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मैं अपने पति से नहीं, दूसरों के पतियों से चुदवाती हूँ - Mujhe Dusre pati chodte hai
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मेरा नाम कविता है दोस्तों. मैं २६ साल की एक पढ़ी लिखी, खूबसूरत मद मस्त बिंदास लड़की हूँ। मेरी शादी अभी ६ महीने पहले आशीष नाम के एक लड़के से हो गयी। मेरा पति बहुत अच्छा है शर्मिला है और हैंडसम है। मैंने अपने कॉलेज के दिनों में बहुत ऐय्यासी की है। बहुत लड़कों के लन्ड पकड़ें हैं। खूब मस्ती से चूसा और चाटा है लन्ड ? मुठ्ठ मार मार के पिया है लन्ड ? चूत मे भी लिया है कई लन्ड ? खूब जम कर चुदवाया है मैंने और हर तरह के लन्ड का मज़ा लूटा है। दो दो / तीन तीन लन्ड से चुदवाने का भी मुझे अनुभव है। मैं जब भी पिकनिक में जाती थी तो लड़कों से चुदवाने के अलावा कुछ नहीं करती थी। मुझे लन्ड की बुरी तरह लत पड़ गयी। शादी के बाद मैंने सोंचा की मैं तो बिना २/३ लन्ड के रह ही नहीं सकती। एक लन्ड से मेरा कुछ भला नहीं होगा। मैं तो हमेशा चुदासी ही रह जाऊंगी। जवानी बिना लन्ड के कटेगी नहीं। इसलिए मैंने अपने पति को बीवियों की अदला बदली के लिए उकसाया। मैंने सोंचा की अगर वह तैयार हो जायेगा तो मैं गैर मर्दों से चुदवाती रहूंगी। एक बात मेरे फेवर की थी की मेरे पति का लन्ड बड़ा लंबा चौड़ा है। इस लन्ड को जो बीवी एक बार पकड़ कर देख लेगी वो बिना चुदवाये रह नहीं पायेगी।
एक रात में मैं अपने पति का लन्ड हिला रही थी। मैं भी मस्ती में थी , वह भी मस्ती में था और उसका लन्ड भी
मस्ती में था। तभी मैंने कहा देखो मेरे पति देवता मैं खुद कहती हूँ की अब लोग एक बीवी के सहारे नहीं रहते ? अब ज़माना बदल गया है और अब तुम भी बदलो। अब तुम भी लोगों की तरह चोदो सबकी बीवियां। तुम किसी और की बीवी चोदो - कोई और तेरी बीवी चोदे। तुम भी खुश तेरी बीवी भी खुश। मैं तो कहती हूँ की तुम मेरे सामने चोदो किसी और की बीवी। किसी और का पति चोदे तेरी बीवी। हिसाब बराबर। इसमें किसी का नुकसान तो है नहीं। नफ़ा ही नफ़ा है। मज़ा ही मज़ा है। इसके अलावा कुछ भी नहीं। तो फिर देर किस बात की मेरे राजा ? पकड़ो अपने किसी दोस्त को और चोदो उसकी बीवी। उसका पति चोदे तेरी बीवी। एक ही कमरे में हो जाए बीवियों की अदला बदली। मुझे भी मिले एक नया लन्ड। उसकी बीवी को भी मिले एक नया लन्ड। तुमको भी मिले एक नयी चूत. तेरे दोस्त को भी मिले एक नयी चूत. मैं सच कह रही हूँ यार तुम अपने दोस्त से बात तो करके देखो ? वो न मिले तो उसकी बीवी से बात करो। खुल कर बात करो। कोई संकोच करने की जरुरत नहीं है झिझकने की जरुरत नहीं है। आजकल हर बीवी बहन चोद पराये मरद से चुदवाना चाहती है। मैं एक बीवी हूँ इसलिए बीवियों के दिल की बात जानती हूँ।
मेरे कहने पर मेरे पति को जोश आ गया। वह सीधे अपने दोस्त रोहित के घर पहुँच गया। इतवार का दिन था। उसे मालूम हुआ की रोहित शहर के बाहर गया है तो वह उसकी बीवी काजल के पास बैठ कर बातें करने लगा। वह अपनी काजल भाभी से काफी खुला हुआ था। हंसी मजाक भी कर लेता था। काजल कभी बुरा नहीं मानती थी और बराबर मजाक करती थी। वो दोनों खूब एन्जॉय करते थे। काजल ने उसे नास्ता कराया और फिर मजे से बातें करने लगी। मेरे पति ने बताया की :-
मैंने कहा - भाभी मैं एक बात कहना चाहता हूँ। आप बुरा तो नहीं मानेंगीं ?
वह बोली - आज तक मैं कभी बुरा माना है तेरी बात का रोहित ? मैं तेरी बात का कभी बुरा नहीं मानती। जो कुछ कहना है बेधड़क कहो।
मुझे कहने में थोड़ा संकोच हो रहा है, भाभी । थोड़ी झिझक भी हो रही है।
अरे मेरे प्यारे भोसड़ी के रोहित, तेरी गांड क्यों फट रही है। खुल कर कहो न ? अब तो तूने मेरी गालियां भी सुन लीं , अब बोलो और खुल कर बोलो। शर्माने की कोई जरुरत नहीं है।
भाभी मेरी बीवी ने आज कुछ मुझसे कहा है , मैं वहीआपको बताना चाहता हूँ। .
हां बाबा बताओ न ? मैं सब सुन रही हूँ।
मेरी बीवी कह रही थी की आजकल ज़माना बदल गया है। लोग हर तरह से एन्जॉय करने लगें हैं। आजकल लोग "वाइफ स्वैपिंग" बहुत करते हैं ?
हां यह बात तो सच है, आशीष । मैंने भी ऐसा सुना है। हर तरह के लोग है समाज में यार। और मैं इसमें कोई बुरा नहीं मानती। जिसकी जो मर्जी हो वो वह करे।
भाभी मैं आपके साथ "वाइफ स्वैपिंग" करना चाहता हूँ।
क्या कह रहे हो तुम ? तुम चाहते हो की मेरा पति तेरी बीवी चोदे और तुम मुझे चोदो ? बिना कुछ सोंचे समझे तुमने यह बात कैसे कह दी ? मैं क्या तुमको इस तरह की बीवी लगती हूँ ? बोलने के पहले थोड़ा सोंच तो लिया होता, आशीष । मुझे तुमसे ऐसी उम्मीद नहीं थी।
भाभी की यह बात सुनकर मेरी तो वास्तव में गांड फट गयी। मेरा मुंह सूख गया। मेरी जबान रुक गयी। मैंने बड़ी बेज़्ज़ती महसूस की और मुझे इस बात का पछतावा होने लगा की मैंने इस तरह की बात भाभी से क्यों कर दी। मैंने कहा भाभी I am sorry . please excuse me . मुझसे गलती हो गयी। मुझे माफ़ कर दीजिये। मैं ऐसा कह कर वापस चला आया। .
मेरा चेहरा उतरा हुआ था। मैं उदास था। मेरी बीवी कविता मेरे पास आयी और बोली इतने परेशान क्यों हो ? बताओ न मुझे क्या हुआ ? मैंने कहा यार मैंने बहुत बड़ी गलती कर दी। तुम्हारे चक्कर में मैं बिना मतलब भाभी से वाइफ स्वैपिंग की बात कह दी। वह तो भड़क गयी और मेरी बेज़्ज़ती कर दी। , मुझे डांट दिया। अब तो मैं उसे अपना मुह दिखाने के काबिल नहीं रहा। रोहित को मालूम होगा तो वह मेरे बारे में क्या सोंचेगा ? मेरी तो बेज़्ज़ती हो गयी। यह सब तेरे कारन ही हुआ है कविता ? न तू मुझसे ऐसी बातें कहती और न ये सब होता ?
मैने कहा अच्छा चलो अब जो होना था वो हो गया। अब ठीक से बताओ की तुमने क्या कहा उससे और उसने जबाब में क्या कहा ? मेरे पति आशीष ने मुझे सब सच सच बता दिया।
मैंने कहा - बस इतनी सी बात है यार ? मैं तुम्हे मुबारहबाद देती हूँ यार। तुमने कम से कम अपनी बात तो खुल कर कह दी। लोग तो इतना भी नहीं कह पाते ? और हां अब सुनो तुम्हारा काम हो जायेगा। अब देखना वह खुद तुम्हारे पास आएगी।
वह बोला :- यार कविता मेरी यहाँ झांटें सुलग रहीं है और तुम ऐसी बातें कर रही हो ?
मैंने कहा :- मैं बीवियों के नखरे जानती हूँ। देखना एक दिन वह तुमसे खुद "बीवियों की अदला बदली" के लिए कहेगी। वो तो दौड़ कर चुदवायेगी तुमसे मेरे राजा।
दूसरे दिन मेरा पति आशीष मुंह लटकाये हुए ऑफिस चला गया। शाम को भी मुंह लटकाये हुए वापस आ गया। मैंने उसे चाय दी तो उसने उसे बेमन से पिया। फिर मैंने हंस कर कहा आशीष मेरे राजा आज तुम्हारे लिए एक गुड न्यूज़ है। वह बोला क्या है ? मैंने कहा आज दोपहर में काजल का फोन आया था। बस काजल के नाम पर उसकी आँखों में चमक आ गयी। वह बोला तो क्या कहा काजल भाभी ने ? मैंने बताया की वह कह रही थी की मैंने आशीष को बड़ी बुरी तरह से डांट दिया है इसके लिए मैं उससे क्षमा माँगने शाम को आ रही हूँ। उससे कह देना की मैंने उसकी बात मान ली है। मैं आज रात को उसी के घर में रहूंगी और बीवियों की अदला बदला करूंगी। मेरी यह बात सुनकर उसकी बांछे खिल गयी। उसका मुरझाया चेहरा खिल उठा। मैंने कहा अब तुम भी बिलकुल तैयार हो जाओ। आज तुम्हें काजल की बुर चोदने का मौक़ा मिलेगा ?
शाम को करीब ८ बजे काजल आया गयी। उसे देख कर मेरा पति तो मस्त हो गया। , वह डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहने थी। वह बहुत स्मार्ट, सक्सि और हट लग रही थी। उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां आधे से अधिक बाहर ही निकली हुई थी। आशीष तो बस उन्ही को ताकने लगा। मैंने ड्रिंक्स का इंतज़ाम कर रखा था। इतने में उसके पीछे एक और मेरे पति की उम्र का लड़का भी खड़ा था। काजल बोली यार आशीष मुझे माफ़ करना मैंने कल तुम्हे बड़ा भला बुरा कह दिया। मुझे ऐसे नहीं कहना चाहिए था। आयी एम् सॉरी।
मेरा पति बोला अरे भाभी आप ऐसा मत कहिये। आप तो बहुत अच्छी हैं। फिर वह बोली आशीष तुमने जो मुझसे कहा था मैं उसके लिए तैयार हूँ। और आज उसी के लिए आयी हूँ। देखो ये मेरे हसबैंड का दोस्त सरस है। इसकी बीवी आजकल माईके गयी है यह भी अकेला है। इसलिए मैं इसे नहीं हैं बल्कि हसबैंड बनाकर ले आयी हूँ। मेरा पति यह सुनकर दंग रह गया।
फिर काजल ने बताया आशीष तुम हैरान न हो। वास्तव में मैं बीवियों की अदला बदली करती हूँ। "वाइफ स्वैपिंग" के ग्रुप में जाती हूँ और जम कर एन्जॉय करती हूँ। हां कभी अपने पति के साथ जाती हूँ और कभी किसी तो नकली पति बनाकर चली जाती हूँ। मेरा पति भी कभी मेरे साथ जाता है और कभी किसी को अपनी नकली बीवी बनाकर जाता है। लेकिन हम दोनों को "बीवियों की अदला बदली" का खेल बहुत पसंद है।
काजल की ये बातें सुनकर मैं तो फूल कर कुप्पा हो गयी। मैंने सोंच लिया की मैं भी नकली पति बनाकर चुदवाया करूंगी। मैंने यह भी अनुमान लगा की मेरे बूब्स काजल के बूब्स से कम नहीं हैं बल्कि बड़े ही होगें। मैं भी उसकी तरह खूबसूरत बीवी हूँ। खूबसूरत बीवियों की सबसे बड़ी कमजोरी लन्ड होती है। क्योंकि लन्ड उन्हें बड़ी आसानी से मिल जातें हैं। हर आदमी साला खूबसूरत बीवियों की तरफ लपक लेता है और ये बीवियां इसी बात का फायदा उठातीं हैं। मुझे यकीन है की हर खूबसूरत बीवी बदचलन होती है। ये सब मादर चोद अपने मरद से नहीं चुदवाती बस पराये मर्दों से चुदवाती रहती हैं। मैं भी उनमे से एक हूँ। अब इसी काजल को देख लो कैसे मौके का फायदा उठा कर पराये मरद से चुदवाती रहती है और आज भी पराये मर्द से चुदवाने आयी है। मैंने कहा था न की काजल बुर चोदी मेरे मरद से चुदवाने जरूर आएगी। और अभी क्या ? अभी तो जब वह मेरे पति का लन्ड देखेगी तो उसकी गुलाम हो जाएगी और फिर हमेशा मेरे पति के लन्ड के पीछे पीछे घूमा करेगी। मैं इसी बात का फायदा उठाऊंगी।
शराब का नशा अपना काम कर रहा था। अचानक काजल ने मेरे पति की जांघ पर हाथ रख कर कहा यार आशीष तुमने मुझे माफ़ कर दिया न ? मेरे पति ने उसे अपनी बाहों में समेट में लिया। काजल ने हाथ उसके लन्ड पर रख दिया और बोली कहो तो तुम्हारे लन्ड से माफ़ी मांग लूँ ? आशीष का दिल बाग़ बाग़ हो गया , वह काजल को चिपका कर बोला भाभी आप कैसी बातें कर रही हैं। उसे तो काजल के मुंह से 'लन्ड' सुनने में ही मज़ाआ गया था। मैंने भी उधर सरस के लन्ड पर हाथ रखा तो लन्ड अंदर ही अंदर फनफनाने लगा। मैंने अपने बूब्स खोल दिया इसे देख कर सरस मगन हो गया। वह मेरे नंगे बूब्स सहलाने लगा। मैं उसकी पैट खोलने लगी। उसके कपड़े उतारने लगी। उसने मेरी साड़ी खोल दी, मेरा ब्लॉउज खोल डाला। मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोलने लगा। जैसे ही पेटीकोट नीचे गिरा वैसे ही मेरी छोटी छोटी झांटों वाली मस्तानी चूत उसके सामने नंगी हो गयी। मैं चूत की झांटें तो बिलकुल साफ़ रखती हूँ लेकिन चूत के ऊपर के चबूतरे की झांटें छोटी छोटी जरूर रखती हूँ। काजल की चूत पूरी की पूरी चिकनी थी।
तब तक सरस और आशीष दोनों नंगे हो चुके थे। मैंने सरस का लन्ड देखा तो संतोष हुआ। लन्ड मेरे मन का निकला। काजल ने जब मेरे मरद का लन्ड पकड़ कर देखा तो वह बोल पड़ी हाय कविता तेरे मरद का लौड़ा तो बड़ा जबरदस्त है यार। मुझे नहीं मालूम था की आशीष इतने बड़े लन्ड का धनी है। देखो न कितना मोटा है बहन चोद लन्ड और मुझे मोटे लन्ड ही पसंद हैं। मैंने तो इसे अपना दिल हमेशा के लिए दे दिया है। ऐसा कह कर वह लन्ड चूमने लगी। कई बार उसने चूमा लन्ड और फिर जब निकाल कर चाटने लगी लन्ड। इधर मैं भी सरस के लन्ड पर टूट पड़ी। मैं भी एक रंडी की तरह पराये मरद के लन्ड की दीवानी हो गयी। मैंने कहा यार सरस तुम काजल की बुर लेते हो तो आज से तुम मेरी भी बुर लेना शुरू कर दो। मैं पेल्हड़ से लन्ड के टोपा तक और टोपा से पेल्हड़ तक लन्ड चाटने लगी। आज बहुत दिनों के बाद कोई मेरे मन का लन्ड मिला है। मैं इसका पूरा पूरा मज़ा लूटूँगी। बाकि दुनिया की माँ की चूत ?
मैं 69 बन कर सरस का लन्ड चूसने लगी और वह मेरी चूत। काजल भी इसी पोजीशन में मेरे पति का लन्ड चूसने लगी और वह काजल की चूत। मैं बड़े गौर से देख रही थी की काजल मेरे पति का लन्ड कैसे चाटती और चूसती है। मैंने पाया की वह सही में मेरे पति के लन्ड से प्यार करने लगी है। सरस जब मेरी चूत चाट रहा था तो मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था। मरद की जाबन जब चूत में घुसती है तो बहुत अच्छा लगता है। उसके बाद तो चूत बहुत बुरी तरह लन्ड खाने के लिए तैयार हो गयी। मैंने अपनी टाँगे फैला दी। सरस मुझे बेड के किनारे ले गया और खुद नीचे खड़ा हो गया। मेरी गांड में नीचे उसने एक मोटी सी तकिया लगा दिया। मेरी चूत ऊपर उठ गयी। मैंने भी अपनी टांगें उसके कंधो पर रख दीं। मेरी चूत उसके ठीक लन्ड के सामने खुल गयी। उसने लन्ड वहीँ टिकाया और एक धक्का मारा। लन्ड बहन चोद सटाक सेअन्दर घुस गया। उसने उतनी ही तेरी से लन्ड बाहर निकाला और फिर तेजी से पेल दिया अंदर । बस फिर क्या ? सरस मुझे मस्ती से चोदने लगा। मेरे सामने उस तरफ मेरी पति इसी तरह काजल की बुर चोदने लगा।
काजल बोली :- यार कविता तेरे पति का लौड़ा तो बड़ा सॉलिड है यार ? मेरी चूत में छक्के छुड़ा राह है तेरे पति का लन्ड ? मुझे तो बड़ा मज़ा आ रहा है। अब तो मैं छीन लूंगी तुमसे तुम्हारे पति का लन्ड ?
मैंने भी मजाक में कहा :- हां छीन क्या उखाड़ के ले जाओ मेरे पति का लन्ड। इसका लन्ड तो तेरे ही लिए है। दिन रात चुदवाओ और हर जगह घुसेड़ो मेरे पति का लन्ड। लेकिन मैं अब सरस का लन्ड तुम्हे वापस नहीं दूँगी। अब तो मेरी चूत को इसका लन्ड भा गया है। अब तो ये कई बार चुदवायेगी तब जाने देगी।
काजल बोली :- कविता भोसड़ी की तू बड़ी कमीनी है। तेरे से ज्यादा तेरी चूत कमीनी है ससुरी।
मैंने कहा :- और तू माँ की लौड़ी काजल ? तू तो बहुत बड़ी बुर चोदी है। तुमसे ज्यादा बुर चोदी है तेरी बुर। तेरी बुर की माँ की बुर। तेरी बुर की बहन का लन्ड ?
हम दोनों इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें करके चुदवाने में व्यस्त हो गयीं। थोड़ी देर बाद हम दोनों पीछे से चुदवाने लगीं। मेरी गांड की तरफ उसका मुंह था और उसकी गांड की तरफ मेरा मुंह। हम दोनों एक दूसरे की चूत में घुसता हुआ लन्ड देख रही थी। मैं अपने पति के पेल्हड़ सहलाने लगी और काजल अपने पति के पेल्हड़। यानी मेरे पति का लन्ड काजल की बुर में पर पेल्हड़ मेरे हाथ में। उसके पति का लन्ड मेरी बुर में पर पेल्हड़ काजल के हाथ में।
फिर हम दोनों ने रात में एक दूसरे के हसबैंड से तीन बार चुदवाया। नंगे नंगे हम सब थोड़ी देर के लिए सो गए, सवेरे उठ कर एक बार फिर चुदवाया।
उसके बाद मेरा पराये मर्दों से चुदाने का रास्ता खुल गया। अब मैं अपने पति से नहीं चुदवाती। मैं तो गैरों से चुदवाती हूँ और हर रोज़ चुदवाती हूँ।
मेरा नाम कविता है दोस्तों. मैं २६ साल की एक पढ़ी लिखी, खूबसूरत मद मस्त बिंदास लड़की हूँ। मेरी शादी अभी ६ महीने पहले आशीष नाम के एक लड़के से हो गयी। मेरा पति बहुत अच्छा है शर्मिला है और हैंडसम है। मैंने अपने कॉलेज के दिनों में बहुत ऐय्यासी की है। बहुत लड़कों के लन्ड पकड़ें हैं। खूब मस्ती से चूसा और चाटा है लन्ड ? मुठ्ठ मार मार के पिया है लन्ड ? चूत मे भी लिया है कई लन्ड ? खूब जम कर चुदवाया है मैंने और हर तरह के लन्ड का मज़ा लूटा है। दो दो / तीन तीन लन्ड से चुदवाने का भी मुझे अनुभव है। मैं जब भी पिकनिक में जाती थी तो लड़कों से चुदवाने के अलावा कुछ नहीं करती थी। मुझे लन्ड की बुरी तरह लत पड़ गयी। शादी के बाद मैंने सोंचा की मैं तो बिना २/३ लन्ड के रह ही नहीं सकती। एक लन्ड से मेरा कुछ भला नहीं होगा। मैं तो हमेशा चुदासी ही रह जाऊंगी। जवानी बिना लन्ड के कटेगी नहीं। इसलिए मैंने अपने पति को बीवियों की अदला बदली के लिए उकसाया। मैंने सोंचा की अगर वह तैयार हो जायेगा तो मैं गैर मर्दों से चुदवाती रहूंगी। एक बात मेरे फेवर की थी की मेरे पति का लन्ड बड़ा लंबा चौड़ा है। इस लन्ड को जो बीवी एक बार पकड़ कर देख लेगी वो बिना चुदवाये रह नहीं पायेगी।
एक रात में मैं अपने पति का लन्ड हिला रही थी। मैं भी मस्ती में थी , वह भी मस्ती में था और उसका लन्ड भी
मस्ती में था। तभी मैंने कहा देखो मेरे पति देवता मैं खुद कहती हूँ की अब लोग एक बीवी के सहारे नहीं रहते ? अब ज़माना बदल गया है और अब तुम भी बदलो। अब तुम भी लोगों की तरह चोदो सबकी बीवियां। तुम किसी और की बीवी चोदो - कोई और तेरी बीवी चोदे। तुम भी खुश तेरी बीवी भी खुश। मैं तो कहती हूँ की तुम मेरे सामने चोदो किसी और की बीवी। किसी और का पति चोदे तेरी बीवी। हिसाब बराबर। इसमें किसी का नुकसान तो है नहीं। नफ़ा ही नफ़ा है। मज़ा ही मज़ा है। इसके अलावा कुछ भी नहीं। तो फिर देर किस बात की मेरे राजा ? पकड़ो अपने किसी दोस्त को और चोदो उसकी बीवी। उसका पति चोदे तेरी बीवी। एक ही कमरे में हो जाए बीवियों की अदला बदली। मुझे भी मिले एक नया लन्ड। उसकी बीवी को भी मिले एक नया लन्ड। तुमको भी मिले एक नयी चूत. तेरे दोस्त को भी मिले एक नयी चूत. मैं सच कह रही हूँ यार तुम अपने दोस्त से बात तो करके देखो ? वो न मिले तो उसकी बीवी से बात करो। खुल कर बात करो। कोई संकोच करने की जरुरत नहीं है झिझकने की जरुरत नहीं है। आजकल हर बीवी बहन चोद पराये मरद से चुदवाना चाहती है। मैं एक बीवी हूँ इसलिए बीवियों के दिल की बात जानती हूँ।
मेरे कहने पर मेरे पति को जोश आ गया। वह सीधे अपने दोस्त रोहित के घर पहुँच गया। इतवार का दिन था। उसे मालूम हुआ की रोहित शहर के बाहर गया है तो वह उसकी बीवी काजल के पास बैठ कर बातें करने लगा। वह अपनी काजल भाभी से काफी खुला हुआ था। हंसी मजाक भी कर लेता था। काजल कभी बुरा नहीं मानती थी और बराबर मजाक करती थी। वो दोनों खूब एन्जॉय करते थे। काजल ने उसे नास्ता कराया और फिर मजे से बातें करने लगी। मेरे पति ने बताया की :-
मैंने कहा - भाभी मैं एक बात कहना चाहता हूँ। आप बुरा तो नहीं मानेंगीं ?
वह बोली - आज तक मैं कभी बुरा माना है तेरी बात का रोहित ? मैं तेरी बात का कभी बुरा नहीं मानती। जो कुछ कहना है बेधड़क कहो।
मुझे कहने में थोड़ा संकोच हो रहा है, भाभी । थोड़ी झिझक भी हो रही है।
अरे मेरे प्यारे भोसड़ी के रोहित, तेरी गांड क्यों फट रही है। खुल कर कहो न ? अब तो तूने मेरी गालियां भी सुन लीं , अब बोलो और खुल कर बोलो। शर्माने की कोई जरुरत नहीं है।
भाभी मेरी बीवी ने आज कुछ मुझसे कहा है , मैं वहीआपको बताना चाहता हूँ। .
हां बाबा बताओ न ? मैं सब सुन रही हूँ।
मेरी बीवी कह रही थी की आजकल ज़माना बदल गया है। लोग हर तरह से एन्जॉय करने लगें हैं। आजकल लोग "वाइफ स्वैपिंग" बहुत करते हैं ?
हां यह बात तो सच है, आशीष । मैंने भी ऐसा सुना है। हर तरह के लोग है समाज में यार। और मैं इसमें कोई बुरा नहीं मानती। जिसकी जो मर्जी हो वो वह करे।
भाभी मैं आपके साथ "वाइफ स्वैपिंग" करना चाहता हूँ।
क्या कह रहे हो तुम ? तुम चाहते हो की मेरा पति तेरी बीवी चोदे और तुम मुझे चोदो ? बिना कुछ सोंचे समझे तुमने यह बात कैसे कह दी ? मैं क्या तुमको इस तरह की बीवी लगती हूँ ? बोलने के पहले थोड़ा सोंच तो लिया होता, आशीष । मुझे तुमसे ऐसी उम्मीद नहीं थी।
भाभी की यह बात सुनकर मेरी तो वास्तव में गांड फट गयी। मेरा मुंह सूख गया। मेरी जबान रुक गयी। मैंने बड़ी बेज़्ज़ती महसूस की और मुझे इस बात का पछतावा होने लगा की मैंने इस तरह की बात भाभी से क्यों कर दी। मैंने कहा भाभी I am sorry . please excuse me . मुझसे गलती हो गयी। मुझे माफ़ कर दीजिये। मैं ऐसा कह कर वापस चला आया। .
मेरा चेहरा उतरा हुआ था। मैं उदास था। मेरी बीवी कविता मेरे पास आयी और बोली इतने परेशान क्यों हो ? बताओ न मुझे क्या हुआ ? मैंने कहा यार मैंने बहुत बड़ी गलती कर दी। तुम्हारे चक्कर में मैं बिना मतलब भाभी से वाइफ स्वैपिंग की बात कह दी। वह तो भड़क गयी और मेरी बेज़्ज़ती कर दी। , मुझे डांट दिया। अब तो मैं उसे अपना मुह दिखाने के काबिल नहीं रहा। रोहित को मालूम होगा तो वह मेरे बारे में क्या सोंचेगा ? मेरी तो बेज़्ज़ती हो गयी। यह सब तेरे कारन ही हुआ है कविता ? न तू मुझसे ऐसी बातें कहती और न ये सब होता ?
मैने कहा अच्छा चलो अब जो होना था वो हो गया। अब ठीक से बताओ की तुमने क्या कहा उससे और उसने जबाब में क्या कहा ? मेरे पति आशीष ने मुझे सब सच सच बता दिया।
मैंने कहा - बस इतनी सी बात है यार ? मैं तुम्हे मुबारहबाद देती हूँ यार। तुमने कम से कम अपनी बात तो खुल कर कह दी। लोग तो इतना भी नहीं कह पाते ? और हां अब सुनो तुम्हारा काम हो जायेगा। अब देखना वह खुद तुम्हारे पास आएगी।
वह बोला :- यार कविता मेरी यहाँ झांटें सुलग रहीं है और तुम ऐसी बातें कर रही हो ?
मैंने कहा :- मैं बीवियों के नखरे जानती हूँ। देखना एक दिन वह तुमसे खुद "बीवियों की अदला बदली" के लिए कहेगी। वो तो दौड़ कर चुदवायेगी तुमसे मेरे राजा।
दूसरे दिन मेरा पति आशीष मुंह लटकाये हुए ऑफिस चला गया। शाम को भी मुंह लटकाये हुए वापस आ गया। मैंने उसे चाय दी तो उसने उसे बेमन से पिया। फिर मैंने हंस कर कहा आशीष मेरे राजा आज तुम्हारे लिए एक गुड न्यूज़ है। वह बोला क्या है ? मैंने कहा आज दोपहर में काजल का फोन आया था। बस काजल के नाम पर उसकी आँखों में चमक आ गयी। वह बोला तो क्या कहा काजल भाभी ने ? मैंने बताया की वह कह रही थी की मैंने आशीष को बड़ी बुरी तरह से डांट दिया है इसके लिए मैं उससे क्षमा माँगने शाम को आ रही हूँ। उससे कह देना की मैंने उसकी बात मान ली है। मैं आज रात को उसी के घर में रहूंगी और बीवियों की अदला बदला करूंगी। मेरी यह बात सुनकर उसकी बांछे खिल गयी। उसका मुरझाया चेहरा खिल उठा। मैंने कहा अब तुम भी बिलकुल तैयार हो जाओ। आज तुम्हें काजल की बुर चोदने का मौक़ा मिलेगा ?
शाम को करीब ८ बजे काजल आया गयी। उसे देख कर मेरा पति तो मस्त हो गया। , वह डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहने थी। वह बहुत स्मार्ट, सक्सि और हट लग रही थी। उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां आधे से अधिक बाहर ही निकली हुई थी। आशीष तो बस उन्ही को ताकने लगा। मैंने ड्रिंक्स का इंतज़ाम कर रखा था। इतने में उसके पीछे एक और मेरे पति की उम्र का लड़का भी खड़ा था। काजल बोली यार आशीष मुझे माफ़ करना मैंने कल तुम्हे बड़ा भला बुरा कह दिया। मुझे ऐसे नहीं कहना चाहिए था। आयी एम् सॉरी।
मेरा पति बोला अरे भाभी आप ऐसा मत कहिये। आप तो बहुत अच्छी हैं। फिर वह बोली आशीष तुमने जो मुझसे कहा था मैं उसके लिए तैयार हूँ। और आज उसी के लिए आयी हूँ। देखो ये मेरे हसबैंड का दोस्त सरस है। इसकी बीवी आजकल माईके गयी है यह भी अकेला है। इसलिए मैं इसे नहीं हैं बल्कि हसबैंड बनाकर ले आयी हूँ। मेरा पति यह सुनकर दंग रह गया।
फिर काजल ने बताया आशीष तुम हैरान न हो। वास्तव में मैं बीवियों की अदला बदली करती हूँ। "वाइफ स्वैपिंग" के ग्रुप में जाती हूँ और जम कर एन्जॉय करती हूँ। हां कभी अपने पति के साथ जाती हूँ और कभी किसी तो नकली पति बनाकर चली जाती हूँ। मेरा पति भी कभी मेरे साथ जाता है और कभी किसी को अपनी नकली बीवी बनाकर जाता है। लेकिन हम दोनों को "बीवियों की अदला बदली" का खेल बहुत पसंद है।
काजल की ये बातें सुनकर मैं तो फूल कर कुप्पा हो गयी। मैंने सोंच लिया की मैं भी नकली पति बनाकर चुदवाया करूंगी। मैंने यह भी अनुमान लगा की मेरे बूब्स काजल के बूब्स से कम नहीं हैं बल्कि बड़े ही होगें। मैं भी उसकी तरह खूबसूरत बीवी हूँ। खूबसूरत बीवियों की सबसे बड़ी कमजोरी लन्ड होती है। क्योंकि लन्ड उन्हें बड़ी आसानी से मिल जातें हैं। हर आदमी साला खूबसूरत बीवियों की तरफ लपक लेता है और ये बीवियां इसी बात का फायदा उठातीं हैं। मुझे यकीन है की हर खूबसूरत बीवी बदचलन होती है। ये सब मादर चोद अपने मरद से नहीं चुदवाती बस पराये मर्दों से चुदवाती रहती हैं। मैं भी उनमे से एक हूँ। अब इसी काजल को देख लो कैसे मौके का फायदा उठा कर पराये मरद से चुदवाती रहती है और आज भी पराये मर्द से चुदवाने आयी है। मैंने कहा था न की काजल बुर चोदी मेरे मरद से चुदवाने जरूर आएगी। और अभी क्या ? अभी तो जब वह मेरे पति का लन्ड देखेगी तो उसकी गुलाम हो जाएगी और फिर हमेशा मेरे पति के लन्ड के पीछे पीछे घूमा करेगी। मैं इसी बात का फायदा उठाऊंगी।
शराब का नशा अपना काम कर रहा था। अचानक काजल ने मेरे पति की जांघ पर हाथ रख कर कहा यार आशीष तुमने मुझे माफ़ कर दिया न ? मेरे पति ने उसे अपनी बाहों में समेट में लिया। काजल ने हाथ उसके लन्ड पर रख दिया और बोली कहो तो तुम्हारे लन्ड से माफ़ी मांग लूँ ? आशीष का दिल बाग़ बाग़ हो गया , वह काजल को चिपका कर बोला भाभी आप कैसी बातें कर रही हैं। उसे तो काजल के मुंह से 'लन्ड' सुनने में ही मज़ाआ गया था। मैंने भी उधर सरस के लन्ड पर हाथ रखा तो लन्ड अंदर ही अंदर फनफनाने लगा। मैंने अपने बूब्स खोल दिया इसे देख कर सरस मगन हो गया। वह मेरे नंगे बूब्स सहलाने लगा। मैं उसकी पैट खोलने लगी। उसके कपड़े उतारने लगी। उसने मेरी साड़ी खोल दी, मेरा ब्लॉउज खोल डाला। मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोलने लगा। जैसे ही पेटीकोट नीचे गिरा वैसे ही मेरी छोटी छोटी झांटों वाली मस्तानी चूत उसके सामने नंगी हो गयी। मैं चूत की झांटें तो बिलकुल साफ़ रखती हूँ लेकिन चूत के ऊपर के चबूतरे की झांटें छोटी छोटी जरूर रखती हूँ। काजल की चूत पूरी की पूरी चिकनी थी।
तब तक सरस और आशीष दोनों नंगे हो चुके थे। मैंने सरस का लन्ड देखा तो संतोष हुआ। लन्ड मेरे मन का निकला। काजल ने जब मेरे मरद का लन्ड पकड़ कर देखा तो वह बोल पड़ी हाय कविता तेरे मरद का लौड़ा तो बड़ा जबरदस्त है यार। मुझे नहीं मालूम था की आशीष इतने बड़े लन्ड का धनी है। देखो न कितना मोटा है बहन चोद लन्ड और मुझे मोटे लन्ड ही पसंद हैं। मैंने तो इसे अपना दिल हमेशा के लिए दे दिया है। ऐसा कह कर वह लन्ड चूमने लगी। कई बार उसने चूमा लन्ड और फिर जब निकाल कर चाटने लगी लन्ड। इधर मैं भी सरस के लन्ड पर टूट पड़ी। मैं भी एक रंडी की तरह पराये मरद के लन्ड की दीवानी हो गयी। मैंने कहा यार सरस तुम काजल की बुर लेते हो तो आज से तुम मेरी भी बुर लेना शुरू कर दो। मैं पेल्हड़ से लन्ड के टोपा तक और टोपा से पेल्हड़ तक लन्ड चाटने लगी। आज बहुत दिनों के बाद कोई मेरे मन का लन्ड मिला है। मैं इसका पूरा पूरा मज़ा लूटूँगी। बाकि दुनिया की माँ की चूत ?
मैं 69 बन कर सरस का लन्ड चूसने लगी और वह मेरी चूत। काजल भी इसी पोजीशन में मेरे पति का लन्ड चूसने लगी और वह काजल की चूत। मैं बड़े गौर से देख रही थी की काजल मेरे पति का लन्ड कैसे चाटती और चूसती है। मैंने पाया की वह सही में मेरे पति के लन्ड से प्यार करने लगी है। सरस जब मेरी चूत चाट रहा था तो मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था। मरद की जाबन जब चूत में घुसती है तो बहुत अच्छा लगता है। उसके बाद तो चूत बहुत बुरी तरह लन्ड खाने के लिए तैयार हो गयी। मैंने अपनी टाँगे फैला दी। सरस मुझे बेड के किनारे ले गया और खुद नीचे खड़ा हो गया। मेरी गांड में नीचे उसने एक मोटी सी तकिया लगा दिया। मेरी चूत ऊपर उठ गयी। मैंने भी अपनी टांगें उसके कंधो पर रख दीं। मेरी चूत उसके ठीक लन्ड के सामने खुल गयी। उसने लन्ड वहीँ टिकाया और एक धक्का मारा। लन्ड बहन चोद सटाक सेअन्दर घुस गया। उसने उतनी ही तेरी से लन्ड बाहर निकाला और फिर तेजी से पेल दिया अंदर । बस फिर क्या ? सरस मुझे मस्ती से चोदने लगा। मेरे सामने उस तरफ मेरी पति इसी तरह काजल की बुर चोदने लगा।
काजल बोली :- यार कविता तेरे पति का लौड़ा तो बड़ा सॉलिड है यार ? मेरी चूत में छक्के छुड़ा राह है तेरे पति का लन्ड ? मुझे तो बड़ा मज़ा आ रहा है। अब तो मैं छीन लूंगी तुमसे तुम्हारे पति का लन्ड ?
मैंने भी मजाक में कहा :- हां छीन क्या उखाड़ के ले जाओ मेरे पति का लन्ड। इसका लन्ड तो तेरे ही लिए है। दिन रात चुदवाओ और हर जगह घुसेड़ो मेरे पति का लन्ड। लेकिन मैं अब सरस का लन्ड तुम्हे वापस नहीं दूँगी। अब तो मेरी चूत को इसका लन्ड भा गया है। अब तो ये कई बार चुदवायेगी तब जाने देगी।
काजल बोली :- कविता भोसड़ी की तू बड़ी कमीनी है। तेरे से ज्यादा तेरी चूत कमीनी है ससुरी।
मैंने कहा :- और तू माँ की लौड़ी काजल ? तू तो बहुत बड़ी बुर चोदी है। तुमसे ज्यादा बुर चोदी है तेरी बुर। तेरी बुर की माँ की बुर। तेरी बुर की बहन का लन्ड ?
हम दोनों इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें करके चुदवाने में व्यस्त हो गयीं। थोड़ी देर बाद हम दोनों पीछे से चुदवाने लगीं। मेरी गांड की तरफ उसका मुंह था और उसकी गांड की तरफ मेरा मुंह। हम दोनों एक दूसरे की चूत में घुसता हुआ लन्ड देख रही थी। मैं अपने पति के पेल्हड़ सहलाने लगी और काजल अपने पति के पेल्हड़। यानी मेरे पति का लन्ड काजल की बुर में पर पेल्हड़ मेरे हाथ में। उसके पति का लन्ड मेरी बुर में पर पेल्हड़ काजल के हाथ में।
फिर हम दोनों ने रात में एक दूसरे के हसबैंड से तीन बार चुदवाया। नंगे नंगे हम सब थोड़ी देर के लिए सो गए, सवेरे उठ कर एक बार फिर चुदवाया।
उसके बाद मेरा पराये मर्दों से चुदाने का रास्ता खुल गया। अब मैं अपने पति से नहीं चुदवाती। मैं तो गैरों से चुदवाती हूँ और हर रोज़ चुदवाती हूँ।
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