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एक अकेली लड़की ने चार लड़कों के लंड हरा दिए - Ek akeli ladki ne chaar ladkon ke land haraa diye
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अरे अम्मी अब कुछ न पूंछो की उस दिन क्या हुआ और कैसे हुआ ? मैंने सोंचा की आज मैं बुरी तरह फंस गयी हूँ। मैं बहुत परेशान हो गयी थी। मेरे पसीने छूटने लगे थे। मेरे हांथ पांव कांपने लगे थे। उन चार लड़कों ने मुझे धोखे से अपनी कार में बैठा लिया था और फिर इधर उधर घुमाते रहे। उस दिन मुझे कोई सवारी नहीं मिली तो मैं खड़ी हुई बस का इंतज़ार कर रही थी। मैं लाल टी शर्ट पहने हुई थी और नीचे जीन्स। तब तक एक कार आयी और मेरे सामने रुक गयी। मैंने उससे लिफ्ट मांगी तो मिल गयी। मैं समझी की इसमें केवल एक ही लड़का है। फिर न जाने कहाँ से तीन लड़के और निकल आये। वो बहन चोद चार हो गए. जहाँ मैं चलने को कहती वहां साले नहीं जाते थे बल्कि कहीं और लेकर जा रहे थे मुझे। मैं समझ गयी की इन लोगों ने मुझे किडनैप कर लिया है। मैं घबरा गयी। वो साले आपस में बातें भी कर रहे थे। जिसे सुन सुन कर मेरी गांड फटी जा रही थी।
एक ने कहा :- यार माल तो बहुत अच्छा है ? एकदम हॉट और सेक्सी माल है यार ? क्या मस्त गदराया हुआ बदन है इसका ? मज़ा आ जायेगा इसे चोदने में ?
दूसरा :- हां यार इसकी चूंचियां तो बहन चोद बड़ी बड़ी हैं। इन्हें दबाने में और चूसने में खूब आनंद आएगा। लेकिन यह काम कार में नहीं हो सकता ? इसे तो कहीं एकांत में ले चलो जहाँ हम सब चूत का मज़ा इत्मीनान से ले सकें।
तीसरा :- देखो यार यह काम जल्दी से कर लो। मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है। ये अगर आसानी से दे दे अपनी चूत तब तो ठीक है नहीं तो इसकी गांड में ठोंकना पड़ेगा लन्ड। मुझे तो इसकी गांड मारने का मन कर रहा है।
चौथा :- पहले इस भोसड़ी वाली को नंगी तो करो। मैं इसका मद मस्त नंगा जिस्म देखना चाहता हूँ।इसकी ससुरी जवानी बड़ी जान लेवा है यार। चलो इसे किसी सुनसान जगह पर ले चलतें हैं। अगर इसे चोदने में कोई दिक्कत न हुई तो ठीक है नहीं तो फिर हमें इसे ठिकाने लगाना पड़ेगा।
पहला :- यार देखो दिक्कत हो या न हो पर ठिकाने तो लगाना ही पड़ेगा।
उनकी बातें सुनकर मैं अंदर से थर थर कांपने लगी। तब तक वो सब मुझे एक कमरे में ले गए। मुझे एक सोफा पर बैठा दिया। मैं सोंचने लगी की क्या किया जाए ? मगर एक बात तो साफ़ थी की वो सब मुझे चोदना चाहते थे। तब तक वो एक एक करके बाथ रूम गये और फिर चारों तरफ से मुझे घेर लिया। मुझे उनकी बात चीत से यह ज़ाहिर हुआ की वो प्रोफेशनल किडनैपर नहीं है। शौकिया हैं। शायद उन्हें मुझे चोदने का ही मकसद है। तब तक एक जबरदस्ती मेरे कपड़े उतारने लगा।
मैंने हिम्मत की और कहा :- देखो तुम लोग मुझे नंगी करना चाहते हो तो कर लो। मुझे चोदना चाहते हो तो चोद लो। मेरी गांड मारना चाहते हो तो गांड मार लो। मेरी माँ चोदना चाहते हो तो मेरी माँ चोद लो। मैं अभी अपनी माँ को बुला लेतीं हूँ। मेरे सामने ही मेरी माँ चोदो। लेकिन मेरे साथ कोई जबरदस्ती न करो प्लीज। तुम जो कहोगे वो सब मैं करने को तैयार हूँ।
एक बोला :- अरे वाह, तू सच कह रही है मादर चोद ?
मैंने कहा :- हां मैं सच कह रही हूँ। तुम्हे लन्ड मेरी चूत में पेलना है, पेलो। तुम्हे लन्ड मेरे मुंह में डालना है, डालो. तुम्हे लन्ड मेरी गांड में ठोंकना है, ठोंको. लेकिन मुझे ठिकाने लगाने की कोशिश न करना नहीं तो ज़िन्दगी भर पछताओगे। मैंने अपने साइलेंट कैमरे से तुम लोगों की फोटो अपने पैरेंट्स को भेज दीं है। अगर वो लोग पोलिस स्टेशन पहुँच गये तो तुम लोग सब जरूर पकड़े जाओगे क्योंकि मैंने तेरी कार का नंबर भी भेज दिया है। मेरी बातें सुनकर उनकी गांड तो थोड़ी फटी।
एक बोला :- लौंडिया बड़ी तेज है भोसड़ी वाली।
दूसरा बोला :- यार अपन को तो मज़ा लेना है। करो न इस बहन चोद को नंगी।
तीसरा बोला :- हां अब जब करना ही है तो देर क्यों ?
वो लोग आगे बढे और मेरे कपड़े खोलने लगे।
बातों बातों में मुझे उनके नाम मालूम हो गए थे। पहला था रेहान, दूसरा पिंटू, तीसरा बल्लू और चौथा था अज़हर। इन सबकी उम्र २० साल से २५ साल तक होगी। शक्ल से शातिर बदमास तो नहीं लग रहे थे। लेकिन बीच बीच जो मार डालने की धमकी दे रहे थे उससे मुझे बहुत घबराहट हो रही थी। कमरा चारों तरफ से बंद था। मैंने कहा देखो मेरे साथ जबरदस्त न करो प्लीज। मैं खुद अपने कपड़े खोल कर तुम्हारे सामने खड़ी हो जाती हूँ।तुम सब लोग मेरे सामने बैठ जाओ। वो चारों बैठ गए। उनके चेहरे पर थोड़ी नरमी आयी और मेरी हिम्मत बढ़ने लगी।
मेरा नाम है फरीदा मैं २२ साल की एक बिंदास लड़की हूँ। खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ और हॉट हूँ। लड़के मुझे घूर घूर कर देखते हैं क्योंकि मेरी चूंचियां बड़ी बड़ी है और मेरे चूतड़ भी बड़े बड़े हैं। मैं हमेशा टाइट कपड़े पहनती हूँ। यानी जीन्स और टॉप। मैं जब चलती हूँ तो आगे से मेरी चूंचियां उछलती हैं और पीछे से मेरी गांड मटकती है। शायद यही कारण है की लड़के मुझे आगे और पीछे से देखतें हैं। उनका इस तरह से देखना मैं भी खूब एन्जॉय करती हूँ। लेकिन मुझे क्या मालूम था की एक दिन मैं इस तरह फंस जाऊंगी ? ख़ैर वो सब मेरे सामने बैठ गए। मैं एक एक करके अपने कपड़े खोलने लगी।
पहले मैंने अपना टॉप खोला तो मेरी छोटी सी ब्रा में दोनों चूंचियां आधे से ज्यादा खुल कर सबके सामने आ गयीं। उन मादर चोदों की नज़रें वहीँ टिक गयीं। मैंने फिर धीरे से अपनी जीन्स भी उतार दी। मेरी छोटी सी पैंटी में मेरी चूत अभी छुपी हुई थी। मैं उनके सामने घूमने लगी और घूम घूम कर अपना जिस्म दिखाने लगी। मैं चाहती थी की वो सब मेरी नंगी जवानी देख कर मद मस्त हो जाएँ और मुझे मारने का ख्याल भूल जाएँ। फिर मैंने सेक्सी अदाओं से अपनी ब्रा खोल दी। तो उनकी आँखे मेरी नंगी चूंचियां देखकर फटी की फटी रह गयीं। उन्होंने शायद इतनी बड़ी बड़ी चूंचियां पहले कभी देखी नहीं थीं। अचानक रेहान से रहा न गया। वह खड़ा हुआ और मेरी चूंचियां सहलाने लगा। उसे देख कर वो तीनो भी खड़े हो गए। एक ने मेरी पैंटी खोल दी तो मेरी छोटी छोटी झांटों वाली चूत सबके सामने नंगी हो गयी। अब वो लोग मुझे नंगी देखने में और मेरे जिस्म पर हाथ फेरने में सारी दुनिया भूल गए। मेरे नंगे बदन पर वो चारों कहीं गुम हो गए।
मैंने कहा अब तुम लोग भी अपने अपने कपड़े खोलो न. मैं भी तुम सबको नंगा देखना चाहती हूँ। मेरा ऐसा कहना
हुआ तो वो सब अपने अपने कपड़े खोलने लगे। पहले रेहान नंगा हुआ उसका लन्ड आधा खड़ा हुआ था। मैंने उसे देख काट मुस्करा पड़ी तो वह बोला ले पकड़ ले न मेरा लन्ड ? मैंने हाथ बढ़ा कर पकड़ भी लिया। तब तक एक और आवाज़ आयी। वह बोला ले मेरा भी पकड़ बहन चोद लन्ड ? मैंने उसका भी लन्ड पकड़ लिया। मेरे दू हाथ में लन्ड आते ही साले तन कर खड़े हो गए। वो मेरे बदन पर हाथ फिराने लगे। मेरी चूंचियां दबाने लगी। तब तक तीसरा भी कूद पड़ा। मैंने उसका लन्ड अपने मुंह में ले लिया। मैं एक मंजी हुई रंडी की तरह तीनो लन्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी। बारी बारी से तीनो लन्ड मुंह में ले लेती और फिर बाहर निकाल देती। फिर अंदर लेती और बाहर कर देती। इससे वो साले बड़ा मज़ा लेने लगे। जब चौथा लन्ड मेरे सामने आया तो मैं बोली भोसड़ी के तुम पहले मरी बुर चाटो। लन्ड मैं तेरा बाद में चाटूँगी। वह वाकई झुक कर मेरी बुर चाटने लगा। थोड़ी यह होता रहा तो मैंने एक हाथ का लन्ड छोड़ा और उससे कहा यार अब तुम मेरी बुर चाटो। उसने बुर चाटना शुरू किया तो मैं पहले वाले का लन्ड पकड़ लिया। इस तरह मैं बारी बारी से उन सबको अपनी चूत चटवाने लगी और उनलके लन्ड चाटने लगी।
एक बोला - वाओ, ये लौंडिया माँ की लौड़ी बड़ी मस्त है यार ? देखो कैसे चारों लन्ड का मज़ा ले रही है ?
दूसरा बोला - लगता ही की ये बुर चोदी पहले भी लन्ड का मज़ा ले चुकी है। बड़ी एक्सपर्ट लगती है लन्ड चाटने में। इसकी माँ का भोसड़ा बहन चोद।
तीसरा बोला :- हां बात तो सही है पर अभी मैं इसकी चूत में लन्ड पेलता हूँ तब इसकी माँ चुदेगी भोसड़ी वाली की ? फिर इसकी बहन की बुर चोदूंगा तब ये चिल्लायेगी ससुरी।
चौथा बोला - यार मैं तो सही में इसकी माँ की चूत भी चोदना चाहता हूँ। अभी तो मैं इसकी गांड में ठोंकूंगा लन्ड ? यार मैं तो इसकी गांड मारने में इंटरेस्टेड हूँ।
मैंने कहा :- ठीक है मार लो मेरी गांड। ठोंक दो लन्ड मेरी गांड में ? पर मैं एक बात बताना चाहती हूँ की मैं एक से क्या तुम चारों से अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा लूंगी। बस तुम मुझे अपना फोन नंबर दे दो। मैं कल ही तुम्हे बुलाती हूँ। मेरी खाला की बेटी भी मेरी तरह लन्ड पीने में बड़ी माहिर है। तुम लोग उसकी भी बुर चोद लेना। इस लालच में एक ने मुझे अपना फोन नंबर दे दिया। नंबर पाते ही मेरी हिम्मत दूनी हो गयी। मैंने मन में सोंचने लगी की कैसे मैंने इन लोगों को चूतिया बनाया ? अब ये साले मेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ सकते ? इतने में मेरी चूत की आग और भड़क उठी। मैंने रेहान का लन्ड अपनी बुर पेला और चुदवाने लगी। अब मेरी चूत में एक लन्ड, मेरे मुंह में एक लन्ड, मेरे दोनों हाथों में एक एक लन्ड। चारों लन्ड मेरे ऊपर हमला बोले हुए थे और मैं सबसे मुकाबला कर रही थी।
थोड़ी देर बाद मैंने रेहान को नीचे लिटा दिया और उसके लन्ड पर चढ़ कर बैठ गयी। मेरा मुंह उसके मुंह के सामने हो गया। मैं थोड़ा झुकी और लन्ड पर अपने चूतड़ पटकने लगी। फिर मैंने पिंटू से कहा तुम अपना लन्ड मेरी गांड में गांड में ठोंक दो। उसने वाकई घुसा दिया लन्ड मेरी गांड में। मैं गांड और चूत दोनों एक साथ चुदवाने लगी. मैंने फिर सामने बल्लू और अज़हर को बुला लिया, उनके लन्ड एक मुंह में और एक हाथ में लिया। मैं लन्ड अदल बदल कर चूसने लगी। तब मेरे मन में एकऔर पोजीशन आयी। थोडा देर तक इसी तरह चुदवाने के बाद मैंने दूसरी उक्ति निकाली।
मैंने रेहान और पिंटू को आमने सामने लिटा दिया। यानी लन्ड के सामने लन्ड। दोनों आगे खसके तो लन्ड से लन्ड भिड़ गया और पेल्हड़ से पेल्हड़। मैंने दोनों लन्ड को एक साथ अपनी दोनों हाथों की मुठ्ठी में लिया और उस पर एक कंडोम चढ़ा दिया। फिर एक और कंडोम और चढ़ा दिया। अब दोनों लन्ड मिलकर एक महा लन्ड बन गया। मैं इस महा लन्ड पर बैठ गयी। दोनों लन्ड एक साथ मेरी चूत में घुस गये। फिर मैंने एक हाथ से बल्लू का लन्ड पकड़ा और दूसरे हाथ से अज़हर का लन्ड। दोनों लन्ड बारी बारी से चाटते और चूसते हुए चुदवाने लगी। इतने में अम्मी ने कहा :- हाय दईया, तू तो चुदवाने में मुझसे बहुत ज्यादा आगे निकल गयी है, फरीदा । ये सब तरीके कहाँ से सीखे तूने बहन चोद ? तेरी चुदाई सुनकर तो मेरा भोसड़ा गरमा गया है बेटी ?
तब तक मेरी खाला बोली :- हाय अल्ला, गरमा तो मेरा भी गया है भोसड़ा फरीदा ? आजकल की लड़कियां तो नये नये तरीकों से चुदवाने लगीं हैं। मेरी भी बेटी बुर चोदी हर रोज़ एक नये तरीके से चुदवाती है।
मैने कहा :- अरे वाह ! तब तो तेरी बेटी अपनी माँ का भोसड़ा भी नये तरीके से चुदवाती होगी, खाला जान ?
खाला ने कहा :- हां बिलकुल चुदवाती है अपनी माँ का भोसड़ा ? तभी तो मुझे मालूम हुआ ? और तू क्या कम है भोसड़ी वाली, फरीदा ?
अम्मी तब तक बोली :- हां तो फिर आगे क्या हुआ ? बता न बड़ा मज़ा आ रहा है। पर पहले ये बता की तुझे किसने सिखाया इस तरह से चुदवाना ?,मैंने कहा :- अरे अम्मी आजकल नेट पर हज़ारों तरीके दिखाई पड़ते हैं। मैं तो पोर्न फिल्म देख देख कर सीख गयी हूँ। सच में सैकड़ों तरीके है चोदने के और चुदवाने के ? बस ध्यान से देखो और सीखो।
अब आगे सुनो क्या हुआ ,,,, फिर मैंने सोंचा की एकआध लन्ड को गिरा दूं तो मज़ा जाए ? मैंने देखा की बल्लू का लन्ड काफी फूल गया है और अब वह जल्दी ही उगल देगा मक्खन इसलिए मैं लन्ड का सड़का मारने लगी। मुठ्ठी में लेकर जल्दी जल्दी ऊपर नीचे करने लगी। वह भी सिसयाने लगा। मैं भी प्यार से किटकिटा कर बोली आजा भोसड़ी के लौड़े मियाँ। निकाल दे अपना गरम गरम जूस। मैं तेरा जूस पी जाऊंगी मेरे राजा। आ जा मादर चोद तू कितना प्यारा है चोद ? निकाल दे अपना माल । बस लन्ड ने छोड़ दी पिचकारी और मैंने उसे पी गयी। उसके बाद अज़हर के लन्ड पर हमला बोला। उसका भी लन्ड २ मिनट में खलास कर दिया। मैं भी करीब करीब खलास हो गयी थी। फिर मैं महा लन्ड से उतरी और दोनों लन्ड अलग अलग कर दिया। एक लन्ड मुंह में लिया और एक लन्ड चूत में। पिंटू मेरी बुर चोदने लगा और रेहान मेरा मुंह चोदने लगा। पहले रेहान के लन्ड ने उगला वीर्य जिसे मैं पूरा चाट गयी और फिर पिंटू के लन्ड ने गिरा दिया मेरी चूत के ऊपर वीर्य। मैंने उसका सुपाड़ा मुंह में लिया और चाटने लगी।
इस तरह चारों लन्ड धरासाही हो गये .
अम्मी ने कहा ;- अरे फरीदा, तूने तो लन्ड का साइज बताया ही नहीं ? किसका लन्ड कितना बड़ा था, बेटी ? खाला भी बोली :- हाय अल्ला, मुझे भी तो मालूम हो की लन्ड कितने बड़े बड़े थे ?
मैंने बताया :- लन्ड तोअम्मी चारों जबरदस्त थे। साले बहन चोद लंबे भी थे और मोटे भी। फिर मेरे ख्याल से रेहान का लन्ड ८" x ५" का था, अज़हर का लन्ड ७१/२" x ५१/२" का था, पिंटू का लन्ड ८"x ५१/२" का था और बल्लू का लन्ड ८१/२" x ५" का था। चारों साले एक कॉलेज के लड़के थे। उनका मकसद सिर्फ मुझे चोदना ही था। मुझे मार डालने का तो बिलकुल नहीं था। उनके पास कोई हथियार भी नहीं था। इतने में एक बोला फरीदा अब तुम मेरी शिकायत पुलिस में करोगी। मेरे कहा है नहीं करूंगी पर एक शर्त है ? उसने पूंछा क्या शर्त है। मैंने कहा की तुम चारों लोगों को एक दिन मेरी माँ चोदनी होगी ? तुम्हे मेरे सामने ही मेरी माँ के भोसड़ा में पेलना होगा। वो सब एक दूसरे का मुंह देखने लगे।
मैंने कहा क्या मेरी माँ चोदने में तुम लोगों की गांड फट रही है ?
अज़हर ने जबाब दिया :- नहीं फरीदा ऐसा नहीं है। हम सब तेरी माँ चोदनेआयेगें। हम तो यह सोंच रहें है की आज हम लोग कितने नसीब वाले हैं. पहले तो मद मस्त लड़की ने हमसे दिल खोल कर चुदवाया और अब वह अपनी माँ चुदवाने को तैयार है ? तुम जब फोन करोगी, हम सब आ जायेगें। उसके बाद सबने मुझे सही रास्ते पर छोड़ दिया और मैं घर चली आयी।
अम्मी बोली :- तो फिर कल बुला लो उन लोगों को फरीदा और चुदवा लो अपनी माँ का भोसड़ा।
खाला ने भी लगे हाथ कहा :- फरीदा मुझे मत भूल जाना। मैं भी चुदवाऊँगी उन लोगों से।
मैंने कहा :- अरी मेरी खाला मैं तेरा भोसड़ा भी चुदवाऊँगी और तेरी बिटिया की बुर भी ?
दूसरे दिन शाम को मैंने उन्हें बुला लिया और सबसे मिलवाया। वे सब खुश हो गए। फिर हमने ड्रिंक्स शुरू कर दी। तब तक खाला की बेटी भी आ गयी । फिर हम तीनो से उन चारों लड़कों से रात भर चुदवाया। लन्ड अदल बदल कर चुदवाया और गांड भी मरवाई। एक जबरदस्त सेक्स पार्टी हो गयी।
अरे अम्मी अब कुछ न पूंछो की उस दिन क्या हुआ और कैसे हुआ ? मैंने सोंचा की आज मैं बुरी तरह फंस गयी हूँ। मैं बहुत परेशान हो गयी थी। मेरे पसीने छूटने लगे थे। मेरे हांथ पांव कांपने लगे थे। उन चार लड़कों ने मुझे धोखे से अपनी कार में बैठा लिया था और फिर इधर उधर घुमाते रहे। उस दिन मुझे कोई सवारी नहीं मिली तो मैं खड़ी हुई बस का इंतज़ार कर रही थी। मैं लाल टी शर्ट पहने हुई थी और नीचे जीन्स। तब तक एक कार आयी और मेरे सामने रुक गयी। मैंने उससे लिफ्ट मांगी तो मिल गयी। मैं समझी की इसमें केवल एक ही लड़का है। फिर न जाने कहाँ से तीन लड़के और निकल आये। वो बहन चोद चार हो गए. जहाँ मैं चलने को कहती वहां साले नहीं जाते थे बल्कि कहीं और लेकर जा रहे थे मुझे। मैं समझ गयी की इन लोगों ने मुझे किडनैप कर लिया है। मैं घबरा गयी। वो साले आपस में बातें भी कर रहे थे। जिसे सुन सुन कर मेरी गांड फटी जा रही थी।
एक ने कहा :- यार माल तो बहुत अच्छा है ? एकदम हॉट और सेक्सी माल है यार ? क्या मस्त गदराया हुआ बदन है इसका ? मज़ा आ जायेगा इसे चोदने में ?
दूसरा :- हां यार इसकी चूंचियां तो बहन चोद बड़ी बड़ी हैं। इन्हें दबाने में और चूसने में खूब आनंद आएगा। लेकिन यह काम कार में नहीं हो सकता ? इसे तो कहीं एकांत में ले चलो जहाँ हम सब चूत का मज़ा इत्मीनान से ले सकें।
तीसरा :- देखो यार यह काम जल्दी से कर लो। मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है। ये अगर आसानी से दे दे अपनी चूत तब तो ठीक है नहीं तो इसकी गांड में ठोंकना पड़ेगा लन्ड। मुझे तो इसकी गांड मारने का मन कर रहा है।
चौथा :- पहले इस भोसड़ी वाली को नंगी तो करो। मैं इसका मद मस्त नंगा जिस्म देखना चाहता हूँ।इसकी ससुरी जवानी बड़ी जान लेवा है यार। चलो इसे किसी सुनसान जगह पर ले चलतें हैं। अगर इसे चोदने में कोई दिक्कत न हुई तो ठीक है नहीं तो फिर हमें इसे ठिकाने लगाना पड़ेगा।
पहला :- यार देखो दिक्कत हो या न हो पर ठिकाने तो लगाना ही पड़ेगा।
उनकी बातें सुनकर मैं अंदर से थर थर कांपने लगी। तब तक वो सब मुझे एक कमरे में ले गए। मुझे एक सोफा पर बैठा दिया। मैं सोंचने लगी की क्या किया जाए ? मगर एक बात तो साफ़ थी की वो सब मुझे चोदना चाहते थे। तब तक वो एक एक करके बाथ रूम गये और फिर चारों तरफ से मुझे घेर लिया। मुझे उनकी बात चीत से यह ज़ाहिर हुआ की वो प्रोफेशनल किडनैपर नहीं है। शौकिया हैं। शायद उन्हें मुझे चोदने का ही मकसद है। तब तक एक जबरदस्ती मेरे कपड़े उतारने लगा।
मैंने हिम्मत की और कहा :- देखो तुम लोग मुझे नंगी करना चाहते हो तो कर लो। मुझे चोदना चाहते हो तो चोद लो। मेरी गांड मारना चाहते हो तो गांड मार लो। मेरी माँ चोदना चाहते हो तो मेरी माँ चोद लो। मैं अभी अपनी माँ को बुला लेतीं हूँ। मेरे सामने ही मेरी माँ चोदो। लेकिन मेरे साथ कोई जबरदस्ती न करो प्लीज। तुम जो कहोगे वो सब मैं करने को तैयार हूँ।
एक बोला :- अरे वाह, तू सच कह रही है मादर चोद ?
मैंने कहा :- हां मैं सच कह रही हूँ। तुम्हे लन्ड मेरी चूत में पेलना है, पेलो। तुम्हे लन्ड मेरे मुंह में डालना है, डालो. तुम्हे लन्ड मेरी गांड में ठोंकना है, ठोंको. लेकिन मुझे ठिकाने लगाने की कोशिश न करना नहीं तो ज़िन्दगी भर पछताओगे। मैंने अपने साइलेंट कैमरे से तुम लोगों की फोटो अपने पैरेंट्स को भेज दीं है। अगर वो लोग पोलिस स्टेशन पहुँच गये तो तुम लोग सब जरूर पकड़े जाओगे क्योंकि मैंने तेरी कार का नंबर भी भेज दिया है। मेरी बातें सुनकर उनकी गांड तो थोड़ी फटी।
एक बोला :- लौंडिया बड़ी तेज है भोसड़ी वाली।
दूसरा बोला :- यार अपन को तो मज़ा लेना है। करो न इस बहन चोद को नंगी।
तीसरा बोला :- हां अब जब करना ही है तो देर क्यों ?
वो लोग आगे बढे और मेरे कपड़े खोलने लगे।
बातों बातों में मुझे उनके नाम मालूम हो गए थे। पहला था रेहान, दूसरा पिंटू, तीसरा बल्लू और चौथा था अज़हर। इन सबकी उम्र २० साल से २५ साल तक होगी। शक्ल से शातिर बदमास तो नहीं लग रहे थे। लेकिन बीच बीच जो मार डालने की धमकी दे रहे थे उससे मुझे बहुत घबराहट हो रही थी। कमरा चारों तरफ से बंद था। मैंने कहा देखो मेरे साथ जबरदस्त न करो प्लीज। मैं खुद अपने कपड़े खोल कर तुम्हारे सामने खड़ी हो जाती हूँ।तुम सब लोग मेरे सामने बैठ जाओ। वो चारों बैठ गए। उनके चेहरे पर थोड़ी नरमी आयी और मेरी हिम्मत बढ़ने लगी।
मेरा नाम है फरीदा मैं २२ साल की एक बिंदास लड़की हूँ। खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ और हॉट हूँ। लड़के मुझे घूर घूर कर देखते हैं क्योंकि मेरी चूंचियां बड़ी बड़ी है और मेरे चूतड़ भी बड़े बड़े हैं। मैं हमेशा टाइट कपड़े पहनती हूँ। यानी जीन्स और टॉप। मैं जब चलती हूँ तो आगे से मेरी चूंचियां उछलती हैं और पीछे से मेरी गांड मटकती है। शायद यही कारण है की लड़के मुझे आगे और पीछे से देखतें हैं। उनका इस तरह से देखना मैं भी खूब एन्जॉय करती हूँ। लेकिन मुझे क्या मालूम था की एक दिन मैं इस तरह फंस जाऊंगी ? ख़ैर वो सब मेरे सामने बैठ गए। मैं एक एक करके अपने कपड़े खोलने लगी।
पहले मैंने अपना टॉप खोला तो मेरी छोटी सी ब्रा में दोनों चूंचियां आधे से ज्यादा खुल कर सबके सामने आ गयीं। उन मादर चोदों की नज़रें वहीँ टिक गयीं। मैंने फिर धीरे से अपनी जीन्स भी उतार दी। मेरी छोटी सी पैंटी में मेरी चूत अभी छुपी हुई थी। मैं उनके सामने घूमने लगी और घूम घूम कर अपना जिस्म दिखाने लगी। मैं चाहती थी की वो सब मेरी नंगी जवानी देख कर मद मस्त हो जाएँ और मुझे मारने का ख्याल भूल जाएँ। फिर मैंने सेक्सी अदाओं से अपनी ब्रा खोल दी। तो उनकी आँखे मेरी नंगी चूंचियां देखकर फटी की फटी रह गयीं। उन्होंने शायद इतनी बड़ी बड़ी चूंचियां पहले कभी देखी नहीं थीं। अचानक रेहान से रहा न गया। वह खड़ा हुआ और मेरी चूंचियां सहलाने लगा। उसे देख कर वो तीनो भी खड़े हो गए। एक ने मेरी पैंटी खोल दी तो मेरी छोटी छोटी झांटों वाली चूत सबके सामने नंगी हो गयी। अब वो लोग मुझे नंगी देखने में और मेरे जिस्म पर हाथ फेरने में सारी दुनिया भूल गए। मेरे नंगे बदन पर वो चारों कहीं गुम हो गए।
मैंने कहा अब तुम लोग भी अपने अपने कपड़े खोलो न. मैं भी तुम सबको नंगा देखना चाहती हूँ। मेरा ऐसा कहना
हुआ तो वो सब अपने अपने कपड़े खोलने लगे। पहले रेहान नंगा हुआ उसका लन्ड आधा खड़ा हुआ था। मैंने उसे देख काट मुस्करा पड़ी तो वह बोला ले पकड़ ले न मेरा लन्ड ? मैंने हाथ बढ़ा कर पकड़ भी लिया। तब तक एक और आवाज़ आयी। वह बोला ले मेरा भी पकड़ बहन चोद लन्ड ? मैंने उसका भी लन्ड पकड़ लिया। मेरे दू हाथ में लन्ड आते ही साले तन कर खड़े हो गए। वो मेरे बदन पर हाथ फिराने लगे। मेरी चूंचियां दबाने लगी। तब तक तीसरा भी कूद पड़ा। मैंने उसका लन्ड अपने मुंह में ले लिया। मैं एक मंजी हुई रंडी की तरह तीनो लन्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी। बारी बारी से तीनो लन्ड मुंह में ले लेती और फिर बाहर निकाल देती। फिर अंदर लेती और बाहर कर देती। इससे वो साले बड़ा मज़ा लेने लगे। जब चौथा लन्ड मेरे सामने आया तो मैं बोली भोसड़ी के तुम पहले मरी बुर चाटो। लन्ड मैं तेरा बाद में चाटूँगी। वह वाकई झुक कर मेरी बुर चाटने लगा। थोड़ी यह होता रहा तो मैंने एक हाथ का लन्ड छोड़ा और उससे कहा यार अब तुम मेरी बुर चाटो। उसने बुर चाटना शुरू किया तो मैं पहले वाले का लन्ड पकड़ लिया। इस तरह मैं बारी बारी से उन सबको अपनी चूत चटवाने लगी और उनलके लन्ड चाटने लगी।
एक बोला - वाओ, ये लौंडिया माँ की लौड़ी बड़ी मस्त है यार ? देखो कैसे चारों लन्ड का मज़ा ले रही है ?
दूसरा बोला - लगता ही की ये बुर चोदी पहले भी लन्ड का मज़ा ले चुकी है। बड़ी एक्सपर्ट लगती है लन्ड चाटने में। इसकी माँ का भोसड़ा बहन चोद।
तीसरा बोला :- हां बात तो सही है पर अभी मैं इसकी चूत में लन्ड पेलता हूँ तब इसकी माँ चुदेगी भोसड़ी वाली की ? फिर इसकी बहन की बुर चोदूंगा तब ये चिल्लायेगी ससुरी।
चौथा बोला - यार मैं तो सही में इसकी माँ की चूत भी चोदना चाहता हूँ। अभी तो मैं इसकी गांड में ठोंकूंगा लन्ड ? यार मैं तो इसकी गांड मारने में इंटरेस्टेड हूँ।
मैंने कहा :- ठीक है मार लो मेरी गांड। ठोंक दो लन्ड मेरी गांड में ? पर मैं एक बात बताना चाहती हूँ की मैं एक से क्या तुम चारों से अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा लूंगी। बस तुम मुझे अपना फोन नंबर दे दो। मैं कल ही तुम्हे बुलाती हूँ। मेरी खाला की बेटी भी मेरी तरह लन्ड पीने में बड़ी माहिर है। तुम लोग उसकी भी बुर चोद लेना। इस लालच में एक ने मुझे अपना फोन नंबर दे दिया। नंबर पाते ही मेरी हिम्मत दूनी हो गयी। मैंने मन में सोंचने लगी की कैसे मैंने इन लोगों को चूतिया बनाया ? अब ये साले मेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ सकते ? इतने में मेरी चूत की आग और भड़क उठी। मैंने रेहान का लन्ड अपनी बुर पेला और चुदवाने लगी। अब मेरी चूत में एक लन्ड, मेरे मुंह में एक लन्ड, मेरे दोनों हाथों में एक एक लन्ड। चारों लन्ड मेरे ऊपर हमला बोले हुए थे और मैं सबसे मुकाबला कर रही थी।
थोड़ी देर बाद मैंने रेहान को नीचे लिटा दिया और उसके लन्ड पर चढ़ कर बैठ गयी। मेरा मुंह उसके मुंह के सामने हो गया। मैं थोड़ा झुकी और लन्ड पर अपने चूतड़ पटकने लगी। फिर मैंने पिंटू से कहा तुम अपना लन्ड मेरी गांड में गांड में ठोंक दो। उसने वाकई घुसा दिया लन्ड मेरी गांड में। मैं गांड और चूत दोनों एक साथ चुदवाने लगी. मैंने फिर सामने बल्लू और अज़हर को बुला लिया, उनके लन्ड एक मुंह में और एक हाथ में लिया। मैं लन्ड अदल बदल कर चूसने लगी। तब मेरे मन में एकऔर पोजीशन आयी। थोडा देर तक इसी तरह चुदवाने के बाद मैंने दूसरी उक्ति निकाली।
मैंने रेहान और पिंटू को आमने सामने लिटा दिया। यानी लन्ड के सामने लन्ड। दोनों आगे खसके तो लन्ड से लन्ड भिड़ गया और पेल्हड़ से पेल्हड़। मैंने दोनों लन्ड को एक साथ अपनी दोनों हाथों की मुठ्ठी में लिया और उस पर एक कंडोम चढ़ा दिया। फिर एक और कंडोम और चढ़ा दिया। अब दोनों लन्ड मिलकर एक महा लन्ड बन गया। मैं इस महा लन्ड पर बैठ गयी। दोनों लन्ड एक साथ मेरी चूत में घुस गये। फिर मैंने एक हाथ से बल्लू का लन्ड पकड़ा और दूसरे हाथ से अज़हर का लन्ड। दोनों लन्ड बारी बारी से चाटते और चूसते हुए चुदवाने लगी। इतने में अम्मी ने कहा :- हाय दईया, तू तो चुदवाने में मुझसे बहुत ज्यादा आगे निकल गयी है, फरीदा । ये सब तरीके कहाँ से सीखे तूने बहन चोद ? तेरी चुदाई सुनकर तो मेरा भोसड़ा गरमा गया है बेटी ?
तब तक मेरी खाला बोली :- हाय अल्ला, गरमा तो मेरा भी गया है भोसड़ा फरीदा ? आजकल की लड़कियां तो नये नये तरीकों से चुदवाने लगीं हैं। मेरी भी बेटी बुर चोदी हर रोज़ एक नये तरीके से चुदवाती है।
मैने कहा :- अरे वाह ! तब तो तेरी बेटी अपनी माँ का भोसड़ा भी नये तरीके से चुदवाती होगी, खाला जान ?
खाला ने कहा :- हां बिलकुल चुदवाती है अपनी माँ का भोसड़ा ? तभी तो मुझे मालूम हुआ ? और तू क्या कम है भोसड़ी वाली, फरीदा ?
अम्मी तब तक बोली :- हां तो फिर आगे क्या हुआ ? बता न बड़ा मज़ा आ रहा है। पर पहले ये बता की तुझे किसने सिखाया इस तरह से चुदवाना ?,मैंने कहा :- अरे अम्मी आजकल नेट पर हज़ारों तरीके दिखाई पड़ते हैं। मैं तो पोर्न फिल्म देख देख कर सीख गयी हूँ। सच में सैकड़ों तरीके है चोदने के और चुदवाने के ? बस ध्यान से देखो और सीखो।
अब आगे सुनो क्या हुआ ,,,, फिर मैंने सोंचा की एकआध लन्ड को गिरा दूं तो मज़ा जाए ? मैंने देखा की बल्लू का लन्ड काफी फूल गया है और अब वह जल्दी ही उगल देगा मक्खन इसलिए मैं लन्ड का सड़का मारने लगी। मुठ्ठी में लेकर जल्दी जल्दी ऊपर नीचे करने लगी। वह भी सिसयाने लगा। मैं भी प्यार से किटकिटा कर बोली आजा भोसड़ी के लौड़े मियाँ। निकाल दे अपना गरम गरम जूस। मैं तेरा जूस पी जाऊंगी मेरे राजा। आ जा मादर चोद तू कितना प्यारा है चोद ? निकाल दे अपना माल । बस लन्ड ने छोड़ दी पिचकारी और मैंने उसे पी गयी। उसके बाद अज़हर के लन्ड पर हमला बोला। उसका भी लन्ड २ मिनट में खलास कर दिया। मैं भी करीब करीब खलास हो गयी थी। फिर मैं महा लन्ड से उतरी और दोनों लन्ड अलग अलग कर दिया। एक लन्ड मुंह में लिया और एक लन्ड चूत में। पिंटू मेरी बुर चोदने लगा और रेहान मेरा मुंह चोदने लगा। पहले रेहान के लन्ड ने उगला वीर्य जिसे मैं पूरा चाट गयी और फिर पिंटू के लन्ड ने गिरा दिया मेरी चूत के ऊपर वीर्य। मैंने उसका सुपाड़ा मुंह में लिया और चाटने लगी।
इस तरह चारों लन्ड धरासाही हो गये .
अम्मी ने कहा ;- अरे फरीदा, तूने तो लन्ड का साइज बताया ही नहीं ? किसका लन्ड कितना बड़ा था, बेटी ? खाला भी बोली :- हाय अल्ला, मुझे भी तो मालूम हो की लन्ड कितने बड़े बड़े थे ?
मैंने बताया :- लन्ड तोअम्मी चारों जबरदस्त थे। साले बहन चोद लंबे भी थे और मोटे भी। फिर मेरे ख्याल से रेहान का लन्ड ८" x ५" का था, अज़हर का लन्ड ७१/२" x ५१/२" का था, पिंटू का लन्ड ८"x ५१/२" का था और बल्लू का लन्ड ८१/२" x ५" का था। चारों साले एक कॉलेज के लड़के थे। उनका मकसद सिर्फ मुझे चोदना ही था। मुझे मार डालने का तो बिलकुल नहीं था। उनके पास कोई हथियार भी नहीं था। इतने में एक बोला फरीदा अब तुम मेरी शिकायत पुलिस में करोगी। मेरे कहा है नहीं करूंगी पर एक शर्त है ? उसने पूंछा क्या शर्त है। मैंने कहा की तुम चारों लोगों को एक दिन मेरी माँ चोदनी होगी ? तुम्हे मेरे सामने ही मेरी माँ के भोसड़ा में पेलना होगा। वो सब एक दूसरे का मुंह देखने लगे।
मैंने कहा क्या मेरी माँ चोदने में तुम लोगों की गांड फट रही है ?
अज़हर ने जबाब दिया :- नहीं फरीदा ऐसा नहीं है। हम सब तेरी माँ चोदनेआयेगें। हम तो यह सोंच रहें है की आज हम लोग कितने नसीब वाले हैं. पहले तो मद मस्त लड़की ने हमसे दिल खोल कर चुदवाया और अब वह अपनी माँ चुदवाने को तैयार है ? तुम जब फोन करोगी, हम सब आ जायेगें। उसके बाद सबने मुझे सही रास्ते पर छोड़ दिया और मैं घर चली आयी।
अम्मी बोली :- तो फिर कल बुला लो उन लोगों को फरीदा और चुदवा लो अपनी माँ का भोसड़ा।
खाला ने भी लगे हाथ कहा :- फरीदा मुझे मत भूल जाना। मैं भी चुदवाऊँगी उन लोगों से।
मैंने कहा :- अरी मेरी खाला मैं तेरा भोसड़ा भी चुदवाऊँगी और तेरी बिटिया की बुर भी ?
दूसरे दिन शाम को मैंने उन्हें बुला लिया और सबसे मिलवाया। वे सब खुश हो गए। फिर हमने ड्रिंक्स शुरू कर दी। तब तक खाला की बेटी भी आ गयी । फिर हम तीनो से उन चारों लड़कों से रात भर चुदवाया। लन्ड अदल बदल कर चुदवाया और गांड भी मरवाई। एक जबरदस्त सेक्स पार्टी हो गयी।
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