला हुमा मैंने कई बार कोशिश की तुम्हे अपना लण्ड पकड़ाने की लेकिन हिम्मत न हो सकी।
- मैंने कहा - मैंने सुना है की हमारे समाज में बेटियां अपने अब्बू का लण्ड पकड़ लेतीं हैं और इसे जायज़ माना जाता है। अब्बू अगर अपनी बेटी चोद भी ले तो वह भी जायज़ है तो फिर शर्म किस बात की ?
मैं अपने अब्बू के लण्ड का पूरा मज़ा लूट रही थी। मैं यह भी समझ रही थी की रहीमा आंटी को कितना मज़ा आया होगा मेरे अब्बू से चुदवाने में। उसकी बेटियों ने कितना मज़ा लूटा होगा मेरे अब्बू के लण्ड का ? फूफी बुर चोदी कितना मज़ा लूट ले गयी मेरे अब्बू के लण्ड का उसकी बेटी ने भी खूब झमाझम चुदवाया मेरे अब्बू से। पूरा का पूरा लण्ड पेलवा पेलवा कर खूब अय्यासी की सबने मेरे अब्बू के लण्ड पर। मैं ही भोसड़ी वाली इतनी देर से जागी ? मुझे बहुत पहले अब्बू का लण्ड पकड़ना चाहिए था। खैर चलो देर आये दुरुस्त आये ? अब मैं भी खूब जम के लूटूँगी अब्बू के लण्ड का मज़ा। मैं थोड़ी देर में लण्ड पे बैठ गयी। मैं इतनी उत्तेजीत थी की मैं खुद अब्बू का लण्ड चोदने लगी। मैंने कहा अब्बू जान तू भोसड़ा का और तेरा ये लण्ड भोसड़ी का ? तू हरामजादा और तेरा ये लण्ड हरामजादा ? तेरी बहन का भोसड़ा अब्बू जान तेरे लण्ड की बहन का भोसड़ा ? मैं जब किसी लण्ड को जी जान से प्यार करती हूँ तो उसे गालियां भी खूब देती हूँ।
किसी ने सच ही कहा है की बेटी जब अपने बाप का लण्ड पकड़ लेती है तो फिर उसे चुदाई में ज़न्नत का मज़ा आता है।
Tags: बेटी ने पकड़ लिया बाप का लण्ड - Beti ne pakad liya Baap ka land , बाप बेटी की चुदाई कहानियाँ , बापू से अपनी चूत मरवाई , Maine Apne Abbu Se Apni Chut Kaise Chudwayi , बाप बेटी सेक्स, बाप बेटी की चोदा चादी की कहानी , अपने पिता से चुदी. चूत बुर गांड में अब्बा का लौड़ा.
Click on Search Button to search more posts.
