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कब और कैसे पहली बार पकड़ा अपने ससुर का लन्ड - Sasur se pahli chudai kaise huyi
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मैं अपने सारे कपड़े खोले हुए एकदम नंगी नंगी अपने जीजू का लन्ड पी रही हूँ। उसका लन्ड आधे से अधिक मेरे मुंह में घुसा हुआ है और मैं अंदर ही अंदर अपनी जबान लन्ड के टोपा पर फिरा रही हूँ। उसे भी मज़ा आ रहा है और मुझे भी। मेरी दीदी मेरे खालू का लन्ड पीने में जुटी हुईं हैं। लन्ड साला ८ + है उसका सुपाड़ा जितना बड़ा है उतना ही खूबसूरत है। दीदी का पूरा नंगा बदन देख कर खालू का लन्ड बढ़ता ही जा रहा है। उधर मेरी खाला मेरे ससुर का लन्ड अपने मुंह में लिए हुए मस्ती से चूस रही हैं। मेरा ससुर भोसड़ी का बड़ा चोदू आदमी है। खुदा ने उसका लन्ड बड़ा लम्बा चौड़ा बनाया है उसी का वह फायदा उठाता है। जो भी एक बार उसका लन्ड देख लेती है वो बिना चूसे बिना चुदाये रह नहीं सकती। यही हाल मेरे साथ भीं हुआ था। मैंने भी उसका खड़ा लन्ड एक दिन रात में देख लिया था तो बड़ी बेशर्मी से उसे हाथ बढ़ाकर पकड़ लिया। बस उसने मुझे अपनी तरफ खींचा और फिर मुझे रात में तीन बार चोदा। मेरी सास अपनी ही बेटी के शौहर का लन्ड पीने में लगीं हुई हैं। यानी मेरी सास मेरे नंदोई के लन्ड का मज़ा ले रहीं हैं। उसी के सामने मेरी नन्द नंगी नंगी अपनी चूत फैलाये हुए मेरे फूफा का लन्ड चूस रही है। मेरी सास और नन्द दोनों लन्ड चूसने में बड़ी उस्ताद हैं। सास नन्द की बुर में लन्ड पेलती है और नन्द सास की बुर में ? माँ चुदाये अपनी बेटी की बुर और बेटी चुदाये अपनी माँ का भोसड़ा ? मुझे यह जानकार बड़ी ख़ुशी हुई थी क्योंकि मैं भी उसकी खेल की खिलाड़ी हूँ जिस खेल को ये दोनों खेलतीं हैं। पूरे कमरे में लन्ड चूसने चाटने की आवाज़ें आ रहीं हैं। चारों तरफ कमरा चप्प चप्प, चपर चपर, सपड़ सपड़ की आवाजों से गूंज रहा है।
तब तक फूफी भी कमरे में दाखिल हो गयीं। उसने मेरे शौहर पर चढ़ाई कर दी। उसे नंगा किया और खुद भी नंगी हो गयीं। फूफी पागलों की तरह मेरे मियां का लन्ड पीने लगीं। सब की सब एकदम नंगी हैं। सारे मरद भी बिलकुल नंगे हैं किसी के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं हैं। बीवियां चूस तो रहीं है एक मरद का लन्ड लेकिन नज़र सबके लन्ड पर जा रही हैं। इसी तरह मरद भी पकड़ तो रहें है एक बीवी की चूंचियां लेकिन देख रहें हैं सबकी बीवियों की चूंचियां। सहला रहे हैं एक बीवीं की चूत पर नज़रें सबकी बीवियों की चूत पर घूम रही हैं। इतने सारे लन्ड, चूत और चूंचियां देख कर सब लोग मस्त हैं और वासना में डूबे हुए हैं। सबके लन्ड में जबरदस्त तनाव है और सबकी चूंचियां तन कर खड़ी हुई हैं। मज़ा ही मज़ा मस्ती ही मस्ती ?
मेरा नाम तमन्ना है। मैं २५ साल की हूँ, शादी शुदा हूँ और मस्ती से अपनी ज़िन्दगी गुज़ार रही हूँ। जवानी मेंअगर एक के बाद एक लन्ड मिलता रहे तो जवानी का मज़ा खुश हाल हो जाता है। मैं बड़ी देर से जीजू का लन्ड चूस रही हूँ। मैं सोंचा की अब अगर मैं किस और का लन्ड चूसूँ तो और मज़ा आयेगा । मेरे सबसे नजदीक दीदी थीं और उसके हाथ में खालू का लन्ड था। मेरी नज़र लन्ड पर पड़ी तो मैंने सोंचा की क्यों न इसका लन्ड पकड़ लूँ ? बस मैंने हाथ बढ़ा दिया और मुस्कराते हुए खालू का लन्ड दीदी के हाथ से छीन कर चाटने लगी। तब दीदी ने खाला के हाथ से मेरे ससुर का लन्ड पकड़ लिया। दीदी ने कहा वाओ तमन्ना तेरे ससुर का लन्ड तो बड़ा मोटा है और देखो बहन चोद कितना गरम गरम लग रहा है। उसने अपनी जबान निकाली और लन्ड चाटने लगी। तब तक खाला ने मेरी सास के हाथ से मेरे नंदोई का लन्ड ले लिया । खाला मेरे नंदोई का लन्ड चाटने लगी और उसके पेल्हड़ हौले हौले सहलाने लगीं । मेरी सास के हाथ से लन्ड चला गया तो उसने आगे बढ़ कर मेरे फूफा का लन्ड पकड़ लिया। फूफा का लन्ड बड़ा मस्त था और लंबा भी। मेरा फूफा तो साला बड़ा बेशर्म हैं। रात में जब इसका लन्ड खड़ा होता है तो जो भी इसके सामने होती है उसी की चूत में लन्ड पेल देता है। चाहे वह कोई भी हो। एक बार तो इसने अपनी बेटी की चूत में घुसा दिया था लन्ड ?
फूफा का लन्ड उसकी बेटी यानी मेरी नन्द चाट रही थी। जब लौड़ा उसके हाथ से गया तो उसने मेरे शौहर का लन्ड पकड़ लिया। मेरा शौहर तो उसका भाई जान ही है। वह अपने भाई जान का लन्ड हिलाने लगी। अब फूफी बिना लन्ड के रह गयीं तो वह उठी और मेरे जीजू के लन्ड पर कब्जा जमा लिया। उसे बड़े प्यार से चाट चाट कर मज़ा लेने लगीं। इस तरह सबके लन्ड बदल गए। इससे लन्ड वालों को भी मज़ा आने लगा। मरद भी भोसड़ी के और मस्ती से अपना अपना लन्ड चटवाने लगे। बीवियां तो बहन चोद बहुत ही खुद थी। आज यह पहला मौक़ा है जब सब की सब इतने लोगो से साथ चुदवाने वालीं हैं। सबके मन में यही चल रहा है हैं जब की ये सारे लन्ड एक एक करके मेरी चूत में घुसेगें तो कितना मज़ा आएगा ?
बीच बीच में कुछ गरमागरम बातें भी होने लगीं। कुछ प्यार मोहब्बत से गालियां भी मुंह से निकलने लगी। मस्ती जब छाती है तो कुछ भी हो सकता है। कुछ बातें मैं आपको सुनवाती हूँ :-
मैंने कहा खाला मज़ा आ रहा है मेरे नंदोई का लन्ड चाटने में तुम्हे ? उसने जबाब दिया यार तमन्ना पराये मरद का लन्ड चाटने में किसको मज़ा नहीं आता ? सबसे ज्यादा मज़ा तो तुम्हे आ रहा है बहन चोद ? नन्द बोली भाभी के फूफा का लन्ड साला बड़ा मोटा है भोसड़ी का। मुझे लगा की ये जब मेरी चूत में जाएगा तो चूत तो फट ही जाएगी। मैंने कहा अर यार जब चुदवाने निकली हो तो फटने का डर क्यों ? यहाँ सब गैर मरद से फड़वाने ही आयीं है। फिर ऐसे ही कुछ आवाज़ें सुनाई पड़ने लगी। हाय दईया आज तो मादर चोद लौडों की झांटें बनी हुई है तभी इतने खूबसूरत लग रहें हैं,,,,, मन करता है की सारे लन्ड चबा डालूं ,,,,, यार ,ये लन्ड बहन चोद इतने अच्छे क्यों लगतें हैं,,,,,, लन्ड महराज तेरी बहन की बुर साले मैं तेरी चटनी बना दूँगी,,,,लन्ड भोसड़ी का तू बड़ा तन कर खड़ा हुआ है मेरे सामने ,,,, हाय रे, ऐसा ही लन्ड मेरे पड़ोसी का भी लंड है,,,, बाप बाप रे ये तो मेरे मियां के दोस्त के लन्ड जैसा लग रहा है,,,, मैं अब तेरी चूँचियों के बीच घुसा दूंगा लन्ड,,, तेरे बूब्स साले जबरदस्त है यार,,, आज तो मैं तुम्हे भी चोदूंगा और तेरी माँ को भी चोदूंगा ,,,, तेरी बहन का लन्ड साले पहले मेरी चूत में घुसा के देख लन्ड,,, हाय रे, लन्ड के टोपा पर तो जान देती हूँ मैं,,,, आज तुम भी चोद लेना मेरी बेटी की बुर,,,,वाह वाह तुम तो बहुत अच्छी तरह से चूस लेती हो लन्ड,,,, आज तो तू अपनी माँ चुदा ले,,,,,आज लन्ड पीने में कुछ ज्यादा ही अच्छा लग रहा है,,,, तेरा मियां का लौड़ा मुझे पसंद आ गया बुर चोदी,,,,, मैं भी तेरे मियां का लन्ड अपने पास रखूंगी,,, मैं तो कहती हूँ तुम मेरे सामने नंगे ही रहा करो,,,,देखो न मेरी नन्द भोसड़ी वाली कितनी मस्ती से लन्ड हिला रही है ? उसकी आज मैं मारूंगी गांड।
गैर मर्दों के साथ बन गये चुदाई के जोड़े
पहला ग्रुप :- अब तक सबके लन्ड इतने ज्यादा टन टना चुके थे की वे सब चूत में घुसने के लिए तैयार थे। तभी वहीं अपने आप कुछ जोड़े बन गए। जीजू ने अपना लन्ड मेरी चूत में पेल दिया। और मेरे सामने मेरे ससुर ने लन्ड मेरी खाला जान के भोसड़ा में घुसेड़ दिया। हम दोनों आमने सामने चुदवाने लगीं। मेरा और खाला जान का पहला ग्रुप बन गया।
दूसरा ग्रुप :- वहीँ पास में दीदी ने मेरे नंदोई का लन्ड पकड़ा और उसे हिला हिला कर चाटने चूसने लगीं। लन्ड और तन कर खड़ा हो गाय। दीदी की चूंचियां पहले से ही तनी हुई थीं। बस फिर क्या नंदोई ने घुसेड़ दिया लन्ड दीदी की चूत में और चोदने लगा। उधर मेरी सास ने मेरे फूफा का लन्ड पकड़ा और प्यार से चूमा। फिर उसे पहले अपनी चूँचियों पर फिराया, बाद में चूत पर टिका दिया। फूफा ने एक धक्का मारा तो लौड़ा सरसराता घुस गया अंदर। फिर क्या चुदने लगा मेरी सास का भोसड़ा ? यह दूसरा ग्रुप बन गया।
तीसरा ग्रुप :- मेरी नन्द भोसड़ी की बहुत बड़ी बुर चोदी है। वह जब नंगी होती है तो बस लन्ड देखती है लन्ड वाले को नहीं। उसने हाथ बढ़ाया तो मेरे शौहर का ही लन्ड उसके हाथ में आ गया। वह मोटा ताज़ा लन्ड पाकर बड़ी खुश हो गयी। चुदाई के समय कोई रिस्ता नहीं देखा जाता। मेरी नन्द अपने भाई जान का लन्ड घुमा घुमा कर चारों तरफ से देखने लगी और फिर उसे अपनी बुर में घुसा कर चुदवाने लगी। उसी के बगल मेरी फूफी जान में मेरे खालू का लन्ड हथिया लिया और उसे पेल्हड़ सहित बड़ी देर तक चूमती रहीं। फिर उसे अपनी चूत पर टिकाया और कहा हां यार अब तुम मुझे बड़ी बेशर्मी से चोदो। मैं तेरी बीवी के सामने तेरी बीवी से अच्छा चुदवाकर दिखाऊंगी। इस तरह यह बन गया तीसरा ग्रुप।
मैं चुदवा तो जीजू से रही थी लेकिन मेरी नज़र ससुर के लन्ड पर थी जो मेरी खाला की बुर ले रहा था। खाला जान बड़ी मस्ती से चुदाने में जुटीं थीं। वैसे मैं आपको बता दूं की यहाँ चुदवाने में सब एक से एक बढ़कर हैं , चाहे खाला हो, दीदी हों, फूफी हों या फिर मेरी नन्द या सास। सब की सब भोसड़ी वाली लन्ड खाने में बड़ी बेशरम और बिंदास हैं। किसी को किसी बात की शर्म है ही नहीं ? थोड़ी देर बाद मेरे ससुर में लन्ड खाला की चूत से निकाल कर मेरी चूत में घुसा दिया। उसे देख कर जीजू मेरी खाला की बुर चोदने लगा। ससुर का लन्ड जैसे अंदर गया तो मुझे वाकई बड़ा मज़ा आया। मैंने आपको बताया है की ससुर का लन्ड साला बड़ा मोटा ताज़ा है। वो तो अपनी बेटी की भी बुर चोद डालता है। अब लन्ड जब इतना बढ़िया तो कौन बुर चोदी नहीं चुदवायेगी ? इसलिए मैं भी भकाभक उससे चुदवाने लगीं।
उधर उन दोनों ग्रुप के भी पार्टनर बदल गये। दीदी फूफा से चुदवाने लगीं तो मेरी सास मेरे नंदोई से ही चुदवाने लगी। यानी अपनी बेटी के मियां का लौड़ा अपने भोसड़ा में पेले हुए मस्ती से चुदाने लगीं। मेरी नन्द माँ की लौड़ी मेरे खालू के लन्ड पर बैठ गयी। उसे लन्ड पर बैठ कर चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। फूफी फिर मेरे मियां का लन्ड लेकर अपनी चूत में घुसेड़ लिया। पूरे कमरे में झमाझम चुदाई होने लगी। सबको खूब मज़ा आ रहा था। बीवियां भी मस्ती में थी और मियां भी।
मेरी नन्द मस्ती करती हुई बोली भाभी तेरी बहन का लन्ड ? तेरी बहन तो लन्ड ऐसे घुसेड़वा रही है जैसे की वह पहली बार चुदवा रही हो ? दीदी ने जबाब दिया - तमन्ना तेरी नन्द की मादर चोद चूत ? तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ? मैं देख रही हूँ की वह बुर चोदी कितनी बेशरम और बेहाया है। अपने भाई जान का गयीं हैं। लेती है और अपने अब्बू के आगे ही कितनी बेशर्मी से चुदवा रही है ? नन्द बोली अरी मेरी भाभी की हरामजादी लन्ड चुसनी बहन जी। देख न मेरी भाभी कैसे रंडी की तरह अपने ससुर से चुदवा रही है।और मैं एक बता दूं मैं जब ससुराल जाती हूँ तो अपने ससुर से चुदवाकर आती हूँ। मेरा ससुर भी भोसड़ी का बड़ा चोदू आदमी है।
दीदी ने पूंछा :- अच्छा तो बता की तूने कब और कैसे पहली बार पकड़ा अपने ससुर का लन्ड ?
मेरी नन्द बताने लगी :-
एक दिन रात में मैं जब उठी तो देखा की मेरे ससुर के कमरे की बत्ती धीमे धीमे जल रही है। उस दिन घर में मेरी सास नहीं थीं। मुझे मालूम हुआ की मेरी सास पड़ोस में किसी से चुदवाने गयी हैं। मैं इधर अपने ससुर के कमरे में झाँक कर देखने लगी। मैंने देखा की वह एकदम नंगा लेटा हुआ है और अपना खड़ा लन्ड हिला रहा है। उसका लन्ड देख कर मेरी लार टपकने लगी। लन्ड साला ८" से कम न होगा। मोटा भी था। उसका टोपा साफ़ साफ मुझे दिखाई पड़ रहा था। बस मेरी चूत में आग लग गयी। वैसे भी ये बुर चोदी बुर रात में बिलकुल रंडी बन जाती है। इसे तो बस लन्ड चाहिए लन्ड ? लन्ड किसका है ये साली कुतिया बुर इस बात की परवाह ही नहीं करती ? तब तक मेरी नज़र टी वी पर पड़ी। बस मैं समझ गयी की मेरा ससुर भोसड़ी का ब्लू फिल्म देख कर सड़का मार रहा है। मैं अपने आपको रोक न सकी। मैंने दरवाजे को थोड़ा धक्का दिया तो वह धीरे से खुल गया। मेरे दिल की धड़कने बढ़ गयीं और मैं सीधे उसके सामने पहुँच गयी। मैं बोली हाय दईया ससुर जी तुम अपना लन्ड खुद क्यों पकड़े हुए हो। मैं हूँ न तेरा लन्ड पकड़ने के लिए। लन्ड हमेशा औरत के हाथ में अच्छा लगता है मर्दों के हाथ में नहीं। लन्ड औरतों के लिए होता है मेरे प्यारे ससुर जी। लाओ मैं इसे देखती हूँ. बस ऐसा कह कर मैंने लन्ड उससे छीन लिया और अपना मुंह में पूरा का पूरा सुपाड़ा घुसेड़ लिया। उसने भी मुझे चिपका लिया और मेरी चूंचियां मसलने लगा। फिर तो मैंने उससे रात भर चुदवाया।
नन्द की यह सच्ची कहानी सुनकर सबको मज़ा आया और सब लोग चुदाई में फिर मसगूल हो गये। सामूहिक चुदाई का यही तो मज़ा है की सबकी चुदाई देखो और फिर चुदवाओ। सबको चोदते हुए देखो और फिर चोदो ? एक चूत से लन्ड निकाल कर दूसरी चूत में पेलो। एक लन्ड मुह से निकाल कर दूसरा लन्ड ले लो। ऐसी ऐय्यासी करने का मौक़ा रोज़ रोज़ नहीं मिलता ?
यहाँ घनघोर चुदाई चल रही थी तभी अचानक मेरी खाला की बेटी समीना और फूफी की बेटी बबीना दोनों आ गयीं। वो दोनों हमारी चुदाई देख कर मस्ताने लगी।
समीना बोली - हाय अम्मी जान तुम यहाँ आना भोसड़ा चुदवा रही हो उधर मेरा ससुर तुम्हे चोदने के लिए तपड़ रहा है। साला मुझसे कई बार पूंछ चुका है बहू तेरी माँ कहाँ है आज तो मैं तेरी माँ की चूत चोद कर जाऊँगा।
खाला ने जबाब दिया - अरे अगर ऐसी बात है तो तूने क्यों नहीं चुदवा उससे ?
अरे अम्मी उसने मुझे चोदने के बाद यह बात कही।
हाय दईया तू मादर चोद बड़ी चुदक्कड़ है। अपने ससुर से चुदवाती है।
तू क्या यहाँ सबके लन्ड का अचार डाल रही है ? मैं देख रही हूँ की तू भी तो यहाँ एक के बाद एक लन्ड अपनी चूत में घुसा रही है।
तेरी माँ का भोसड़ा तू अपनी अम्मी से जबान लड़ाती है ?
तेरी बिटिया की बुर अम्मी ? जब चुदाई होती है तो जबान हर जगह लड़ानी ही पड़ती है।
तब तक बबीना बोली - हाय अम्मी मेरा शौहर आज तुम्हे चोदने के मूड में है। कल रात में उसने मेरे सामने मेरी फूफी की बुर ली। क्योंकि मैं उसके सामने ही अपने फूफा से चुदवा रही थी। तभी उसने कहा की बबीना आज मैं तेरी माँ चोद कर जाऊंगा ?
मेरी फूफी बोली - तो फिर बबीना यहाँ ले आ न अपने शौहर को। यहाँ मैं सबके सामने तेरे शौहर से चुदवाऊँगी। यहाँ चुदाने वाली और भी बीवियां उसे मिल जायेंगीं।
तब तक खाला बोली अरे हां समीना तू भी अपने ससुर को यहाँ बुला ले। वह भी भोसड़ी का सबकी बीवियां चोद कर मस्त हो जायेगा।
फिर क्या थोड़ी देर में समीना एक ससुर भी आ गया और बबीना का शौहर भी। उन दोनों ने मिल कर यहाँ सबकी बीवियां चोदीं और समीना बबीना ने भी यहाँ सबसे चुदवाया .
मैं अपने सारे कपड़े खोले हुए एकदम नंगी नंगी अपने जीजू का लन्ड पी रही हूँ। उसका लन्ड आधे से अधिक मेरे मुंह में घुसा हुआ है और मैं अंदर ही अंदर अपनी जबान लन्ड के टोपा पर फिरा रही हूँ। उसे भी मज़ा आ रहा है और मुझे भी। मेरी दीदी मेरे खालू का लन्ड पीने में जुटी हुईं हैं। लन्ड साला ८ + है उसका सुपाड़ा जितना बड़ा है उतना ही खूबसूरत है। दीदी का पूरा नंगा बदन देख कर खालू का लन्ड बढ़ता ही जा रहा है। उधर मेरी खाला मेरे ससुर का लन्ड अपने मुंह में लिए हुए मस्ती से चूस रही हैं। मेरा ससुर भोसड़ी का बड़ा चोदू आदमी है। खुदा ने उसका लन्ड बड़ा लम्बा चौड़ा बनाया है उसी का वह फायदा उठाता है। जो भी एक बार उसका लन्ड देख लेती है वो बिना चूसे बिना चुदाये रह नहीं सकती। यही हाल मेरे साथ भीं हुआ था। मैंने भी उसका खड़ा लन्ड एक दिन रात में देख लिया था तो बड़ी बेशर्मी से उसे हाथ बढ़ाकर पकड़ लिया। बस उसने मुझे अपनी तरफ खींचा और फिर मुझे रात में तीन बार चोदा। मेरी सास अपनी ही बेटी के शौहर का लन्ड पीने में लगीं हुई हैं। यानी मेरी सास मेरे नंदोई के लन्ड का मज़ा ले रहीं हैं। उसी के सामने मेरी नन्द नंगी नंगी अपनी चूत फैलाये हुए मेरे फूफा का लन्ड चूस रही है। मेरी सास और नन्द दोनों लन्ड चूसने में बड़ी उस्ताद हैं। सास नन्द की बुर में लन्ड पेलती है और नन्द सास की बुर में ? माँ चुदाये अपनी बेटी की बुर और बेटी चुदाये अपनी माँ का भोसड़ा ? मुझे यह जानकार बड़ी ख़ुशी हुई थी क्योंकि मैं भी उसकी खेल की खिलाड़ी हूँ जिस खेल को ये दोनों खेलतीं हैं। पूरे कमरे में लन्ड चूसने चाटने की आवाज़ें आ रहीं हैं। चारों तरफ कमरा चप्प चप्प, चपर चपर, सपड़ सपड़ की आवाजों से गूंज रहा है।
तब तक फूफी भी कमरे में दाखिल हो गयीं। उसने मेरे शौहर पर चढ़ाई कर दी। उसे नंगा किया और खुद भी नंगी हो गयीं। फूफी पागलों की तरह मेरे मियां का लन्ड पीने लगीं। सब की सब एकदम नंगी हैं। सारे मरद भी बिलकुल नंगे हैं किसी के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं हैं। बीवियां चूस तो रहीं है एक मरद का लन्ड लेकिन नज़र सबके लन्ड पर जा रही हैं। इसी तरह मरद भी पकड़ तो रहें है एक बीवी की चूंचियां लेकिन देख रहें हैं सबकी बीवियों की चूंचियां। सहला रहे हैं एक बीवीं की चूत पर नज़रें सबकी बीवियों की चूत पर घूम रही हैं। इतने सारे लन्ड, चूत और चूंचियां देख कर सब लोग मस्त हैं और वासना में डूबे हुए हैं। सबके लन्ड में जबरदस्त तनाव है और सबकी चूंचियां तन कर खड़ी हुई हैं। मज़ा ही मज़ा मस्ती ही मस्ती ?
मेरा नाम तमन्ना है। मैं २५ साल की हूँ, शादी शुदा हूँ और मस्ती से अपनी ज़िन्दगी गुज़ार रही हूँ। जवानी मेंअगर एक के बाद एक लन्ड मिलता रहे तो जवानी का मज़ा खुश हाल हो जाता है। मैं बड़ी देर से जीजू का लन्ड चूस रही हूँ। मैं सोंचा की अब अगर मैं किस और का लन्ड चूसूँ तो और मज़ा आयेगा । मेरे सबसे नजदीक दीदी थीं और उसके हाथ में खालू का लन्ड था। मेरी नज़र लन्ड पर पड़ी तो मैंने सोंचा की क्यों न इसका लन्ड पकड़ लूँ ? बस मैंने हाथ बढ़ा दिया और मुस्कराते हुए खालू का लन्ड दीदी के हाथ से छीन कर चाटने लगी। तब दीदी ने खाला के हाथ से मेरे ससुर का लन्ड पकड़ लिया। दीदी ने कहा वाओ तमन्ना तेरे ससुर का लन्ड तो बड़ा मोटा है और देखो बहन चोद कितना गरम गरम लग रहा है। उसने अपनी जबान निकाली और लन्ड चाटने लगी। तब तक खाला ने मेरी सास के हाथ से मेरे नंदोई का लन्ड ले लिया । खाला मेरे नंदोई का लन्ड चाटने लगी और उसके पेल्हड़ हौले हौले सहलाने लगीं । मेरी सास के हाथ से लन्ड चला गया तो उसने आगे बढ़ कर मेरे फूफा का लन्ड पकड़ लिया। फूफा का लन्ड बड़ा मस्त था और लंबा भी। मेरा फूफा तो साला बड़ा बेशर्म हैं। रात में जब इसका लन्ड खड़ा होता है तो जो भी इसके सामने होती है उसी की चूत में लन्ड पेल देता है। चाहे वह कोई भी हो। एक बार तो इसने अपनी बेटी की चूत में घुसा दिया था लन्ड ?
फूफा का लन्ड उसकी बेटी यानी मेरी नन्द चाट रही थी। जब लौड़ा उसके हाथ से गया तो उसने मेरे शौहर का लन्ड पकड़ लिया। मेरा शौहर तो उसका भाई जान ही है। वह अपने भाई जान का लन्ड हिलाने लगी। अब फूफी बिना लन्ड के रह गयीं तो वह उठी और मेरे जीजू के लन्ड पर कब्जा जमा लिया। उसे बड़े प्यार से चाट चाट कर मज़ा लेने लगीं। इस तरह सबके लन्ड बदल गए। इससे लन्ड वालों को भी मज़ा आने लगा। मरद भी भोसड़ी के और मस्ती से अपना अपना लन्ड चटवाने लगे। बीवियां तो बहन चोद बहुत ही खुद थी। आज यह पहला मौक़ा है जब सब की सब इतने लोगो से साथ चुदवाने वालीं हैं। सबके मन में यही चल रहा है हैं जब की ये सारे लन्ड एक एक करके मेरी चूत में घुसेगें तो कितना मज़ा आएगा ?
बीच बीच में कुछ गरमागरम बातें भी होने लगीं। कुछ प्यार मोहब्बत से गालियां भी मुंह से निकलने लगी। मस्ती जब छाती है तो कुछ भी हो सकता है। कुछ बातें मैं आपको सुनवाती हूँ :-
मैंने कहा खाला मज़ा आ रहा है मेरे नंदोई का लन्ड चाटने में तुम्हे ? उसने जबाब दिया यार तमन्ना पराये मरद का लन्ड चाटने में किसको मज़ा नहीं आता ? सबसे ज्यादा मज़ा तो तुम्हे आ रहा है बहन चोद ? नन्द बोली भाभी के फूफा का लन्ड साला बड़ा मोटा है भोसड़ी का। मुझे लगा की ये जब मेरी चूत में जाएगा तो चूत तो फट ही जाएगी। मैंने कहा अर यार जब चुदवाने निकली हो तो फटने का डर क्यों ? यहाँ सब गैर मरद से फड़वाने ही आयीं है। फिर ऐसे ही कुछ आवाज़ें सुनाई पड़ने लगी। हाय दईया आज तो मादर चोद लौडों की झांटें बनी हुई है तभी इतने खूबसूरत लग रहें हैं,,,,, मन करता है की सारे लन्ड चबा डालूं ,,,,, यार ,ये लन्ड बहन चोद इतने अच्छे क्यों लगतें हैं,,,,,, लन्ड महराज तेरी बहन की बुर साले मैं तेरी चटनी बना दूँगी,,,,लन्ड भोसड़ी का तू बड़ा तन कर खड़ा हुआ है मेरे सामने ,,,, हाय रे, ऐसा ही लन्ड मेरे पड़ोसी का भी लंड है,,,, बाप बाप रे ये तो मेरे मियां के दोस्त के लन्ड जैसा लग रहा है,,,, मैं अब तेरी चूँचियों के बीच घुसा दूंगा लन्ड,,, तेरे बूब्स साले जबरदस्त है यार,,, आज तो मैं तुम्हे भी चोदूंगा और तेरी माँ को भी चोदूंगा ,,,, तेरी बहन का लन्ड साले पहले मेरी चूत में घुसा के देख लन्ड,,, हाय रे, लन्ड के टोपा पर तो जान देती हूँ मैं,,,, आज तुम भी चोद लेना मेरी बेटी की बुर,,,,वाह वाह तुम तो बहुत अच्छी तरह से चूस लेती हो लन्ड,,,, आज तो तू अपनी माँ चुदा ले,,,,,आज लन्ड पीने में कुछ ज्यादा ही अच्छा लग रहा है,,,, तेरा मियां का लौड़ा मुझे पसंद आ गया बुर चोदी,,,,, मैं भी तेरे मियां का लन्ड अपने पास रखूंगी,,, मैं तो कहती हूँ तुम मेरे सामने नंगे ही रहा करो,,,,देखो न मेरी नन्द भोसड़ी वाली कितनी मस्ती से लन्ड हिला रही है ? उसकी आज मैं मारूंगी गांड।
गैर मर्दों के साथ बन गये चुदाई के जोड़े
पहला ग्रुप :- अब तक सबके लन्ड इतने ज्यादा टन टना चुके थे की वे सब चूत में घुसने के लिए तैयार थे। तभी वहीं अपने आप कुछ जोड़े बन गए। जीजू ने अपना लन्ड मेरी चूत में पेल दिया। और मेरे सामने मेरे ससुर ने लन्ड मेरी खाला जान के भोसड़ा में घुसेड़ दिया। हम दोनों आमने सामने चुदवाने लगीं। मेरा और खाला जान का पहला ग्रुप बन गया।
दूसरा ग्रुप :- वहीँ पास में दीदी ने मेरे नंदोई का लन्ड पकड़ा और उसे हिला हिला कर चाटने चूसने लगीं। लन्ड और तन कर खड़ा हो गाय। दीदी की चूंचियां पहले से ही तनी हुई थीं। बस फिर क्या नंदोई ने घुसेड़ दिया लन्ड दीदी की चूत में और चोदने लगा। उधर मेरी सास ने मेरे फूफा का लन्ड पकड़ा और प्यार से चूमा। फिर उसे पहले अपनी चूँचियों पर फिराया, बाद में चूत पर टिका दिया। फूफा ने एक धक्का मारा तो लौड़ा सरसराता घुस गया अंदर। फिर क्या चुदने लगा मेरी सास का भोसड़ा ? यह दूसरा ग्रुप बन गया।
तीसरा ग्रुप :- मेरी नन्द भोसड़ी की बहुत बड़ी बुर चोदी है। वह जब नंगी होती है तो बस लन्ड देखती है लन्ड वाले को नहीं। उसने हाथ बढ़ाया तो मेरे शौहर का ही लन्ड उसके हाथ में आ गया। वह मोटा ताज़ा लन्ड पाकर बड़ी खुश हो गयी। चुदाई के समय कोई रिस्ता नहीं देखा जाता। मेरी नन्द अपने भाई जान का लन्ड घुमा घुमा कर चारों तरफ से देखने लगी और फिर उसे अपनी बुर में घुसा कर चुदवाने लगी। उसी के बगल मेरी फूफी जान में मेरे खालू का लन्ड हथिया लिया और उसे पेल्हड़ सहित बड़ी देर तक चूमती रहीं। फिर उसे अपनी चूत पर टिकाया और कहा हां यार अब तुम मुझे बड़ी बेशर्मी से चोदो। मैं तेरी बीवी के सामने तेरी बीवी से अच्छा चुदवाकर दिखाऊंगी। इस तरह यह बन गया तीसरा ग्रुप।
मैं चुदवा तो जीजू से रही थी लेकिन मेरी नज़र ससुर के लन्ड पर थी जो मेरी खाला की बुर ले रहा था। खाला जान बड़ी मस्ती से चुदाने में जुटीं थीं। वैसे मैं आपको बता दूं की यहाँ चुदवाने में सब एक से एक बढ़कर हैं , चाहे खाला हो, दीदी हों, फूफी हों या फिर मेरी नन्द या सास। सब की सब भोसड़ी वाली लन्ड खाने में बड़ी बेशरम और बिंदास हैं। किसी को किसी बात की शर्म है ही नहीं ? थोड़ी देर बाद मेरे ससुर में लन्ड खाला की चूत से निकाल कर मेरी चूत में घुसा दिया। उसे देख कर जीजू मेरी खाला की बुर चोदने लगा। ससुर का लन्ड जैसे अंदर गया तो मुझे वाकई बड़ा मज़ा आया। मैंने आपको बताया है की ससुर का लन्ड साला बड़ा मोटा ताज़ा है। वो तो अपनी बेटी की भी बुर चोद डालता है। अब लन्ड जब इतना बढ़िया तो कौन बुर चोदी नहीं चुदवायेगी ? इसलिए मैं भी भकाभक उससे चुदवाने लगीं।
उधर उन दोनों ग्रुप के भी पार्टनर बदल गये। दीदी फूफा से चुदवाने लगीं तो मेरी सास मेरे नंदोई से ही चुदवाने लगी। यानी अपनी बेटी के मियां का लौड़ा अपने भोसड़ा में पेले हुए मस्ती से चुदाने लगीं। मेरी नन्द माँ की लौड़ी मेरे खालू के लन्ड पर बैठ गयी। उसे लन्ड पर बैठ कर चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। फूफी फिर मेरे मियां का लन्ड लेकर अपनी चूत में घुसेड़ लिया। पूरे कमरे में झमाझम चुदाई होने लगी। सबको खूब मज़ा आ रहा था। बीवियां भी मस्ती में थी और मियां भी।
मेरी नन्द मस्ती करती हुई बोली भाभी तेरी बहन का लन्ड ? तेरी बहन तो लन्ड ऐसे घुसेड़वा रही है जैसे की वह पहली बार चुदवा रही हो ? दीदी ने जबाब दिया - तमन्ना तेरी नन्द की मादर चोद चूत ? तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ? मैं देख रही हूँ की वह बुर चोदी कितनी बेशरम और बेहाया है। अपने भाई जान का गयीं हैं। लेती है और अपने अब्बू के आगे ही कितनी बेशर्मी से चुदवा रही है ? नन्द बोली अरी मेरी भाभी की हरामजादी लन्ड चुसनी बहन जी। देख न मेरी भाभी कैसे रंडी की तरह अपने ससुर से चुदवा रही है।और मैं एक बता दूं मैं जब ससुराल जाती हूँ तो अपने ससुर से चुदवाकर आती हूँ। मेरा ससुर भी भोसड़ी का बड़ा चोदू आदमी है।
दीदी ने पूंछा :- अच्छा तो बता की तूने कब और कैसे पहली बार पकड़ा अपने ससुर का लन्ड ?
मेरी नन्द बताने लगी :-
एक दिन रात में मैं जब उठी तो देखा की मेरे ससुर के कमरे की बत्ती धीमे धीमे जल रही है। उस दिन घर में मेरी सास नहीं थीं। मुझे मालूम हुआ की मेरी सास पड़ोस में किसी से चुदवाने गयी हैं। मैं इधर अपने ससुर के कमरे में झाँक कर देखने लगी। मैंने देखा की वह एकदम नंगा लेटा हुआ है और अपना खड़ा लन्ड हिला रहा है। उसका लन्ड देख कर मेरी लार टपकने लगी। लन्ड साला ८" से कम न होगा। मोटा भी था। उसका टोपा साफ़ साफ मुझे दिखाई पड़ रहा था। बस मेरी चूत में आग लग गयी। वैसे भी ये बुर चोदी बुर रात में बिलकुल रंडी बन जाती है। इसे तो बस लन्ड चाहिए लन्ड ? लन्ड किसका है ये साली कुतिया बुर इस बात की परवाह ही नहीं करती ? तब तक मेरी नज़र टी वी पर पड़ी। बस मैं समझ गयी की मेरा ससुर भोसड़ी का ब्लू फिल्म देख कर सड़का मार रहा है। मैं अपने आपको रोक न सकी। मैंने दरवाजे को थोड़ा धक्का दिया तो वह धीरे से खुल गया। मेरे दिल की धड़कने बढ़ गयीं और मैं सीधे उसके सामने पहुँच गयी। मैं बोली हाय दईया ससुर जी तुम अपना लन्ड खुद क्यों पकड़े हुए हो। मैं हूँ न तेरा लन्ड पकड़ने के लिए। लन्ड हमेशा औरत के हाथ में अच्छा लगता है मर्दों के हाथ में नहीं। लन्ड औरतों के लिए होता है मेरे प्यारे ससुर जी। लाओ मैं इसे देखती हूँ. बस ऐसा कह कर मैंने लन्ड उससे छीन लिया और अपना मुंह में पूरा का पूरा सुपाड़ा घुसेड़ लिया। उसने भी मुझे चिपका लिया और मेरी चूंचियां मसलने लगा। फिर तो मैंने उससे रात भर चुदवाया।
नन्द की यह सच्ची कहानी सुनकर सबको मज़ा आया और सब लोग चुदाई में फिर मसगूल हो गये। सामूहिक चुदाई का यही तो मज़ा है की सबकी चुदाई देखो और फिर चुदवाओ। सबको चोदते हुए देखो और फिर चोदो ? एक चूत से लन्ड निकाल कर दूसरी चूत में पेलो। एक लन्ड मुह से निकाल कर दूसरा लन्ड ले लो। ऐसी ऐय्यासी करने का मौक़ा रोज़ रोज़ नहीं मिलता ?
यहाँ घनघोर चुदाई चल रही थी तभी अचानक मेरी खाला की बेटी समीना और फूफी की बेटी बबीना दोनों आ गयीं। वो दोनों हमारी चुदाई देख कर मस्ताने लगी।
समीना बोली - हाय अम्मी जान तुम यहाँ आना भोसड़ा चुदवा रही हो उधर मेरा ससुर तुम्हे चोदने के लिए तपड़ रहा है। साला मुझसे कई बार पूंछ चुका है बहू तेरी माँ कहाँ है आज तो मैं तेरी माँ की चूत चोद कर जाऊँगा।
खाला ने जबाब दिया - अरे अगर ऐसी बात है तो तूने क्यों नहीं चुदवा उससे ?
अरे अम्मी उसने मुझे चोदने के बाद यह बात कही।
हाय दईया तू मादर चोद बड़ी चुदक्कड़ है। अपने ससुर से चुदवाती है।
तू क्या यहाँ सबके लन्ड का अचार डाल रही है ? मैं देख रही हूँ की तू भी तो यहाँ एक के बाद एक लन्ड अपनी चूत में घुसा रही है।
तेरी माँ का भोसड़ा तू अपनी अम्मी से जबान लड़ाती है ?
तेरी बिटिया की बुर अम्मी ? जब चुदाई होती है तो जबान हर जगह लड़ानी ही पड़ती है।
तब तक बबीना बोली - हाय अम्मी मेरा शौहर आज तुम्हे चोदने के मूड में है। कल रात में उसने मेरे सामने मेरी फूफी की बुर ली। क्योंकि मैं उसके सामने ही अपने फूफा से चुदवा रही थी। तभी उसने कहा की बबीना आज मैं तेरी माँ चोद कर जाऊंगा ?
मेरी फूफी बोली - तो फिर बबीना यहाँ ले आ न अपने शौहर को। यहाँ मैं सबके सामने तेरे शौहर से चुदवाऊँगी। यहाँ चुदाने वाली और भी बीवियां उसे मिल जायेंगीं।
तब तक खाला बोली अरे हां समीना तू भी अपने ससुर को यहाँ बुला ले। वह भी भोसड़ी का सबकी बीवियां चोद कर मस्त हो जायेगा।
फिर क्या थोड़ी देर में समीना एक ससुर भी आ गया और बबीना का शौहर भी। उन दोनों ने मिल कर यहाँ सबकी बीवियां चोदीं और समीना बबीना ने भी यहाँ सबसे चुदवाया .
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