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आज मैं पहली बार दो लन्ड से चुदवा रही हूँ - Ek ladki ki chut ko 2 land se choda
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मैंने कहा न मैं अपने मन की रानी हूँ। मैं अपनी मन मानी करती हूँ। मैं लन्ड किसी की नहीं सुनती। मैं लन्ड किसी की परवाह भी नहीं करती ? और न किसी भोसड़ी वाले या भोसड़ी वाली को गाली देती हूँ । हां, मेरे मुंह से लन्ड बहुत निकलता है क्योंकी "लन्ड" मेरा तकिया कलाम है।
वैसे मैं बहुत बड़ी बुर चोदी हूँ, बहुत बड़ी मादर चोद हूँ, बड़ी हरामजादी और चालाक लड़की हूँ। लोग कहते है की मोनिका तू बहुत गालियां देती हैं। पर यह बात बिलकुल सच है की मैं कभी किसी को गाली नहीं देती। तुम चाहते हो की मैं गाली दूं लेकिन मैं गाली कभी नहीं दूँगी। तुम चाहे जितनी कोशिश कर लो लेकिन मैं 'तेरी माँ की चूत' नहीं कहूँगी ।
मैं 'तेरी माँ की चूत' 'तेरी बहन का लन्ड' 'तेरी बिटिया की बुर' तो कभी बोल ही नहीं सकती। तुम मुझे जो कहना चाहो कह लो पर मैं मादर चोद कभी गाली नहीं देती। मैं गाली देना अच्छा नहीं समझती बहन चोद।
मैं एक शर्मीली लड़की हूँ। आँखें नीचे करके चलने वाली लड़की हूँ। मेरे मुंह में कभी लन्ड, बुर, चूत, गांड, भोसड़ा, झांट, चोदा, चोदी जैसे शब्द निकल ही नहीं सकते। लोग कहते है मुझसे की भोसड़ी की, भोसड़ी वाला, मादर चोद, बहन चोद, बेटी चोद, सब कुछ कहा करो लेकिन मैं साफ़ साफ़ मना कर देती हूँ। मैं अपना मुंह क्यों गंदा करूँ। कई बार कई लोगों ने मुझे यह कह कर खूब उकसाया की 'तेरी झांटें उखाड़ लूंगी' 'तेरी गांड में ठोंक दूँगी लन्ड' 'चोद डालूँगी तेरी माँ का भोसड़ा' 'नोंच लूंगी तेरा बहन चोद लन्ड' कहो। लेकिन मैंने मना कर दिया। मैं किसी की बात क्यों मानू ? मैं लन्ड किसी के दबाव में नहीं आने वाली ? मैं लन्ड किसी से नहीं डरती ? मैं कभी भी ऐसी गन्दी गन्दी बातें नहीं करती।
मैं ये सब बातें अपनी सहेलियों को सुना रही थी। मेरी सहेलियां जो यहाँ खड़ी हैं वो हैं सना, सारा खान और कोकी ? तभी सना बोली अरे यार मोनिका तू भोसड़ी की तू किसे चूतिया बना रही है ? तू क्या समझती है की हम लोग कुछ समझ नहीं पा रहीं हैं ? अरे अभी अभी तूने कितनी गन्दी गन्दी बातें कही हैं, तुझे कुछ मालूम है ? तू तो नॉन स्टॉप बोलती जाती है। तेरे मुंह से गालियां बन्दूक की गोली की तरह निकलती जाती है और तू माँ की लौड़ी कहती है की मैं गाली नहीं देती ? तुझे कुछ होश भी है मोनिका ? अभी अभी तूने अपनी बात कहने में १७ गालियां दीं हैं और ११ गंदे गंदे शब्दों का खुलेआम बोला है। उनका सही सही उच्चारण किया है। इसके अलावा तेरा जो तकिया कलाम है वो तो अपने आप में एक बड़ा वज़नदार गन्दा शब्द है जिसे "लन्ड" कहते हैं। इसके बावजूद तू अपने आपको पाक़ साफ़ बता रही है। यहाँ हम सबको चूतिया बना रही है तू ? हमको बच्ची समझ रही है तू। अरे अब तो हम लोग तेरी माँ चोदने वाली हो गयीं हैं। तेरी गांड में लौड़ा पेलने वाली हो गयीं है। अब तू बच के रहना हम लोगों से ?
मैंने कहा - यार मैं लन्ड अपनी बात पर कायम हूँ। मैंने तुमको गालियां सुनाई हैं पर गालियां दी नहीं हैं। जब मैं गालियां दूँगी तब तुम लन्ड मेरी माँ चोद लेना ? हां मैंने कुछ गंदे शब्द भी बोल कर सुनाया है पर ये सब मैंने अपनी सहेलियों को ही सुनाया है पब्लिक में नहीं ? मैं लन्ड पब्लिक में कुछ नहीं करती।
कोकी ने कहा - इसका मतलब तू हम सहेलियों की गांड भी मार ले, हमारी माँ भी चोद ले, और हम लोग कुछ न कहें ? क्योंकि ये सब पब्लिक में नहीं है। अरे यार माँ चोदना तो माँ चोदना ही है चाहे अकेले में चोदो पब्लिक में चोदो ? अब तू यह बता की आज का क्या प्रोग्राम है ?
मैंने कहा - आज का प्रोग्राम रात भर का प्रोग्राम है। लेकिन पहला है लड़कों के लन्ड पकड़ना और लन्ड का सड़का मार कर लन्ड पीना। उसके बाद लन्ड रात भर होगी चोदा चोदी ?
दोस्तों, मेरा नाम मोनिका है। मैं यहाँ अपने हॉस्टल में हूँ और अपनी सहलियों से मसालेदार बातें कर रही हूँ , मस्ती कर रही हूँ। यहाँ की हर एक लड़की ढेर सारी गालियां देती है। गालियां ही नहीं देती बल्कि जवानी का पूरा पूरा मज़ा लेती है। हम लोगों ने कुछ लड़कों को पटा रखा है। उन्हें बुलाकर या फिर उनके पास जाकर सेक्स का मज़ा लेतीं हैं। यहाँ बगल में लड़कों का हॉस्टल है वो भी बहन चोद लडकियों की तलास में रहतें हैं। और फिर क्यों न रहें ? उन्हें चाहिए लन्ड पेलने के लिए चूत और हमें चाहिए चूत में पेलवाने के लिए लन्ड ? वो चूत की तलास में तो मैं लन्ड की तलास में। हम दोनों अगर मिल जाएँ तो दोनों का काम बन जाए। इसी का इंतज़ाम आज हमने किया है। आज हम लोग बजायेगीं लड़कों के लन्ड का बाजा ?
मैं २२ साल की हूँ मेरी सहेलियां भी लगभग इसी उम्र की हैं। सबकी चूत में आग २४ घंटे लगी रहती हैं। सब भोसड़ी की लन्ड की तलास में रहतीं हैं लेकिन मारे शर्म के कह नहीं पाती। मैंने पहल की और हॉस्टल आने के बाद गालियां बकना शुरू कर दिया। मेरी देखा देखी कुछ और लड़कियां गालियां देने लगीं इससे उनकी झिझक दूर हुई और उन्हें बोलना आ गया। धीरे धीरे सब की सब बोलना सीख गयी और एक दूसरे की माँ बहन चोदना सीख गयीं। गालियों का बड़ा मस्त माहौल बन गया हमारे बीच ? अब हाल यह है की सभी लड़कियां बोल्ड हो गयीं है। कुछ भी करने के लिए तैयार हो गयीं हैं। अब न मैं लन्ड किसी से डरती हूँ और न लन्ड मेरी सहेलियां ? सबकी हिम्मत ने २०० % इज़ाफ़ा हो गया है। ये कमाल है सिर्फ गाली बकने का ? अब जब मैं सबकी चूत में लन्ड पेलूंगी और सबकी बुर चोदूंगी तो ये सब और बोल्ड हो जायेगीं।
हम तीनो एक गुप्त जगह में इकठ्ठा हो गयी। यह जगह थी मेरी एक सहेली का फ्लैट जो अभी खाली था। मैंने उसकी चाभी ले ली थी। वहां हम सबने मिलकर चुदाई का सारा सामान इकठ्ठा कर लिया था। जैसे की कंडोम, क्रीम, कैंची, रेज़र, हेयर रिमूवर, तेल, साबुन, लोशन, नैपकीन, टॉवल आदि। साथ ही साथ व्हिस्की, सोडा, नमकीन, कोल्ड ड्रिंक्स, बियर, पानी भी मौजूद कर लिया। लंच का आर्डर भी दे दिया। अब बस लड़कों के आने का इंतज़ार था। तब तक मैंने पूंछा की तुम लोग यह बताओ की क्या तुमने पहले भी कभी किसी का लन्ड पकड़ा है ? किसी से चुदवाया है की आज पहली बार चुदवाने जा रही हो ?
सना बोली :- हां यार मैंने पहले भी लन्ड पकड़ा है और एक नहीं कई लन्ड पकड़े हैं मुंह में भी लिया है लन्ड और चूत में भी। मैं तो बहन चोद मस्त खाई खेली हुई लड़की हूँ। हां लन्ड पकड़े हुए बहुत दिन हो गए इसलिए आजकल लन्ड के लिए छटपटा रही हूँ। जब भी घर जाती हूँ तो हर दिन २/३ लन्ड पकड़ती हूँ और खूब चुदवाकर आती हूँ।
मैंने पूंछा :- तुमने पहला लन्ड कब और किसका पकड़ा ?
सना ने जबाब दिया :- यार उस समय मैं १९ साल की थी। मेरी खाला का लड़का राउफ आया हुआ था। वह मुझसे एक साल ही बड़ा है। एक दिन सवेरे सवेरे मैं उसके कमरे में गयी तो देखा की उसका लन्ड साला बहन चोद चादर का तंबू बनाये हुए है। मैं समझ गयी की लन्ड खड़ा है। बस मैंने दरवाजे की कुण्डी बंद की और सीधे बेधड़क उसकी चादर हटा दी। मुझे उसका टन टनाता हुआ लन्ड पूरा का पूरा दिख गया। लन्ड देखते ही मेरी तो आँखें खुल गयी। मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया। मेरे मुंह में भी पानी आ गया। मैंने मन में कहा साला लौड़ा इतना बड़ा होता है ? मैंने फिर देर नहीं लगायी और लौड़ा हाथ से पकड़ लिया और उसे हौले हौले हिलाने लग गयी। इतने में वह जग गया। इससे पहले की वह कुछ बोलता मैंने कहा भाई जान चुप रहो तेरा लन्ड खड़ा है। मुझे लन्ड चारों तरफ से देख लेने दो। आज मैं पहली बार किसी का लन्ड पकड़ कर देख रही हूँ। मैंने लन्ड के बारे में सुना बहुत है पर दीदार आज कर रही हूँ।
मैंने लन्ड का टोपा चूम लिया। फिर कई बार चूमा टोपा। मुझे लन्ड पर प्यार आ गया। मैं मस्ती से लन्ड हिलाने लगी। तब उसने मेरी चूंचियां दबा दींऔर कहा अब तुम भी खोल कर दिखाओ न मुझे अपना सब कुछ ? मैंने अपनी चूंचियां भी खोल दी और चूत भी। वह मुझे नंगी देख कर पगला गया। मैंने लन्ड मुंह में भर लिया। मैं चूसने लगी लन्ड और वह मेरी चूत, मेरी गांड और मेरी चूंची सहलाने लगा। यह सिलसिला बड़ी देर तक चलता रहा। वह भी मस्ती में था और मैं भी। मैंने लन्ड जानबूझ कर मुंह से नहीं निकाला। फिर वह बोला यार सना मैं तेरे मुंह में ही निकल जाऊंगा। मैंने आँखों से कहा हां निकल जा । थोड़ी देर में उसके लन्ड ने छोड़ दी मेरे मुंह में पिचकारी। पहले तो मुझे बड़ा अजीब सा लगा लेकिन फिर मैं मजे से चाटने लगी उसका झड़ता हुआ लन्ड। क्योंकि ऐसा मैंने पोर्न फिल्म में देखा था।
उसके बाद तो मैंने उसी रात में उससे दो बार चुदवाया।
कोकी से यही सवाल किया तो वह बोली :- मैं जब १८ + की हुई तो मेरी मॉम ने मुझसे कहा बेटी कोकी now you young . you are adult . you can take decisions yourself . you can enjoy your life the way you like . एक दिन ऐसा आया जब मॉम मेरे सामने किसी को फोन पर ही डांटने लगीं - तू भोसड़ी की अभी तक कुछ नहीं कर पाई ? इतने दिनों से अपनी माँ चुदा रही थी तू ,,,,,,,,? तेरी तो गांड मारूँगी मैं, माँ की लौड़ी ? देख अब अगर दो दिन में काम नहीं हुआ तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी। फोन बाद हुआ तो मॉम ने कहा आजकल जब तक माँ बहन न चोदो तब तक बहन चोद कोई काम नहीं होता ? बाद में मैं भी गाली बकने लगी और मॉम के सामने ही बकने लगी। एक दिन मॉम मुझे एक पार्टी में ले गयीं। वहां ड्रिंक्स चल ही रही थी तो मैं भी मॉम के साथ शामिल हो गयी। मैं ३ पैग शराब पी गयी। नशा चढ़ चुका था। मैं भी नशे में झूम रही थी। तब तक काफी लोग जा चुके थे। फिर भी काफी लोग बाकी भी रह गए थे। डांस भी चल रहा था। खाना भी चल रहा था । फिर मैं अचानक बाथ रूम की तरफ बढ़ी।
वहां जो मैंने देखा उसने मेरी हिम्मत और बढ़ा दी। मैंने देखा की मॉम अपने कपड़े उतार कर एक अंकल का लन्ड चूस रहीं हैं। मैंने लन्ड देखा तो मेरी चूत गरमा उठी। फिर मैं आगे बढ़ी तो देखा की एक लड़की जो अभी मेरे साथ डांस कर रही थी वह भी एक लड़के का लन्ड पी रही है। तब तक एक लड़का मेरे पास आया और मुझे अपनी बाँहों में ले लिया और मेरी चूंचियां दबा दीं। फिर मैं नहीं रुकी। मैं भी उसका लन्ड खोल कर हिलाने लगी। लन्ड जब पूरी तरह खड़ा हो गया तो मैं उसे मुंह में डाल कर चूसने लगी। तब तक मॉम तो अंकल से चुदवाने भी लगीं थीं। मैंने जब निगाह दौड़ाई तो मालूम हुआ की वहां हर लड़की हर आंटी अपनी चूत खोले हुए चुदवा रही है। किसी को कोई शर्म नहीं ? सब सबके सामने खुल्लम खुल्ला हो रहा है। इससे मेरी हिम्मत दूनी हो गयी और मैं भी उनकी तरह चुदवाने लगी। मॉम ने मुझे चुदवाते हुए देखा और मैंने मॉम को चुदवाते हुए देखा। फिर हम दोनों मुस्करा पड़ीं।
अब बारी सारा खान की थी। उससे पूंछा गया तो वह बोली :- मैंने १५ साल की उमर में लन्ड पकड़ा था वह भी रात में और लन्ड था मेरी फूफी के बेटे का। जाड़े के दिन थे। सब लोग रजाई में घुस कर सोते थे। मैं भी एक दिन रात में उसके बगल में लेटी थी। ऐसा कुछ हुआ की न उसे नींद आ रही थी और न मुझे। रात का अँधेरा चारों तरफ छाया हुआ था। किसी को कुछ भी नहीं दिखाई पड़ रहा था। अचानक उसका हाथ मेरी रजाई में आ गया और मेरा हाथ उसकी रजाई ने चला गया। मेरा हाथ उसके लन्ड तक पहुंचा और उसका हाथ मेरी चूँचियों तक। रजाई के अंदर हम दोनों गरम हो चुके थे। मैंने अपना हाथ उसके पैजामे में घुसेड़ दिया। उसने पैजामें का नाड़ा खोल रखा था। इधर मैंने भी अपनी चूंचियां खोल कर अंदर घुसी हुई थी। जाड़े दिन में गरम गरम लन्ड पाकर मुझे मज़ा आया। मैं और अंदर घुस गयी लेकिन मेरा मुंह लन्ड तक नहीं पहुंचा। तब मैं घूम गयी. मैंने लन्ड मुंह में लिया और वह मेरी चूत पहले तो सहलाने लगा और फिर चाटने लगा। काफी देर तक हम दोनों का यही सिलसिला चलता रहा। बोल सकते नहीं थे नहीं तो कोई सुन लेता। लेकिन मुझे लन्ड का मज़ा उस दिन बहुत आया। आखिर में वह झड़ भी गया और उसने अपनी चादर के एक कोने से लन्ड पोंछा और साफ़ किया। उसके बाद हमने दो दिन तक रात में उसका लन्ड मस्ती से पकड़ा।
मैं जब १९ साल की हो गयी तो मैंने एक दिन अपनी खाला को रंगे हाथों पकड़ लिया। गर्मी के दिन थे। दोपहर का समय था। मैं बाहर से आयी और अपने कपड़े उतार कर पंखें के नीचे बैठ गयी क्योंकि मैं पसीने से लत फत हो गयी थी। जब पसीना सूख गया तो मैं बाथ रूम की तरफ बढ़ी तभी मुझे कुछ आवाज़ आयी। मैं पहचान गयी की यह आवाज़ खाल की है। उसके मुंह से निकला था "आज तेरा लन्ड भोसड़ा का बड़ा सख्त है" . मैं समझ गयी की अंदर कुछ मजेदार हो रहा है। मैंने झांक कर देखा तो मालूम हुआ की खाला किसी का लन्ड हिला रहीं हैं। लन्ड देख कर मेरी लार टपकने लगी। तभी उस आदमी ने कहा भाभी अब तो तेरी बहन की बेटी सारा भी जवान हो गयी है। किसी दिन उसे मेरा लन्ड पकड़ा दो न भाभी ? यह सुनकर तो मेरे बदन में आग लग गयी। मैं सीधे कमरे में घुस गयी। मुझसे देखते ही खाला बोली अरी सारा इधर मेरे पास जल्दी आ। मैं नजदीक पहुँच गयी तो वह बोली ले पकड़ भोसड़ी की मेरे देवर का लन्ड ? अब तू जवान हो गई है।मैं तुझे लन्ड पकड़ना सिखा दूँगी और चुदवाना भी ? मैंने लन्ड पकड़ लिया। मुझे तो यही चाहिए था। उस दिन खाला ने मुझे सब कुछ सिखा दिया। माँ चुदाना भी खाला ने सिखा दिया।
तब तक हमारे दोस्त साइमन, पीटर, ताहिर, उस्मान और जावेद आ गए। ये सब हमारे दोस्त हैं लेकिन हमने कभी इन्हें नंगे नहीं देखा। इनके लन्ड नहीं देखा। यही हाल इनका भी है। इन्होंने भी हमें कभी नंगी नहीं देखा। इसलिए आज तो मज़ा ही मज़ा आएगा जब हम सब एक दूसरे के सामने नंगी और नंगे होगें। वैसे एक बात तो है लन्ड की हम लोगों की चूंचियां बड़ी बड़ी हैं ये तो ऊपर से ही झलकता है। इसलिए लड़के हमारे आगे पीछे घूमते हैं। अब इन लोगों के लन्ड देखना है की कैसे हैं ? दिन गर्मी के थे इसलिए कपड़ा किसी के बदन पर बर्दास्त नहीं हो रहा था । फिर मैंने ड्रिंक्स चालू कर दी। सबके हाथ में शराब का गिलास आ गया। एक तो सबने थोड़े थोड़े कपडे पहन रखे थे। थोड़ी गर्मी बढ़ी मस्ती बढ़ी तो हम सबने अपनी अपनी चूंचियां खोल लीं। लड़कों की नज़र जब हमारी बड़ी बड़ी सुडौल चूँचियों पर पड़ी तो उनके होश उड़ गये. वो सब हमारी चूंचियां आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगे और उनके लन्ड अंदर ही अंदर कसमसाने लगे।
शराब पियो - लन्ड पियो
हमारी तनी हुई चूंचियां उन्हें पागल बना रहीं थीं। तब मैंने कहा अरे भोसड़ी वालों आगे बढ़ो और पकड़ो हमारी चूंचियां से सब तुम्हारे लिए ही तो हैं ? फिर क्या साइमन ने सना की चूंचियां पकड़ लीं, पीटर ने सारा की चूंचियां, ताहिर ने कोकी की चूंचियां। उस्मान और जावेद दोनों ने मिल कर मेरी चूँचियों पर धावा बोल दिया। सब लोगों ने एक ही झटके में पैग ख़तम कर दिया और चूंचियां चाटने और चूसने लगे। उधर लड़कियों के हाथ भी लन्ड तक पहंच गये। मैं अपने दोनों हाथों से लन्ड टटोलने लगी। मैंने उनकी टी शर्ट उतार दी। उनकी घने बालों से लदी छाती को देख कर मस्त हो गयी। मुझे मर्दों की छाती के बाल बहुत अच्छे लगतें हैं। मैं वहीँ एक सोफा पर बैठ गयी और उनकी पैंट खोल कर उन्हें नंगा करने लगी। कोकी , सना और सारा भी अपने अपने दोस्तों को नंगा करने लगीं। लड़कों को नंगा करने की सबको बड़ी जल्दी थी। लन्ड जैसे ही बाहर निकले तो मुझे देख कर मेरा चेहरा खिल उठा। उस्मान और जावेद दोनों के लन्ड मोटे और लंबे निकले। मैं उन्हें पकड़ कर हिलाने लगी तो लन्ड साले आसमान ताकने लगे। मेरे हिसाब से लन्ड ८" + के थे। तब तक सना ने लौड़ा खोला और उसे पकड़ कर बोली हाय मोनिका लौड़ा तो साला बड़ा मोटा है यार ? उधर से सारा बोली हाय अल्ला, देखो तो कितना मोटा तगड़ा लन्ड है इस भोसड़ी वाले पीटर का ? सना ने कहा हां यार साइमन का लौड़ा भी ८" से बड़ा ही होगा। हमारे मन की मुराद पूरी हुई। लौडों का साइज हमारे मन के निकले ? हमारी चूत और गनगना उठी। वह भी मस्त हो गयी लौड़ा देख कर ?
मजे की बात यह है की किसी के लन्ड पर झांटें बिलकुल नहीं थीं। सबके लन्ड चिकने थे और उनके पेल्हड़ भी चिकने। चिकने लन्ड और चिकने पेल्हड़ चाटने में बड़ा मज़ा आता है।
फिर हम चारों भी अपने नीचे के कपड़े खोल कर उनके आगे नंगी हो गयीं। हमारी चूत और हमारी गांड देख कर लड़के तो बहुत खुश हो गए। वे सब चूत पर हाथ फेरने लगे। सना की चूत एकदम चिकनी थी. सारा ने चूत के ऊपर चबूतरे पर थोड़ी थोड़ी झांटें उगा रखीं थीं और कोकी भी छोटी छोटी झांटों की शौक़ीन है। मैं भी अपनी झांटें ट्रिम करके रखती हूँ। छोटी छोटी झांटों से चूत बड़ी सेक्सी लगती है। और फिर मैं तो कभी कभी खुलेआम लड़कों को अपनी झांटें दिखा भी देती हूँ। मैंने कहा अब सुनो बुर चोदियों तुम सब शराब के साथ लन्ड पियो और लन्ड के साथ शराब पियो। उसके बाद मारो लन्ड का सड़का चाहे हाथ से मारो, मुंह से मारो या फिर चूँचियों से मारो पर मारो सड़का। फिर झड़ते हुए लन्ड को पियो। चाहे अपना लन्ड पियो चाहे मिलकर लन्ड पियो। लेकिन सबके लन्ड पियो। सबके लन्ड का स्वाद लेना है। लन्ड के स्वाद से भी लन्ड पहचाने जाते हैं। मेरी मौसी तो लन्ड का मुठ्ठी मारती है और फिर उसका वीर्य पी कर बता देतीं हैं की यह लन्ड किसका है ? यही हाल उसकी बेटी का भी है और मेरा भी ?
मैं शराब में लन्ड डुबो डुबो कर चाटने लगी। सब यही करने मस्ताने लगीं। लन्ड मुंह में डाल कर चूसने लगी। सुपाड़ा मजे से चाटने लगीं। थोड़ा ऐसा करने के बाद मैंने उस्मान का लन्ड सना को पकड़ा और उससे साइमन का लन्ड ले लिया। मैंने फिर जावेद का लन्ड सारा को पकड़ा दिया सारा ने पीटर का लन्ड कोकी को पकड़ा दिया। कोकी ने ताहिर का लन्ड मुझे पकड़ा दिया। सबके लन्ड बदल गये तो मज़ा दूना हो गया। इसी तरह हम चारों लन्ड बदलती रहीं और चूसती रहीं। आखिर में हमने सड़का मारना सुरु किया। तब मेरे हाथ में पीटर का लन्ड था, सना के हाथ में ताहिर का लन्ड, सारा के हाथ में उस्मान का लन्ड, और कोकी हाथ में जावेद और साइमन का लन्ड था। हम सब लन्ड का मुठ्ठ मारने लगीं। एक हाथ से पेल्हड़ थामा और दूसरे हाथ में लन्ड। सभी लड़कियां मुठ्ठ मारने लगीं।
लड़कियां बोल रहीं थीं - आजा भोसड़ी के आज मैं तेरे लन्ड की गांड मार दूँगी, लन्ड का निकाल लूंगी तेल, साले भोसड़ी के लन्ड तू साला बड़ा हरामी है, तेरी माँ की चूत साले जल्दी से निकल आ, लन्ड मियाँ मैं तेरा मक्खन निकाल कर ही दम लूंगी, हाय दईया तू तो बहन चोद फूलता ही जा रहा है लौड़े मियां ? मैं आज तेरी चटनी बना दूँगी लन्ड महराज, ढीली कर दूँगी तेरी गांड, अभी बहुत हिनहिना रहा है तू, अभी मैं तुझे चूहा बना दूँगी, लन्ड मियाँ तेरी बहन का लन्ड साले निकल भोसड़ी के जल्दी ?
सारे लड़के सिसियाने लगे। मुंह से अजीब अजीब आवाज़ें निकलने लगे। ओ, हो, हाय, रे और जल्दी जल्दी मारो सड़का, है, हां, और तेज करो, मज़ा आ रहा है, ओ, हो, उइ, आ, हा सही हो, आ, उ, आ, हो, या हो, हां हां, और तेज और तेज करो, तेरे हाथ में जादू है यार, हां और मारो मुठ्ठ वाह, वॉवो क्या बात है ? ओ, हो, ये, है, उइ, लो आ गाय , निकल आ आया, साला लो आ गया, अब चूसो मेरा लन्ड, पियो मेरा लन्ड, चाट लो मेरा लन्ड, वाओ, कितनीअच्छी हो तुम सब ?
सबसे पहले साइमन झड़ा तो सबने थोड़ा थोड़ा लन्ड चाटा। फिर जावेद के लन्ड ने पिचकारी मार दी, उसे सबने चाटा। उसके बाद पीटर के लन्ड ने उगल दिया वीर्य उसका भी सबने मज़ा लिया सबसे बाद में उस्मान और ताहिर झड़ गये उन दोनों के भी लन्ड हम सबने खूब चाटा।
उसके बाद सब बाथ रूम गए और वहां से नहा धो कर वापस आ गए। लड़कियां भी नाहन कर फ्रेश हो गयीं और फिर सबने नंगे नंगे ही खाना खाया। खाते समय भी हंसी मजाक होती रही प्यार से गाली गलौज भी होती रही और ख्होब मस्ती भी हुई।
लौड़ा बुर में - चूंची मुंह में
करीब दो घंटे बाद फिर शुरू हो गया लन्ड और चूत का खेल। लड़के लड़कियां की चूंचियां, उनकी चूत और गांड सहलाने लगे। उधर लड़कियां लड़कों के लन्ड पकड़ कर हिलाने लगीं। मेरे कहा देखो भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों अब होगा चोदा चोदी का घमाशान खेल। सब चोदेंगें सबकी चूत ? सबकी बुर में सबके लन्ड ? कोई बचेगी नहीं ? तुम लोग जानते हो की मेरा नाम है मोनिका और मैं लन्ड किसी की नहीं सुनती। एक बार मैंने अपनी मॉम से कहा था - मॉम आज मैं तेरा भोसड़ा चोदूँगी। मॉम बोली नहीं मोनिका आज मेरा भोसड़ा मत चोदो, मेरी गांड मार लो। आज मेरा मन गांड मराने का है। मैंने कहा नहीं मॉम ये तो हो नहीं सकता ? मैं तो भोसड़ा ही चोदूंगी ? मैं लन्ड किसी की नहीं सुनती। फिर मैंने इब्राहिम अंकल का लन्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेल दिया और बड़े मजे चोदा उसका भोसड़ा ? चोदने के बाद अंकल जाने लगे तो मॉम ने उसे रोक लिया और बोलीं नहीं इब्राहिम आज रात भर तुम यहीं रहोगे। ऐसा कह कर मॉम ने उसका लन्ड पकड़ा और हिलाने लगीं। लन्ड जब खड़ा हो गया तो उसने वही लन्ड मेरी गांड में ठोंक दिया और बोली सुन बुर चोदी मोनिका मैं तेरी माँ हूँ, मैं भी लन्ड किसी की नहीं सुनती ?
सबने तालियां बजाई और मेरी बात का एन्जॉय किया। उधर लन्ड एक बार फिर खड़े होकर हिनहिनाने लगे। मैंने ताहिर का लन्ड पकड़ लिया और उसने मेरी चूंचियां , मेरे बगल में सना ने पीटर का लौड़ा अपने हाथ में लिया और उसे मस्ती से हिलाने लगी, मेरे दूसरी तरफ सारा ने साइमन का लन्ड पकड़ा और उसे चूमने चाटने लगी, साइमन उसकी चूत और चूंचियां सहलाने लगा। तब तक कोकी उठी उसने एक हाथ में उस्मान का लौड़ा लिया और दूसरे हाथ में जावेद का लौड़ा। दोनों लन्ड बारी बारी से चूसने लगी। वो दोनों उसकी चूँचियों से खेलने लगे , सारे लन्ड थोड़ी देर में काबू से बाहर हो गए। ताहिर का लन्ड मेरी चूत में घुस गया, पीटर सना की बुर चोदने लगा, साइमन ने लन्ड सारा की चूत घुसेड़ दिया और भकाभक चोदने लगा। कोकी ने जावेद का लन्ड अपनी चूत मे पेला और उस्मान का लन्ड अपने मुंह में। वो दो दो लन्ड से चुदवाने लगी।
सना :- वाओ,आज तो चुदाने में वाकई बड़ा अच्छा लग रहा है। मैं पहली बार इतने लोगों के सामने चुदवा रहीं हूँ। मैं ये बात अम्मी को बताऊंगी तो उसका भोसड़ा साला गरमा उठेगा।
सारा :- यार मेरा मन करता है की इस तरह चुदाई हर रोज़ हो। मेरी चूत को इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। मेरा तो मन हो रहा है की मैं अपनी माँ भी इसी तरह चुदवाऊँ ?
कोकी :- आज मैं भी पहली बार दो दो लन्ड चुदवा रही हूँ और यौम सबको अपने सामने चुदवाते हुए देख रही हूँ। ऐसा मौक़ा बार बार नै आता ? मोनिका तू भोसड़ी की है वाकई बड़ी मजेदार चीज ? ऐसे ही प्रोग्राम रखा करो ? तुम लन्ड किसी और की न सुनो ? कोई बात नहीं लेकिन हमारी चूत की तो सुनो ?
उसके बाद यह चुदाई का प्रोग्राम रात भर ही नहीं बल्कि दो दिन तक चलता रहा।
मैंने कहा न मैं अपने मन की रानी हूँ। मैं अपनी मन मानी करती हूँ। मैं लन्ड किसी की नहीं सुनती। मैं लन्ड किसी की परवाह भी नहीं करती ? और न किसी भोसड़ी वाले या भोसड़ी वाली को गाली देती हूँ । हां, मेरे मुंह से लन्ड बहुत निकलता है क्योंकी "लन्ड" मेरा तकिया कलाम है।
वैसे मैं बहुत बड़ी बुर चोदी हूँ, बहुत बड़ी मादर चोद हूँ, बड़ी हरामजादी और चालाक लड़की हूँ। लोग कहते है की मोनिका तू बहुत गालियां देती हैं। पर यह बात बिलकुल सच है की मैं कभी किसी को गाली नहीं देती। तुम चाहते हो की मैं गाली दूं लेकिन मैं गाली कभी नहीं दूँगी। तुम चाहे जितनी कोशिश कर लो लेकिन मैं 'तेरी माँ की चूत' नहीं कहूँगी ।
मैं 'तेरी माँ की चूत' 'तेरी बहन का लन्ड' 'तेरी बिटिया की बुर' तो कभी बोल ही नहीं सकती। तुम मुझे जो कहना चाहो कह लो पर मैं मादर चोद कभी गाली नहीं देती। मैं गाली देना अच्छा नहीं समझती बहन चोद।
मैं एक शर्मीली लड़की हूँ। आँखें नीचे करके चलने वाली लड़की हूँ। मेरे मुंह में कभी लन्ड, बुर, चूत, गांड, भोसड़ा, झांट, चोदा, चोदी जैसे शब्द निकल ही नहीं सकते। लोग कहते है मुझसे की भोसड़ी की, भोसड़ी वाला, मादर चोद, बहन चोद, बेटी चोद, सब कुछ कहा करो लेकिन मैं साफ़ साफ़ मना कर देती हूँ। मैं अपना मुंह क्यों गंदा करूँ। कई बार कई लोगों ने मुझे यह कह कर खूब उकसाया की 'तेरी झांटें उखाड़ लूंगी' 'तेरी गांड में ठोंक दूँगी लन्ड' 'चोद डालूँगी तेरी माँ का भोसड़ा' 'नोंच लूंगी तेरा बहन चोद लन्ड' कहो। लेकिन मैंने मना कर दिया। मैं किसी की बात क्यों मानू ? मैं लन्ड किसी के दबाव में नहीं आने वाली ? मैं लन्ड किसी से नहीं डरती ? मैं कभी भी ऐसी गन्दी गन्दी बातें नहीं करती।
मैं ये सब बातें अपनी सहेलियों को सुना रही थी। मेरी सहेलियां जो यहाँ खड़ी हैं वो हैं सना, सारा खान और कोकी ? तभी सना बोली अरे यार मोनिका तू भोसड़ी की तू किसे चूतिया बना रही है ? तू क्या समझती है की हम लोग कुछ समझ नहीं पा रहीं हैं ? अरे अभी अभी तूने कितनी गन्दी गन्दी बातें कही हैं, तुझे कुछ मालूम है ? तू तो नॉन स्टॉप बोलती जाती है। तेरे मुंह से गालियां बन्दूक की गोली की तरह निकलती जाती है और तू माँ की लौड़ी कहती है की मैं गाली नहीं देती ? तुझे कुछ होश भी है मोनिका ? अभी अभी तूने अपनी बात कहने में १७ गालियां दीं हैं और ११ गंदे गंदे शब्दों का खुलेआम बोला है। उनका सही सही उच्चारण किया है। इसके अलावा तेरा जो तकिया कलाम है वो तो अपने आप में एक बड़ा वज़नदार गन्दा शब्द है जिसे "लन्ड" कहते हैं। इसके बावजूद तू अपने आपको पाक़ साफ़ बता रही है। यहाँ हम सबको चूतिया बना रही है तू ? हमको बच्ची समझ रही है तू। अरे अब तो हम लोग तेरी माँ चोदने वाली हो गयीं हैं। तेरी गांड में लौड़ा पेलने वाली हो गयीं है। अब तू बच के रहना हम लोगों से ?
मैंने कहा - यार मैं लन्ड अपनी बात पर कायम हूँ। मैंने तुमको गालियां सुनाई हैं पर गालियां दी नहीं हैं। जब मैं गालियां दूँगी तब तुम लन्ड मेरी माँ चोद लेना ? हां मैंने कुछ गंदे शब्द भी बोल कर सुनाया है पर ये सब मैंने अपनी सहेलियों को ही सुनाया है पब्लिक में नहीं ? मैं लन्ड पब्लिक में कुछ नहीं करती।
कोकी ने कहा - इसका मतलब तू हम सहेलियों की गांड भी मार ले, हमारी माँ भी चोद ले, और हम लोग कुछ न कहें ? क्योंकि ये सब पब्लिक में नहीं है। अरे यार माँ चोदना तो माँ चोदना ही है चाहे अकेले में चोदो पब्लिक में चोदो ? अब तू यह बता की आज का क्या प्रोग्राम है ?
मैंने कहा - आज का प्रोग्राम रात भर का प्रोग्राम है। लेकिन पहला है लड़कों के लन्ड पकड़ना और लन्ड का सड़का मार कर लन्ड पीना। उसके बाद लन्ड रात भर होगी चोदा चोदी ?
दोस्तों, मेरा नाम मोनिका है। मैं यहाँ अपने हॉस्टल में हूँ और अपनी सहलियों से मसालेदार बातें कर रही हूँ , मस्ती कर रही हूँ। यहाँ की हर एक लड़की ढेर सारी गालियां देती है। गालियां ही नहीं देती बल्कि जवानी का पूरा पूरा मज़ा लेती है। हम लोगों ने कुछ लड़कों को पटा रखा है। उन्हें बुलाकर या फिर उनके पास जाकर सेक्स का मज़ा लेतीं हैं। यहाँ बगल में लड़कों का हॉस्टल है वो भी बहन चोद लडकियों की तलास में रहतें हैं। और फिर क्यों न रहें ? उन्हें चाहिए लन्ड पेलने के लिए चूत और हमें चाहिए चूत में पेलवाने के लिए लन्ड ? वो चूत की तलास में तो मैं लन्ड की तलास में। हम दोनों अगर मिल जाएँ तो दोनों का काम बन जाए। इसी का इंतज़ाम आज हमने किया है। आज हम लोग बजायेगीं लड़कों के लन्ड का बाजा ?
मैं २२ साल की हूँ मेरी सहेलियां भी लगभग इसी उम्र की हैं। सबकी चूत में आग २४ घंटे लगी रहती हैं। सब भोसड़ी की लन्ड की तलास में रहतीं हैं लेकिन मारे शर्म के कह नहीं पाती। मैंने पहल की और हॉस्टल आने के बाद गालियां बकना शुरू कर दिया। मेरी देखा देखी कुछ और लड़कियां गालियां देने लगीं इससे उनकी झिझक दूर हुई और उन्हें बोलना आ गया। धीरे धीरे सब की सब बोलना सीख गयी और एक दूसरे की माँ बहन चोदना सीख गयीं। गालियों का बड़ा मस्त माहौल बन गया हमारे बीच ? अब हाल यह है की सभी लड़कियां बोल्ड हो गयीं है। कुछ भी करने के लिए तैयार हो गयीं हैं। अब न मैं लन्ड किसी से डरती हूँ और न लन्ड मेरी सहेलियां ? सबकी हिम्मत ने २०० % इज़ाफ़ा हो गया है। ये कमाल है सिर्फ गाली बकने का ? अब जब मैं सबकी चूत में लन्ड पेलूंगी और सबकी बुर चोदूंगी तो ये सब और बोल्ड हो जायेगीं।
हम तीनो एक गुप्त जगह में इकठ्ठा हो गयी। यह जगह थी मेरी एक सहेली का फ्लैट जो अभी खाली था। मैंने उसकी चाभी ले ली थी। वहां हम सबने मिलकर चुदाई का सारा सामान इकठ्ठा कर लिया था। जैसे की कंडोम, क्रीम, कैंची, रेज़र, हेयर रिमूवर, तेल, साबुन, लोशन, नैपकीन, टॉवल आदि। साथ ही साथ व्हिस्की, सोडा, नमकीन, कोल्ड ड्रिंक्स, बियर, पानी भी मौजूद कर लिया। लंच का आर्डर भी दे दिया। अब बस लड़कों के आने का इंतज़ार था। तब तक मैंने पूंछा की तुम लोग यह बताओ की क्या तुमने पहले भी कभी किसी का लन्ड पकड़ा है ? किसी से चुदवाया है की आज पहली बार चुदवाने जा रही हो ?
सना बोली :- हां यार मैंने पहले भी लन्ड पकड़ा है और एक नहीं कई लन्ड पकड़े हैं मुंह में भी लिया है लन्ड और चूत में भी। मैं तो बहन चोद मस्त खाई खेली हुई लड़की हूँ। हां लन्ड पकड़े हुए बहुत दिन हो गए इसलिए आजकल लन्ड के लिए छटपटा रही हूँ। जब भी घर जाती हूँ तो हर दिन २/३ लन्ड पकड़ती हूँ और खूब चुदवाकर आती हूँ।
मैंने पूंछा :- तुमने पहला लन्ड कब और किसका पकड़ा ?
सना ने जबाब दिया :- यार उस समय मैं १९ साल की थी। मेरी खाला का लड़का राउफ आया हुआ था। वह मुझसे एक साल ही बड़ा है। एक दिन सवेरे सवेरे मैं उसके कमरे में गयी तो देखा की उसका लन्ड साला बहन चोद चादर का तंबू बनाये हुए है। मैं समझ गयी की लन्ड खड़ा है। बस मैंने दरवाजे की कुण्डी बंद की और सीधे बेधड़क उसकी चादर हटा दी। मुझे उसका टन टनाता हुआ लन्ड पूरा का पूरा दिख गया। लन्ड देखते ही मेरी तो आँखें खुल गयी। मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया। मेरे मुंह में भी पानी आ गया। मैंने मन में कहा साला लौड़ा इतना बड़ा होता है ? मैंने फिर देर नहीं लगायी और लौड़ा हाथ से पकड़ लिया और उसे हौले हौले हिलाने लग गयी। इतने में वह जग गया। इससे पहले की वह कुछ बोलता मैंने कहा भाई जान चुप रहो तेरा लन्ड खड़ा है। मुझे लन्ड चारों तरफ से देख लेने दो। आज मैं पहली बार किसी का लन्ड पकड़ कर देख रही हूँ। मैंने लन्ड के बारे में सुना बहुत है पर दीदार आज कर रही हूँ।
मैंने लन्ड का टोपा चूम लिया। फिर कई बार चूमा टोपा। मुझे लन्ड पर प्यार आ गया। मैं मस्ती से लन्ड हिलाने लगी। तब उसने मेरी चूंचियां दबा दींऔर कहा अब तुम भी खोल कर दिखाओ न मुझे अपना सब कुछ ? मैंने अपनी चूंचियां भी खोल दी और चूत भी। वह मुझे नंगी देख कर पगला गया। मैंने लन्ड मुंह में भर लिया। मैं चूसने लगी लन्ड और वह मेरी चूत, मेरी गांड और मेरी चूंची सहलाने लगा। यह सिलसिला बड़ी देर तक चलता रहा। वह भी मस्ती में था और मैं भी। मैंने लन्ड जानबूझ कर मुंह से नहीं निकाला। फिर वह बोला यार सना मैं तेरे मुंह में ही निकल जाऊंगा। मैंने आँखों से कहा हां निकल जा । थोड़ी देर में उसके लन्ड ने छोड़ दी मेरे मुंह में पिचकारी। पहले तो मुझे बड़ा अजीब सा लगा लेकिन फिर मैं मजे से चाटने लगी उसका झड़ता हुआ लन्ड। क्योंकि ऐसा मैंने पोर्न फिल्म में देखा था।
उसके बाद तो मैंने उसी रात में उससे दो बार चुदवाया।
कोकी से यही सवाल किया तो वह बोली :- मैं जब १८ + की हुई तो मेरी मॉम ने मुझसे कहा बेटी कोकी now you young . you are adult . you can take decisions yourself . you can enjoy your life the way you like . एक दिन ऐसा आया जब मॉम मेरे सामने किसी को फोन पर ही डांटने लगीं - तू भोसड़ी की अभी तक कुछ नहीं कर पाई ? इतने दिनों से अपनी माँ चुदा रही थी तू ,,,,,,,,? तेरी तो गांड मारूँगी मैं, माँ की लौड़ी ? देख अब अगर दो दिन में काम नहीं हुआ तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी। फोन बाद हुआ तो मॉम ने कहा आजकल जब तक माँ बहन न चोदो तब तक बहन चोद कोई काम नहीं होता ? बाद में मैं भी गाली बकने लगी और मॉम के सामने ही बकने लगी। एक दिन मॉम मुझे एक पार्टी में ले गयीं। वहां ड्रिंक्स चल ही रही थी तो मैं भी मॉम के साथ शामिल हो गयी। मैं ३ पैग शराब पी गयी। नशा चढ़ चुका था। मैं भी नशे में झूम रही थी। तब तक काफी लोग जा चुके थे। फिर भी काफी लोग बाकी भी रह गए थे। डांस भी चल रहा था। खाना भी चल रहा था । फिर मैं अचानक बाथ रूम की तरफ बढ़ी।
वहां जो मैंने देखा उसने मेरी हिम्मत और बढ़ा दी। मैंने देखा की मॉम अपने कपड़े उतार कर एक अंकल का लन्ड चूस रहीं हैं। मैंने लन्ड देखा तो मेरी चूत गरमा उठी। फिर मैं आगे बढ़ी तो देखा की एक लड़की जो अभी मेरे साथ डांस कर रही थी वह भी एक लड़के का लन्ड पी रही है। तब तक एक लड़का मेरे पास आया और मुझे अपनी बाँहों में ले लिया और मेरी चूंचियां दबा दीं। फिर मैं नहीं रुकी। मैं भी उसका लन्ड खोल कर हिलाने लगी। लन्ड जब पूरी तरह खड़ा हो गया तो मैं उसे मुंह में डाल कर चूसने लगी। तब तक मॉम तो अंकल से चुदवाने भी लगीं थीं। मैंने जब निगाह दौड़ाई तो मालूम हुआ की वहां हर लड़की हर आंटी अपनी चूत खोले हुए चुदवा रही है। किसी को कोई शर्म नहीं ? सब सबके सामने खुल्लम खुल्ला हो रहा है। इससे मेरी हिम्मत दूनी हो गयी और मैं भी उनकी तरह चुदवाने लगी। मॉम ने मुझे चुदवाते हुए देखा और मैंने मॉम को चुदवाते हुए देखा। फिर हम दोनों मुस्करा पड़ीं।
अब बारी सारा खान की थी। उससे पूंछा गया तो वह बोली :- मैंने १५ साल की उमर में लन्ड पकड़ा था वह भी रात में और लन्ड था मेरी फूफी के बेटे का। जाड़े के दिन थे। सब लोग रजाई में घुस कर सोते थे। मैं भी एक दिन रात में उसके बगल में लेटी थी। ऐसा कुछ हुआ की न उसे नींद आ रही थी और न मुझे। रात का अँधेरा चारों तरफ छाया हुआ था। किसी को कुछ भी नहीं दिखाई पड़ रहा था। अचानक उसका हाथ मेरी रजाई में आ गया और मेरा हाथ उसकी रजाई ने चला गया। मेरा हाथ उसके लन्ड तक पहुंचा और उसका हाथ मेरी चूँचियों तक। रजाई के अंदर हम दोनों गरम हो चुके थे। मैंने अपना हाथ उसके पैजामे में घुसेड़ दिया। उसने पैजामें का नाड़ा खोल रखा था। इधर मैंने भी अपनी चूंचियां खोल कर अंदर घुसी हुई थी। जाड़े दिन में गरम गरम लन्ड पाकर मुझे मज़ा आया। मैं और अंदर घुस गयी लेकिन मेरा मुंह लन्ड तक नहीं पहुंचा। तब मैं घूम गयी. मैंने लन्ड मुंह में लिया और वह मेरी चूत पहले तो सहलाने लगा और फिर चाटने लगा। काफी देर तक हम दोनों का यही सिलसिला चलता रहा। बोल सकते नहीं थे नहीं तो कोई सुन लेता। लेकिन मुझे लन्ड का मज़ा उस दिन बहुत आया। आखिर में वह झड़ भी गया और उसने अपनी चादर के एक कोने से लन्ड पोंछा और साफ़ किया। उसके बाद हमने दो दिन तक रात में उसका लन्ड मस्ती से पकड़ा।
मैं जब १९ साल की हो गयी तो मैंने एक दिन अपनी खाला को रंगे हाथों पकड़ लिया। गर्मी के दिन थे। दोपहर का समय था। मैं बाहर से आयी और अपने कपड़े उतार कर पंखें के नीचे बैठ गयी क्योंकि मैं पसीने से लत फत हो गयी थी। जब पसीना सूख गया तो मैं बाथ रूम की तरफ बढ़ी तभी मुझे कुछ आवाज़ आयी। मैं पहचान गयी की यह आवाज़ खाल की है। उसके मुंह से निकला था "आज तेरा लन्ड भोसड़ा का बड़ा सख्त है" . मैं समझ गयी की अंदर कुछ मजेदार हो रहा है। मैंने झांक कर देखा तो मालूम हुआ की खाला किसी का लन्ड हिला रहीं हैं। लन्ड देख कर मेरी लार टपकने लगी। तभी उस आदमी ने कहा भाभी अब तो तेरी बहन की बेटी सारा भी जवान हो गयी है। किसी दिन उसे मेरा लन्ड पकड़ा दो न भाभी ? यह सुनकर तो मेरे बदन में आग लग गयी। मैं सीधे कमरे में घुस गयी। मुझसे देखते ही खाला बोली अरी सारा इधर मेरे पास जल्दी आ। मैं नजदीक पहुँच गयी तो वह बोली ले पकड़ भोसड़ी की मेरे देवर का लन्ड ? अब तू जवान हो गई है।मैं तुझे लन्ड पकड़ना सिखा दूँगी और चुदवाना भी ? मैंने लन्ड पकड़ लिया। मुझे तो यही चाहिए था। उस दिन खाला ने मुझे सब कुछ सिखा दिया। माँ चुदाना भी खाला ने सिखा दिया।
तब तक हमारे दोस्त साइमन, पीटर, ताहिर, उस्मान और जावेद आ गए। ये सब हमारे दोस्त हैं लेकिन हमने कभी इन्हें नंगे नहीं देखा। इनके लन्ड नहीं देखा। यही हाल इनका भी है। इन्होंने भी हमें कभी नंगी नहीं देखा। इसलिए आज तो मज़ा ही मज़ा आएगा जब हम सब एक दूसरे के सामने नंगी और नंगे होगें। वैसे एक बात तो है लन्ड की हम लोगों की चूंचियां बड़ी बड़ी हैं ये तो ऊपर से ही झलकता है। इसलिए लड़के हमारे आगे पीछे घूमते हैं। अब इन लोगों के लन्ड देखना है की कैसे हैं ? दिन गर्मी के थे इसलिए कपड़ा किसी के बदन पर बर्दास्त नहीं हो रहा था । फिर मैंने ड्रिंक्स चालू कर दी। सबके हाथ में शराब का गिलास आ गया। एक तो सबने थोड़े थोड़े कपडे पहन रखे थे। थोड़ी गर्मी बढ़ी मस्ती बढ़ी तो हम सबने अपनी अपनी चूंचियां खोल लीं। लड़कों की नज़र जब हमारी बड़ी बड़ी सुडौल चूँचियों पर पड़ी तो उनके होश उड़ गये. वो सब हमारी चूंचियां आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगे और उनके लन्ड अंदर ही अंदर कसमसाने लगे।
शराब पियो - लन्ड पियो
हमारी तनी हुई चूंचियां उन्हें पागल बना रहीं थीं। तब मैंने कहा अरे भोसड़ी वालों आगे बढ़ो और पकड़ो हमारी चूंचियां से सब तुम्हारे लिए ही तो हैं ? फिर क्या साइमन ने सना की चूंचियां पकड़ लीं, पीटर ने सारा की चूंचियां, ताहिर ने कोकी की चूंचियां। उस्मान और जावेद दोनों ने मिल कर मेरी चूँचियों पर धावा बोल दिया। सब लोगों ने एक ही झटके में पैग ख़तम कर दिया और चूंचियां चाटने और चूसने लगे। उधर लड़कियों के हाथ भी लन्ड तक पहंच गये। मैं अपने दोनों हाथों से लन्ड टटोलने लगी। मैंने उनकी टी शर्ट उतार दी। उनकी घने बालों से लदी छाती को देख कर मस्त हो गयी। मुझे मर्दों की छाती के बाल बहुत अच्छे लगतें हैं। मैं वहीँ एक सोफा पर बैठ गयी और उनकी पैंट खोल कर उन्हें नंगा करने लगी। कोकी , सना और सारा भी अपने अपने दोस्तों को नंगा करने लगीं। लड़कों को नंगा करने की सबको बड़ी जल्दी थी। लन्ड जैसे ही बाहर निकले तो मुझे देख कर मेरा चेहरा खिल उठा। उस्मान और जावेद दोनों के लन्ड मोटे और लंबे निकले। मैं उन्हें पकड़ कर हिलाने लगी तो लन्ड साले आसमान ताकने लगे। मेरे हिसाब से लन्ड ८" + के थे। तब तक सना ने लौड़ा खोला और उसे पकड़ कर बोली हाय मोनिका लौड़ा तो साला बड़ा मोटा है यार ? उधर से सारा बोली हाय अल्ला, देखो तो कितना मोटा तगड़ा लन्ड है इस भोसड़ी वाले पीटर का ? सना ने कहा हां यार साइमन का लौड़ा भी ८" से बड़ा ही होगा। हमारे मन की मुराद पूरी हुई। लौडों का साइज हमारे मन के निकले ? हमारी चूत और गनगना उठी। वह भी मस्त हो गयी लौड़ा देख कर ?
मजे की बात यह है की किसी के लन्ड पर झांटें बिलकुल नहीं थीं। सबके लन्ड चिकने थे और उनके पेल्हड़ भी चिकने। चिकने लन्ड और चिकने पेल्हड़ चाटने में बड़ा मज़ा आता है।
फिर हम चारों भी अपने नीचे के कपड़े खोल कर उनके आगे नंगी हो गयीं। हमारी चूत और हमारी गांड देख कर लड़के तो बहुत खुश हो गए। वे सब चूत पर हाथ फेरने लगे। सना की चूत एकदम चिकनी थी. सारा ने चूत के ऊपर चबूतरे पर थोड़ी थोड़ी झांटें उगा रखीं थीं और कोकी भी छोटी छोटी झांटों की शौक़ीन है। मैं भी अपनी झांटें ट्रिम करके रखती हूँ। छोटी छोटी झांटों से चूत बड़ी सेक्सी लगती है। और फिर मैं तो कभी कभी खुलेआम लड़कों को अपनी झांटें दिखा भी देती हूँ। मैंने कहा अब सुनो बुर चोदियों तुम सब शराब के साथ लन्ड पियो और लन्ड के साथ शराब पियो। उसके बाद मारो लन्ड का सड़का चाहे हाथ से मारो, मुंह से मारो या फिर चूँचियों से मारो पर मारो सड़का। फिर झड़ते हुए लन्ड को पियो। चाहे अपना लन्ड पियो चाहे मिलकर लन्ड पियो। लेकिन सबके लन्ड पियो। सबके लन्ड का स्वाद लेना है। लन्ड के स्वाद से भी लन्ड पहचाने जाते हैं। मेरी मौसी तो लन्ड का मुठ्ठी मारती है और फिर उसका वीर्य पी कर बता देतीं हैं की यह लन्ड किसका है ? यही हाल उसकी बेटी का भी है और मेरा भी ?
मैं शराब में लन्ड डुबो डुबो कर चाटने लगी। सब यही करने मस्ताने लगीं। लन्ड मुंह में डाल कर चूसने लगी। सुपाड़ा मजे से चाटने लगीं। थोड़ा ऐसा करने के बाद मैंने उस्मान का लन्ड सना को पकड़ा और उससे साइमन का लन्ड ले लिया। मैंने फिर जावेद का लन्ड सारा को पकड़ा दिया सारा ने पीटर का लन्ड कोकी को पकड़ा दिया। कोकी ने ताहिर का लन्ड मुझे पकड़ा दिया। सबके लन्ड बदल गये तो मज़ा दूना हो गया। इसी तरह हम चारों लन्ड बदलती रहीं और चूसती रहीं। आखिर में हमने सड़का मारना सुरु किया। तब मेरे हाथ में पीटर का लन्ड था, सना के हाथ में ताहिर का लन्ड, सारा के हाथ में उस्मान का लन्ड, और कोकी हाथ में जावेद और साइमन का लन्ड था। हम सब लन्ड का मुठ्ठ मारने लगीं। एक हाथ से पेल्हड़ थामा और दूसरे हाथ में लन्ड। सभी लड़कियां मुठ्ठ मारने लगीं।
लड़कियां बोल रहीं थीं - आजा भोसड़ी के आज मैं तेरे लन्ड की गांड मार दूँगी, लन्ड का निकाल लूंगी तेल, साले भोसड़ी के लन्ड तू साला बड़ा हरामी है, तेरी माँ की चूत साले जल्दी से निकल आ, लन्ड मियाँ मैं तेरा मक्खन निकाल कर ही दम लूंगी, हाय दईया तू तो बहन चोद फूलता ही जा रहा है लौड़े मियां ? मैं आज तेरी चटनी बना दूँगी लन्ड महराज, ढीली कर दूँगी तेरी गांड, अभी बहुत हिनहिना रहा है तू, अभी मैं तुझे चूहा बना दूँगी, लन्ड मियाँ तेरी बहन का लन्ड साले निकल भोसड़ी के जल्दी ?
सारे लड़के सिसियाने लगे। मुंह से अजीब अजीब आवाज़ें निकलने लगे। ओ, हो, हाय, रे और जल्दी जल्दी मारो सड़का, है, हां, और तेज करो, मज़ा आ रहा है, ओ, हो, उइ, आ, हा सही हो, आ, उ, आ, हो, या हो, हां हां, और तेज और तेज करो, तेरे हाथ में जादू है यार, हां और मारो मुठ्ठ वाह, वॉवो क्या बात है ? ओ, हो, ये, है, उइ, लो आ गाय , निकल आ आया, साला लो आ गया, अब चूसो मेरा लन्ड, पियो मेरा लन्ड, चाट लो मेरा लन्ड, वाओ, कितनीअच्छी हो तुम सब ?
सबसे पहले साइमन झड़ा तो सबने थोड़ा थोड़ा लन्ड चाटा। फिर जावेद के लन्ड ने पिचकारी मार दी, उसे सबने चाटा। उसके बाद पीटर के लन्ड ने उगल दिया वीर्य उसका भी सबने मज़ा लिया सबसे बाद में उस्मान और ताहिर झड़ गये उन दोनों के भी लन्ड हम सबने खूब चाटा।
उसके बाद सब बाथ रूम गए और वहां से नहा धो कर वापस आ गए। लड़कियां भी नाहन कर फ्रेश हो गयीं और फिर सबने नंगे नंगे ही खाना खाया। खाते समय भी हंसी मजाक होती रही प्यार से गाली गलौज भी होती रही और ख्होब मस्ती भी हुई।
लौड़ा बुर में - चूंची मुंह में
करीब दो घंटे बाद फिर शुरू हो गया लन्ड और चूत का खेल। लड़के लड़कियां की चूंचियां, उनकी चूत और गांड सहलाने लगे। उधर लड़कियां लड़कों के लन्ड पकड़ कर हिलाने लगीं। मेरे कहा देखो भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों अब होगा चोदा चोदी का घमाशान खेल। सब चोदेंगें सबकी चूत ? सबकी बुर में सबके लन्ड ? कोई बचेगी नहीं ? तुम लोग जानते हो की मेरा नाम है मोनिका और मैं लन्ड किसी की नहीं सुनती। एक बार मैंने अपनी मॉम से कहा था - मॉम आज मैं तेरा भोसड़ा चोदूँगी। मॉम बोली नहीं मोनिका आज मेरा भोसड़ा मत चोदो, मेरी गांड मार लो। आज मेरा मन गांड मराने का है। मैंने कहा नहीं मॉम ये तो हो नहीं सकता ? मैं तो भोसड़ा ही चोदूंगी ? मैं लन्ड किसी की नहीं सुनती। फिर मैंने इब्राहिम अंकल का लन्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेल दिया और बड़े मजे चोदा उसका भोसड़ा ? चोदने के बाद अंकल जाने लगे तो मॉम ने उसे रोक लिया और बोलीं नहीं इब्राहिम आज रात भर तुम यहीं रहोगे। ऐसा कह कर मॉम ने उसका लन्ड पकड़ा और हिलाने लगीं। लन्ड जब खड़ा हो गया तो उसने वही लन्ड मेरी गांड में ठोंक दिया और बोली सुन बुर चोदी मोनिका मैं तेरी माँ हूँ, मैं भी लन्ड किसी की नहीं सुनती ?
सबने तालियां बजाई और मेरी बात का एन्जॉय किया। उधर लन्ड एक बार फिर खड़े होकर हिनहिनाने लगे। मैंने ताहिर का लन्ड पकड़ लिया और उसने मेरी चूंचियां , मेरे बगल में सना ने पीटर का लौड़ा अपने हाथ में लिया और उसे मस्ती से हिलाने लगी, मेरे दूसरी तरफ सारा ने साइमन का लन्ड पकड़ा और उसे चूमने चाटने लगी, साइमन उसकी चूत और चूंचियां सहलाने लगा। तब तक कोकी उठी उसने एक हाथ में उस्मान का लौड़ा लिया और दूसरे हाथ में जावेद का लौड़ा। दोनों लन्ड बारी बारी से चूसने लगी। वो दोनों उसकी चूँचियों से खेलने लगे , सारे लन्ड थोड़ी देर में काबू से बाहर हो गए। ताहिर का लन्ड मेरी चूत में घुस गया, पीटर सना की बुर चोदने लगा, साइमन ने लन्ड सारा की चूत घुसेड़ दिया और भकाभक चोदने लगा। कोकी ने जावेद का लन्ड अपनी चूत मे पेला और उस्मान का लन्ड अपने मुंह में। वो दो दो लन्ड से चुदवाने लगी।
सना :- वाओ,आज तो चुदाने में वाकई बड़ा अच्छा लग रहा है। मैं पहली बार इतने लोगों के सामने चुदवा रहीं हूँ। मैं ये बात अम्मी को बताऊंगी तो उसका भोसड़ा साला गरमा उठेगा।
सारा :- यार मेरा मन करता है की इस तरह चुदाई हर रोज़ हो। मेरी चूत को इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। मेरा तो मन हो रहा है की मैं अपनी माँ भी इसी तरह चुदवाऊँ ?
कोकी :- आज मैं भी पहली बार दो दो लन्ड चुदवा रही हूँ और यौम सबको अपने सामने चुदवाते हुए देख रही हूँ। ऐसा मौक़ा बार बार नै आता ? मोनिका तू भोसड़ी की है वाकई बड़ी मजेदार चीज ? ऐसे ही प्रोग्राम रखा करो ? तुम लन्ड किसी और की न सुनो ? कोई बात नहीं लेकिन हमारी चूत की तो सुनो ?
उसके बाद यह चुदाई का प्रोग्राम रात भर ही नहीं बल्कि दो दिन तक चलता रहा।
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