Home
» Top-Hindi-Sex-kahani-XXX-Porn-Stories-in-Hindi
» घर में चुदाई चरम सीमा पर पहुँच गई - Ghar me chudai hindi sex stories
घर में चुदाई चरम सीमा पर पहुँच गई - Ghar me chudai hindi sex stories
घर में चुदाई चरम सीमा पर पहुँच गई - Ghar me chudai hindi sex stories , रिश्तों में चोदा चादी , सभी सदस्यों ने चोदा , अदला बदली करके चुदाई , माँ बहन बेटी सबकी बुर में लंड , सेक्स का माहोल.
मेरी सास को चुदवाने का बड़ा शौक है। लेकिन मजे की बात यह है की वह अकेले कभी नहीं चुदवाती ? कोई और भी चुदवाने वाली साथ होनी होनी चाहिए। अपनी बेटी हो, बहू हो, बहन हो, बहन की बेटियां हों बहुएं हों, नन्द हों भाभियाँ हों यानी कोई न कोई चुदवाने जरूर होनी चाहिए । उसे मर्दों से लण्ड पेलवाने में तो मज़ा आता ही है पर सबसे ज्यादा मज़ा उसे किसी चुदवाने वाली के हाथ से लण्ड अपनी बुर में घुसेड़वाने में आता है। वह चाहती है की मेरी बेटी, मेरी बहू, मेरी नन्द , मेरी जेठानी, देवरानी और उनकी बेटियां बहुएं सब मेरी चूत में लण्ड पेले और मैं उन सबकी चूत में लण्ड पेलूं। उसे सामूहिक चुदाई में बहुत मज़ा आता है इसीलिए वह हर लड़की को जवान होते ही लण्ड पकड़ना सिखा देती है और कुछ दिन बाद उसे चोदना और चुदाना भी सिखा देती है। मेरी सास ने मेरी नन्द यानी अपनी बेटी को भी लण्ड पकड़ना और चोदना चुदाना सब सिखा दिया है. मेरी नन्द आजकल अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलती है और सास भी अपनी बिटिया की बुर में लण्ड घुसाती है। दोनों खूब एन्जॉय करतीं हैं। अब तो वह 22 साल की हो गई है और उसकी भी शादी बस दो दिन में होने वाली है। मेरी शादी के भी 6 महीने हो चुके हैं। नन्द की शादी की वजह से घर में मेहमानों का आना जाना शुरू हो गया है। हर दिन मेहमानों की तादाद बढ़ती जा रही है। आज रात को भी कुछ न कुछ होने वाला है।
मेरा नाम है मदीहा। मैं 23 साल की हूँ खूबसूरत हूँ गोरी चिट्टी और हॉट हूँ। वैसे तो मैं शांत रहती हूँ पर जब मुझे कोई छेड़ता है तो मैं उसकी सरे आम माँ बहन चोद देतीं हूँ। तब मुझे कोई शर्म नहीं आती ? मुझे शर्म वहां भी नहीं आती जब मैं चुदाई करवाती हूँ। मुझे मर्दों के आगे नंगी होने में बड़ा मज़ा आता है और मैं जब किसी मरद का लण्ड पकड़ने का सोंच लेती हूँ तो फिर लण्ड पकड़ ही लेती हूँ। जब से मुझे मालूम हुआ की मेरी नन्द अपनी माँ की चूत में लण्ड पेलती है और मेरी सास अपनी बिटिया की बुर में लण्ड घुसेड़ती है तब से मैं बेताब हो रही हूँ उन दोनों भोसड़ी वालियों की बुर चोदने के लिए। जिस दिन मुझे मौक़ा मिलेगा मैं उसी दिन दोनों की चूत फाड़ कर रख दूँगी। मैं नहीं देखूंगी की ये मेरी सास का भोसड़ा है की मेरी नन्द की बुर ?
आज रात को थोड़ी भीड़ हो गयी है। मेरा अब्बू भी गया है और अम्मी भी। मेरा भाई जान भी आ गया है और भाभी जान भी। उधर मेरी सास, उसकी नन्द और नन्द की बेटी भी आ गईं है। कुछ की शादी हो चुकी है और कुछ की नहीं। शादी का माहौल था तो आपस हंसी मजाक होने लगी और प्यार से गाली गलौज भी।
मेरा अब्बू बोला - आज रात को मैं किसी को छोडूंगा नहीं सुन रही हो न समीना की अम्मी जान ?
समीना की अम्मी यानी मेरी सास बोली - हां समधी जी मत छोड़ना ? मैं भी किसी भोसड़ी वाले को नहीं छोडूंगी। आज देखूँगी कौन कितने पानी में है ? कौन किस किस की बुर में गोता लगाता है ?
तब तक मेरा भाई जान बोला - आज तो मैं सबकी बुर में गोता लगाऊंगा। सबसे पहले उसकी बुर चोदूंगा जिसकी शादी होने वाली है। पता नहीं शादी के बाद कब मिलेगी मुझे उसकी बुर ?
उधर से आवाज़ आयी - अरे भई मैं तो उसकी माँ का भोसड़ा चोदूंगा जिसकी शादी होने वाली है।
अचानक मेरी सास आयी और बोली - बहू रानी, तेरी नन्द की माँ की चूत ? कहाँ गई तेरी बुर चोदी नन्द ? क्या माँ चुदाने गई है अपनी, भोसड़ी वाली ?
नन्द ने जबाब दिया - माँ चुदाने नहीं गई थी। तेरे यार का लण्ड हिलाने गई थी, अम्मी जान ?
इन दोनों के मुंह से गाली सुन कर मैं क्या वहां सभी लोगों ने बड़ा मज़ा लिया। मुझे सच में बड़ा मज़ा आया की जिसकी शादी होने जा रही है वह इतनी गन्दी गालियां सूना रही है ? इससे रात का माहौल अपने आप गरम हो गया। रात के 11 बज चुके थे। सबके लण्ड कुलबलाने लगे थे और उधर सबकी चूत भी मचलने लगी थी। शादी के माहौल में सब कुछ जायज़ होता है। सबसे पहले मेरी सास ने पहल की और अपना हाथ बढ़ाकर मेरे चचिया ससुर का पजामा खोलने लगीं। पजामा खुलते ही लण्ड मियां के दीदार सबको हो गया और सबने खूब तालियां बजाईं। सास बोली अच्छा तो तुम ही कह रहें हे न की तुम सबसे पहले शादी होने वाली लड़की की माँ का भोसड़ा चोदोगे। तो आजा और चोद ले मेरा भोसड़ा क्योंकि मेरी ही बेटी की शादी होने वाली है। सास इस तरह अपने ही देवर का लण्ड हिलाने लगी और फिर उसने सास के कपड़े उतार कर उसे सबके सामने नंगी कर दिया। सास नंगी हुई तो सबको मज़ा आ गया और सबने तालियां बजाईं। मेरी नन्द चोदी कहाँ रुकने वाली थी। उसने फ़ौरन लौड़ा निकाल कर सहलाने लगी। लण्ड बढ़ने लगा और वह 8" + का हो गया।
वह बोली - देखो न अम्मी जाना आज तो ये लण्ड मेरी चूत मेरी शादी के पहले ही फाड़ डालेगा।
सास बोली - तो फिर फड़वा ले न अपनी चूत, आज तो मौक़ा है। कर समीना का भाई साहिर मेरी अम्मी की तरफ लपका और उसकी चूँचियाँ दबाने लगा। मेरी अम्मी को मज़ा आया तो उसने अपना हाथ उसके पैजामा में घुसेड़ दिया। वह अंदर ही अंदर लौड़ा हिलने लगी और बोली बेटी मदीहा तेरे देवर का लौड़ा तो बड़ा मोटा है बहन चोद। आज ये जम के चोदेगा तेरी माँ का भोसड़ा बेटी।
मैंने कहा - हां अम्मी जान लौड़ा तो इसका बड़ा मस्त है और तेरा भोसड़ा भी गज़ब का है। आज इसे अच्छी तरह चोद लेने दो। जब ये मेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा तो मैं भी इसकी माँ का भोसड़ा चोदूँगी। तब तक मेरे ससुर ने मेरी भाभी के कंधे पर ही अपना लौड़ा रख दिया और बोला लो बहू रानी ज़रा इसे मुंह में लेकर दिखाओ। वह तो अपनी बहू की बुर चोदने का चक्कर चलाने लगा। भाभी जान भी मोटा तगड़ा लण्ड पाकर मस्त हो गईं। उसने लण्ड पकड़ा और अपने कपड़े उतार कर फेंक दिया। वह नंगी नंगी लण्ड चूसने लगी। ऐसा लग रहा था की जैसे हर बहू को अपने ससुर का लण्ड चूसने में मज़ा आता है। उधर मेरी फुफिया सास ने अपनी चूँची मेरे मामू जान के मुंह में डाल दीं। मेरा मामू एक तरफ उसकी चूँची चूसने लगा तो दूसरी तरफ उसकी चूत सहलाने लगा। फिर मामू भी पूरा नंगा हो गया और फूफी जान भी। फूफी जान की बेटी भी वहीं मौजूद थी। उसने सबके सामने मेरे अब्बा का लण्ड पकड़ लिया। वह बेहद खूबसूरत थी, बड़ी बड़ी चूँचियों वाली थी और गदराई हुई तो अब्बू को मज़ा आने लगा। वह उसे अपनी बीवी समझ कर अपनी छाती से चिपका लिया उउसे नंगी कर दिया। उसके गाल. उसकी चूँची उसकी चूत की चुम्मियाँ लेने लगा। उसने भी अब्बू जान को नंगा करके उसका लौड़ा सबको दिखाती हुई मुंह में भर लिया और लॉली पॉप की तरह चूसने लगी लण्ड। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत बड़ी गज़ब की खूबसूरत लग रही थी।
यहाँ आपने देखा की किसी को किंचित मात्र भी शर्म नहीं है। सबकी सब बुर चोदी पावें तो सबका लण्ड खा जाएँ। उधर मरद भी भोसड़ी वाले बड़े हरामी है। वो भी सबकी बुर चोदने के लिए तैयार है वह चाहे बेटी की हो, बहू की हो, किसी और की बीवी की हो, किसी की माँ की हो, बहन की हो, सास या नन्द की हो। उन्हें तो बस लौड़ा पेल कर चोदने से मतलब। बाप भी चोद रहा है बीटा भी चोद रहा है। माँ भी चुदवा रही है बेटी भी चुदवा रही है। ऐसा चुदाई का संगम केवल हमारे समाज में ही मिलता है कहीं और नहीं ? इतने में मेरी नन्द के मामू ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा। मैं पहली बार अपने ममिया ससुर से चुदवाने लगी। उसका लौड़ा भी मुझे अच्छा लगा। मेरी नज़र सबके लण्ड पड़ी। मजे की बात यह थी की लण्ड सब सालों के बड़े बड़े थे। इसलिए मैं और भी ज्यादा खुश थी। मेरी सास अपने देवर से सटासट चुदवाने लगी और उसगे बगल में लेटी उसकी बेटी यानी मेरी नन्द ससुरी मेरे भाई जान से भकाचक चुदवाये चली जा रही थी। मेरे बभाई जान का लण्ड तो चोदने में अव्वल है। मेरी अम्मी की ख़ुशी का ठिकाना न था जब उसे मेरी नन्द का भाई जान यानी मेरा देवर चोदने लगा। मेरी अम्मी बुर चोदी लड़कों से चुदवाने में खूब मज़ा लेती है। भाभी जान तो मेरे ससुर चुदवाने में मस्त हो रहीं थीं।
फुफिया सास के भोसड़ा में उसकी बेटी ही लौड़ा पेल रही थी और वह अपनी बेटी की बुर में मेरे अब्अब्बू लौड़ा घुसेड़ रही थी। मेरे अब्बो को भी बेटियां चोदने का बड़ा शौक है। वह मेरी सभी सालियों की बुर ले चुका है। मैं भी अपनी सहेलियों के अब्बू से खूब चुदवाती हूँ। बड़ा मज़ा आता है जब मेरे बाप के लण्ड के बराबर का लण्ड मेरे हाथ में आता है। मेरा अब्बू इस समय मेरी फुफिया सास की बिटिया की बुर बड़े शिद्दत से चोद रहा है। इस तरह की सामूहिक चुदाई हम सबको बड़ा मज़ा देती है। अचानक मेरी नज़र चचिया ससुर के लण्ड पर पड़ी और मैं उसे थोड़ी देर तक देखती रही तो जोश आ गया। उसने लण्ड चूत में पेल दिया और कहा नई नवेली बहू की बुर चोदने का मज़ा ही कुछ और है। तब भाई जान ने लण्ड मेरी सास के भोसड़ा में लौड़ा पेल दिया। मैं यह देख खुश हुई। वो अभी मेरी नन्द की बुर ले रहा था और अब उसकी माँ की बुर ले रहा है। समीना का भाई समीना की ही बुर चोदने लगा। मेरी नन्द अपने भाई से ही चुदवाने लगी। मेरे ससुर ने लण्ड मेरी अम्मी की चूत में घुसेड़ दिया। अब मेरे सामने चुदने लगा मेरी माँ का भोसड़ा ? उधर फुफिया सास अपनी बेटी से लण्ड अदल बदल कर चुदवाने लगीं।
दूसरे दिन का किस्सा बड़ा मजे दार था। दोपहर में ही मेरी सहेली सलमा गई। उससे बातें होने लगीं। वह अपने ससुराल की बातें बताने लगी और मैं अपनी ससुराल की बातें। वह कहने लगी की यार आजकल मेरी माँ का भोसड़ा खूब चुद रहा है। खुले आम चुद रहा है। मैंने पूंछा की ऐसा क्यों है ? तो वह बोली अरे यार जबसे मेरी शादी हुई है और मेरी भाई जान की शादी हुई है तबसे चुदाई के रिश्ते बहुत ज्यादा ही बन गएँ हैं। अब तो मेरी अम्मी जान कहीं मेरी नन्द हैं, कहीं मेरी भाभी है और कहीं मेरी जेठानी। अब तो हर हाल में मुझे अपनी माँ का भोसड़ा चोदना ही है। वह भी मेरी चूत में लण्ड खूब पेलने लगी हैं, उधर मेरा भाई जान तो आजकल हर रोज़ अम्मी जान का भोसड़ा चोदता है। क्योंकि अम्मी जान उसकी भाभी भी लगतीं हैं और साली भी। जब वह अम्मी का भोसड़ा चोदता है तो कहता है की मैं साली की बुर ले रहा हूँ। अपनी भाभी की बुर चोद रहा हूँ। उधर अब्बू भोसड़ी का मेरी चूत में लण्ड पेला करता है। कहता है की मेरी बेटी तू अब बुर चोदी मेरी सरहज ( साले की बीवी) है मैं तो तुम्हें चोदूंगा। कभी कहता है की तू मेरी साली है। साली की बुर नहीं लूंगा तो फिर किसकी बुर लूंगा। किसी रिश्ते से मैं उसकी छोटी भाभी भी हूँ। इसीलिए वह आजकल मुझे खूब चोद रहा है। अम्मी जान तो मेरे शौहर से दिन रात चुदवा रही हैं. अब्बू आजकल मेरी भाभी यानी अपनी बहू की भी बुर खूब मजे से चोदता है। यार कुछ पूंछो न हमारे घर में चुदाई चरम सीमा पर पहुँच गयी है। सब लोग खूब अय्यासी कर रहें हैं रहें हैं। मेरी और अम्मी की चूत का बाजा खूब बज रहा है।
शाम को कुछ और लोग आ गये तो रात में चुदाई के कई ग्रुप बन गए। रात को मैंने करीब 11 बजे मैंने देखा तो मालूम हुआ की किसी के बदन पर कोई कपड़ा नहीं है। लड़कियां बेटियां, बहुएं बीवियां सब की सब नंगी इधर उधर घूम रहीं हैं। इसी तरह मरद भी सब साले नंगे नंगे अपना अपना लण्ड हिलाते हुए घूम रहें हैं। इन सबको देखने में बड़ा मज़ा आ रहा था। मैं भी नंगी थी मेरी अम्मी भी, मेरी भाभी भी सास और नन्द भी नंगी थी। हमारे ग्रुप में मैं मेरी सास, मेरी खाला जान और उसकी बेटी थी। मर्दों में इन सबके शौहर। खाला की बेटी सना ने लपक कर मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ लिया और उसे प्यार से चूमने लगी। लण्ड का सुपाड़ा फूल गया। उसे देख कर मेरी खाला ने मेरे ससुर का लौड़ा अपने हाथ में ले लिया और उसे जबान निकाल कर चाटने लगीं। मेरा खालू नंगा नंगा मेरी सास का भोसड़ा चाटने लगा। सना का मियां मेरी चूँचियाँ दबाने लगा तो मैं भी उसका लण्ड पकड़ कर सबके सामने हिलाने लगी। लण्ड का सुपाड़ा कई बार चाटा और कहा बड़ा प्यारा है तेरा लण्ड यार ? बड़ा खूबसूरत लग रहा है। अच्छा ये बताओ कल तूने इसे किसकी बुर में पेला था। वह बोला कल मैं अपनी फूफी और उसकी बेटी की बुर चोद रहा था। उधर मेरी अम्मी जान मेरे शौहर का लण्ड मुंह में लेकर चूसने में जुटी हुईं थी.
अम्मी ने पूंछा - बेटी तेरी नन्द नहीं आई अभी तक ?
मैंने कहा - वो तो किसी से चुदवा रही होगी भोसड़ी वाली। आजकल उसे चोदने वाले बहुत हैं।
इतने में मेरा मियां मेरी अम्मी पर चढ़ बैठा और लण्ड उसकी चूत में पेल कर चोदने लगा। मैं भी सना के मियां से धकाधक चुदवाने लगी। लण्ड घुसा तो मेरे मुंह से आह जरूर निकली लेकिन फिर मज़ा आने लगा। अब तक मैं बिलकुल रंडी बन चुकी थी। मैं क्या हमारे कुनबे में सभी रंडियां बन चुकी हैं। यहाँ तक की वो बेटियां भी खूब चोदी जाने लगीं जिनकी शादी अभी नहीं हुई है। यहाँ तो बेटियां 18 + की होते ही खुले आम सबके लण्ड पकड़ने लगती हैं। । मेरा खालू बिंदास मेरी सास का भोसड़ा चोदने लगा। सास भी उससे मस्ती से चुदवाने लगी। वह बोली हाय दईया अब मैं अपने बेटी की शादी में सबसे नहीं चुदवाऊंगी तो फिर कब चुदवाऊंगी। मैं तो चुदक्कड़ हूँ और बनी रहूंगी। मेरा ससुर मेरे बगल में ही मेरी खाला की चूत में लण्ड पेले हुए चोदने लगा। और मेरा अब्बू जान उसकी बेटी सना की बुर चोदने में पागलों की तरह जुटा हुआ था। जाने क्यों आज अब्बू का लण्ड बड़ा खूंखार नज़र आ रहा था। ऐसा लग रहा था की उसका तोप जैसा लण्ड आज सबकी बुर चोद डालेगा ? मेरा अब्बू मादर चोद बुर चोदने में बड़ा अव्वल है।
अम्मी जान ने कहा - अरी बेटी मदीहा, तूने तो ससुराल में भी अपनी चुदाई का डंका बजा दिया है। तू तो सच में चुदक्कड़ माँ की चुदक्कड़ बेटी है।
मैंने कहा - हां अम्मी जान ये बात तो है ? पर मैं अपनी चुदक्कड़ सास की चुदक्कड़ बहू भी हूँ।
चारों तरफ घर मे चुदाई ही चुदाई हो रही थी। इतने बड़े घर में कोई ऐसी जगह खाली नहीं थी जहाँ चुदाई न हो रही हो। मैं देख रही थी की मेरी सास की नज़र मेरे अब्बू के लण्ड पर लगी हुई है। लण्ड तो साला खाला की बेटी सना की बुर में आ जा रहा था पर सास लण्ड की मोटाई लम्बाई और उसे चूत में आते जाते हुए बड़े गौर से देख रही थी और वह अब्बू के लण्ड पर मर मिटी। वह बोली हाय मेरी बहू रानी। मेरा दिल तेरे अब्बू के लण्ड पर आ गया है। अब तू बुर चोदी जल्दी से पेल दे अपने अब्बू का लण्ड मेरी चूत में ? फड़वा ले अपने अब्बू से अपनी सास का भोसड़ा ? उसके बाद अपनी नन्द की बुर भी फड़वा लेना अपने अब्बू से। इसका लौड़ा साला इतना मस्त और जबरदस्त है की मेरी चूत इस पर फ़िदा हो गयी है। मुझे सास की इच्छा का पता चल गया तो मैंने अब्बू का लण्ड सना की बुर से निकाल कर सास की बुर में पेल दिया और खालू का लण्ड सना की चूत में घुसेड़ दिया। अब मेरी सास मेरे अब्बू जान से झमाझम चुदवाने लगी।
उसकी चुदाई देख कर मैं खुद चकित हो गई की भला कोई इस उम्र में इतनी मस्ती से कैसे चुदवा सकती है ?
फिर मैं बगल वाले कमरे में घुस गयी। वहां मैंने देखा की मेरी जेठानी देवरानी के अब्बू से चुदवा रही है और देवरानी जेठानी के अब्बू से। यह देख कर मैं रोमांचित हो उठी। उसी कमरे में जेठ देवरानी की माँ चोद रहा था और देवर जेठानी की माँ चोद रहा था। देवरानी और जेठानी की यह लीला देख कर मैं समझ गयी की मुझे भी यही करना होगा। पूरा घर चुदाई के डूबा हुआ था। किसी को भी चुदाई के अलावा कुछ और दिखाई नहीं पड़ रहा था। रात बहन चोद होती ही है चुदाई के लिए। रात तो चुदाई की रानी है। रात में चूत की ताकत बढ़ जाती है और लण्ड साला बुर चोदने के लिए बौखला जाता है।
===०==०=०=०=०=०=०=०=०=०=०== समाप्त
Tags: घर में चुदाई चरम सीमा पर पहुँच गई - Ghar me chudai hindi sex stories , रिश्तों में चोदा चादी , सभी सदस्यों ने चोदा , अदला बदली करके चुदाई , माँ बहन बेटी सबकी बुर में लंड , सेक्स का माहोल.
Click on Search Button to search more posts.
