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अब्बू ने की चाची की चूत की चुदाई - Abbu ne Chachi ki chut fad di
अब्बू ने की चाची की चूत की चुदाई - Abbu ne Chachi ki chut fad di , पापा ने चाची की चूत की प्यास बुझाई , Maine Dekha Papa Chachi Ki Chudai Kar Rahe The , chachi-ki-chut-ki-pyas.
मैं जब 15/ 16 साल की हुईं तो एक दिन मेरी खाला की बेटी निदा ने कहा - रेशमा, तुझे मालूम है की तेरे घर में रात को क्या क्या होता है ? कुछ खबर है तुझे इसकी ?
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| चची जान की चूत में अब्बू का लण्ड |
- मैंने कहा - यार मैं तो रात में सो जाती हूँ. मुझे क्या मालूम की रात में क्या क्या होता है ? कोई बताएगी तभी तो मालूम होगा न ?
- मुझे मालूम है की तेरे घर में रात में क्या क्या होता है रेशमा ?
- तो फिर बता न मुझे की मेरे घर में रात में क्या क्या होता है ? देर क्यों कर रही है तू माँ की लौड़ी ?
- बताउंगी नहीं, दिखाउंगी तुझे। आज रात को ही दिखाऊंगी तुझे। आज रात को मैं तुझे सोने नहीं दूँगी। तू बहन की लौड़ी खुद अपनी आँखों से देख लेना की तेरे घर में क्या क्या होता है जिसकी तुझे बिलकुल भी भनक नहीं है। लेकिन तुझे इसके लिए रात भर जागना पड़ेगा क्योंकि खेल रात में बड़ा मजेदार होता जाता है।
- हां हां मैं जग लूंगी रात भर पर तुम मुझे दिखा न भोसड़ी वाली निदा की बच्ची ? मेरी चूत में आग क्यों लगा रही है तू ?
- यार मैंने जब से देखा है तब से मेरी चूत में आग लगी है। मैंने सोंचा की मैं तेरी भी चूत में आग लगा दूँ।
चची जान उसके पाजामे का नाड़ा खोलन लगी। इधर हमारा दिल धक् धक् करने लगा। मैं अब्बू का लण्ड देखने के लिए बेताब थी और निदा भी। हम दोनों आँखें गड़ाए हुए आगे की कार्यवाही देखने लगी। चची जान ने पजामा के अंदर हाथ घुसेड़ दिया और अंदर ही अंदर लौड़ा सहलाने लगीं। मैं मन ही मन कह रही थी भोसड़ी की मादर चोद लौड़ा निकाल क्यों नहीं रही है तू ? तेरी बहन का भोसड़ा। तू हमें इतना तड़पा क्यों रही है हरामजादी ? तूने अपना भी भोसड़ा छिपा कर रखा है। नंगी क्यों नहीं हो जाती तू माँ की लौड़ी ? मेरा मन में जैसे ही ये बातें आयीं वैसे ही उधर चची जान ने लौड़ा बाहर निकाल ही लिया। खड़ा लण्ड देख कर मेरी तो सच में गांड फट गई। निदा के भी मुंह से निकला बाप रे बाप इतना बड़ा लण्ड ? ये तो मेरे मामू जान के लण्ड से बड़ा है यार ? बस मैं जान गई की निदा मामू जान का लण्ड पीती है। क्योंकि उसका मामू और मेरा मामू एक ही है। अब मैं मामू की गांड मारूंगी उसने निदा को लौड़ा पकड़ा दिया पर मुझे नहीं ? मैंने पूंछा यार अब्बू का लण्ड कितना बड़ा होगा। वह बोली ये तो 8" + बड़ा है और मोटा भी 5" + होगा।
मैंने फिर पूंछा तूने अपने अब्बू का लौड़ा देखा है ? वह बोली नहीं यार अभी तो नहीं देखा पर किसी दिन देख जरूर लूंगी। तब तक उधर चची जान का भोसड़ा खुल गया। वह एकदम नंगी नंगी ज़मीन पर लेट गयी । उसकी छोटी झांटें अच्छी लग रहीं थी। अब्बू ने अपना लण्ड चची जान के मुंह में घुसा रखा था। चची भी बड़ी मस्ती से लण्ड चूसने। मैंने मन में कहा चची जान बुर चोदी देखो कितनी मजे से पराये मरद का लण्ड चूस रही है। कुछ देर में चची जान बोली हाय मेरे राजा अब पेल दो लण्ड मेरी चूत में और चोद डालो मेरी बुर। फाड़ डालो मेरी चूत। अब्बू ने भी देर नहीं लगायी और लौड़ा बड़ी बेरहमी से घुसा दिया पूरा। वह भी नीचे से धक्का लगाने लगी। चची जान को देख कर यह साफ़ ज़ाहिर था की वह भोसड़ा चुदवाने में बड़ी माहिर है। वह बोल रही थी यार तुम तो मेरे नंदोई से बहुत अच्छा चोदते हो ? तेरा लण्ड उसके लण्ड से मोटा है। मेरी सहेली का बेटा बिलकुल तुम्हारी ही तरह चोदता है मेरा भोसड़ा ?
निदा बोली यार तेरी चची जान तो एकदम रंडी है यार। जाने कितने लोगों से चुदवाती होगी। इसका भोसड़ा साला बड़े बड़े लण्ड खा चुका है। इतने में मैं बाथ रूम चली गयी। वहां से जब वापस आयी तो दखा की अब्बू के बगल में चचा जान मादर चोद मेरी अम्मी का भोसड़ा चोद रहा है। चचा जान का लौड़ा भी अब्बू के लौड़े से कम न था। मैं समझ गयी की दोनों बहन चोद एक दूसरे की बीवी चोद रहें हैं। इन दोनों की चुदाई देख कर मेरी चूत गीली हो गयी और निदा की भी। मैंने कहा यार निदा तू तो 18 + की हो गयी है। तू इन सबके साथ क्यों नहीं चुदवाती ? वह बोली अरे यार अभी एक महीना बाकी है। मेरी अम्मी उसी दिन का इंतज़ार कर रही है। यह बात मैंने खुद अपने कानो से सुनी है। वह किसी से कह रहीं थी की जिस दिन निदा 18 की हो जाएगी उसकी दिन मैं लौड़ा उसकी चूत में घुसा दूँगी। वह बुर चोदी उसी दिन से अपनी माँ का भोसड़ा भी चोदने लगेगी। बड़ी मस्ती जवानी निकल आयी है उसकी। जो भी उसे चोदेगा वह मस्त हो जायेगा भोसड़ी वाला। वैसे कई लोग उसे चोदने के फिराक में हैं ?
तबसे मैं एक एक दिन गिन गिन कर काट रही हूँ। जल्दी से 18 की हो जाऊं और चोद डालू अपनी माँ का भोसड़ा ? यह सब देख कर मैं निदा की बुर में ऊँगली करने लगी और वह मेरी बुर में। हम दोनों लगभग नंगी ही थीं। फिर मैंने देखा की चचा जान अम्मी को पीछे चोदने लगा और उधर चची जान अब्बू के लण्ड पर बैठ कर चुदवाने लगी। दोनों की बड़ी मस्त चुदाई हो रही थी।
चचा बोला - यार अजीम (अब्बू का नाम) मैं तेरी बीवी ताहिरा भाभी को उसकी सुहागरात से चोद रहा हौं। कई साल हो गये मुझे भाभी जान को चोदते चोदते पर आज भी जब मैं भाभी को चोदता हूं तो मुझे एक नया मज़ा आता है।,,,,,,,,
अब्बू ने कहा - मुझे भी तेरी बीवी चोदते हुए कई साल हो गए पर आज भी उसे चोदने में उतना ही मज़ा आता है जितना पहले आता था। अब तो तेरी बेटी अदा भी जवान हो गयी है। मेरा मन है की क्यों हम लोग एक दूसरे की बीवी के साथ साथ बेटी भी चोदा करें ?
तब तक अम्मी जान बोल पड़ी - हां ज़मीर तू सही कह रहा है पर मेरी बेटी रेशमा अभी 18 की नहीं हुई जिस दिन हो जाये उस दिन तुम चोद लेना। पर हां तेरी बेटी 18 की हो गयी है। अम्मी की इस बात ने मुझे और उत्तेजित कर दिया। आखिर में मैंने अम्मी जान को चचा जान का झड़ता हुआ लण्ड चाटते हुए देखा तो मज़ा आ गया। इसी तरह चची जान भी मेरे अब्बू का झड़ता हुआ लण्ड चाट रही थीं और मुझे अब्बू का लण्ड देखने में बड़ा मज़ा आ रहा था। उनके जाके बाद निदा बोली - यार कुछ भीहो चुदाई तो बड़ी उम्दा थी। मैंने कहा हां यार कम से कम मुझे अब्बू का लण्ड देखने को मिला और चचा जान का भी लण्ड ? निदा बोली अरे यार अब तू इन दोनों लण्ड का मज़ा कुछ में लेती ही रहेगी। ये दोनों भोसड़ी वाले तुम्हे चोदने के लिए एकदम तैयार बैठे हैं। हम दोनों बातें कर ही रहीं थी की कमरे में मेरा भाई जान अली मामू जान की बेटी अलीशा के साथ आ गया। मैं आपको बता दूँ की अलीशा मुझसे कुछ बड़ी है पर है भोसड़ी वाली बड़ी बदचलन। यह सबके पजामा में हाथ घुसेड़ा करती है। जाने और अनजाने लोगों के लण्ड पकड़ा करती है बुर चोदी।
भाई जान ने केवल एक नेकर पहनी थी और अलीशा एक साल ओढ़े थी। वह कमरे में घुसते ही शाल उतार कर फेंक दिन तो वह मादर चोद एकदम नंगी हो गयी। उसने भाई जान की नेकर नीच खींच दी तो वह नंगा हो गया। देख कर मेरे मुंह से निकला हाय अल्लाह कितना प्यारा और मोटा तगड़ा लौड़ा है भाई जान का। ये तो किसी का भी भोसड़ा फाड् सकता है। अलीशा नंगी नंगी भाई जान का लौड़ा चाटने लगी और भाई जान उसकी बुर चाटने लगे। भाई जान की शादी तो हो चुकी थी पर वह मामू की बेटी चोदने के लिए लेआया है। इसका मतलब उसकी बीवी यानी मेरी भाभी जान किसी और से चुदवा रही होगी ? कुछ देर बाद भाई जान लौड़ा अलीशा की बुर में पेल ही दिया। मैं ये सब देख कर मस्त हो गयी। इसी बीच मेरी फूफी की बेटी रुबिया आ गयी और मेरी खाला का बेटा राहत भी आ गया। राहत तो निदा का बड़ा भाई है। वह भी सोंचने लगी की अब क्या होने वाला है। उधर रात गहराती जा रही थी। रुबिया ने अपनी चादर उतार दी वह अंदर से नंगी थी और उसने राहत का पजामा खोला तो उसका लौड़ा तन कर खड़ा हो गया।
वह बोली - भाई जान आज तो तेरा लौड़ा पहले से ज्यादा मोटा लग रहा है। उस दिन जब तुम मेरी माँ चोद रहे थे तब इतना मोटा नहीं था। आज तेरा लण्ड भोसड़ी का कुछ ज्यादा ही मोटा हो गया है।
ऐसा बोल कर वह लण्ड चूसने लगी और भाई जान उसकी चूत सहलाने लगे और चूँचियाँ भी। यहाँ फूफी की बेटी खाला के बेटे से चुदवाने के लिए ही आयी है । उसने देखा की यहाँ एक और चुदाई हो रही है पर उसने कोई परवाह नहीं की। उसे तो बस राहत से चुदवाना था। राहत निदा का बड़ा भाई था। मैंने पूंछा निदा यार तूने अपने भाई जान का लण्ड पकड़ा है कभी ? वह बोली अभी तक तो नहीं पकड़ा। आज पहली बार देख रही हूँ भाई जान का लण्ड। बड़ा मोटा तगड़ा है बहन चोद। मैं चूक गयी मुझे पकड़ना चाहिए था। अब पकड़ूँगी और पेलूँगी इसे अपनी चूत में और मज़ा मैं भी लूंगी इसके लण्ड का।
फिर राहत फूफी की बेटी चोदने लगा और उधर उसी कमरे में मेरा भाई जान अपने मामू जान की बेटी चोद रहा था। हम दोनों इनकी चुदाई देख देख कर मज़ा भी ले रहीं और ललचा भी रही थी। मैंने ठान लिया की मैं जवान होते ही इन दोनों लण्ड पर चढ़ाई करूँगी।
जिस दिन मैं 18 साल की हुई उस दिन बड़ा मज़ा आया। मैं सवेरे सवेरे उठी तो आँगन में जाकर बैठ गयी। सबने मुझे बर्थ डे की मुबारकबाद दी और कहा हाय अल्लाह आज बड़ा अच्छा दिन है आज से रेशमा जवान हो गयी है। वह अब बड़े लोगों के साथ रहेगी, सोयेगी और मज़ा लूटेगी। उस समय मेरी अम्मी जान बैठी हुई सब्जी काट रही थी और खाला बैठी हुई बातें कर रहीं थीं।
गर्मी के दिन थे। लड़के दोनों ही बड़ी स्मार्ट और हैंडसम थे। मेरा दिल उन पर आ गया।
खाला ने दोनों को बुलाया और पूंछा - सफी ये बताओ की आज रात को तूने किस किस की बुर चोदी ?
वह बोला - पहले तो अपनी खाला की बुर चोदी। अचानक चोदते समय उसकी बेटी भी आ गई तो उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया फिर मैंने उसे भी चोदा।
खाला ने कहा - इसका मतलब तू दो दो बुर चोद कर आया है । बड़ा हरामजादा है तू ? अच्छा रफ़ी तू बता तूने क्या किया रात भर ?
वह बोला - मैंने तो पहले अपनी भाभी जान की बुर ली, हुआ यह की जब मैं पहुंचा तो भाभी जान नंगी लेटी थीं। उसे देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो गया। तभी भाभी जान ने लण्ड हाथ बढाकर पकड़ लिया तो मुझे भी जोश आ गया और मैंने चोद डाला। उसी समय मेरी फूफी जान आ गयी वह बोली हाय रफ़ी तेरा इतना बड़ा लण्ड ? इतना मोटा लण्ड ? यार मुझे नहीं मालूम था की तू अब मरद हो गया है। लो मेरी भी बुर चोदो। फिर मैंने फूफी की भी बुर चोदा।
इतने में खाला जान ने रफ़ी की लुंगी खींच ली तो वह नंगा हो गया। उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी तो लण्ड तन कर खड़ा हो गया। खाला ने लण्ड मुझे पकड़ा दिया और कहा बेटी रेशमा आज से तू खुल्लम खुल्ला लण्ड का मज़ा लेना शुरू कर दे। फिर खाला ने रफ़ी की लुंगी खींच ली तो वह भी नंगा हो गया तो उसका लौड़ा पकड़ कर चूमने लगी। चाटने लगी लण्ड का सुपाड़ा सुपाड़ा। तब तक रुबिया ने खाला के कपड़े उतार उसे नंगी कर दिया और मुझे भी नंगी कर दिया। मैं तो लण्ड में खो गई और सुपाड़ा चाट चाट कर मज़ा लेने लगी। मैं अम्मी के, खाला के और रुबिया के सामने बड़ी बेशर्मी से लण्ड चाटने चूसने लगी। रुबिया बोली यार रेशमा तुझे देख कर लग ही नहीं रहा है की तू पहली बार लण्ड चूस रही है ? तू तो बहन चोद लण्ड की बड़ी खिलाड़ी लगती हो। मैंने उसे आँख मारी तो वह मेरा मतलब समझ गई।
तब तक रुबिया ने मेरी अम्मी के कपड़े उतारना शुरूकिया और कहा अरे मेरी हरामजादी मामी जान रात में जवान बेटी के सामने कपड़े नहीं पहने जाते ? जब तेरी बेटी ने कुछ नहीं पहना है वह बिलकुल नंगी है तो तू भोसड़ी वाली कैसे पहने बैठी है ? रेशमा ने उसे भी नंगी कर दिया और खुद भी नंगी होकर मज़ा लेने लगी। वह मादर चोद बहुत बड़ी चुदक्कड़ है। वह अम्मी की चूत सहलाने लगी, उसमें अपनी उंगलियां घुसेड़ दीं और जब चूत एकदम गीली हो गयी उसने मुझसे कहा रेशमा अब तू रफ़ी का लण्ड अपनी माँ चूत में पेल दे ? चोद ले अपनी माँ का भोसड़ा ? आज बड़ा अच्छा मौक़ा है। फिर मैं चोदूँगी तेरी बुर। रुबिया ने सफी का लौड़ा खाला जान की चूत में घुसा दिया। मैंने भी जोश में आकर अम्मी की चूत में रफ़ी का लौड़ा पेल दिया। अम्मी और खाला की बुर एक साथ चुदने लगी। मैं बीच बीच में रफ़ी का लण्ड निकाल निकाल कर चाटने लगी और उधर रुबिया सफी का लण्ड खाला की बुर से निकाल निकाल कर चाटने लगी।
कुछ देर बाद रफ़ी मेरी बुर चोदने लगा और सफी रुबिया की बुर। अम्मी जान सफी का लण्ड बीच बीच में चाटने लगी और मैं रफ़ी का लण्ड ? इस तरह रफ़ी और सफी दोनों ने हम चारों की बुर खूब मस्ती से चोदा और एन्जॉय किया।
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मैंने फिर पूंछा तूने अपने अब्बू का लौड़ा देखा है ? वह बोली नहीं यार अभी तो नहीं देखा पर किसी दिन देख जरूर लूंगी। तब तक उधर चची जान का भोसड़ा खुल गया। वह एकदम नंगी नंगी ज़मीन पर लेट गयी । उसकी छोटी झांटें अच्छी लग रहीं थी। अब्बू ने अपना लण्ड चची जान के मुंह में घुसा रखा था। चची भी बड़ी मस्ती से लण्ड चूसने। मैंने मन में कहा चची जान बुर चोदी देखो कितनी मजे से पराये मरद का लण्ड चूस रही है। कुछ देर में चची जान बोली हाय मेरे राजा अब पेल दो लण्ड मेरी चूत में और चोद डालो मेरी बुर। फाड़ डालो मेरी चूत। अब्बू ने भी देर नहीं लगायी और लौड़ा बड़ी बेरहमी से घुसा दिया पूरा। वह भी नीचे से धक्का लगाने लगी। चची जान को देख कर यह साफ़ ज़ाहिर था की वह भोसड़ा चुदवाने में बड़ी माहिर है। वह बोल रही थी यार तुम तो मेरे नंदोई से बहुत अच्छा चोदते हो ? तेरा लण्ड उसके लण्ड से मोटा है। मेरी सहेली का बेटा बिलकुल तुम्हारी ही तरह चोदता है मेरा भोसड़ा ?
निदा बोली यार तेरी चची जान तो एकदम रंडी है यार। जाने कितने लोगों से चुदवाती होगी। इसका भोसड़ा साला बड़े बड़े लण्ड खा चुका है। इतने में मैं बाथ रूम चली गयी। वहां से जब वापस आयी तो दखा की अब्बू के बगल में चचा जान मादर चोद मेरी अम्मी का भोसड़ा चोद रहा है। चचा जान का लौड़ा भी अब्बू के लौड़े से कम न था। मैं समझ गयी की दोनों बहन चोद एक दूसरे की बीवी चोद रहें हैं। इन दोनों की चुदाई देख कर मेरी चूत गीली हो गयी और निदा की भी। मैंने कहा यार निदा तू तो 18 + की हो गयी है। तू इन सबके साथ क्यों नहीं चुदवाती ? वह बोली अरे यार अभी एक महीना बाकी है। मेरी अम्मी उसी दिन का इंतज़ार कर रही है। यह बात मैंने खुद अपने कानो से सुनी है। वह किसी से कह रहीं थी की जिस दिन निदा 18 की हो जाएगी उसकी दिन मैं लौड़ा उसकी चूत में घुसा दूँगी। वह बुर चोदी उसी दिन से अपनी माँ का भोसड़ा भी चोदने लगेगी। बड़ी मस्ती जवानी निकल आयी है उसकी। जो भी उसे चोदेगा वह मस्त हो जायेगा भोसड़ी वाला। वैसे कई लोग उसे चोदने के फिराक में हैं ?
तबसे मैं एक एक दिन गिन गिन कर काट रही हूँ। जल्दी से 18 की हो जाऊं और चोद डालू अपनी माँ का भोसड़ा ? यह सब देख कर मैं निदा की बुर में ऊँगली करने लगी और वह मेरी बुर में। हम दोनों लगभग नंगी ही थीं। फिर मैंने देखा की चचा जान अम्मी को पीछे चोदने लगा और उधर चची जान अब्बू के लण्ड पर बैठ कर चुदवाने लगी। दोनों की बड़ी मस्त चुदाई हो रही थी।
चचा बोला - यार अजीम (अब्बू का नाम) मैं तेरी बीवी ताहिरा भाभी को उसकी सुहागरात से चोद रहा हौं। कई साल हो गये मुझे भाभी जान को चोदते चोदते पर आज भी जब मैं भाभी को चोदता हूं तो मुझे एक नया मज़ा आता है।,,,,,,,,
अब्बू ने कहा - मुझे भी तेरी बीवी चोदते हुए कई साल हो गए पर आज भी उसे चोदने में उतना ही मज़ा आता है जितना पहले आता था। अब तो तेरी बेटी अदा भी जवान हो गयी है। मेरा मन है की क्यों हम लोग एक दूसरे की बीवी के साथ साथ बेटी भी चोदा करें ?
तब तक अम्मी जान बोल पड़ी - हां ज़मीर तू सही कह रहा है पर मेरी बेटी रेशमा अभी 18 की नहीं हुई जिस दिन हो जाये उस दिन तुम चोद लेना। पर हां तेरी बेटी 18 की हो गयी है। अम्मी की इस बात ने मुझे और उत्तेजित कर दिया। आखिर में मैंने अम्मी जान को चचा जान का झड़ता हुआ लण्ड चाटते हुए देखा तो मज़ा आ गया। इसी तरह चची जान भी मेरे अब्बू का झड़ता हुआ लण्ड चाट रही थीं और मुझे अब्बू का लण्ड देखने में बड़ा मज़ा आ रहा था। उनके जाके बाद निदा बोली - यार कुछ भीहो चुदाई तो बड़ी उम्दा थी। मैंने कहा हां यार कम से कम मुझे अब्बू का लण्ड देखने को मिला और चचा जान का भी लण्ड ? निदा बोली अरे यार अब तू इन दोनों लण्ड का मज़ा कुछ में लेती ही रहेगी। ये दोनों भोसड़ी वाले तुम्हे चोदने के लिए एकदम तैयार बैठे हैं। हम दोनों बातें कर ही रहीं थी की कमरे में मेरा भाई जान अली मामू जान की बेटी अलीशा के साथ आ गया। मैं आपको बता दूँ की अलीशा मुझसे कुछ बड़ी है पर है भोसड़ी वाली बड़ी बदचलन। यह सबके पजामा में हाथ घुसेड़ा करती है। जाने और अनजाने लोगों के लण्ड पकड़ा करती है बुर चोदी।
भाई जान ने केवल एक नेकर पहनी थी और अलीशा एक साल ओढ़े थी। वह कमरे में घुसते ही शाल उतार कर फेंक दिन तो वह मादर चोद एकदम नंगी हो गयी। उसने भाई जान की नेकर नीच खींच दी तो वह नंगा हो गया। देख कर मेरे मुंह से निकला हाय अल्लाह कितना प्यारा और मोटा तगड़ा लौड़ा है भाई जान का। ये तो किसी का भी भोसड़ा फाड् सकता है। अलीशा नंगी नंगी भाई जान का लौड़ा चाटने लगी और भाई जान उसकी बुर चाटने लगे। भाई जान की शादी तो हो चुकी थी पर वह मामू की बेटी चोदने के लिए लेआया है। इसका मतलब उसकी बीवी यानी मेरी भाभी जान किसी और से चुदवा रही होगी ? कुछ देर बाद भाई जान लौड़ा अलीशा की बुर में पेल ही दिया। मैं ये सब देख कर मस्त हो गयी। इसी बीच मेरी फूफी की बेटी रुबिया आ गयी और मेरी खाला का बेटा राहत भी आ गया। राहत तो निदा का बड़ा भाई है। वह भी सोंचने लगी की अब क्या होने वाला है। उधर रात गहराती जा रही थी। रुबिया ने अपनी चादर उतार दी वह अंदर से नंगी थी और उसने राहत का पजामा खोला तो उसका लौड़ा तन कर खड़ा हो गया।
वह बोली - भाई जान आज तो तेरा लौड़ा पहले से ज्यादा मोटा लग रहा है। उस दिन जब तुम मेरी माँ चोद रहे थे तब इतना मोटा नहीं था। आज तेरा लण्ड भोसड़ी का कुछ ज्यादा ही मोटा हो गया है।
ऐसा बोल कर वह लण्ड चूसने लगी और भाई जान उसकी चूत सहलाने लगे और चूँचियाँ भी। यहाँ फूफी की बेटी खाला के बेटे से चुदवाने के लिए ही आयी है । उसने देखा की यहाँ एक और चुदाई हो रही है पर उसने कोई परवाह नहीं की। उसे तो बस राहत से चुदवाना था। राहत निदा का बड़ा भाई था। मैंने पूंछा निदा यार तूने अपने भाई जान का लण्ड पकड़ा है कभी ? वह बोली अभी तक तो नहीं पकड़ा। आज पहली बार देख रही हूँ भाई जान का लण्ड। बड़ा मोटा तगड़ा है बहन चोद। मैं चूक गयी मुझे पकड़ना चाहिए था। अब पकड़ूँगी और पेलूँगी इसे अपनी चूत में और मज़ा मैं भी लूंगी इसके लण्ड का।
फिर राहत फूफी की बेटी चोदने लगा और उधर उसी कमरे में मेरा भाई जान अपने मामू जान की बेटी चोद रहा था। हम दोनों इनकी चुदाई देख देख कर मज़ा भी ले रहीं और ललचा भी रही थी। मैंने ठान लिया की मैं जवान होते ही इन दोनों लण्ड पर चढ़ाई करूँगी।
जिस दिन मैं 18 साल की हुई उस दिन बड़ा मज़ा आया। मैं सवेरे सवेरे उठी तो आँगन में जाकर बैठ गयी। सबने मुझे बर्थ डे की मुबारकबाद दी और कहा हाय अल्लाह आज बड़ा अच्छा दिन है आज से रेशमा जवान हो गयी है। वह अब बड़े लोगों के साथ रहेगी, सोयेगी और मज़ा लूटेगी। उस समय मेरी अम्मी जान बैठी हुई सब्जी काट रही थी और खाला बैठी हुई बातें कर रहीं थीं।
- खाला खुल कर बोली - रेशमा तू तो अब मस्त जवान हो गयी है. पूरी तरह औरत हो गई है तू। आज से तू अपनी माँ चुदाया करेगी ?
- मैंने कहा - अरे खाला जान, ये क्या कह रहीं हैं आप ?
- मैं सच कह रही हूँ, रेशमा। लड़की जब जवान होती है तो वह सबसे पहले अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। लण्ड पेलना शुरू कर देती है अपनी माँ की चूत में ?
- पर ये काम तो लड़कों का है खाला जान, लड़कियों का नहीं ?
- नहीं रेशमा, कौन कहती है भोसड़ी वाली की ये काम सिर्फ लड़कों का है ? आजकल लड़कियां भी चोदने का काम करतीं हैं। लण्ड लड़कों के होतें है और लड़कियां उनके लण्ड पकड़ कर अपनी माँ की चूत में पेलतीं हैं और चोदतीं है अपनी माँ का भोसड़ा।
- तब तक फूफी जान की बेटी रुबिया भी आ गयी। वह बोली हां यार रेशमा ऐसा होता है। मैंने भी अपनी माँ का भोसड़ा चोदना जवान होते ही शुरू कर दिया था।
खाला ने दोनों को बुलाया और पूंछा - सफी ये बताओ की आज रात को तूने किस किस की बुर चोदी ?
वह बोला - पहले तो अपनी खाला की बुर चोदी। अचानक चोदते समय उसकी बेटी भी आ गई तो उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया फिर मैंने उसे भी चोदा।
खाला ने कहा - इसका मतलब तू दो दो बुर चोद कर आया है । बड़ा हरामजादा है तू ? अच्छा रफ़ी तू बता तूने क्या किया रात भर ?
वह बोला - मैंने तो पहले अपनी भाभी जान की बुर ली, हुआ यह की जब मैं पहुंचा तो भाभी जान नंगी लेटी थीं। उसे देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो गया। तभी भाभी जान ने लण्ड हाथ बढाकर पकड़ लिया तो मुझे भी जोश आ गया और मैंने चोद डाला। उसी समय मेरी फूफी जान आ गयी वह बोली हाय रफ़ी तेरा इतना बड़ा लण्ड ? इतना मोटा लण्ड ? यार मुझे नहीं मालूम था की तू अब मरद हो गया है। लो मेरी भी बुर चोदो। फिर मैंने फूफी की भी बुर चोदा।
इतने में खाला जान ने रफ़ी की लुंगी खींच ली तो वह नंगा हो गया। उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी तो लण्ड तन कर खड़ा हो गया। खाला ने लण्ड मुझे पकड़ा दिया और कहा बेटी रेशमा आज से तू खुल्लम खुल्ला लण्ड का मज़ा लेना शुरू कर दे। फिर खाला ने रफ़ी की लुंगी खींच ली तो वह भी नंगा हो गया तो उसका लौड़ा पकड़ कर चूमने लगी। चाटने लगी लण्ड का सुपाड़ा सुपाड़ा। तब तक रुबिया ने खाला के कपड़े उतार उसे नंगी कर दिया और मुझे भी नंगी कर दिया। मैं तो लण्ड में खो गई और सुपाड़ा चाट चाट कर मज़ा लेने लगी। मैं अम्मी के, खाला के और रुबिया के सामने बड़ी बेशर्मी से लण्ड चाटने चूसने लगी। रुबिया बोली यार रेशमा तुझे देख कर लग ही नहीं रहा है की तू पहली बार लण्ड चूस रही है ? तू तो बहन चोद लण्ड की बड़ी खिलाड़ी लगती हो। मैंने उसे आँख मारी तो वह मेरा मतलब समझ गई।
तब तक रुबिया ने मेरी अम्मी के कपड़े उतारना शुरूकिया और कहा अरे मेरी हरामजादी मामी जान रात में जवान बेटी के सामने कपड़े नहीं पहने जाते ? जब तेरी बेटी ने कुछ नहीं पहना है वह बिलकुल नंगी है तो तू भोसड़ी वाली कैसे पहने बैठी है ? रेशमा ने उसे भी नंगी कर दिया और खुद भी नंगी होकर मज़ा लेने लगी। वह मादर चोद बहुत बड़ी चुदक्कड़ है। वह अम्मी की चूत सहलाने लगी, उसमें अपनी उंगलियां घुसेड़ दीं और जब चूत एकदम गीली हो गयी उसने मुझसे कहा रेशमा अब तू रफ़ी का लण्ड अपनी माँ चूत में पेल दे ? चोद ले अपनी माँ का भोसड़ा ? आज बड़ा अच्छा मौक़ा है। फिर मैं चोदूँगी तेरी बुर। रुबिया ने सफी का लौड़ा खाला जान की चूत में घुसा दिया। मैंने भी जोश में आकर अम्मी की चूत में रफ़ी का लौड़ा पेल दिया। अम्मी और खाला की बुर एक साथ चुदने लगी। मैं बीच बीच में रफ़ी का लण्ड निकाल निकाल कर चाटने लगी और उधर रुबिया सफी का लण्ड खाला की बुर से निकाल निकाल कर चाटने लगी।
कुछ देर बाद रफ़ी मेरी बुर चोदने लगा और सफी रुबिया की बुर। अम्मी जान सफी का लण्ड बीच बीच में चाटने लगी और मैं रफ़ी का लण्ड ? इस तरह रफ़ी और सफी दोनों ने हम चारों की बुर खूब मस्ती से चोदा और एन्जॉय किया।
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