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पापा ने चोदा - बेटी ने खुद अपने बाप से चुदाई करवाई - Papa ne choda - Baap Beti ki Chudai
पापा ने चोदा - बेटी ने खुद अपने बाप से चुदाई करवाई - Papa ne choda - Baap Beti ki Chudai , पिता का लंड और बिटियाँ की चूत फुद्दी और गांड , कुंवारी चूत की चुदाई , खून निकलने वाली स्टोरी कहानी.
मेरा नाम प्रिया है. मैं दिल्ली में रहती हूँ. मेरे परिवार मैं मेरा भाई मेरी मम्मी और पापा है. मेरी उम्र 20 साल है. मेरे भाई की उम्र 15 साल और पापा 40 साल के है. मैं कॉलेज में 3rd ईयर की स्टूडेंट हूँ. मेरा शरीर मार्सल है और जो भी देखता है वो मेरे बूब्स को ही देखता है क्योकि मेरे बूब्स का साइज 34 है. कमर 26 का है. मैं हमेशा सलवार कमीज पहनती हूँ. मैं आज मेरी एक सच्ची कहानी लिख रही हूँ.
बात उन दिनों की है, जब मैं 2nd ईयर में पढ़ रही थी. मेरे घर में दो कमरे और एक बाथरूम है जो की खुला रहता था उसमें सिर्फ एक पर्दा लगा हुआ है.
मैं रोज सुबह जल्दी नहा लेती हूँ मगर एक रोज़ मुझे लेट हो गई थी इसलिए जब मैं नहा रही थी तभी मेरे पापा बाथरूम में नहाने के लिए आ गए. उन्हें पता नहीं था कि बाथरूम में मैं नहा रही हूँ. सो पापा ने बाथरूम का पर्दा हटा दिया. मैं उस समय सिर्फ सलवार पहने हुई थी और मेरा बूब्स खुला था पापा का नजर मुझ पर पड़ा और पापा थोड़ी देर तक देखते ही रह गए तभी मम्मी का आवाज आया कि बाथरूम में कोयल है आप थोड़ा रुकिए.
ये सुनकर पापा ने नजर मुझ से हटा ली और वो अपने कमरे में चले गए. मैं शर्म से पानी हो गई और नहा कर कपड़े पहन कर बाहर आई, तो पापा मुझ से नजर नहीं मिला पा रहे थे. पापा बाथरूम में जाकर नहाने लगे. नहा कर रोज़ की तरह वो ऑफिस के लिए तैयार हो गए. मैं कॉलेज के लिए तैयार हो गई क्योकि पापा के स्कूटर पर जाती थी. वो मुझे छोड़ कर ऑफिस चले गए.
उस दिन मुझे सारा दिन वही याद आ रहा था कि पापा ने मुझे नहाते देख लिया. शाम को कॉलेज की छुट्टी के बाद मैं घर आ गई. मेरे पापा घर पर ही थे और चाय पी रहे थे. मेरी मम्मी ने मुझ से पूछ लिया कि क्या तुम भी चाय पियोगी. मैं मना करके अपने कमरे में गई. वहां मेरा भाई पढ़ रहा था. मैं किताब कॉपी रख कर उसके पास ही बैठ गई.
थोड़े देर के बाद मैं मुँह हाथ धो कर बाहर बरामदे पर खड़ी सुबह की घटना पर सोच रही थी. तभी मुझे पापा के कमरे से आवाज सुनाई दी. मैं पापा के कमरे की तरफ गई तो देखा कि कमरा अंदर से बंद है, मैं कमरे के लॉक से अंदर देखने लगी तो सामने का नजारा देख कर हैरान रह गई. मैंने देखा कि पापा मम्मी के साथ सोए हुए थे और मम्मी पापा का लंड को पकड़े हुए थी और पापा मम्मी के बूब्स को दबा रहे थे. ये देखकर मेरे निचे कुछ सिहरन सी हो रही थी.
तभी पापा ने मम्मी की साड़ी को खोल दिया और पापा ने मम्मी के ऊपर आ कर अपने लंड को मम्मी के बूर पर रख दिया और मम्मी चुपचाप लेटी रही. यह देखकर मेरा भी मन करने लगा कि मैं भी ऐसा ही करूं और मैं अपने चूत को अपने हाथ से ऊँगली करने लगी. थोड़ी देर के बाद मैं अपने कमरे में आ गई और बिस्तर पर लेट गई और सोचने लगी कि कैसे मैं पापा के साथ मम्मी की तरह मजे करूं. मैं अपने कमरे में टीवी देखने लगी. रात हो चुकी थी और सोने का समय हुआ.
मैं और मेरी माँ एक साथ सोते थे. पापा अपने रूम में अकेले सोते थे. तभी मैंने सोचा कि क्यों न पापा को अपना बदन दिखाया जाए. मैं अपनी सलवार खोल कर सिर्फ कमीज में आ गई और लाइट बंद कर दी. तब तक मेरी मम्मी सो गई थी. मेरे सामने पापा का कमरा था जो की साफ मेरे कमरे से दिखता था. मैंने जान-बुझ कर दरवाजा खुला छोड़ दिया ताकि पापा की नजर इस कमरे पर पड़े. तभी पापा बाथरूम के लिए उठे तो मैं उनसे पहले ही बाथरूम में चली गई और अपना शर्ट उठाकर पीछे पीठ करके बैठ गई ताकि पापा की नजर मुझ पर पड़े. तभी ऐसा ही हुआ, पापा जैसे ही बाथरूम में आये उनकी नजर मेरी गांड पर पड़ी.
पापा एकटक से मुझे देख रहे थे मैं उठ गई और पापा से सॉरी बोल कर अपने कमरे में जाकर लेट गई. पापा अपने कमरे में आ गए और मेरे कमरे की तरफ ही देख रहे थे. मैं भी समझ गई की पापा को मेरा नंगा बदन अच्छा लगा होगा तभी तो वो ऐसे मेरी तरफ देख रहे है. अब मैं भी सेक्स की भूखी हो चुकी थी, इसलिए सब शर्म छोड़ कर सिर्फ चुदना चाहती थी, सो मैंने धीरे से अपनी शर्ट ऊपर कर ली ताकि मेरा हिप पापा को दिखे, तभी पापा ने अपने कमरे की लाइट बंद कर ली. मैं सोने का नाटक कर रही थी.
मैं उठ कर पापा के कमरे की तरफ गई और मम्मी जिस रूम में थी उसे बाहर से बंद करके पापा के पास चली गई और धीरे से पापा के लंड को पकड़ लिया. पापा का लिंग उस समय टाइट था शायद मेरी गांड देखकर हुआ होगा. तभी पापा जाग गए और बोले क्या कर रही हो?
मैं कुछ नहीं बोली और पापा की आँखों में देखती रही. पापा ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोले - कोयल तुम क्या करना चाहती हो? मैंने कहा - वो ही जो मम्मी करती है. पापा ने मुझे गले लगा लिया और मेरे बूब्स पर हाथ रख दिया. फिर मैं अपने आपे में नहीं रही. फिर पापा ने मेरी चूत पर हाथ रख दिए और सहलाने लगे. मेरे तो होश ही उड़ गए और मैं चुपचाप मजा लेती रही और पापा मेरे अंग से खेलने लगे.
फिर पापा ने अपने कपड़े उतार दिए और मुझे भी पूरी नंगी कर दिया. पापा ने मेरी चूत पर तेल लगाया और अपना लंड मेरी चूत के छेद पर रखकर थोड़ा-सा दबाया लेकिन मुझे काफी दर्द होने लगा. मैं मना करने लगी परन्तु पापा ने कहा कि सिर्फ पहली बार में थोड़ी देर दर्द होगा और बाद में बहुत मजा आएगा.
मैंने पापा की बात मान ली और अपने मुंह को अपने ही हाथ से बंद कर लिया ताकि चीख ना निकले जिसे सुनकर मम्मी जाग जाए. अब फिर पापा ने try किया. मुझे दर्द हो रहा था लेकिन मैंने उसे जाहिर नहीं होने दिया और पापा ने झटके के साथ लंड अंदर डाल दिया. मेरी चीख निकलने वाली थी कि तभी पापा ने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और मैं झटपटाने लगी.
थोड़ी देर में दर्द कम हो गया और मुझे मजा आने लगा. पापा मुझे जोर-जोर से धक्के मारकर चोदने लगे. चुदाई के बाद मैंने देखा कि मेरी चूत से खून निकल रहा था लेकिन पापा ने उसे साफ करके चूत में थोड़ा-सा और तेल लगा दिया.
सुबह होने वाली थी इससे पहले माँ जागती मैं माँ के पास जाकर सो गई. फिर सुबह हुई तो मैं नहाने बाथरूम में चली गई, तो मैंने देखा कि पापा बाथरूम में ही थे. मैं देखकर मुस्कुरा रही थी. इसके बाद मैं हर रोज़ पापा के साथ सेक्स का मजा लेने लगी.
मेरा नाम प्रिया है. मैं दिल्ली में रहती हूँ. मेरे परिवार मैं मेरा भाई मेरी मम्मी और पापा है. मेरी उम्र 20 साल है. मेरे भाई की उम्र 15 साल और पापा 40 साल के है. मैं कॉलेज में 3rd ईयर की स्टूडेंट हूँ. मेरा शरीर मार्सल है और जो भी देखता है वो मेरे बूब्स को ही देखता है क्योकि मेरे बूब्स का साइज 34 है. कमर 26 का है. मैं हमेशा सलवार कमीज पहनती हूँ. मैं आज मेरी एक सच्ची कहानी लिख रही हूँ.
बात उन दिनों की है, जब मैं 2nd ईयर में पढ़ रही थी. मेरे घर में दो कमरे और एक बाथरूम है जो की खुला रहता था उसमें सिर्फ एक पर्दा लगा हुआ है.
मैं रोज सुबह जल्दी नहा लेती हूँ मगर एक रोज़ मुझे लेट हो गई थी इसलिए जब मैं नहा रही थी तभी मेरे पापा बाथरूम में नहाने के लिए आ गए. उन्हें पता नहीं था कि बाथरूम में मैं नहा रही हूँ. सो पापा ने बाथरूम का पर्दा हटा दिया. मैं उस समय सिर्फ सलवार पहने हुई थी और मेरा बूब्स खुला था पापा का नजर मुझ पर पड़ा और पापा थोड़ी देर तक देखते ही रह गए तभी मम्मी का आवाज आया कि बाथरूम में कोयल है आप थोड़ा रुकिए.
ये सुनकर पापा ने नजर मुझ से हटा ली और वो अपने कमरे में चले गए. मैं शर्म से पानी हो गई और नहा कर कपड़े पहन कर बाहर आई, तो पापा मुझ से नजर नहीं मिला पा रहे थे. पापा बाथरूम में जाकर नहाने लगे. नहा कर रोज़ की तरह वो ऑफिस के लिए तैयार हो गए. मैं कॉलेज के लिए तैयार हो गई क्योकि पापा के स्कूटर पर जाती थी. वो मुझे छोड़ कर ऑफिस चले गए.
उस दिन मुझे सारा दिन वही याद आ रहा था कि पापा ने मुझे नहाते देख लिया. शाम को कॉलेज की छुट्टी के बाद मैं घर आ गई. मेरे पापा घर पर ही थे और चाय पी रहे थे. मेरी मम्मी ने मुझ से पूछ लिया कि क्या तुम भी चाय पियोगी. मैं मना करके अपने कमरे में गई. वहां मेरा भाई पढ़ रहा था. मैं किताब कॉपी रख कर उसके पास ही बैठ गई.
थोड़े देर के बाद मैं मुँह हाथ धो कर बाहर बरामदे पर खड़ी सुबह की घटना पर सोच रही थी. तभी मुझे पापा के कमरे से आवाज सुनाई दी. मैं पापा के कमरे की तरफ गई तो देखा कि कमरा अंदर से बंद है, मैं कमरे के लॉक से अंदर देखने लगी तो सामने का नजारा देख कर हैरान रह गई. मैंने देखा कि पापा मम्मी के साथ सोए हुए थे और मम्मी पापा का लंड को पकड़े हुए थी और पापा मम्मी के बूब्स को दबा रहे थे. ये देखकर मेरे निचे कुछ सिहरन सी हो रही थी.
तभी पापा ने मम्मी की साड़ी को खोल दिया और पापा ने मम्मी के ऊपर आ कर अपने लंड को मम्मी के बूर पर रख दिया और मम्मी चुपचाप लेटी रही. यह देखकर मेरा भी मन करने लगा कि मैं भी ऐसा ही करूं और मैं अपने चूत को अपने हाथ से ऊँगली करने लगी. थोड़ी देर के बाद मैं अपने कमरे में आ गई और बिस्तर पर लेट गई और सोचने लगी कि कैसे मैं पापा के साथ मम्मी की तरह मजे करूं. मैं अपने कमरे में टीवी देखने लगी. रात हो चुकी थी और सोने का समय हुआ.
मैं और मेरी माँ एक साथ सोते थे. पापा अपने रूम में अकेले सोते थे. तभी मैंने सोचा कि क्यों न पापा को अपना बदन दिखाया जाए. मैं अपनी सलवार खोल कर सिर्फ कमीज में आ गई और लाइट बंद कर दी. तब तक मेरी मम्मी सो गई थी. मेरे सामने पापा का कमरा था जो की साफ मेरे कमरे से दिखता था. मैंने जान-बुझ कर दरवाजा खुला छोड़ दिया ताकि पापा की नजर इस कमरे पर पड़े. तभी पापा बाथरूम के लिए उठे तो मैं उनसे पहले ही बाथरूम में चली गई और अपना शर्ट उठाकर पीछे पीठ करके बैठ गई ताकि पापा की नजर मुझ पर पड़े. तभी ऐसा ही हुआ, पापा जैसे ही बाथरूम में आये उनकी नजर मेरी गांड पर पड़ी.
पापा एकटक से मुझे देख रहे थे मैं उठ गई और पापा से सॉरी बोल कर अपने कमरे में जाकर लेट गई. पापा अपने कमरे में आ गए और मेरे कमरे की तरफ ही देख रहे थे. मैं भी समझ गई की पापा को मेरा नंगा बदन अच्छा लगा होगा तभी तो वो ऐसे मेरी तरफ देख रहे है. अब मैं भी सेक्स की भूखी हो चुकी थी, इसलिए सब शर्म छोड़ कर सिर्फ चुदना चाहती थी, सो मैंने धीरे से अपनी शर्ट ऊपर कर ली ताकि मेरा हिप पापा को दिखे, तभी पापा ने अपने कमरे की लाइट बंद कर ली. मैं सोने का नाटक कर रही थी.
मैं उठ कर पापा के कमरे की तरफ गई और मम्मी जिस रूम में थी उसे बाहर से बंद करके पापा के पास चली गई और धीरे से पापा के लंड को पकड़ लिया. पापा का लिंग उस समय टाइट था शायद मेरी गांड देखकर हुआ होगा. तभी पापा जाग गए और बोले क्या कर रही हो?
मैं कुछ नहीं बोली और पापा की आँखों में देखती रही. पापा ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोले - कोयल तुम क्या करना चाहती हो? मैंने कहा - वो ही जो मम्मी करती है. पापा ने मुझे गले लगा लिया और मेरे बूब्स पर हाथ रख दिया. फिर मैं अपने आपे में नहीं रही. फिर पापा ने मेरी चूत पर हाथ रख दिए और सहलाने लगे. मेरे तो होश ही उड़ गए और मैं चुपचाप मजा लेती रही और पापा मेरे अंग से खेलने लगे.
फिर पापा ने अपने कपड़े उतार दिए और मुझे भी पूरी नंगी कर दिया. पापा ने मेरी चूत पर तेल लगाया और अपना लंड मेरी चूत के छेद पर रखकर थोड़ा-सा दबाया लेकिन मुझे काफी दर्द होने लगा. मैं मना करने लगी परन्तु पापा ने कहा कि सिर्फ पहली बार में थोड़ी देर दर्द होगा और बाद में बहुत मजा आएगा.
मैंने पापा की बात मान ली और अपने मुंह को अपने ही हाथ से बंद कर लिया ताकि चीख ना निकले जिसे सुनकर मम्मी जाग जाए. अब फिर पापा ने try किया. मुझे दर्द हो रहा था लेकिन मैंने उसे जाहिर नहीं होने दिया और पापा ने झटके के साथ लंड अंदर डाल दिया. मेरी चीख निकलने वाली थी कि तभी पापा ने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और मैं झटपटाने लगी.
थोड़ी देर में दर्द कम हो गया और मुझे मजा आने लगा. पापा मुझे जोर-जोर से धक्के मारकर चोदने लगे. चुदाई के बाद मैंने देखा कि मेरी चूत से खून निकल रहा था लेकिन पापा ने उसे साफ करके चूत में थोड़ा-सा और तेल लगा दिया.
सुबह होने वाली थी इससे पहले माँ जागती मैं माँ के पास जाकर सो गई. फिर सुबह हुई तो मैं नहाने बाथरूम में चली गई, तो मैंने देखा कि पापा बाथरूम में ही थे. मैं देखकर मुस्कुरा रही थी. इसके बाद मैं हर रोज़ पापा के साथ सेक्स का मजा लेने लगी.
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