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ऐसी होती है कुनबे में रोज़ चुदाई - Aisi hoti hai kunbe me samuhik chudai
ऐसी होती है कुनबे में रोज़ चुदाई - Aisi hoti hai kunbe me samuhik chudai , रात भर घमाशान चुदाई का जश्न , गन्दी गाली वाली गंदी कहानियाँ , गाली देकर चुदाई करने की कहानियाँ , घर में हुई सामूहिक चुदाई , रसीली चुदाई कहानियाँ , बहु बेटी पत्नी माँ ताई चाची बुआ फूफी की बुर चूत गांड को चुदवाने वाली चुदक्कड कहानी.
हमारे कुनबे में रात के समय कपड़े न पहने के चलन भी है और रिवाज़ भी। मरद सारे नंगे नंगे ही रात भर बिस्तर पर लेटे रहतें हैं। हां कभी कभी कोई सिर्फ पैजामा पहन लेता है। औरतें भी ऊपर से बिलकुल नंगी रहती हैं और नीचे से भी नंगी रहतीं हैं। हां यह बात जरूर है की वे कभी कभी सलवार पहन लेतीं हैं। सबसे अच्छी बात यह है की हमारे यहाँ चुदाई की पूरी आज़ादी होती है. किसी को भी चोदो और किसी से भी चुदवाओ सब कुछ जायज़ है। यहाँ चुदवाने वाली कोई माँ, बेटी, बहन, भाभी, सास, नन्द, बहू, देवरानी, जेठानी नहीं होती। यहाँ चुदवाने वाली होती है सिर्फ चूत, बुर और भोसड़ा। इसी तरह चोदने वाला कोई अब्बू जान, भाई जान, चचा जान, मामू जान, या खालू जान नहीं होता ? चोदने वाला होता है सिर्फ लण्ड, लौड़ा और लांड . अब आप देखिये रात का समय है। रात के 11 बज चुके हैं और हमारे घर में चुदाई शुरू हो गयी है।
मैं आपको बता रही हूँ की :-
- अब्बू जान अपनी बहू की नन्द चोद रहा है।
- भाई जान अपनी बहन की माँ चोद रहा है।
- मामू जान अपनी बहन की बहू चोद रहा है।
- चचा जान अपनी बिटिया की बुर चोद रहा है।
- फूफी जान का बेटा खाला का भोसड़ा चोद रहा है।
- खाला जान का बेटा फूफी का भोसड़ा चोद रहा है।
ये लोग सब एक ही बड़े कमरे में खुल्लम खुल्ला आमने सामने चोद रहे हैं। सब लोग सबकी चुदती हुई बुर देख रहे हैंऔर उनकी हिलती हुई चूँचियाँ देख रहे हैं। उधर बेटी बहू बीवियां सब सबका चोदता हुआ लण्ड देख रहीं हैं और उनके उछलते हुए पेल्हड़ देख रहीं हैं। ऐसा लग रहा है की जैसे यहाँ चुदाई की खेती हो रही है और जिसको देखो वही अपना लण्ड रूपी हल से चूत रूपी ज़मीन जोत रहा है।
अब्बू जान की बहू की नन्द तो बुर चोदी मैं ही हूँ। मुझे ही मेरा अब्बू जान चोद रहा है। आज दूसरी बार अब्बू ने लण्ड मेरी चूत में पेला है। अब तो मैं भी बहुत बेशरम हो चुकी हूँ और खूब जम कर चुदवा रही हूँ। मुझे इस बात से भी आ रहा है की मेरा भाई जान मेरी अम्मी का भोसड़ा ऐसे चोद रहा है जैसे वह अपनी बीवी की बुर चोदता है। मेरा मामू जान मेरी भाभी की बुर में लण्ड पेले हुए है। भाभी जान भी उसे अपना शायर समझ कर बड़ी मस्ती से चुदवा रहीं हैं। मेरा चचा भोसड़ी का अपनी 21 साल की बेटी चोदने में पूरी ताकत से जुटा है। उसकी बेटी भी चुदवाने में बड़ी मस्त है और अपनी गांड उठा उठा के खूब हचक हचक कर चुदवा रही है। शायद उसे अपने अब्बू जान का लौड़ा बहुत पसंद है। उधर फूफी जान का बेटा खाला का भोसड़ा चोद रहा है और खाला जान का बेटा फूफी का भोसड़ा चोद रहा है। दोनों मादर चोद एक दूसरे की माँ चोद रहे हैं और दोनों अम्मियाँ बुर चोदी एक दूसरे के बेटे से मस्त होकर चुदवा रहीं हैं।
कितना प्यारा नज़ारा है मेरे घर की चुदाई का ? इस तरह की चुदाई केवल हमारे समाज में ही संभव है और कहीं नहीं ? थोड़ी देर तक इसी तरह चुदाई होती रही और चुदाई की आवाज़ें पूरे घर में गूंजती रहीं। चुदाई में सभी तल्लीन थी और तल्लीन थे। लण्ड सबके पूरे ताव पर थे और चूत सबकी गरमागरम बनी हुई थी। मैंने कहा - हाय अब्बू बड़ा मस्त लौड़ा है तेरा। पूरा घुसेड़ दो लण्ड अब्बू जान। आज तो बड़ा मज़ा आ रहा है। ये तो मेरे ससुर के लण्ड से भी मोटा है। हाय अल्ला आज मेरी चूत बुर चोदी भोसड़ा बन जाएगी। उधर अम्मी जान बोल रहीं थीं - हाय रब्बा बड़ा मोटा तगड़ा हो गया है तेरा लण्ड, बेटा। की आज मेरा भोसड़ा कोई ारद चोद रहा है। वॉवो आज की चुदाई में ज़न्नत का मज़ा है बेटा। ऐसे चोदा करो मेरा भोसड़ा। भी मस्ती में बोलने लगी - हाय रे मेरे ममियां ससुर तेरा लण्ड मेरे अब्बू के लण्ड जैसा है। वह भी मेरी बुर चोद चोद कर खूब मज़ा देता है और तू भी खूब मज़ा दे रहा है। तेरे लण्ड की बहन का भोसड़ा ?
उधर चची जान की बेटी तो लण्ड का मज़ा ऐसे ले रही थी जय की वह उसके मियां का लण्ड हो। वह बोली - हाय अब्बू जान आज तुम मेरी बुर ऐसे चोदो जैसे तुम मेरी खाला की बेटी की बुर चोदते हो। जैसे तुम अपने भाई जान की बिटिया की बुर चोदते हो, जैसे तुम अपनी बहू की बुर में लंड पेलते हो ? फूफी ने कहा - अरे भाभी जान देखो न कैसे तेरा बेटा मेरी चूत फाड़ रहा है बहन चोद। खाला ने कहा - हां तू सच कह रही है तेरा बेटा भी मेरी चूत फाड़ रहा है। ये लड़के खूब मस्त चोदने वाले हैं। इनके लण्ड की डिमांड बहुत ज्यादा है। जिसको देखो वही इनके लण्ड अपनी बुर में घुसा लेती है। इस तरह की मस्तानी गन्दी गन्दी बातों से सबके अंदर जोश भर जाता है और तब चुदाई का मज़ा दूना हो जाता है। एक दूसरे को देख कर भी चोदने में और चुदवाने में भी खूब मज़ा आता है। यही तो खूबसूरती है हमारे कुनबे की चुदाई का ?
मैंने मजाक में कहा - अब्बू जान तुझे अपनी बहू की नन्द की बुर चोदने में ज्यादा मज़ा आ रहा है और भाई जान को देखो वह भी अपनी बीवी की सास का भोसड़ा बड़ी मस्ती से चोद रहा है। मामू जान मेरी भाभी की बुर ऐसे चोद रहा है जैसे की वह उसकी भाभी हो ? चचा जान तो भोसड़ी का अपनी बेटी की बुर चोदने ऐसे जुटा है जैसे की वह उसके किसी दोस्त की बेटी हो।
फिर अचानक अब्बू जान ने लण्ड मेरी चूत से निकाल कर मेरी भाभी जान की बुर में घुसा दिया। वह अपनी बहू की बुर चोदने लगा। उधर भाई जान ने मेरी चूत में लण्ड पेल दिया और मैं भी रंडी की तरह अपने भाई से ही चुदवाने लगी। मामू जान ने पैतरा बदला और उसने लण्ड मेरी अम्मी जान के भोसड़ा में घुसेड़ दिया। वह भी अपनी बहन का भोसड़ा सबके सामने चोदने लगा। चचा जान मेरी खाला जान के ऊपर चढ़ बैठा। उसने लण्ड खाला के भोसड़ा में पेल दिया। लौड़ा पूरा अंदर घुस गया और चचा को चोदने में एक अलग तरह का मज़ा आने लगा। खाला जान का बेटा चचा जान की बेटी की बुर चोदने लगा। चचा की बेटी भी बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ थी। इतनी छोटी उम्र में वह बड़े बड़े लण्ड अपनी बुर में पेलवा लेती थी और खूब मस्ती और बेशरमी से चुदवाती है। उधर फूफी जान का बेटा अपनी अम्मी के ऊपर ही चढ़ कर उसका भोसड़ा चोदने लगा। न बुर चोदी फूफी को शर्म और न मादर चोद बेटे को। फूफी भी ऐसे चुदवाने लगीं जैसे की वह उसका बेटा नही देवर हो ? सबके लण्ड बदल गए और सबकी चूत। एक नया जोश पैदा हो गया और चुदाई का मज़ा भी।
थोड़ी देर में एक एक करके लण्ड भी झड़ने लगे और चूत भी खलास होने लगी। चुदाई का पहला राउंड ख़तम हुआ तो सबने खूब बातें की और दूसरे राउंड में लोग यह सोंचने लगे की अब किस की बुर चोदी जाए और किसका लण्ड अपनी बुर में पेला जाए ?
दो दिन बाद मैं अपनी ससुराल चली गयी। मुझे मेरी नन्द ने बताया तो मुझे मालूम हुआ की वहां भी ऐसी ही चुदाई होती है जैसे मेरे माईके में होती है। उसने मुझसे कहा यहाँ सबके साथ चुदाई होती है और तुन्हे चुदवाना होगा। यहाँ सब भोसड़ी वाले नई दुल्हन को चोदने के लिए अपना अपना लण्ड खड़ा किये हुए घूम रहें हैं। तुम्हे एक एक करके सबके लण्ड अपनी चूत में डाल कर भून डालना होगा। मैं भी अपनी ससुराल से सबके लण्ड भून कर आ रही हूँ। हां मैंने अभी तक अपने ससुर का लण्ड नहीं चोदा इसलिए आज उसे यहाँ ले आई हूँ। मैं आज ही रात को सबके सामने उसका लण्ड चोदूँगी भाभी जान और तुम अपने ससुर का लण्ड चोदना। आज रात में होगी घमाशान चुदाई। एक बात सुन लो भाभी जान, मेरी अम्मी जान बुर चोदी बहुत बड़ी चुदक्कड़ औरत है। वह तो सबके सामने खुल्लम खुल्ला चुदवाती है। नन्द की बात सुनकर मेरा जोश दूना हो गया और मेरी चूत की आग बुरी तरह भड़क उठी।
रात को मैं मेरी सास, मेरी नन्द और मेरी जेठानी थी। साथ में मेरा ससुर, मेरी नन्द का ससुर, मेरा देवर और मेरा अब्बू जान। मेरी नन्द की नज़र तो उसके ससुर के लण्ड पर थी। मैंने सोंचा की मैं भी क्यों न अपने ससुर के लण्ड पर पहले हाथ मारूं। अगर मैं नहीं मारूंगी तो कोई और भोसड़ी वाली पकड़ ले जाएगी मेरे ससुर का लण्ड। इसलिए मैं अपने ससुर से चिपक गई। उसका हाथ जब मेरी चूँचियों पर आया तो मैं समझ गयी की अब तो उसका लौड़ा मेरा ही होगा। मेरी जेठानी तो मेरे देवर के पास जाकर उसके लण्ड पर हाथ रख कर दबाने लगीं। मेरी सास मेरे अब्बू जान की तरफ खसक गयी। अब्बू जान में उसके गाल चूमे और सास ने भी उसकी चुम्मी ली फिर उसका लण्ड टटोलने लगीं। धीरे धीरे सबके लण्ड खुलने लगे और सबकी चूँचियाँ बाहर दिखने लगी साथ में चूत भी सबकी सबके सामने खुलने लगी।
मेरी नन्द ने बड़ी बेशर्मी से अपने ससुर को नंगा कर दिया। उसका लण्ड पकड़ कर बोली हाय मेरे ससुर जी तेरा लण्ड तो बहन चोद बड़ा मोटा तगड़ा है। आज तो ये तेरी बहू की बुर फाड़ डालेगा। मैंने सुना है की अपने कुनबे में सबकी बेटी बहू चोदता है ? वह बोला मैं चोदता नहीं हूँ। मैं तो उसी को चोदता हूँ जो मेरा लण्ड पकड़ लेती है चाहे वो मेरी बेटी ही क्यों न हो ? मेरी बेटी ने भी मेरा लण्ड पकड़ा था तब फिर मैंने उसे सरे आम चोदा। कुनबे की लड़कियां आतीं रहती है और मेरा लण्ड पकड़ती रहती हैं। तब मैं भी उन्हें मस्ती से चोदता हूँ। आज तूने मेरा लण्ड पकड़ा है तो मैं तुझे खूब मजे से चोदूंगा। वह बोली तुम मुझे नहीं चोद पाओगे ससुर जी. मैं चोदूँगी तेरा लण्ड। आज मैं बैठूंगी तेरे लण्ड पे। नन्द की मस्त मस्त बातों से मेरी चुदास बढ़ गयी। मैंने भी अपने ससुर को नंगा किया और उसका लण्ड कई बार चूमा। उसके पेल्हड़ चूमें फिर लण्ड के सुपाड़े पर अपनी जबान घुमाने लगी। मैंने कहा ससुर जी तेरा लण्ड तो बड़ा सॉलिड है मादर चोद ? आज तू भी अपनी बहू की बुर चोदेगा। पहले ये बता कभी तूने अपनी बहू की नन्द की बुर चोदी है ?
उसने कहा हां चोदी है और कई बार चोदी है। देखो न आज वह अपने ससुर का लण्ड पी रही है। मैंने कहा मैं भी अपने ससिर का लण्ड पियूँगी। मैंने ऐसा बोल कर ससुर का लण्ड मुंह में भर लिया। मेरी सास नंगी नंगी मेरे अब्बू का लण्ड चूसने में जुट गयीं। मेरा देवर मेरी जेठानी के ऊपर चढ़ बैठा। उसके नंगे बदन पर अपना नंगा बदन रगड़ने लगा। कुछ देर बाद वह घूम गया और अपना लण्ड जेठानी के मुंह में घुसेड़ दिया और दूसरी तरफ अपना मुंह उसकी दोनों जाँघों के बीच घुसेड़ लिया। वह उसकी बुर चाटने लगा और जेठानी उसका लण्ड। सब एकदम नंगे थे। सबके लण्ड एक साथ देखने में बड़ा मज़ा आ रहा था और सबकी चूत चूँचियाँ भी देख कर बहुत मज़ा आ रहा था। ऐसा तो केवल हमारे समाज में ही होता है। तब तक मेरे अब्बू ने लण्ड मेरी सास के भोसड़ा में पेल दिया। वह चोदने लगा मेरी सास का भोसड़ा। मेरा ससुर मुझे धकाधक चोदने लगा और मेरी बुर चोदी नन्द भी अपने ससुर से अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। उधर मेरा देवर भी अब जेठानी की बुर में लण्ड पेल कर चोदने लगा। सबकी चूत का बाजा एक साथ बजने लगा।
सब की सब चुदवाते हुए कुछ न कुछ बोल रही थीं। हाय ससुर जी तेरा लण्ड बड़ा मोटा है मेरी तो चूत फटी जा रही है -- हां हां चोद डालो मेरी चूत। ये ससुरी चुदने के लिए ही है -- मुझे खूब कस कस के चोदो, पूरा लौड़ा पेल दो -- मैं आज तेरा लण्ड चोदूँगी, तेरे लण्ड का तेल निकाल लूंगी -- हाय दईया बड़ा अच्छा लग रहा है ऐसे ही चोदते जाओ जब तक की मेरी बुर चोदी हार न मान ले -- मेरी बुर भी चोदो, मेरी गांड भी चोदो -- मुझे पीछे से चोदो घोड़ी बना कर चोदो -- मेरी माँ चुद रही है भोसड़ी वाली, उसका भोसड़ा देखो न कितना मस्त है -- हाय रे तू मुझे भी चोदता है और मेरी बेटी भी चोदता है -- तेरे लण्ड की माँ का भोसड़ा बेटा -- तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा, बहू रानी -- आज मैं तेरी बिटिया की बुर चोद डालूंगी सासू जी -- मेरी माँ चोद रहे हो न ? चोदो -- मेरी बहू की बुर का भरता बना दो न -- मेरी नन्द की बुर सास का भोसड़ा चोदो - - तेरी माँ की बिटिया की चूत -- तेरे अब्बू की बहन का भोसड़ा ?
कुछ देर में मेरे ससुर ने मेरी नंद की बुर में लण्ड पेल दिया। वह भोसड़ी का अपनी ही बेटी की बुर चोदने लगा।नन्द के ससुर ने लण्ड मेरी जेठानी की चूत में घुसेड़ दिया। उसे भी चुदाई का एक नया मज़ा मिलने लगा। मेरा देवर अपनी माँ के उपोयर ही चढ़ गया और अपना लौड़ा अपनी माँ की चूत में घुसेड़ दिया। वह भोसड़ी का अपनी माँ की बुर उछल उछल कर चोदने लगा। उधर मैंने अपने अब्बू जान का लण्ड पकड़ लिया। आज उसका लण्ड मुझे बड़ा प्यारा लग रहा था। तभी उसने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया। मैं भी मजे से अपने अब्बू जान से चुदवाने लगी।
एक दिन मैं अपनी खाला जान के घर रुक गयी। रात में वहां भी मैंने सबको ज़मीन पर सोते हुए देखा और रात को सबको सबकी बुर चोदते हुए देखा। मैंने भी सभी मर्दों से चुदवाया और खूब एन्जॉय किया। तो दोस्तों ऐसे होती है हमारे कुनबे में हर रोज़ चुदाई।
०=०=०=०=०=०= समाप्त
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अब्बू जान की बहू की नन्द तो बुर चोदी मैं ही हूँ। मुझे ही मेरा अब्बू जान चोद रहा है। आज दूसरी बार अब्बू ने लण्ड मेरी चूत में पेला है। अब तो मैं भी बहुत बेशरम हो चुकी हूँ और खूब जम कर चुदवा रही हूँ। मुझे इस बात से भी आ रहा है की मेरा भाई जान मेरी अम्मी का भोसड़ा ऐसे चोद रहा है जैसे वह अपनी बीवी की बुर चोदता है। मेरा मामू जान मेरी भाभी की बुर में लण्ड पेले हुए है। भाभी जान भी उसे अपना शायर समझ कर बड़ी मस्ती से चुदवा रहीं हैं। मेरा चचा भोसड़ी का अपनी 21 साल की बेटी चोदने में पूरी ताकत से जुटा है। उसकी बेटी भी चुदवाने में बड़ी मस्त है और अपनी गांड उठा उठा के खूब हचक हचक कर चुदवा रही है। शायद उसे अपने अब्बू जान का लौड़ा बहुत पसंद है। उधर फूफी जान का बेटा खाला का भोसड़ा चोद रहा है और खाला जान का बेटा फूफी का भोसड़ा चोद रहा है। दोनों मादर चोद एक दूसरे की माँ चोद रहे हैं और दोनों अम्मियाँ बुर चोदी एक दूसरे के बेटे से मस्त होकर चुदवा रहीं हैं।
कितना प्यारा नज़ारा है मेरे घर की चुदाई का ? इस तरह की चुदाई केवल हमारे समाज में ही संभव है और कहीं नहीं ? थोड़ी देर तक इसी तरह चुदाई होती रही और चुदाई की आवाज़ें पूरे घर में गूंजती रहीं। चुदाई में सभी तल्लीन थी और तल्लीन थे। लण्ड सबके पूरे ताव पर थे और चूत सबकी गरमागरम बनी हुई थी। मैंने कहा - हाय अब्बू बड़ा मस्त लौड़ा है तेरा। पूरा घुसेड़ दो लण्ड अब्बू जान। आज तो बड़ा मज़ा आ रहा है। ये तो मेरे ससुर के लण्ड से भी मोटा है। हाय अल्ला आज मेरी चूत बुर चोदी भोसड़ा बन जाएगी। उधर अम्मी जान बोल रहीं थीं - हाय रब्बा बड़ा मोटा तगड़ा हो गया है तेरा लण्ड, बेटा। की आज मेरा भोसड़ा कोई ारद चोद रहा है। वॉवो आज की चुदाई में ज़न्नत का मज़ा है बेटा। ऐसे चोदा करो मेरा भोसड़ा। भी मस्ती में बोलने लगी - हाय रे मेरे ममियां ससुर तेरा लण्ड मेरे अब्बू के लण्ड जैसा है। वह भी मेरी बुर चोद चोद कर खूब मज़ा देता है और तू भी खूब मज़ा दे रहा है। तेरे लण्ड की बहन का भोसड़ा ?
उधर चची जान की बेटी तो लण्ड का मज़ा ऐसे ले रही थी जय की वह उसके मियां का लण्ड हो। वह बोली - हाय अब्बू जान आज तुम मेरी बुर ऐसे चोदो जैसे तुम मेरी खाला की बेटी की बुर चोदते हो। जैसे तुम अपने भाई जान की बिटिया की बुर चोदते हो, जैसे तुम अपनी बहू की बुर में लंड पेलते हो ? फूफी ने कहा - अरे भाभी जान देखो न कैसे तेरा बेटा मेरी चूत फाड़ रहा है बहन चोद। खाला ने कहा - हां तू सच कह रही है तेरा बेटा भी मेरी चूत फाड़ रहा है। ये लड़के खूब मस्त चोदने वाले हैं। इनके लण्ड की डिमांड बहुत ज्यादा है। जिसको देखो वही इनके लण्ड अपनी बुर में घुसा लेती है। इस तरह की मस्तानी गन्दी गन्दी बातों से सबके अंदर जोश भर जाता है और तब चुदाई का मज़ा दूना हो जाता है। एक दूसरे को देख कर भी चोदने में और चुदवाने में भी खूब मज़ा आता है। यही तो खूबसूरती है हमारे कुनबे की चुदाई का ?
मैंने मजाक में कहा - अब्बू जान तुझे अपनी बहू की नन्द की बुर चोदने में ज्यादा मज़ा आ रहा है और भाई जान को देखो वह भी अपनी बीवी की सास का भोसड़ा बड़ी मस्ती से चोद रहा है। मामू जान मेरी भाभी की बुर ऐसे चोद रहा है जैसे की वह उसकी भाभी हो ? चचा जान तो भोसड़ी का अपनी बेटी की बुर चोदने ऐसे जुटा है जैसे की वह उसके किसी दोस्त की बेटी हो।
फिर अचानक अब्बू जान ने लण्ड मेरी चूत से निकाल कर मेरी भाभी जान की बुर में घुसा दिया। वह अपनी बहू की बुर चोदने लगा। उधर भाई जान ने मेरी चूत में लण्ड पेल दिया और मैं भी रंडी की तरह अपने भाई से ही चुदवाने लगी। मामू जान ने पैतरा बदला और उसने लण्ड मेरी अम्मी जान के भोसड़ा में घुसेड़ दिया। वह भी अपनी बहन का भोसड़ा सबके सामने चोदने लगा। चचा जान मेरी खाला जान के ऊपर चढ़ बैठा। उसने लण्ड खाला के भोसड़ा में पेल दिया। लौड़ा पूरा अंदर घुस गया और चचा को चोदने में एक अलग तरह का मज़ा आने लगा। खाला जान का बेटा चचा जान की बेटी की बुर चोदने लगा। चचा की बेटी भी बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ थी। इतनी छोटी उम्र में वह बड़े बड़े लण्ड अपनी बुर में पेलवा लेती थी और खूब मस्ती और बेशरमी से चुदवाती है। उधर फूफी जान का बेटा अपनी अम्मी के ऊपर ही चढ़ कर उसका भोसड़ा चोदने लगा। न बुर चोदी फूफी को शर्म और न मादर चोद बेटे को। फूफी भी ऐसे चुदवाने लगीं जैसे की वह उसका बेटा नही देवर हो ? सबके लण्ड बदल गए और सबकी चूत। एक नया जोश पैदा हो गया और चुदाई का मज़ा भी।
थोड़ी देर में एक एक करके लण्ड भी झड़ने लगे और चूत भी खलास होने लगी। चुदाई का पहला राउंड ख़तम हुआ तो सबने खूब बातें की और दूसरे राउंड में लोग यह सोंचने लगे की अब किस की बुर चोदी जाए और किसका लण्ड अपनी बुर में पेला जाए ?
दो दिन बाद मैं अपनी ससुराल चली गयी। मुझे मेरी नन्द ने बताया तो मुझे मालूम हुआ की वहां भी ऐसी ही चुदाई होती है जैसे मेरे माईके में होती है। उसने मुझसे कहा यहाँ सबके साथ चुदाई होती है और तुन्हे चुदवाना होगा। यहाँ सब भोसड़ी वाले नई दुल्हन को चोदने के लिए अपना अपना लण्ड खड़ा किये हुए घूम रहें हैं। तुम्हे एक एक करके सबके लण्ड अपनी चूत में डाल कर भून डालना होगा। मैं भी अपनी ससुराल से सबके लण्ड भून कर आ रही हूँ। हां मैंने अभी तक अपने ससुर का लण्ड नहीं चोदा इसलिए आज उसे यहाँ ले आई हूँ। मैं आज ही रात को सबके सामने उसका लण्ड चोदूँगी भाभी जान और तुम अपने ससुर का लण्ड चोदना। आज रात में होगी घमाशान चुदाई। एक बात सुन लो भाभी जान, मेरी अम्मी जान बुर चोदी बहुत बड़ी चुदक्कड़ औरत है। वह तो सबके सामने खुल्लम खुल्ला चुदवाती है। नन्द की बात सुनकर मेरा जोश दूना हो गया और मेरी चूत की आग बुरी तरह भड़क उठी।
रात को मैं मेरी सास, मेरी नन्द और मेरी जेठानी थी। साथ में मेरा ससुर, मेरी नन्द का ससुर, मेरा देवर और मेरा अब्बू जान। मेरी नन्द की नज़र तो उसके ससुर के लण्ड पर थी। मैंने सोंचा की मैं भी क्यों न अपने ससुर के लण्ड पर पहले हाथ मारूं। अगर मैं नहीं मारूंगी तो कोई और भोसड़ी वाली पकड़ ले जाएगी मेरे ससुर का लण्ड। इसलिए मैं अपने ससुर से चिपक गई। उसका हाथ जब मेरी चूँचियों पर आया तो मैं समझ गयी की अब तो उसका लौड़ा मेरा ही होगा। मेरी जेठानी तो मेरे देवर के पास जाकर उसके लण्ड पर हाथ रख कर दबाने लगीं। मेरी सास मेरे अब्बू जान की तरफ खसक गयी। अब्बू जान में उसके गाल चूमे और सास ने भी उसकी चुम्मी ली फिर उसका लण्ड टटोलने लगीं। धीरे धीरे सबके लण्ड खुलने लगे और सबकी चूँचियाँ बाहर दिखने लगी साथ में चूत भी सबकी सबके सामने खुलने लगी।
मेरी नन्द ने बड़ी बेशर्मी से अपने ससुर को नंगा कर दिया। उसका लण्ड पकड़ कर बोली हाय मेरे ससुर जी तेरा लण्ड तो बहन चोद बड़ा मोटा तगड़ा है। आज तो ये तेरी बहू की बुर फाड़ डालेगा। मैंने सुना है की अपने कुनबे में सबकी बेटी बहू चोदता है ? वह बोला मैं चोदता नहीं हूँ। मैं तो उसी को चोदता हूँ जो मेरा लण्ड पकड़ लेती है चाहे वो मेरी बेटी ही क्यों न हो ? मेरी बेटी ने भी मेरा लण्ड पकड़ा था तब फिर मैंने उसे सरे आम चोदा। कुनबे की लड़कियां आतीं रहती है और मेरा लण्ड पकड़ती रहती हैं। तब मैं भी उन्हें मस्ती से चोदता हूँ। आज तूने मेरा लण्ड पकड़ा है तो मैं तुझे खूब मजे से चोदूंगा। वह बोली तुम मुझे नहीं चोद पाओगे ससुर जी. मैं चोदूँगी तेरा लण्ड। आज मैं बैठूंगी तेरे लण्ड पे। नन्द की मस्त मस्त बातों से मेरी चुदास बढ़ गयी। मैंने भी अपने ससुर को नंगा किया और उसका लण्ड कई बार चूमा। उसके पेल्हड़ चूमें फिर लण्ड के सुपाड़े पर अपनी जबान घुमाने लगी। मैंने कहा ससुर जी तेरा लण्ड तो बड़ा सॉलिड है मादर चोद ? आज तू भी अपनी बहू की बुर चोदेगा। पहले ये बता कभी तूने अपनी बहू की नन्द की बुर चोदी है ?
उसने कहा हां चोदी है और कई बार चोदी है। देखो न आज वह अपने ससुर का लण्ड पी रही है। मैंने कहा मैं भी अपने ससिर का लण्ड पियूँगी। मैंने ऐसा बोल कर ससुर का लण्ड मुंह में भर लिया। मेरी सास नंगी नंगी मेरे अब्बू का लण्ड चूसने में जुट गयीं। मेरा देवर मेरी जेठानी के ऊपर चढ़ बैठा। उसके नंगे बदन पर अपना नंगा बदन रगड़ने लगा। कुछ देर बाद वह घूम गया और अपना लण्ड जेठानी के मुंह में घुसेड़ दिया और दूसरी तरफ अपना मुंह उसकी दोनों जाँघों के बीच घुसेड़ लिया। वह उसकी बुर चाटने लगा और जेठानी उसका लण्ड। सब एकदम नंगे थे। सबके लण्ड एक साथ देखने में बड़ा मज़ा आ रहा था और सबकी चूत चूँचियाँ भी देख कर बहुत मज़ा आ रहा था। ऐसा तो केवल हमारे समाज में ही होता है। तब तक मेरे अब्बू ने लण्ड मेरी सास के भोसड़ा में पेल दिया। वह चोदने लगा मेरी सास का भोसड़ा। मेरा ससुर मुझे धकाधक चोदने लगा और मेरी बुर चोदी नन्द भी अपने ससुर से अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। उधर मेरा देवर भी अब जेठानी की बुर में लण्ड पेल कर चोदने लगा। सबकी चूत का बाजा एक साथ बजने लगा।
सब की सब चुदवाते हुए कुछ न कुछ बोल रही थीं। हाय ससुर जी तेरा लण्ड बड़ा मोटा है मेरी तो चूत फटी जा रही है -- हां हां चोद डालो मेरी चूत। ये ससुरी चुदने के लिए ही है -- मुझे खूब कस कस के चोदो, पूरा लौड़ा पेल दो -- मैं आज तेरा लण्ड चोदूँगी, तेरे लण्ड का तेल निकाल लूंगी -- हाय दईया बड़ा अच्छा लग रहा है ऐसे ही चोदते जाओ जब तक की मेरी बुर चोदी हार न मान ले -- मेरी बुर भी चोदो, मेरी गांड भी चोदो -- मुझे पीछे से चोदो घोड़ी बना कर चोदो -- मेरी माँ चुद रही है भोसड़ी वाली, उसका भोसड़ा देखो न कितना मस्त है -- हाय रे तू मुझे भी चोदता है और मेरी बेटी भी चोदता है -- तेरे लण्ड की माँ का भोसड़ा बेटा -- तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा, बहू रानी -- आज मैं तेरी बिटिया की बुर चोद डालूंगी सासू जी -- मेरी माँ चोद रहे हो न ? चोदो -- मेरी बहू की बुर का भरता बना दो न -- मेरी नन्द की बुर सास का भोसड़ा चोदो - - तेरी माँ की बिटिया की चूत -- तेरे अब्बू की बहन का भोसड़ा ?
एक दिन मैं अपनी खाला जान के घर रुक गयी। रात में वहां भी मैंने सबको ज़मीन पर सोते हुए देखा और रात को सबको सबकी बुर चोदते हुए देखा। मैंने भी सभी मर्दों से चुदवाया और खूब एन्जॉय किया। तो दोस्तों ऐसे होती है हमारे कुनबे में हर रोज़ चुदाई।
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