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माँ और बेटियों में चुदाई का मुकाबला - Maa aur betiyon me chudne ka comptition
माँ और बेटियों में चुदाई का मुकाबला - Maa aur betiyon me chudne ka comptition , चुदाई की प्रतियोगिता , बेशर्म होती है माँ और बेटी , चुदती है चुद्वाती है चुदवाने के मजे लेती है, लंड चूसती है, चूचियां दबवाती है, दूध पिलाती है, गांड बुर चूत दिल खोलकर देती है.
जब से मेरी बेटियां बुर चोदी जवान हुई हैं तबसे वो जाने क्यों मुझसे लण्ड पकड़ने में, लण्ड चोदने में और लण्ड पीने में मुकाबला करने लगीं हैं। मैं एक लण्ड पकड़ती हूँ तो वो दो लण्ड पकड़ती हैं। मैं दो लण्ड चोदती हूँ तो वो तीन लण्ड चोदती हैं, मैं तीन लण्ड पीती हूँ तो वे चार लण्ड पीती हैं। इसमें उनकी कोई गलती नहीं है। मैंने ही उन्हें लण्ड पकड़ना लण्ड चोदना और लण्ड पीना सिखाया है। अब तो वो इतना सीख गईं हैं की मुझसे भी आगे निकल गयीं हैं। इसलिए अब मैं उनकी परवाह नहीं करती। अब उन्हें जवानी का मज़ा लूटना अच्छी तरह आ गया है। अब तो मैं कहती हूँ की अपनी माँ चुदायें मेरी बुर चोदी बेटियां ? इन बेटियों की माँ का भोसड़ा ? बेटियों की माँ की चूत ? इन बेटियों की माँ की गांड बहन चोद ?
एक दिन मैंने मजाक में बेटियों से कहा - तेरी बुर चोदी माँ की बेटियों की बुर ? तो बेटियों ने तुरंत जबाब दिया - तेरी बेटियों की माँ का भोसड़ा अम्मी जान ? मैं यह सुनकर बहुत खुश हुई।
वैसे मैं इनसे किसी भी मामले में कम नहीं हूँ। मेरी उम्र 45 साल की है और मैं पांच पांच लण्ड से एक साथ चुदवा सकती हूँ। ये क्या खा कर मेरा मुकाबला करेंगीं ?
अब तो इन दोनों की शादियां भी हो गईं हैं और तब से ये दोनों और बेशरम हो गईं हैं। अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलने में इन्हें कोई शर्म नहीं आती। तो फिर मुझे क्यों शर्म आये इन बुर चोदियों की बुर में लण्ड पेलने में ? बेशर्मी में भी ये मुझसे मुकाबला नहीं कर सकती। गालियां तो मैं ऐसी देती हूँ की एक ही मिनट में मैं इनकी बुर चीर के फेंक दूँगी और फाड़ डालूंगी इनकी माँ का भोसड़ा। इनकी गांड में घुसेड़ दूँगी गधे का लांड ? अगर इन्हें अपनी ससुराल के लण्ड पर फ़कर है तो मुझे भी अपनी ससुराल के लण्ड पर फ़कर है।
मेरा नाम है अफसाना खातून और मेरी बेटियों के नाम है अमीरा और सबीरा। ये दोनों 24 और 25 साल की हैं। इत्तिफाक से अगले दिन मेरा बर्थ डे था।
तब अमीरा और सबीरा दोनों ने कहा - अम्मी जान तेरा बर्थ डे तो अच्छी तरह से मनाया जायेगा।
मैंने पूंछा - तो क्या करोगी मेरी बर्थ डे पर ?
अमीरा तपाक से बोली - तेरा भोसड़ा चोदूँगी अम्मी जान और क्या ?
उधर से सबीरा भी बोली - लण्ड पेलूँगी तेरे भोसड़ा में अम्मी जान।
मैंने कहा - तुम लोग मेरे भोसड़ा के पीछे क्यों पड़ी हो ? अगर तुम मेरे भोसड़ा चोदोगी तो फिर तुम लोगों की चूत भी बच नहीं पायेगी। मैं चोदूँगी तुम दोनों की बुर।
अमीरा बोली - तो चोद लेना यार ? चूत बुर चोदी है ही चुदने के लिए। चुदेगी नहीं तो खायेगी क्या ?
मैंने कहा - लण्ड खायेगी और क्या ?
इतने में हम तीनो हंसने लगीं।
तब तक पीछे से किसी ने कहा - मैं भी पेलूँगी लण्ड तेरी चूत में खाला जान जैसे मैं अपनी अम्मी के भोसड़ी में पेलती हूँ।
मैंने कहा - लो अमीरा एक और आ गयी अपनी माँ का भोसड़ा चोदने वाली बुर चोदी।
फिर एक और आवाज़ सुनाई पड़ी - अरे यार मैं भी आ गई हूँ अपनी बिटिया की बुर चोदने ? और तेरी भी बिटियों की बुर चोदने अफ़साना ? अब तो तेरी बर्थ डे पर होगा चुदाई का हंगामा ? इससे यह ज़ाहिर हो गया की मेरी बहन भी अपनी बेटी के साथ चुदाई करती है। दोनों एक दूसरे की बुर चोदतीं हैं।
फिर क्या बर्थ डे मनाने की तैयारियां शुरू हों गयीं। मेरी बहन का नाम है रुखसाना और उसकी बेटी का नाम है सारा। मेरी बहन भी मेरी ही तरह है और उसकी बेटी मेरी बेटियों की तरह। मेरे दो दोस्त खालिद भाई और वाही भाई आ गए। मेरी बेटी अमीरा का शौहर ज़मीर और सबीरा का शौहर अल्ताफ भी आ गये। उधर मेरा बहनोई अजमल और सारा का शौहर शैफ अली भी आ गया। सब फैमिली वाले ही थे। जश्न शुरू हो गया। मैंने पहले केक काटा और फिर हैप्पी बर्थ डे का गाना हुआ और फिर केक मुंह में सबके लगाया भी गया और खाया भी गया। थोड़ा थोड़ा कपड़ों पर भी लगाया तो सबने कपड़े उतारना शुरू किया तो मैं बोली ठीक है अब कपड़े पहने की जरुरत नहीं है। तुम सब लोग कपड़े उतार कर नंगी हो जाओ और इन भोसड़ी वाले मर्दों को भी नंगा कर दो।,,,,,,,,,,
खुदा कसम मैंने इन मर्दों में से किसी का लण्ड नहीं देखा था। मेरी इच्छा हुई की मैं अभी सबका लण्ड पकड़ कर देखूं और अच्छी तरह देखूं। खास तौर से अपनी बेटियों के मियों के लण्ड। हमारे मुस्लिम समाज में हर औरत चाहती है की वह अपनी बेटी के मियां से चुदवाये। उसके लण्ड का पूरा मज़ा ले। अब मैं ऐसा चाहती हूँ तो क्या बुरा चाहती हूँ। अरे मैं तो अपनी बहन की बेटी के मियां का भी लौड़ा भी अपनी बुर में ठोंकना चाहती हूँ और माशा अल्ला ठोकूंगी भी। आज मैं दिखा दूँगी की मैं अपनी बेटियों से ज्यादा चुदक्कड़ हूँ। ,,,,,,
मेरी बेटियों के मियों के लण्ड अभी ताज़े हैं। चुदवाने में ज्यादा मज़ा आएगा तो मैंने अपना हाथ अमीरा के मियां ज़मीर की तरफ बढ़ा दिया और दूसरा हाथ सबीरा के मियां अल्ताफ की तरफ। मैंने एक एक करके दोनों लण्ड पजामा के बाहर निकाल लिया। वो भी उत्तेजित थे तो मेरी एक एक चूँची पकड़ कर मसलने लगे। मैं बिलकुल मादर चोद बिलकुल नंगी हो चुकी थी। तब मैंने देखा की अमीरा ने अपने खालू की तरफ हाथ बढ़ाया। मैं जान गयी की वह भोसड़ी वाली मेरे बहनोई से चुदवायेगी। अमीरा ने अपने कपड़े उतार कर उस का लौड़ा खोल कर बड़े प्यार से हिलाने लगी। मुझे उसका लौड़ा भी बहुत मस्त लगा। मैं भी दोनों लण्ड इधर बारी बारी से चाटने चूसने लगी। मैं मन ही मन खुश हो रही थी की मेरी बेटियों के मियों के लण्ड लगभग 8" के हैं और मोटा भी हैं . अ बेटी के मुझे यह दिखाना था की मैं अमीरा से ज्यादा अच्छी तरह चुदवा लेती हूँ।
मेरी बेटी सबीरा ने रुखसाना की बेटी सारा के मियां के मियां शैफ अली का लण्ड खोल कर बाहर निकाल लिया और उसे चूमने लगी। शैफ का लण्ड माशा अल्ला बड़ा जबरदस्त था। मेरा दिल उस पर आ गया। तब तक रुखसाना ने खालिद का लौड़ा अपने कब्जे में किया। आज पहली बार मैंने खालिद का लौड़ा देखा। उसके सामने ही बुर चोदी सारा वाही का लौड़ा नंगी नंगी चूसने चाटने लगी। इस तरह सबके हाथ के एक एक नया लण्ड आ गया जबकि मेरे दोनों हाथ में लण्ड था। किसी के बदन पर कोई कपड़ा नहीं था। मरद सभी नंगे थे और हम लोग भी सब नंगी थीं। मैं अपने बेटियॉं के हाथ में पराये मरद का लण्ड दख कर फूली नहीं समा रही थी। मेरी बेटियां जवानी का मज़ा लूट रही है इसस बढ़कर मेरे लिए ख़ुशी की बात और क्या हो सकती थी। उनके साथ मैं लण्ड का मज़ा ले रही थी।
मैं दोनों बेटियों के मियों का लण्ड चूसने लगीं। मैंने देखा की सभी अपने अपने हाथ का लण्ड चूस रहीं हैं। आज बर्थ डे का जश्न अच्छी मनाया जा रहा है। फिर कुछ देर बाद मैंने कहा - बेटा ज़मीर, अब तुम अपनी बीवी की माँ चोदो। अपनी बीवी की माँ का भोसड़ा चोदो। उसने भी देर नहीं लगाई और घुसा दिया एकदम से अपना लण्ड मेरी चूत में। मैं तो मस्त जवान थी ही। मेरी चूत बुर चोदी मुझसे ज्यादा जवान थी। मेरा दामाद भी मुझे अपनी बीवी समझ कर भकाभक चोदने लेगा। मैं रब तक आशिफ अली का लौड़ा अपने मुंह में डाले हुए थी। मेरी बड़ी बेटी अमीरा भोसड़ी वाली मेरे बहनोई अजमल से चुदवाने में जुट गयी और छोटी बेटी सबीरा सारा के मियां का लौड़ा पूरा अपनी बुर में घुसा चुकी थी। वह बोली है सारा देख माँ की लौड़ी कैसे तेरा मरद मेरी बुर चोद रहा है। आज इसके लण्ड का भरता बना दूँगी मैं। रुखसाना मेरी बाहन हरामजादी खालिद का लौड़ा पूरा पेले हुए एक रंडी की तरह चुदवाने थी। उसकी बेटी सारा वाही का लौड़ा हकुसेड़े हुए उसी के सामने चुदवा रही थी। न बुर चोदी माँ को कोई शर्म और न बुर चोदी बेटी को।
चुदाई में जब मस्ती चढ़ती है तो फिर मुंह से बड़ी मजेदार बातें निकलतीं हैं। मेरी बेटी अमीरा बोली - तेरा भोसड़ा, तेरी बहन का भोसड़ा अम्मी जान। तू भी बहन चोद बड़ी बेशर्म है और तेरी बहन भी। तब तक सबीरा बोली - तेरी बहन की बिटिया की बुर अम्मी जान। तू तो मेरे मियां से ऐसे चुदवा रही है जैसे वह तेरा मियां हो। लौड़ा मेरे मियां का है और मज़ा ले रही है तू, भोसड़ी वाली ? तेरे मियां की बहन का भोसड़ा अम्मी जाना। उधर रुखसाना बोली - बेटी सारा तेरी बुर चोदी माँ की बिटिया की बुर ? तेरी माँ भोसड़ी वाली एकदम रंडी है रंडी। सारा ने जबाब दिया - तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा अम्मी जान। तेरी बेटी भी ससुरी रंडी की ही औलाद है। पता नहीं इसकी माँ को किसने चोदा ? इसकी चूत में तो किसी दिन गधे का लण्ड पेल दूँगी मैं। इसी तरह की मस्तानी गन्दी गन्दी बातें करती हुई हम सब बीवियां झमाझम चुदवा रहीं थीं. मज़ा लूट रहीं थी।
कुछ और भी अच्छी बातें निकल रहीं थी महफ़िल में। हाय अल्लाह फाड़ डालो मेरी बुर। फाड़ डालो मेरी माँ का भोसड़ा। चीथड़े उड़ा दो मेरी बिटिया के बुर के यार। इन बेशर्म बेटियों की चोद डालो बुर . वाओ बड़ा तगड़ा लौड़ा है तेरा यार। मेरी चूत का बाजा अच्छी तरह बजा रहे हो मेरे राजा। और चोदो ऐसे ही चोदे जाओ। अपनी बीवी समझ के चोदो मुझे। चीर डालो मेरी बुर। मेरी गांड में भी ठोंक दो लौड़ा। तू भोसड़ी का इसी तरह अपनी बिटिया की बुर लेता है न ? कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है तूने ? वाह क्या बात है ? बड़ा मज़ा आ रहा है । तू तो बहुत अच्छी तरह बर चोद लेता है। हाय राजा तेरा लण्ड बिलकुल मेरे अब्बा के लण्ड से मिलता है। वह भी साला इसी तरह चोदता है। मुझे अब पीछे से चोदो। मैं अभी तेरे लण्ड पे बैठूंगी। अब तो मैं तेरी चूँचियाँ चोदूंगा। तेरे लण्ड की माँ की चूत। हाय रे कितना मज़ा आ रहा है। आज लगता है की कोई मरद चोद रहा है मुझे। आज मेरी नहीं मेरी की माँ चूत चुद रही है बहन चोद।
औरतों की नज़र सबके लण्ड पर थी और मर्दों की निगाह सबकी चूत और चूँचियों पर थी। वे यह भी देख आ रही
सबके लण्ड बदल गए तो मज़ा भी अलग तरह का आने लगा। यही मज़ा है एक साथ मिलकर सबसे चुदवाने का ? अपनी चूत का बाजा बजवाओ और सबकी चूत का बाजा बजते हुए देखो।
एक दिन मैं अपनी एक दोस्त वहीदा के घर गयी। उसने मुझे बड़ी देर तक बैठा लिया और खूब जम कर दारू पिलाई।
- बातों ही बातों में उसने कहा यार अफ़साना, आजकल की बेटियां बड़ी चालू हो गयीं हैं।
- मैंने कहा हां तू बिलकुल सही कह रही है। चालू ही नहीं बड़ी बेशरम भी हो गयीं हैं। पर मैं भी कुछ कम नहीं हूँ।
- अरे हां यार वो मुझसे मुकाबला करने लगी हैं वह भी चुदाई में ?
- हां यार मेरी भी बेटियां मुझसे चुदाई में मुकाबला करती हैं लेकिन मैं भी कम नहीं हूँ और कहती हूँ की आ जा और कर ले मुकाबला। देखती हूँ की कौन कितने लण्ड एक बार में अपनी चूत में ले पेल लेती है?
- अरे यार मेरी बेटी तो सीधे सीधे लण्ड मेरे भोसड़ा में घुसा देती है। रोज़ एक नया लण्ड पेलती है मेरी बेटी मेरी चूत में।
- अच्छा ? मेरी बेटी भी मेरा भोसड़ा चोदती है तो मैं भी उसकी बुर चोदती हूँ । बड़े बड़े लण्ड घुसा देती हूँ उन दोनों की चूत में।
०=०=०=०=०=समाप्त
Tags: माँ और बेटियों में चुदाई का मुकाबला - Maa aur betiyon me chudne ka comptition , चुदाई की प्रतियोगिता , बेशर्म होती है माँ और बेटी , चुदती है चुद्वाती है चुदवाने के मजे लेती है, लंड चूसती है, चूचियां दबवाती है, दूध पिलाती है, गांड बुर चूत दिल खोलकर देती है.
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