Home
» Top-Hindi-Sex-kahani-XXX-Porn-Stories-in-Hindi
» अपने चाचा की दुल्हन बन गई और पिता की भाभी - Ghar ki sex story
अपने चाचा की दुल्हन बन गई और पिता की भाभी - Ghar ki sex story
अपने चाचा की दुल्हन बन गई और पिता की भाभी - Ghar ki sex story , चाचा ने चोदा , पिता से चुदवाया , बाप ने बेटी को पेला , बाप बेटी के सेक्स की रोमांटिक पोर्न stories.
मेरा चचा जान मेरे अब्बू जान का बड़ा भाई है. वह तो बस एक ही दिन बड़ा है। इत्तिफाक से उसने अपनी बीवी को तलाक दे दिया और कुछ दिन तक बिना बीवी के रहा मगर उसका मन बिना बीवी के लग नहीं रहा था। वह चाहता था की उसकी अपनी बीवी हो जो उसका ख्याल रखें। एक दिन उसकी नज़र मुझ पर पड़ गयी तो उसने अपना मशविरा मेरी अम्मी जान को दे दिया और कहा की मैं तेरी बेटी रेहाना से निकाह करना चाहता हूँ। मैं उस समय 24 साल की थी। खूब खाई खेली हुई थी। खूब चुदी हुई थी। दर्जनों लण्ड का मज़ा ले चुकी थी।
उसके पास धन दौलत बहुत थी। अम्मी जान को लालच आ गया। अम्मी जान ने खुल कर पूंछा अच्छा अगर मेरी बेटी किसी और से चुदवाना चाहे तो ,,,,,,,,,,,,,,,? वह बोला मेरी जब इच्छा होगी तब मैं उसे चोदूंगा वह मुझे मना नहीं कर सकती बाकी वह किसी से भी चुदवाये, दिन रात चुदवाये, मेरे सामने चुदवाये, इससे मुझे कोई फरक नहीं पड़ता ? मेरी अम्मी जान ने कहा बेटी ये बात तो अच्छी है। दौलत भी खूब मिलेगी और लण्ड भी खूब मिलेगें तो अम्मी जान मान गईं और अब्बू जान भी। बस मेरा निकाह उसके साथ हो गया और मैं बन गयी अपने अब्बू जान की भाभी। मेरी अम्मी बुर चोदी बन गई मेरी देवरानी ?
मेरी सुहागरात हुई तो मैं सोंच रही थी की पता नहीं की इसका लौड़ा कैसा होगा ? क्योंकि मैं कुनबे के सबके लण्ड ले चुकी थी बस इसी का नहीं लिया था क्योंकि ये दुबई में रहता है। मैं सोंचने लगी की कितना बड़ा होगा और कितना मोटा होगा इसका लण्ड । अब्बू के लण्ड से बड़ा होगा की छोटा, मोटा होगा की पतला ? ठीक से चोद पायेगा की नहीं ? पर जब वह मेरे कमरे में आया तो बड़ा हैंडसम दिख रहा था। सबसे पहले उसने मेरा घूंघट उठाया मुझे देखा और मेरी खूबसूरती की तारीफ की। फिर उसने मुझे गिफ्ट में 5 लाख रुपये दिया और कहा लो मेरी जान ये तेरा गिफ्ट है। मैं तो इतने सारे रुपये पाकर बहुत खुश हुई और फिर रात भर उसे खुश करने के लिए पूरी ताकत लगा दी। उसे नंगा किया उसने मुझे नंगी किया।
फिर मैंने उसका लौड़ा पकड़ा और बड़े प्यार से हिलाया उसे चूमा चाटा मुंह में डाला और खूब मस्ती की। लौड़ा साला वाकई बड़ा मस्त और मोटा तगड़ा था। हमारे समाज का रिवाज़ देखिये जो मेरा चचा जान था आज वह मेरा शौहर बन गया। मैंने रात में उससे तीन बार चुदवाया और खूब एन्जॉय किया। दूसरे दिन उसने खुद कहा बीवी जान आज तुम मेरे एक पक्के दोस्त से चुदवा लो। मैंने इससे वादा किया था की मेरी शादी के बाद तुम मेरी बीवी चोद लेना क्योंकि आज मैं तेरी बीवी चोद रहा हूँ। मैं यह सुनकर मस्त हो गई। मैंने मन में कहा अब तो मुझे अपने मियां के दोस्तों से चुदवाने का रास्ता साफ़ हो गया और मुझे यह भी पता चल गया की मेरे शौहर को अपनी बीवी चुदवाने का शौक है। अब मुझे लण्ड की कमी महसूस नहीं होगी। उसके दोस्त का लण्ड उसके भी लण्ड से मोटा था। मुझे उससे चुदवाने में बड़ा मज़ा आया। मज़ा और इसलिए आया की मैं अपने शौहर के आगे ही उससे चुदवा रही थी।
मैं जब माईके आयी तो अम्मी जान से खूब हंसी मजाक करने लगी। मैं अब्बू जान से भी खुल कर बोलने लगी। अब्बू मेरा देवर था तो मैं उसी तरह बातें करने लगी, हंसी मजाक करने लगी और प्यारी प्यारी गालियां भी सुनाने लगी। एक दिन रात में बिस्तर पर लेटे लेटे मैंने कहा बेटी चोद अब्बू तू मेरा देवर है और तेरा लौड़ा भी मेरा देवर है बहन चोद ? तेरी बहन का भोसड़ा। तेरी हरामजादी बेटी की चूत ? तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा ? वह मुझे देख कर मुस्कराने लगा और बोला हाय मेरी भाभी जान आज तो तू बहुत खूबसूरत लग रही है। आज तुझे चोदने में मुझे बड़ा अच्छा लगेगा। आज मैं पहली बार अपने बड़े भाई जान की बीवी चोदूंगा।
मैंने कहा - तो फिर ले चोद ले मेरी बुर, देवर राजा, फिर मैं चोदूँगी तेरा लण्ड।
वह भी बोला - तू भी मेरा लण्ड पी ले भाभी जान, फिर मैं चोदूंगा तेरी बुर।
मैं एक बात आपको बता दूँ की मेरे शौहर की पहली बीवी से एक बेटा था जिसका नाम है वाहिद। वह अब मेरी उम्र का है पर रिश्ते में मेरा बेटा लगता है। वह भी आ गया। वह मुझसे बड़ी गर्मी जोशी से मिला। मैं उसकी नई अम्मी हूँ पर मैं उसके लण्ड का दीदार के लिए तड़प उठी। मैंने देखा की की यहाँ तो असली अम्मी अपने जवान बेटे का लण्ड पकड़ लेतीं हैं। मैं तो उसकी सौतेली माँ हूँ मैं क्यों न पकड़ूँ उसका लण्ड ? मैंने उसे पास बैठाया और बातें करने लगी। वह बोला हां रेहाना अम्मी तुम रिश्ते में मेरी अम्मी हो पर तुम हो बहुत खूबसूरत और हॉट ? अम्मी न होती तो मैं ,,,,,,,,,,,,,,,? मैंने कहा अरे यार आजकल तो मरद अपनी अम्मी को भी नहीं छोड़ते। हमारे समाज में सब होता है यार। ऐसा कह कर मैंने उसकी जांघ पर हाथ रख दिया और धीरे से उसके पजामा का नाडा खोलने लगी। उसका लौड़ा अंदर से उछाल मारने लगा। मैं समझ गयी की लौड़ा एकदम तैयार है। मैंने अपना हाथ घुसेड़ दिया तो वह लण्ड से टकरा गया. मैं बोली हाय अल्लाह तेरा तो लौड़ा साला घोड़े का लौड़ा लग रहा है। मैंने उसे नंगा किया और लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
मुझे नहीं मालूम था की मेरी तमन्ना इतनी जल्दी पूरी हो जाएगी। उसने मेरी चूँचियाँ दबायीं तो मैंने भी बेशर्मी से अपने सारे कपड़े उतार दिया। वह मुझे एकदम नंगी देख कर जोश में आ गया और मुझे अपने नंगे बदन से चिपका लिया। मेरी नज़र उसके लण्ड पर थी और उसकी नज़र मेरी चूँची और चूत पर थी। वह बोला अम्मी जान तुम मुझे बहुत मस्त लग रही हो। मैंने मजाक करते हुए कहा तेरी माँ की चूत बहन चोद। मैं तेरी माँ नहीं बल्कि रिश्ते में माँ हूँ। एक रिश्ते से तू मेरा भाई जान है यार और भाई जान के लण्ड पर बैठना कोई गुनाह नहीं है बल्कि इसे हमारे समज में अच्छा माना जाता है।
मैंने उसका लौड़ा मुंह में डाल कर चूसने लगी। इतने में मेरी अम्मी आतिफ़ा आ गयी. उसने मुझे लण्ड चूसते हुए देख लिया तो बोली - हाय दईया, बड़ा मोटा लण्ड है तेरे बेटे का लण्ड मेरी जेठानी जी। आज तो तेरा बेटा तेरी बुर लेगा ? मैंने भी उसी लहज़े में कहा - हाय मेरी बुर चोदी देवरानी आज तो मेरा बेटा तेरी भी बुर लेगा ? आज रात भर इसका लण्ड हमारी खिदमद में रहेगा ? बस मेरी अम्मी ने हाथ बढ़ाकर लण्ड पकड़ लिया और उसे चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखने लगीं।
वह भी मेरी तरह नंगी हो गईं। वाहिद उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ और मस्त भोसड़ा देख कर पागल हो गया। उसका लौड़ा बहुत ज्यादा सख्त हो गया। अब हम दोनों माँ बेटी उसका लण्ड चाटने में जुट गईं तभी आपस में कुछ मजाक होने लगी।
रात को जब सोने का टाइम आया तो मैं सबसे पहले बिस्तर पर पहुँच गई फिर मेरी अम्मी जान और भाभी जान भी। उधर से मेरी खाला जान की बेटी हया भी आ गयी और उसके साथ उसका बाप यानी मेरा खालू भी था। मेरा अब्बू भाई जान भी उसके पीछे से आ गए और बाद में वाहिद भी पहुँच गया। अब महफ़िल जम गयी। बात चीत हंसी मजाक करते करते रात के 10 बज गए। अम्मी जान से सबसे पहले वाहिद पर हाथ मारा। उसका लौड़ा ऊपर से ही धीरे धीरे सहलाने लगीं। वह भी अम्मी की चूँचियाँ ऊपर से ही दबाने लगा। हम सब उन दोनों की हरकतें देख रहीं थीं। इधर मेरा मन अब्बू के लण्ड पर अटका हुआ था। वह आज लुंगी पहन कर आया था। मैंने उसकी जांघ पर हाथ रखा और कहा आज तुम बड़े हॉट लग रहे हो मेरे देवर राजा ? लगता है की आज तुम अपनी भाभी पर चढ़ी करोगे। उसने मुझे अपने बदन से चिपका लिया और बोला हां मेरी भाभी जान आज मैं तुझे नहीं छोडूंगा। आज तो मैं तेरे नंगे जिस्म का पूरा मज़ा लूंगा। मुझे ज़िन्दगी में पहली बार इतनी मस्त जवान और खूबसूरत भाभी मिली है।
मैं उसकी बातों में खो गई। उसकी नंगी छाती से चिपक गई और इसी बीच उसकी लुंगी खोल कर फेंक दी। लण्ड तन कर खड़ा हुआ था। वह मेरे नंगे बदन से टकराने लगा। कभी मेरी कमर से, कभी मेरी जाँघों से, कभी मेरे पेट से, कभी पेट की नाभी से, कभी हाथों से उसका लण्ड टकराने लगा। फिर लौड़ा साला ऊपर चढ़ आया और मेरी चूँचियों पर चढ़ाई कर दी। मेरे निपल्स से लड़ाई करने लगा। उसका सुपाड़ा मेरे निपल्स से भिड़ गया। फिर वह मेरी गर्दन पर घूमने लगा और होठों तक आ गया लण्ड। मैंने प्यार से लण्ड की चुम्मी ली। कई बार चुम्मी ली और फिर वह मेरी नाक पर चढ़ बैठा। मेरी आँखों पर घूमने लगा लण्ड ? लण्ड की यह शैर मुझे हर पल उत्तेजित कर रही थी। मैंने कहा मेरे देवर राजा तेरा लण्ड तो मेरे बदन पर एक नाग की तरह शैर कर रहा है। इतना प्यारा लण्ड आज मैं पहली बार देख रही हूँ। उधर उसका हाथ और हाथ की उंगलियां मेरी चूत पर दौड़ लगा रहीं थीं। मेरी छोटी छोटी झाटों पर चहल कदमी कर रहीं थीं।
बगल से अम्मी की आवाज़ आयी बेटा वाहिद पूरा लण्ड पेल दे मेरे भोसड़ा में ? मैं तेरी बुर चोदी नयी माँ की माँ भी हूँ और देवरानी भी। मुझे खूब अच्छी तरह चोदो। तेरा लौड़ा बड़ा दमदार है यार ? इधर मैं अब्बू का लण्ड मुंह में लेकर चाटने चूसने लगी। मैंने कहा भोसड़ी के देवर तू अपनी भाभी की बुर चाट ले। मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी और झुक कर उसका लौड़ा पीने लगी। अब्बू मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लण्ड। क्या करूँ हमारा रिस्ता ही ऐसा था । तब मैंने देखा की मेरी भाभी जान नंगी नंगी मेरे खालू का लौड़ा चूस रहीं है। खालू उसकी बुर चाट रहा है। खाला की बेटी ने मेरे भाई जान का लौड़ा पकड़ा रखा है और वह लण्ड का सुपाड़ा बिल्कुल आम की गुठली की तरह बार बार मुंह से निकाल निकाल कर चूस रही है। भाई जान उसकी चूँचियाँ दबा रहा है और दूसरे हाथ से उसकी बुर सहला रहा है। पूरा घर इस मस्ती में डूबा हुआ था। चार चार लण्ड, चार चार चूत, चार चार गांड और आठ आठ चूँचियाँ नंगी रहीं थीं।
मैं बहुत चुदासी हो चुकी थी अब एक मिनट भी बर्दास्त नहीं हो रहा था। मैंने कहा देवर जी अब तो लौड़ा पेल दो
मेरी चूत में और चोद डालो मेरी बुर चोदी चूत। उसने मेरी दोनों टांगें अपनी तरफ घसीटीं और चूत के ऊपर लण्ड कई बार रगड़ा। लण्ड भी गीला था और चूत भी गीली। फिर क्या सरसराता हुआ लण्ड अपने आप ही अंदर घुस गया और दूर तक पहुँच गया। मैंने कहा हाय अल्लाह तेरा इतना बड़ा लौड़ा क्या मुंह से निकल आएगा भोसड़ी के देवर राजा ? उसने 8 / 10 बार आग पीछे किया तो लौड़ा आसानी से अंदर बाहर होने लगा। अब्बू फिर मस्ती से चोदने लगा मेरी बुर। मेरे सामने वाहिद मेरी माँ का भोसड़ा चोदने में जुटा था और मेरा भाई जान भी खाला की बेटी की बुर लेने में पूरी ताकत लगा रहा था। खालू भोसड़ी का मेरी भाभी की चूत चोद चोद कर मज़ा लूट रहा था।
हम चारों की चूत का बाजा एक साथ बजने लगा। चारों मरद धकापेल बुर चोदे चले जा रहे थे। किसी को होश नहीं था की किसकी चूत कैसे चुद रही है। मैं अपनी बुर चोदी देवरानी की चुदती हुई बुर देख कर मज़ा ले रही थी। अपनी भाभी की चुदती हुई बुर देख कर खुश हो रही थी।
मैंने कहा - अरे मेरी भाभी जान अब तो तू बुर चोदी मेरी बहू है। आज मेरे सामने मेरी बहू की बुर चुद रही है। खुदा करे की ऐसी ही रोज़ चुदा करे। भाभी भी मूड में थी।
वह बोली - हां मेरी भोसड़ी की सास तेरी जेठानी की बिटिया की बुर। तेरी माँ का भोसड़ा। आज मुझे जितना मज़ा चुदवाने में आ रहा है उतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। अब तू संभल जा मैं तेरी गांड में ठोकूंगी लण्ड ।
भाभी की मस्त मस्त बातें सुनकर सबको मज़ा आया और खालू ने उसकी बुर चोदने की स्पीड बढ़ा दी। खाला जान की बेटी तो भाई जान से ऐसे चुदवा रही थी जैसे की वह एक मंजी हुई रंडी है। उसे अपने बाप के सामने चुदवाने में कोई शर्म नहीं थी। ऐसी होतीं है आजकल की बेटियां ? मैंने पूंछा तो वह बोली अरे यार बाप साला खुद अपनी बेटी के आगे नंगा खड़ा हो जाता है। अपना लण्ड उसे पकड़ा देता है तो फिर बेटी उसका फायदा क्यों न उठाये ? बाप के लण्ड से क्यों न चुदवाये। मेरी साड़ी सहेलियां अपने बाप का लण्ड पीतीं हैं और खूब झमाझम चुदवाती हैं। कई बार तो मेरी आँखों के सामने चुदवाया है और मुझे भी उनके लण्ड पकड़ायें हैं । आजकल सब कुछ होता है यार ? बेटी बाप से चुदवाती है और माँ अपने बेटे से ? चुदाई में सब जायज़ है हमारे समाज में ? बाप की बहन का भोसड़ा ?
उसकी बातें सुनकर सबको अच्छा लगा. माहौल और गरमा उठा। खालू को अपनी बेटी की बाते सुनकर जोश आ गया। उसने लण्ड भाभी की बुर से निकाला और अपनी बेटी की बुर में घुसा दिया। उसने भी पूरा का पूरा लौड़ा अपनी चूत में घुसेड़वा लिया और मस्त होकर चुदवाने लगी। खालू को भी अपनी बेटी की बुर चोदने में मज़ा आने लगा। धच्च धच्च फच्च फच्च की आवाज़ आने लगी।
तभी भाई जान ने लण्ड अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया। फिर क्या अम्मी का यानी मेरी देवरानी का चुदने लगा भोसड़ा। मैं सोंचने लगी की अभी जो बात हया कह रही थी वह बिलकुल सच साबित हो गयी। बेटा अपने माँ चोदने लगा और खुद हया अपने बाप से चुदवाने लगी। उधर अब्बू ने लण्ड अपनी बहू की चूत में पेल दिया। वह बड़े मजे से भाभी की बुर लेने लगा। वाह क्या सीन था चुदाई का। चुदाई वाकई ऐसी ही होनी चाहिए जिसमे कोई शर्म न हो और कोई झिझक न हो। एकदम बिंदास सबकी बुर चोदो और सबका लण्ड पेलवाओ ? यही है लण्ड और चूत का असली खेल। तब तक वाहिद ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और बोला रेशमा तुम मेरी नई अम्मी हो और नयी अम्मी को चोदने में बड़ा मज़ा आता है। नई अम्मी की बुर ज्यादा मज़ा देती है।
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
Tags: अपने चाचा की दुल्हन बन गई और पिता की भाभी - Ghar ki sex story , चाचा ने चोदा , पिता से चुदवाया , बाप ने बेटी को पेला , बाप बेटी के सेक्स की रोमांटिक पोर्न stories.
मेरा चचा जान मेरे अब्बू जान का बड़ा भाई है. वह तो बस एक ही दिन बड़ा है। इत्तिफाक से उसने अपनी बीवी को तलाक दे दिया और कुछ दिन तक बिना बीवी के रहा मगर उसका मन बिना बीवी के लग नहीं रहा था। वह चाहता था की उसकी अपनी बीवी हो जो उसका ख्याल रखें। एक दिन उसकी नज़र मुझ पर पड़ गयी तो उसने अपना मशविरा मेरी अम्मी जान को दे दिया और कहा की मैं तेरी बेटी रेहाना से निकाह करना चाहता हूँ। मैं उस समय 24 साल की थी। खूब खाई खेली हुई थी। खूब चुदी हुई थी। दर्जनों लण्ड का मज़ा ले चुकी थी।
उसके पास धन दौलत बहुत थी। अम्मी जान को लालच आ गया। अम्मी जान ने खुल कर पूंछा अच्छा अगर मेरी बेटी किसी और से चुदवाना चाहे तो ,,,,,,,,,,,,,,,? वह बोला मेरी जब इच्छा होगी तब मैं उसे चोदूंगा वह मुझे मना नहीं कर सकती बाकी वह किसी से भी चुदवाये, दिन रात चुदवाये, मेरे सामने चुदवाये, इससे मुझे कोई फरक नहीं पड़ता ? मेरी अम्मी जान ने कहा बेटी ये बात तो अच्छी है। दौलत भी खूब मिलेगी और लण्ड भी खूब मिलेगें तो अम्मी जान मान गईं और अब्बू जान भी। बस मेरा निकाह उसके साथ हो गया और मैं बन गयी अपने अब्बू जान की भाभी। मेरी अम्मी बुर चोदी बन गई मेरी देवरानी ?
मेरी सुहागरात हुई तो मैं सोंच रही थी की पता नहीं की इसका लौड़ा कैसा होगा ? क्योंकि मैं कुनबे के सबके लण्ड ले चुकी थी बस इसी का नहीं लिया था क्योंकि ये दुबई में रहता है। मैं सोंचने लगी की कितना बड़ा होगा और कितना मोटा होगा इसका लण्ड । अब्बू के लण्ड से बड़ा होगा की छोटा, मोटा होगा की पतला ? ठीक से चोद पायेगा की नहीं ? पर जब वह मेरे कमरे में आया तो बड़ा हैंडसम दिख रहा था। सबसे पहले उसने मेरा घूंघट उठाया मुझे देखा और मेरी खूबसूरती की तारीफ की। फिर उसने मुझे गिफ्ट में 5 लाख रुपये दिया और कहा लो मेरी जान ये तेरा गिफ्ट है। मैं तो इतने सारे रुपये पाकर बहुत खुश हुई और फिर रात भर उसे खुश करने के लिए पूरी ताकत लगा दी। उसे नंगा किया उसने मुझे नंगी किया।
फिर मैंने उसका लौड़ा पकड़ा और बड़े प्यार से हिलाया उसे चूमा चाटा मुंह में डाला और खूब मस्ती की। लौड़ा साला वाकई बड़ा मस्त और मोटा तगड़ा था। हमारे समाज का रिवाज़ देखिये जो मेरा चचा जान था आज वह मेरा शौहर बन गया। मैंने रात में उससे तीन बार चुदवाया और खूब एन्जॉय किया। दूसरे दिन उसने खुद कहा बीवी जान आज तुम मेरे एक पक्के दोस्त से चुदवा लो। मैंने इससे वादा किया था की मेरी शादी के बाद तुम मेरी बीवी चोद लेना क्योंकि आज मैं तेरी बीवी चोद रहा हूँ। मैं यह सुनकर मस्त हो गई। मैंने मन में कहा अब तो मुझे अपने मियां के दोस्तों से चुदवाने का रास्ता साफ़ हो गया और मुझे यह भी पता चल गया की मेरे शौहर को अपनी बीवी चुदवाने का शौक है। अब मुझे लण्ड की कमी महसूस नहीं होगी। उसके दोस्त का लण्ड उसके भी लण्ड से मोटा था। मुझे उससे चुदवाने में बड़ा मज़ा आया। मज़ा और इसलिए आया की मैं अपने शौहर के आगे ही उससे चुदवा रही थी।
मैं जब माईके आयी तो अम्मी जान से खूब हंसी मजाक करने लगी। मैं अब्बू जान से भी खुल कर बोलने लगी। अब्बू मेरा देवर था तो मैं उसी तरह बातें करने लगी, हंसी मजाक करने लगी और प्यारी प्यारी गालियां भी सुनाने लगी। एक दिन रात में बिस्तर पर लेटे लेटे मैंने कहा बेटी चोद अब्बू तू मेरा देवर है और तेरा लौड़ा भी मेरा देवर है बहन चोद ? तेरी बहन का भोसड़ा। तेरी हरामजादी बेटी की चूत ? तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा ? वह मुझे देख कर मुस्कराने लगा और बोला हाय मेरी भाभी जान आज तो तू बहुत खूबसूरत लग रही है। आज तुझे चोदने में मुझे बड़ा अच्छा लगेगा। आज मैं पहली बार अपने बड़े भाई जान की बीवी चोदूंगा।
मैंने कहा - तो फिर ले चोद ले मेरी बुर, देवर राजा, फिर मैं चोदूँगी तेरा लण्ड।
वह भी बोला - तू भी मेरा लण्ड पी ले भाभी जान, फिर मैं चोदूंगा तेरी बुर।
मैं एक बात आपको बता दूँ की मेरे शौहर की पहली बीवी से एक बेटा था जिसका नाम है वाहिद। वह अब मेरी उम्र का है पर रिश्ते में मेरा बेटा लगता है। वह भी आ गया। वह मुझसे बड़ी गर्मी जोशी से मिला। मैं उसकी नई अम्मी हूँ पर मैं उसके लण्ड का दीदार के लिए तड़प उठी। मैंने देखा की की यहाँ तो असली अम्मी अपने जवान बेटे का लण्ड पकड़ लेतीं हैं। मैं तो उसकी सौतेली माँ हूँ मैं क्यों न पकड़ूँ उसका लण्ड ? मैंने उसे पास बैठाया और बातें करने लगी। वह बोला हां रेहाना अम्मी तुम रिश्ते में मेरी अम्मी हो पर तुम हो बहुत खूबसूरत और हॉट ? अम्मी न होती तो मैं ,,,,,,,,,,,,,,,? मैंने कहा अरे यार आजकल तो मरद अपनी अम्मी को भी नहीं छोड़ते। हमारे समाज में सब होता है यार। ऐसा कह कर मैंने उसकी जांघ पर हाथ रख दिया और धीरे से उसके पजामा का नाडा खोलने लगी। उसका लौड़ा अंदर से उछाल मारने लगा। मैं समझ गयी की लौड़ा एकदम तैयार है। मैंने अपना हाथ घुसेड़ दिया तो वह लण्ड से टकरा गया. मैं बोली हाय अल्लाह तेरा तो लौड़ा साला घोड़े का लौड़ा लग रहा है। मैंने उसे नंगा किया और लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
मुझे नहीं मालूम था की मेरी तमन्ना इतनी जल्दी पूरी हो जाएगी। उसने मेरी चूँचियाँ दबायीं तो मैंने भी बेशर्मी से अपने सारे कपड़े उतार दिया। वह मुझे एकदम नंगी देख कर जोश में आ गया और मुझे अपने नंगे बदन से चिपका लिया। मेरी नज़र उसके लण्ड पर थी और उसकी नज़र मेरी चूँची और चूत पर थी। वह बोला अम्मी जान तुम मुझे बहुत मस्त लग रही हो। मैंने मजाक करते हुए कहा तेरी माँ की चूत बहन चोद। मैं तेरी माँ नहीं बल्कि रिश्ते में माँ हूँ। एक रिश्ते से तू मेरा भाई जान है यार और भाई जान के लण्ड पर बैठना कोई गुनाह नहीं है बल्कि इसे हमारे समज में अच्छा माना जाता है।
मैंने उसका लौड़ा मुंह में डाल कर चूसने लगी। इतने में मेरी अम्मी आतिफ़ा आ गयी. उसने मुझे लण्ड चूसते हुए देख लिया तो बोली - हाय दईया, बड़ा मोटा लण्ड है तेरे बेटे का लण्ड मेरी जेठानी जी। आज तो तेरा बेटा तेरी बुर लेगा ? मैंने भी उसी लहज़े में कहा - हाय मेरी बुर चोदी देवरानी आज तो मेरा बेटा तेरी भी बुर लेगा ? आज रात भर इसका लण्ड हमारी खिदमद में रहेगा ? बस मेरी अम्मी ने हाथ बढ़ाकर लण्ड पकड़ लिया और उसे चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखने लगीं।
वह भी मेरी तरह नंगी हो गईं। वाहिद उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ और मस्त भोसड़ा देख कर पागल हो गया। उसका लौड़ा बहुत ज्यादा सख्त हो गया। अब हम दोनों माँ बेटी उसका लण्ड चाटने में जुट गईं तभी आपस में कुछ मजाक होने लगी।
- मैंने कहा - अरे तूने मुझसे लण्ड छीन लिया। तेरी बिटिया की बुर बहन चोद ?
- वह बोली - तो क्या हुआ ? तू मेरा क्या उखाड़ लेगी भोसड़ी वाली ?
- मैं तेरी झांटें उखाड़ लूंगी। मैं तेरी जेठानी हूँ मुझसे ज़रा संभल कर बातें किया कर ?
- जेठानी की माँ का भोसड़ा ? जेठानी की बहन की बुर ? मैं तुझे झांट बराबर भी नहीं समझती ?
- लण्ड ठोकूंगी मैं तेरी गांड में तब तू समझेगी की मैं कौन हूँ ?
- तो क्या मैं बैठी बैठी अपनी झांटें गिनूँगी। मैं भी लण्ड ठोंक दूँगी तेरी गांड में और तेरी माँ की गांड में ? मैं क्या तुझसे डरती हूँ ?
- ज्यादा मेरे मुंह मत लग नहीं तो मैं अभी सारी पोल पट्टी खोल दूँगी तेरी ?
- क्या पोल पट्टी खोलेगी तू ? मेरी पोल पट्टी सब लोग जानतें हैं ?
- अच्छा अभी अभी तू अपना भोसड़ा अपने पड़ोसी से चुदवाकर कर आ रही है। वो तेरा यार है न ? तेरी बुर चोदता है और तू बेटी चोद उसका लण्ड पीती है ? उसका लण्ड उसकी बीवी के सामने पीती है तू. उसकी बीवी की सौतन बनी हुई है तू ? तू बुर चोदी उसकी रखैल है अम्मी जान ?
- हाय दईया तूने इतनी जल्दी सब कुछ पता लगा लिया ? तो फिर सुन। उसका बेटा तेरी बुर लेता है और तू उसका लौड़ा बड़े प्यार से चूसती है। उसके दोस्तों के भी लण्ड हिलाने जाती है तू ?
रात को जब सोने का टाइम आया तो मैं सबसे पहले बिस्तर पर पहुँच गई फिर मेरी अम्मी जान और भाभी जान भी। उधर से मेरी खाला जान की बेटी हया भी आ गयी और उसके साथ उसका बाप यानी मेरा खालू भी था। मेरा अब्बू भाई जान भी उसके पीछे से आ गए और बाद में वाहिद भी पहुँच गया। अब महफ़िल जम गयी। बात चीत हंसी मजाक करते करते रात के 10 बज गए। अम्मी जान से सबसे पहले वाहिद पर हाथ मारा। उसका लौड़ा ऊपर से ही धीरे धीरे सहलाने लगीं। वह भी अम्मी की चूँचियाँ ऊपर से ही दबाने लगा। हम सब उन दोनों की हरकतें देख रहीं थीं। इधर मेरा मन अब्बू के लण्ड पर अटका हुआ था। वह आज लुंगी पहन कर आया था। मैंने उसकी जांघ पर हाथ रखा और कहा आज तुम बड़े हॉट लग रहे हो मेरे देवर राजा ? लगता है की आज तुम अपनी भाभी पर चढ़ी करोगे। उसने मुझे अपने बदन से चिपका लिया और बोला हां मेरी भाभी जान आज मैं तुझे नहीं छोडूंगा। आज तो मैं तेरे नंगे जिस्म का पूरा मज़ा लूंगा। मुझे ज़िन्दगी में पहली बार इतनी मस्त जवान और खूबसूरत भाभी मिली है।
मैं उसकी बातों में खो गई। उसकी नंगी छाती से चिपक गई और इसी बीच उसकी लुंगी खोल कर फेंक दी। लण्ड तन कर खड़ा हुआ था। वह मेरे नंगे बदन से टकराने लगा। कभी मेरी कमर से, कभी मेरी जाँघों से, कभी मेरे पेट से, कभी पेट की नाभी से, कभी हाथों से उसका लण्ड टकराने लगा। फिर लौड़ा साला ऊपर चढ़ आया और मेरी चूँचियों पर चढ़ाई कर दी। मेरे निपल्स से लड़ाई करने लगा। उसका सुपाड़ा मेरे निपल्स से भिड़ गया। फिर वह मेरी गर्दन पर घूमने लगा और होठों तक आ गया लण्ड। मैंने प्यार से लण्ड की चुम्मी ली। कई बार चुम्मी ली और फिर वह मेरी नाक पर चढ़ बैठा। मेरी आँखों पर घूमने लगा लण्ड ? लण्ड की यह शैर मुझे हर पल उत्तेजित कर रही थी। मैंने कहा मेरे देवर राजा तेरा लण्ड तो मेरे बदन पर एक नाग की तरह शैर कर रहा है। इतना प्यारा लण्ड आज मैं पहली बार देख रही हूँ। उधर उसका हाथ और हाथ की उंगलियां मेरी चूत पर दौड़ लगा रहीं थीं। मेरी छोटी छोटी झाटों पर चहल कदमी कर रहीं थीं।
बगल से अम्मी की आवाज़ आयी बेटा वाहिद पूरा लण्ड पेल दे मेरे भोसड़ा में ? मैं तेरी बुर चोदी नयी माँ की माँ भी हूँ और देवरानी भी। मुझे खूब अच्छी तरह चोदो। तेरा लौड़ा बड़ा दमदार है यार ? इधर मैं अब्बू का लण्ड मुंह में लेकर चाटने चूसने लगी। मैंने कहा भोसड़ी के देवर तू अपनी भाभी की बुर चाट ले। मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी और झुक कर उसका लौड़ा पीने लगी। अब्बू मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लण्ड। क्या करूँ हमारा रिस्ता ही ऐसा था । तब मैंने देखा की मेरी भाभी जान नंगी नंगी मेरे खालू का लौड़ा चूस रहीं है। खालू उसकी बुर चाट रहा है। खाला की बेटी ने मेरे भाई जान का लौड़ा पकड़ा रखा है और वह लण्ड का सुपाड़ा बिल्कुल आम की गुठली की तरह बार बार मुंह से निकाल निकाल कर चूस रही है। भाई जान उसकी चूँचियाँ दबा रहा है और दूसरे हाथ से उसकी बुर सहला रहा है। पूरा घर इस मस्ती में डूबा हुआ था। चार चार लण्ड, चार चार चूत, चार चार गांड और आठ आठ चूँचियाँ नंगी रहीं थीं।
मैं बहुत चुदासी हो चुकी थी अब एक मिनट भी बर्दास्त नहीं हो रहा था। मैंने कहा देवर जी अब तो लौड़ा पेल दो
हम चारों की चूत का बाजा एक साथ बजने लगा। चारों मरद धकापेल बुर चोदे चले जा रहे थे। किसी को होश नहीं था की किसकी चूत कैसे चुद रही है। मैं अपनी बुर चोदी देवरानी की चुदती हुई बुर देख कर मज़ा ले रही थी। अपनी भाभी की चुदती हुई बुर देख कर खुश हो रही थी।
मैंने कहा - अरे मेरी भाभी जान अब तो तू बुर चोदी मेरी बहू है। आज मेरे सामने मेरी बहू की बुर चुद रही है। खुदा करे की ऐसी ही रोज़ चुदा करे। भाभी भी मूड में थी।
वह बोली - हां मेरी भोसड़ी की सास तेरी जेठानी की बिटिया की बुर। तेरी माँ का भोसड़ा। आज मुझे जितना मज़ा चुदवाने में आ रहा है उतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। अब तू संभल जा मैं तेरी गांड में ठोकूंगी लण्ड ।
भाभी की मस्त मस्त बातें सुनकर सबको मज़ा आया और खालू ने उसकी बुर चोदने की स्पीड बढ़ा दी। खाला जान की बेटी तो भाई जान से ऐसे चुदवा रही थी जैसे की वह एक मंजी हुई रंडी है। उसे अपने बाप के सामने चुदवाने में कोई शर्म नहीं थी। ऐसी होतीं है आजकल की बेटियां ? मैंने पूंछा तो वह बोली अरे यार बाप साला खुद अपनी बेटी के आगे नंगा खड़ा हो जाता है। अपना लण्ड उसे पकड़ा देता है तो फिर बेटी उसका फायदा क्यों न उठाये ? बाप के लण्ड से क्यों न चुदवाये। मेरी साड़ी सहेलियां अपने बाप का लण्ड पीतीं हैं और खूब झमाझम चुदवाती हैं। कई बार तो मेरी आँखों के सामने चुदवाया है और मुझे भी उनके लण्ड पकड़ायें हैं । आजकल सब कुछ होता है यार ? बेटी बाप से चुदवाती है और माँ अपने बेटे से ? चुदाई में सब जायज़ है हमारे समाज में ? बाप की बहन का भोसड़ा ?
उसकी बातें सुनकर सबको अच्छा लगा. माहौल और गरमा उठा। खालू को अपनी बेटी की बाते सुनकर जोश आ गया। उसने लण्ड भाभी की बुर से निकाला और अपनी बेटी की बुर में घुसा दिया। उसने भी पूरा का पूरा लौड़ा अपनी चूत में घुसेड़वा लिया और मस्त होकर चुदवाने लगी। खालू को भी अपनी बेटी की बुर चोदने में मज़ा आने लगा। धच्च धच्च फच्च फच्च की आवाज़ आने लगी।
तभी भाई जान ने लण्ड अम्मी के भोसड़ा में पेल दिया। फिर क्या अम्मी का यानी मेरी देवरानी का चुदने लगा भोसड़ा। मैं सोंचने लगी की अभी जो बात हया कह रही थी वह बिलकुल सच साबित हो गयी। बेटा अपने माँ चोदने लगा और खुद हया अपने बाप से चुदवाने लगी। उधर अब्बू ने लण्ड अपनी बहू की चूत में पेल दिया। वह बड़े मजे से भाभी की बुर लेने लगा। वाह क्या सीन था चुदाई का। चुदाई वाकई ऐसी ही होनी चाहिए जिसमे कोई शर्म न हो और कोई झिझक न हो। एकदम बिंदास सबकी बुर चोदो और सबका लण्ड पेलवाओ ? यही है लण्ड और चूत का असली खेल। तब तक वाहिद ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और बोला रेशमा तुम मेरी नई अम्मी हो और नयी अम्मी को चोदने में बड़ा मज़ा आता है। नई अम्मी की बुर ज्यादा मज़ा देती है।
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
Tags: अपने चाचा की दुल्हन बन गई और पिता की भाभी - Ghar ki sex story , चाचा ने चोदा , पिता से चुदवाया , बाप ने बेटी को पेला , बाप बेटी के सेक्स की रोमांटिक पोर्न stories.
Click on Search Button to search more posts.
