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मेरा भी दोस्त आ रहा है मेरी माँ चोदने - Mera dost aaj meri maa ki chudai karega
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एक दिन रात को ११ बजे मैं नेट बैठी हुई मस्ती कर रही थी। कभी यू ट्यूब की मस्ती भरी एपीसोड देखती तो कभी पोर्न फिल्म की मसालेदार चुदाई। इतने में मेरी सहेली का फोन आ गया। वह बोली यार सायना तू क्या कर रही है ? मुझे भी मजाक सूझा तो मैं बोली अपनी माँ चुदा रही हूँ यार ? वह बोली सुनो मैं जानती हूँ की तू माँ नहीं चुदा रही है। तू झूंठ बोल रही है और मुझसे मजाक कर रही है पर मैं यहाँ अपनी माँ जरूर चुदा रही हूँ। मैंने अपने बॉय फ्रेंड का लन्ड अपनी माँ की चूत में पेल रखा है। बड़ा मज़ा आ रहा है, यार । मेरी अम्मी भी कम नहीं है। उसका भी बॉय फ्रेंड आने वाला है। उसका लन्ड साला मेरी चूत में घुसेगा। जानती हो ये सब किसका कमाल है ? यह कमाल है "Sex" की कहानियों का ? इस ब्लॉग की मैंने कई कहानियां पढ़ीं हैं और पढ़ते ही मेरी इच्छा माँ चुदाने की हो जाती है । उधर मेरी अम्मी ने भी यही कहानियां पढ़ीं तो उसका भोसड़ा भी मचल उठा। वह मेरे पास आयीं और बोली सबा तू भोसड़ी की अपनी माँ कब चुदायेगी ? जल्दी से चुदा ले अपनी माँ का भोसड़ा मेरी बुर चोदी सबा। मैं अभी "चुदाई" की कहानियाँ पढ़ कर आ रही हूँ। मेरी चूत में आग लगी हुई है। बुला अपने किसी मस्त लन्ड वाले बॉय फ्रेंड को और पेल दे उसका लन्ड मेरी चूत में ? मैं भी गरम होकर बैठी हुई थी। मेरी भी चूत धधक रही थी। मैं भी तपाक से बोल पड़ी हाय दईया मेरी भोसड़ी की अम्मी चूत तो मेरी भी तैयार है बहन चोद। तू भी पेल दे किसी का लन्ड मेरी चूत में।अब होने जा रही है मस्ती ही मस्ती।
उसने कहा यार सायना तू भी "चूत" की कहानियां पढ़ कर देख ? मैं वही कहानियां पढ़ने लगी। मैंने उसके कहने पर जैसे ही साइट खोली और कहानियों के शीर्षक पढ़े वैसे ही मेरी चूत क्या मेरे पूरे बदन में आग लग गयी। मैं मन में कहने लगी की बहन चोद जब शीर्षक ही इतने हॉट हैं तो फिर कहानियां तो आग उगलेंगीं। उसमे मुझे सामूहिक चुदाई, बीवियों की अदला बदली, माँ बेटी की चुदाई, सास बहू की चुदाई, जेठानी देवरानी की चुदाई, भाभी की देवर से चुदाई, नन्द भौजाई की चुदाई और भी जाने कितनी ही कहानियां पढ़ने को मिली। मैं एक कहानी सां नन्द और बहू की चुदाई पढ़ने लगी। अभी एक पैरा ही पढ़ा था की मेरे कपड़े उतर गये। मेरी चूंचियां खुल गयीं, मेरी चूत भी बाहर आ गयी। मेरा एक हाथ चूंची पर और दूसरा चूत पर चला गया। कहानियों से आग निकल रही थी और वो सीधे मेरे पूरे बदन पर आ रही थी।
मेरी शादी हो चुकी है। मैं अभी माईके में हूँ। मैं अम्मी से भी खुली हुई हूँ। खुल कर बातें करती हूँ. मस्ती और मनोरंजन के लिए प्यार से गाली गलौज भी करती हूँ। मेरे मन में आया की जब भोसड़ी की सबा अपनी माँ चुदा रही है तो फिर मैं भी क्यों न चुदाऊं अपनी माँ ? मेरी अम्मी माशा अल्लाअभी मस्त जवान है। मैं लन्ड तो पेल ही सकती हूँ उसकी चूत में। मैं यह सब सोंच ही रही थी तब तक अम्मी मेरे कमरे में आ गयी। आते ही बोली भोसड़ी की सायना तू कब चुदवायेगी अपनी माँ का भोसड़ा बहन चोद ? देख तेरे साथ की सभी लौंडिया अपनीं माँ चुदवा रहीं है। मुझे अभी अभी तेरी सहेली सबा ने बताया की उसने लन्ड अपनी माँ की चूत में पेल दिया है और फिर उसकी माँ ने भी लन्ड सबा की चूत में घुसा दिया है। दोनों बुर चोदी बड़ी मस्ती कर रहीं हैं।
उसने मुझे "गांड" की कहानी पढ़ने के लिए कहा। मैंने जैसे ही सास बहू और नन्द की चुदाई की कहानी पढ़ी वैसे ही मेरा भोसड़ा साला ज्वालामुखी बन गया. सबा की माँ की चुदाई सुनकर और इस ब्लॉग की कहानी पढ़ कर तो मैं अपने पर काबू नहीं रख सकी बेटी। आज यहाँ मेरी बहू होती तो मैं उसकी चूत में लौड़ा पेल देती। मगर वह ससुरी अपने मायके में माँ चुदा रही होगी। इसलिए सायना अब तू मेरी चूत में घुसेड़ दे लन्ड । मैं भी तेरी चूत में घुसड़ूँगी लन्ड । मेरा देवर अभी आ रहा है मेरी बेटी चोदने। मैंने कहा अरे अम्मी मेरा भी दोस्त आ रहा है मेरी माँ चोदने।
तब तक किसी ने घंटी बजा दी। मैंने दरवाजा खोल तो सामने मेरा दोस्त मंसूर अली खड़ा था। मैंने उसे अंदर बैठाया और अम्मी से मिलवाया। अम्मी तो उसे देख कर खुश हो गयीं। हम लोग बातें कर ही रहीं थी की किसी ने फिर घंटी बज दी। इस बार अम्मी उठी और दरवाजा खोल कर अपने देवर को लेकर अंदर आ गयीं। मुझे बताया बेटी ये है मोईन मेरा मुंह बोला देवर। मैं मोईन अंकल को देख कर मस्त हो गयी। अम्मी ने कहा यार थोड़ा थोड़ा व्हिस्की हो जाए और साथ में मस्ती भी। शराब चालू हो गयी। थोड़ी देर में अम्मी ने कहा मोईन तुझे मेरी बेटी कैसी लगी ? वह बोला माशा अल्ला बड़ी खूबसूरत है आपकी बेटी भाभी जान ? अम्मी ने मुस्कराकर कहा तो फिर आज तुम मेरे सामने मेरी बेटी की ले लो। उधर मैंने अपने दोस्त से पूंछा यार मंसूर तुम्हे मेरी अम्मी कैसी लगीं ? वह बोला यार खुदा कसम तेरी अम्मी तो अभी भी मस्त जवान हैं। इस पर तो किसी का भी दिल आ सकता है। मैंने कहा तो देर किस बात की यार आज तुम मेरी माँ की ले लो ? इसी बात पर सब लोग हंसने लगे और माहौल बड़ा मजेदार हो गया।
अचानक मुझे ख्याल आया की मेरी खाला भी तो इसी मकान में ऊपर रहतीं हैं। मैंने अम्मी से कहाअरे अम्मी खाला जान भोसड़ी की क्या कर रही होगी ? उसको भी शामिल कर ले न ?
अम्मी ने कहा :- तेरी खाला की बहन का लन्ड ? वो कोई कम तो है नहीं चुदवाने में ?
मैंने कहा :- और उसकी बेटी निदा वह कैसी है अम्मी ?
अम्मी ने कहा :- उसकी माँ की चूत ? वह भी अपनी अम्मी की तरह इधर उधर लन्ड के फिराक में घूमा करती है। पता नहीं कितने लन्ड लेती है रोज़ पर लेती जरूर है ? एक बात है की वह तेरी तरह सेक्सी और हॉट है ?
मैंने कहा :- तब तो जरूर चुदवाती होगी क्योंकि खूबसूरत लड़कियां बहुत जल्दी लन्ड पकड़ लेतीं हैं।
तब तक पीछे से आवाज़ आयी हां सायना जैसी तू है। तू भी तो खूबसूरत है ? तू तभी लन्ड खूब पकड़ती होगी ? मैंने पीछे मुड़ी तो देखा की वह मेरी खाला जान है।
मैं बोली :- हाय दईया खाला, मैं तो तेरा ही नाम ले रही थी। आओ पहले हमारे साथ थोड़ी शराब पी लो।
वह बोली:- मैं तो लन्ड पहले पियूँगी शराब बाद में ?
मैंने कहा :- अरे खाला जान तो क्या तुम लन्ड अपनी जेब में रखती हो ? जब चाहा तब लन्ड निकाला और पी लिया।
वह बोली :- हां मैं लन्ड जेब रखती हूँ मेरी बुर चोदी सायना ? वो देख मेरा लन्ड आ रहा है।
तब तक मैंने देखा की एक मस्त जवान लड़का जीना उतर रहा है। उसे देख कर मेरी लार टपकने लगी और चूत चुचुहाने लगी।
खाला बोली :- लो इससे मिलो ये है नादिर मेरी बेटी का दोस्त ? ये साला मेरी बेटी भी चोदता है और मेरी बेटी की माँ भी चोदता है ? आज ये मेरी बहन का भोसड़ा चोदेगा और बहन की बेटी की बुर भी चोदेगा ? मैंने तुम लोगों की बातें सुन लीं हैं इसीलिए मैं भी चुदाई में शामिल होने के लिए आ गयी हूँ।
खाला की ये बात सुनकर तो मेरी चूत का हाल बेहाल हो गया। पर एक बात पक्की थी की आज की चुदाई पार्टी में मज़ा आ जायेगा। मैं सायना, मेरी अम्मी शबाना और मेरी खाला जान फरीदा बेगम। उधर मेरा दोस्त मंसूर, अम्मी का देवर मोईन और खाला की बेटी का दोस्त नादिर। हम लोग गन्दी गन्दी बातें करती हुई शराब का मज़ा लेने लगीं। नशा चढ़ने लगा तो मस्ती भी बढ़ने लगी।
खाला फिर बोली मैं तो लन्ड पियूँगी ? मैंने कहा खाला तुम्हे बहुत जल्दी है लन्ड पीने की ? वह बोली अरी मेरी बहन की बिटिया की बुर जब लन्ड सामने हो तो फिर पीने में देरी क्यों ? मैंने कहा हाय दईया मेरी माँ की बहन का भोसड़ा तुझे किसने रोका है ? लन्ड पियो चाहे लन्ड के पेल्हड़ ?
मेरा इतना कहना हुआ की खाला ने मेरे दोस्त मंसूर के लन्ड पर हाथ मार दिया। उसने एक बड़ा घूँट शराब का लिया और फिर गिलास एक कोने में रख कर मंसूर का लन्ड निकालने लगी। अम्मी भी बड़े मजे से नादिर का लन्ड टटोलने लगीं और मैं अम्मी के देवर मोईन का लन्ड निकालने की कोशिश करने लगी। सबसे पहले खाला ने लौड़ा बाहर निकाला और उसे प्यार से हिलाने लगीं। फिर अम्मी का लन्ड भी बाहर आ गया। अम्मी तो उस पर आहिस्ते आहिस्ते थप्पड़ मारने लगी और उसे जगाने लगीं। बस एक ही पल में वह फनफना उठा. अम्मी बोली अबे साले अभी तो तू झांट भर का था और अब हाथी की तरह झूलने लगा। तब तक मैं भी मोईन का लन्ड खड़ा करके मज़ा लेने लगी। उसके बाद हम सब अपने अपने कपड़े भी उतारने लगीं।
जब सामने मरद नंगा हो तो औरत को नंगी होने में कितना समय लगता है। हम तीनो फ़टाफ़ट नंगी होकर सबके सामने खड़ी हो गयीं। हमारा नंगा बदन देख कर तीनो लन्ड साले कड़क होकर हिनहिनाने लगे। मैंने तीनो पर नज़र डाली और मन में कहा की आज तो हमारी चूत की चांदी हो गयी है। बहन चोद ये तेनो लन्ड जब हम सबकी चूत चोदेगें तो कितना मज़ा आएगा ? हम तीनो अपने अपने हाथ के लन्ड चाटने में जुट गयी और वो तीनो हमारी चूत। हम सबको जितना मज़ा लन्ड चाटने में आ रहा था उतना ही मज़ा चूत चटवाने में आ रहा था। पूरे कमरे का माहौल चुदाई का हो गया था। लन्ड चूसने का अपना एक अलग मज़ा है। एक ज़माना था जब कोई भी लड़की लन्ड मुंह में लेती नहीं थी और आज वह ज़माना है की लन्ड खुलने के पहले मुंह अपने आप खुल जाता है। हर लड़की लन्ड पहले मुंह में ले लेती है।
थोड़ी देर तक लन्ड चूसने के बाद मैंने अपनी चूत फैला दी। उधर मोईन भी लन्ड चूत में पेलने के लिए बेताब हो रहा था। मैंने उसे मौक़ा दिया तो लन्ड पूरा एकदम से घुसा दिया मेरी चूत में और मैं भी एक मंजी हुई रंडी की तरह चुदवाने लगी। मस्ती का यह आलम था की मुझे अपनी माँ का चुदता हुआ भोसड़ा देखने में मज़ा आ रहा था। मेरे सामने ही मेरी खाला भोसड़ी की दनादन लन्ड पेले हुए चुदवा रही थी। पहली बार सबके साथ और सबके सामने चुदवाने का मौक़ा मिला तो ज़न्नत का आनंद आने लगा। किसी ने ठीक ही कहा है की अकेले चुदवाया तो क्या चुदवाया सबके साथ चुदवाओ तो कोई बात बने ? मैं बोली हाय मेरे अंकल लौड़ा पूरा घुसेड़ के चोदो। जैसे मेरी माँ चोदते हो वैसे मुझे भी चोदो। मैं इस समय तेरी रखैल हूँ। मुझे उसी तरह चोदो। उधर अम्मी बोलने लगी हाय मेरे राजा पूरा पेल दो लन्ड। चोद डालो मेरी चूत . फाड् दो मेरी चूत। हां हां इसी तरह धकाधक धक्के मारो। खाला की आवाज़ भी आ रही थी। वह बोल रही थी यार चोद डालो मेरी बुर भोसड़ी के मंसूर तेरा लन्ड बड़ा जबरदस्त है। मुझे मज़ा आ रहा है।
अचानक अम्मी मस्ती में बोली :- तू हरामजादी फरीदा अपनी बहन का भोसड़ा चुदा रही है। और तू भी सायना ? अपनी माँ का भोसड़ा चुदा चुदा कर मज़ा ले रही है।
मैंने कहा :- हाय दईया अम्मी तू भी अपनी बिटिया की बुर मजे से चुदवा रही है। और इधर मेरी खाला जान भी अपनी बहन की बेटी चुदाने में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती। खाला तू वाकई बहुत बड़ी बेटी चोद है।
खाला ने कहा :- अच्छा सायना तू भी तो अपनी माँ की बहन की बुर चुदाने का मज़ा लूट रही है। और तेरी माँ तो बुर चोदी अपनी बहन की बुर चुदा कर मज़ा ले रही है।
शबाना फिर बोली सायना तेरी माँ की चूत। मैंने कहा शबाना तेरी बेटी की बुर ? फरीदा बोली सायना तेरी खाला का भोसड़ा। इस तरह हम तीनो एक दूसरे को गाली देते हु चुदवाने में मसगूल हो गयीं।
दूसरी पारी में मैंने नादिर से चुदवाया, अम्मी ने मंसूर का लन्ड घुसेड़ा अपनी चूत में और खाला ने मोईन का लन्ड पहले तो खूब चूसा और फिर पेल लिया अपनी चूत में।
रात हम लन्ड अदल बदल कर चुदवाती रहीं।
उसने कहा यार सायना तू भी "चूत" की कहानियां पढ़ कर देख ? मैं वही कहानियां पढ़ने लगी। मैंने उसके कहने पर जैसे ही साइट खोली और कहानियों के शीर्षक पढ़े वैसे ही मेरी चूत क्या मेरे पूरे बदन में आग लग गयी। मैं मन में कहने लगी की बहन चोद जब शीर्षक ही इतने हॉट हैं तो फिर कहानियां तो आग उगलेंगीं। उसमे मुझे सामूहिक चुदाई, बीवियों की अदला बदली, माँ बेटी की चुदाई, सास बहू की चुदाई, जेठानी देवरानी की चुदाई, भाभी की देवर से चुदाई, नन्द भौजाई की चुदाई और भी जाने कितनी ही कहानियां पढ़ने को मिली। मैं एक कहानी सां नन्द और बहू की चुदाई पढ़ने लगी। अभी एक पैरा ही पढ़ा था की मेरे कपड़े उतर गये। मेरी चूंचियां खुल गयीं, मेरी चूत भी बाहर आ गयी। मेरा एक हाथ चूंची पर और दूसरा चूत पर चला गया। कहानियों से आग निकल रही थी और वो सीधे मेरे पूरे बदन पर आ रही थी।
मेरी शादी हो चुकी है। मैं अभी माईके में हूँ। मैं अम्मी से भी खुली हुई हूँ। खुल कर बातें करती हूँ. मस्ती और मनोरंजन के लिए प्यार से गाली गलौज भी करती हूँ। मेरे मन में आया की जब भोसड़ी की सबा अपनी माँ चुदा रही है तो फिर मैं भी क्यों न चुदाऊं अपनी माँ ? मेरी अम्मी माशा अल्लाअभी मस्त जवान है। मैं लन्ड तो पेल ही सकती हूँ उसकी चूत में। मैं यह सब सोंच ही रही थी तब तक अम्मी मेरे कमरे में आ गयी। आते ही बोली भोसड़ी की सायना तू कब चुदवायेगी अपनी माँ का भोसड़ा बहन चोद ? देख तेरे साथ की सभी लौंडिया अपनीं माँ चुदवा रहीं है। मुझे अभी अभी तेरी सहेली सबा ने बताया की उसने लन्ड अपनी माँ की चूत में पेल दिया है और फिर उसकी माँ ने भी लन्ड सबा की चूत में घुसा दिया है। दोनों बुर चोदी बड़ी मस्ती कर रहीं हैं।
उसने मुझे "गांड" की कहानी पढ़ने के लिए कहा। मैंने जैसे ही सास बहू और नन्द की चुदाई की कहानी पढ़ी वैसे ही मेरा भोसड़ा साला ज्वालामुखी बन गया. सबा की माँ की चुदाई सुनकर और इस ब्लॉग की कहानी पढ़ कर तो मैं अपने पर काबू नहीं रख सकी बेटी। आज यहाँ मेरी बहू होती तो मैं उसकी चूत में लौड़ा पेल देती। मगर वह ससुरी अपने मायके में माँ चुदा रही होगी। इसलिए सायना अब तू मेरी चूत में घुसेड़ दे लन्ड । मैं भी तेरी चूत में घुसड़ूँगी लन्ड । मेरा देवर अभी आ रहा है मेरी बेटी चोदने। मैंने कहा अरे अम्मी मेरा भी दोस्त आ रहा है मेरी माँ चोदने।
तब तक किसी ने घंटी बजा दी। मैंने दरवाजा खोल तो सामने मेरा दोस्त मंसूर अली खड़ा था। मैंने उसे अंदर बैठाया और अम्मी से मिलवाया। अम्मी तो उसे देख कर खुश हो गयीं। हम लोग बातें कर ही रहीं थी की किसी ने फिर घंटी बज दी। इस बार अम्मी उठी और दरवाजा खोल कर अपने देवर को लेकर अंदर आ गयीं। मुझे बताया बेटी ये है मोईन मेरा मुंह बोला देवर। मैं मोईन अंकल को देख कर मस्त हो गयी। अम्मी ने कहा यार थोड़ा थोड़ा व्हिस्की हो जाए और साथ में मस्ती भी। शराब चालू हो गयी। थोड़ी देर में अम्मी ने कहा मोईन तुझे मेरी बेटी कैसी लगी ? वह बोला माशा अल्ला बड़ी खूबसूरत है आपकी बेटी भाभी जान ? अम्मी ने मुस्कराकर कहा तो फिर आज तुम मेरे सामने मेरी बेटी की ले लो। उधर मैंने अपने दोस्त से पूंछा यार मंसूर तुम्हे मेरी अम्मी कैसी लगीं ? वह बोला यार खुदा कसम तेरी अम्मी तो अभी भी मस्त जवान हैं। इस पर तो किसी का भी दिल आ सकता है। मैंने कहा तो देर किस बात की यार आज तुम मेरी माँ की ले लो ? इसी बात पर सब लोग हंसने लगे और माहौल बड़ा मजेदार हो गया।
अचानक मुझे ख्याल आया की मेरी खाला भी तो इसी मकान में ऊपर रहतीं हैं। मैंने अम्मी से कहाअरे अम्मी खाला जान भोसड़ी की क्या कर रही होगी ? उसको भी शामिल कर ले न ?
अम्मी ने कहा :- तेरी खाला की बहन का लन्ड ? वो कोई कम तो है नहीं चुदवाने में ?
मैंने कहा :- और उसकी बेटी निदा वह कैसी है अम्मी ?
अम्मी ने कहा :- उसकी माँ की चूत ? वह भी अपनी अम्मी की तरह इधर उधर लन्ड के फिराक में घूमा करती है। पता नहीं कितने लन्ड लेती है रोज़ पर लेती जरूर है ? एक बात है की वह तेरी तरह सेक्सी और हॉट है ?
मैंने कहा :- तब तो जरूर चुदवाती होगी क्योंकि खूबसूरत लड़कियां बहुत जल्दी लन्ड पकड़ लेतीं हैं।
तब तक पीछे से आवाज़ आयी हां सायना जैसी तू है। तू भी तो खूबसूरत है ? तू तभी लन्ड खूब पकड़ती होगी ? मैंने पीछे मुड़ी तो देखा की वह मेरी खाला जान है।
मैं बोली :- हाय दईया खाला, मैं तो तेरा ही नाम ले रही थी। आओ पहले हमारे साथ थोड़ी शराब पी लो।
वह बोली:- मैं तो लन्ड पहले पियूँगी शराब बाद में ?
मैंने कहा :- अरे खाला जान तो क्या तुम लन्ड अपनी जेब में रखती हो ? जब चाहा तब लन्ड निकाला और पी लिया।
वह बोली :- हां मैं लन्ड जेब रखती हूँ मेरी बुर चोदी सायना ? वो देख मेरा लन्ड आ रहा है।
तब तक मैंने देखा की एक मस्त जवान लड़का जीना उतर रहा है। उसे देख कर मेरी लार टपकने लगी और चूत चुचुहाने लगी।
खाला बोली :- लो इससे मिलो ये है नादिर मेरी बेटी का दोस्त ? ये साला मेरी बेटी भी चोदता है और मेरी बेटी की माँ भी चोदता है ? आज ये मेरी बहन का भोसड़ा चोदेगा और बहन की बेटी की बुर भी चोदेगा ? मैंने तुम लोगों की बातें सुन लीं हैं इसीलिए मैं भी चुदाई में शामिल होने के लिए आ गयी हूँ।
खाला की ये बात सुनकर तो मेरी चूत का हाल बेहाल हो गया। पर एक बात पक्की थी की आज की चुदाई पार्टी में मज़ा आ जायेगा। मैं सायना, मेरी अम्मी शबाना और मेरी खाला जान फरीदा बेगम। उधर मेरा दोस्त मंसूर, अम्मी का देवर मोईन और खाला की बेटी का दोस्त नादिर। हम लोग गन्दी गन्दी बातें करती हुई शराब का मज़ा लेने लगीं। नशा चढ़ने लगा तो मस्ती भी बढ़ने लगी।
खाला फिर बोली मैं तो लन्ड पियूँगी ? मैंने कहा खाला तुम्हे बहुत जल्दी है लन्ड पीने की ? वह बोली अरी मेरी बहन की बिटिया की बुर जब लन्ड सामने हो तो फिर पीने में देरी क्यों ? मैंने कहा हाय दईया मेरी माँ की बहन का भोसड़ा तुझे किसने रोका है ? लन्ड पियो चाहे लन्ड के पेल्हड़ ?
मेरा इतना कहना हुआ की खाला ने मेरे दोस्त मंसूर के लन्ड पर हाथ मार दिया। उसने एक बड़ा घूँट शराब का लिया और फिर गिलास एक कोने में रख कर मंसूर का लन्ड निकालने लगी। अम्मी भी बड़े मजे से नादिर का लन्ड टटोलने लगीं और मैं अम्मी के देवर मोईन का लन्ड निकालने की कोशिश करने लगी। सबसे पहले खाला ने लौड़ा बाहर निकाला और उसे प्यार से हिलाने लगीं। फिर अम्मी का लन्ड भी बाहर आ गया। अम्मी तो उस पर आहिस्ते आहिस्ते थप्पड़ मारने लगी और उसे जगाने लगीं। बस एक ही पल में वह फनफना उठा. अम्मी बोली अबे साले अभी तो तू झांट भर का था और अब हाथी की तरह झूलने लगा। तब तक मैं भी मोईन का लन्ड खड़ा करके मज़ा लेने लगी। उसके बाद हम सब अपने अपने कपड़े भी उतारने लगीं।
जब सामने मरद नंगा हो तो औरत को नंगी होने में कितना समय लगता है। हम तीनो फ़टाफ़ट नंगी होकर सबके सामने खड़ी हो गयीं। हमारा नंगा बदन देख कर तीनो लन्ड साले कड़क होकर हिनहिनाने लगे। मैंने तीनो पर नज़र डाली और मन में कहा की आज तो हमारी चूत की चांदी हो गयी है। बहन चोद ये तेनो लन्ड जब हम सबकी चूत चोदेगें तो कितना मज़ा आएगा ? हम तीनो अपने अपने हाथ के लन्ड चाटने में जुट गयी और वो तीनो हमारी चूत। हम सबको जितना मज़ा लन्ड चाटने में आ रहा था उतना ही मज़ा चूत चटवाने में आ रहा था। पूरे कमरे का माहौल चुदाई का हो गया था। लन्ड चूसने का अपना एक अलग मज़ा है। एक ज़माना था जब कोई भी लड़की लन्ड मुंह में लेती नहीं थी और आज वह ज़माना है की लन्ड खुलने के पहले मुंह अपने आप खुल जाता है। हर लड़की लन्ड पहले मुंह में ले लेती है।
थोड़ी देर तक लन्ड चूसने के बाद मैंने अपनी चूत फैला दी। उधर मोईन भी लन्ड चूत में पेलने के लिए बेताब हो रहा था। मैंने उसे मौक़ा दिया तो लन्ड पूरा एकदम से घुसा दिया मेरी चूत में और मैं भी एक मंजी हुई रंडी की तरह चुदवाने लगी। मस्ती का यह आलम था की मुझे अपनी माँ का चुदता हुआ भोसड़ा देखने में मज़ा आ रहा था। मेरे सामने ही मेरी खाला भोसड़ी की दनादन लन्ड पेले हुए चुदवा रही थी। पहली बार सबके साथ और सबके सामने चुदवाने का मौक़ा मिला तो ज़न्नत का आनंद आने लगा। किसी ने ठीक ही कहा है की अकेले चुदवाया तो क्या चुदवाया सबके साथ चुदवाओ तो कोई बात बने ? मैं बोली हाय मेरे अंकल लौड़ा पूरा घुसेड़ के चोदो। जैसे मेरी माँ चोदते हो वैसे मुझे भी चोदो। मैं इस समय तेरी रखैल हूँ। मुझे उसी तरह चोदो। उधर अम्मी बोलने लगी हाय मेरे राजा पूरा पेल दो लन्ड। चोद डालो मेरी चूत . फाड् दो मेरी चूत। हां हां इसी तरह धकाधक धक्के मारो। खाला की आवाज़ भी आ रही थी। वह बोल रही थी यार चोद डालो मेरी बुर भोसड़ी के मंसूर तेरा लन्ड बड़ा जबरदस्त है। मुझे मज़ा आ रहा है।
अचानक अम्मी मस्ती में बोली :- तू हरामजादी फरीदा अपनी बहन का भोसड़ा चुदा रही है। और तू भी सायना ? अपनी माँ का भोसड़ा चुदा चुदा कर मज़ा ले रही है।
मैंने कहा :- हाय दईया अम्मी तू भी अपनी बिटिया की बुर मजे से चुदवा रही है। और इधर मेरी खाला जान भी अपनी बहन की बेटी चुदाने में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहती। खाला तू वाकई बहुत बड़ी बेटी चोद है।
खाला ने कहा :- अच्छा सायना तू भी तो अपनी माँ की बहन की बुर चुदाने का मज़ा लूट रही है। और तेरी माँ तो बुर चोदी अपनी बहन की बुर चुदा कर मज़ा ले रही है।
शबाना फिर बोली सायना तेरी माँ की चूत। मैंने कहा शबाना तेरी बेटी की बुर ? फरीदा बोली सायना तेरी खाला का भोसड़ा। इस तरह हम तीनो एक दूसरे को गाली देते हु चुदवाने में मसगूल हो गयीं।
दूसरी पारी में मैंने नादिर से चुदवाया, अम्मी ने मंसूर का लन्ड घुसेड़ा अपनी चूत में और खाला ने मोईन का लन्ड पहले तो खूब चूसा और फिर पेल लिया अपनी चूत में।
रात हम लन्ड अदल बदल कर चुदवाती रहीं।
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