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मज़ा तो तब है जब दूसरे की बीवी चोदो - Dusre ki Patni chodne mein hai asli majaa
मज़ा तो तब है जब दूसरे की बीवी चोदो - Dusre ki Patni chodne mein hai asli majaa , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
जवां हो तो, जवां का मतलब समझो
पानी पीना है, तो पहले कुआँ खोदो
अपनी ही बीवी चोदा तो क्या चोदा
मज़ा तो तब है जब दूसरे की बीवी चोदो
उस दिन जब मैं अपनी बीवी के साथ एकदम नंगा लेटा था वह भी मेरे बगल में नंगी लेटी थी। मैं उसकी चूँचियाँ मसल रहा था और वह मेरा लण्ड सहला रही थी तभी वह बोली - देखो मेरे राजा अब हमारी शादी के दो साल हो चुके हैं। दो साल से तुम मुझे चोद रहे हो और मैं तुमसे चुदवा रही हूँ। पर अब इसमें कुछ बदलाव होना चाहिए। मेरा कहना है की अब तुम अपनी बीवी नहीं दूसरों की बीवियां चोदो। और दूसरों से अपनी बीवी चुदवाओ । फिर देखो कितना मज़ा आता है ? यानी तुम किसी और की बीवी मेरे सामने चोदो और मैं किसी और के मियां से तेरे सामने चुदवाऊँ ? अपने दोस्तों से कहो की वो सब अपनी अपनी बीवी चोदना बंद करें और तुम्हारी बीवी चोदना शुरू कर दें। तुम भी अपनी बीवी चोदना बंद कर दो और अपने दोस्तों की बीवियां चोदना शुरु कर दो। क्यों न हम दोनों अब इस तरह की एक नई ज़िन्दगी जीना शुरू कर दें ?
जवां हो तो, जवां का मतलब समझो
पानी पीना है, तो पहले कुआँ खोदो
अपनी ही बीवी चोदा तो क्या चोदा
मज़ा तो तब है जब दूसरे की बीवी चोदो
उस दिन जब मैं अपनी बीवी के साथ एकदम नंगा लेटा था वह भी मेरे बगल में नंगी लेटी थी। मैं उसकी चूँचियाँ मसल रहा था और वह मेरा लण्ड सहला रही थी तभी वह बोली - देखो मेरे राजा अब हमारी शादी के दो साल हो चुके हैं। दो साल से तुम मुझे चोद रहे हो और मैं तुमसे चुदवा रही हूँ। पर अब इसमें कुछ बदलाव होना चाहिए। मेरा कहना है की अब तुम अपनी बीवी नहीं दूसरों की बीवियां चोदो। और दूसरों से अपनी बीवी चुदवाओ । फिर देखो कितना मज़ा आता है ? यानी तुम किसी और की बीवी मेरे सामने चोदो और मैं किसी और के मियां से तेरे सामने चुदवाऊँ ? अपने दोस्तों से कहो की वो सब अपनी अपनी बीवी चोदना बंद करें और तुम्हारी बीवी चोदना शुरू कर दें। तुम भी अपनी बीवी चोदना बंद कर दो और अपने दोस्तों की बीवियां चोदना शुरु कर दो। क्यों न हम दोनों अब इस तरह की एक नई ज़िन्दगी जीना शुरू कर दें ?
मैंने कहा - क्या यह सब इतना आसान है ? भला कौन मुझे अपनी बीवी चोदने देगा ?
वह बोली - तुम आजकल की बीवियों को नहीं जानते ? आजकल इस नये ज़माने में नई नई बीवियां आ रहीं हैं। वो सब की सब पराये मर्दों से चुदवाने के लिए तैयार रहतीं हैं और उनके हसबैंड भी मना नहीं करते क्योंकि वो भी दूसरों की बीवियां चोदने के फिराक में रहतें हैं। अब वो दिन दूर नहीं जब लोग खुले आम एक दूसरे की बीवी चोदा करेंगें।
मैं बहुत ऐसी बीवियों को जानती हूँ जो तुमसे चुदवाने के लिए बेताब हैं बस तुम एक बार चोदना शुरू तो कर दो। और बहुत ऐसे लोगों को जानती हूँ जो तुम्हारी बीवी चोदने के लिए बेताब हैं। बस तुम एक बार अपनी बीवी चुदाना शुरू तो कर दो। तुम पहल तो करो. अपने दोस्तों से बात तो करो। मैं भी अपनी दोस्तों से बात करती हूँ। अच्छा चलो आज तुम अपने एक अच्छे दोस्त को डिनर पर बुला लो।
मैं अपनी बीवी की बात मान गया और अपने एक करीबी दोस्त को बुला लिया। उसका नाम था रोहन। रोहन मेरी ही उम्र का था। उसकी कद काठी भी मुझसे मिलती जुलती थी। मेरी बीवी को भी वह पसंद था क्योंकि अक्सर वह हम दोनों से बातें करता था। मरा नाम है सुधीर मैं ३० साल का एक हट्टा कट्टा, गोरा चिट्टा आदमी हूँ। एक बड़ी कंपनी में काम करता हूँ। मेरी बीवी आरती मुझसे दो साल छोटी है लेकिन बहुत ही खूबसूरत है। पढ़ी लिखी है इंग्लिश खूब फर्राटेदार बोलती है और बोल्ड है। रोहन जैसे ही आया हमने उसे बैठाया और तब तक मेरी बीवी रीना भी आ गयी। उसने जींस और ऊपर एक छोटी सी ब्रा पहनी थी जिसकेअंदर से उसके बड़े बड़े बूब्स झाँक रहे थे। मैं समझ गया की आज रोहन की निगाहें यहाँ से हटने वाली नहीं हैं। हुआ भी यही रोहन जब तक रहा, तब तक बस मेरी बीवी के बूब्स ही देखता रहा। बीवी ने ड्रिंक्स का इंतज़ाम पहले से ही कर रखा था । वह मेरे दोस्तों के साथ ड्रिंक्स लेती है और मैं उसे कभी मना नहीं करता क्योंकि मैं भी अपने दोस्तों की बीवियों के साथ शराब पीता हूँ। बात करते करते दो दो पैग ख़तम हो गए।
मैंने कहा मैं ज़रा डिनर ले के आता हूँ तुम लोग बात चीत करो। बस मेरी बीवी को मौक़ा मिल गया। मैं जो बताने जा रहा हूँ आपको वो सब मेरी बीवी रीना ने मुझे बाद में बताया।
वह बोली - अरी अनुजा तू इतने दिनों तक कहाँ थी तू ? तेरा कोई अता पता ही नहीं था। वह बोली - मैं शादी के बाद अमेरिका चली गयी थी। अभी एक हफ्ते पहले ही आयी हूँ। बड़ी मुश्किल से तेरा नंबर मिला है -- अच्छा चलो मिल तो गया। कैसी है तू यार ? -- बहुत अच्छी हूँ मजे कर रही हूँ -- क्या क्या मजे कर रही है तू -- असली मज़ा तो मैं अमेरिका से करके आ रही हूँ -- अच्छा तो बता न क्या क्या और कौन कौन सा मज़ा किया तूने वहां ? -- तुम्हे अपना वादा याद है न रीना। तूने कहा था की शादी के बाद मैं तेरे हसबैंड से चुदवाऊंगी और तुम मेरे हसबैंड से चुदवाना -- हां यार कहा तो था, वादा भी किया था मैंने -- तो फिर अपना वादा पूरा करो न यार -- हाय दईया तुझे बड़ी जल्दी है अनुजा। क्या बात है ? -- अरे यार मैं अमेरिका में यही हर शनिवार और इतवार को करती थी। वहां हमारे साथ दो इंडियन कपल थे और दो विदेशी कपल। हम लोग एक ही कमरे में एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाती थीं, यानी "husband swapping" करती थी। बड़ा मज़ा आता था. मैं तो saturday and sunday बड़ी बेक़रारी इंतज़ार करती थी। जबसे यहाँ आयी हूँ तबसे किसी और के हसबैंड से चुदवाने के लिए तड़प रही हूँ। तब मुझे तेरा ख्याल आया। फिर मैंने किसी तरह तेरा नंबर लिया और आज बात कर रही हूँ -- अरे वाह ! तू तो बहुत आगे निकल गई अनुजा। -- नहीं यार रीना कुछ भी हो मगर मैं तुमसे आगे कभी नहीं निकल सकती ? तू बहन चोद मुझसे बहुत आगे है -- अच्छा आज शाम को तुम अपने हसबैंड के साथ मेरे घर आ जाओ। मैं तेरा इंतज़ार करूंगी और अपना वादा निभाऊंगी।
मैं अपनी बीवी की बात चीत सुनकर बहुत खुश भी हुआ और हैरान भी। मैंने कहा रीना यार तुमने शादी के पहले ही पराये मरद से चुदवाने के लिए सोंच लिया था ? और तेरी दोस्त भी कम नहीं है। वह बोली अरे यार लड़कियों में आपस में बड़ी बड़ी गन्दी गन्दी बातें होतीं हैं जो तुम मरद लोग सोंच भी नहीं सकते ? फिर उसने रोहन को भी उसकी बीवी के साथ बुला लिया। अब हमारे घर तीन कपल का एक ग्रुप बन गया। मैं सुधीर और मेरी बीवी मिसेज रीना, रोहन और उसकी बीवी मिसेज आरती, राका और उसकी बीवी मिसेज अनुजा। फिर क्या मैंने एक स्कॉच की नई बोतल खोली और ड्रिंक्स चालू हो गयी। मजे की बात यह थी की हम सबकी बीवियां दारू पीने से परहेज नहीं करती थी। तीनो ही जम कर मर्दों के साथ बैठ कर शराब पीती थी। मैं अनुजा भाभी और आरती भाभी को जल्दी से जल्दी नंगी देखना चाहता था। मैं शराब पी रहा था और मन ही मन अपनी बीवी की तारीफ भी कर रहा था की आज उसी की वजह से मैं अपने दो दोस्तों की बीवियां चोदूंगा वरना ऐसा तो कभी हो ही नहीं सकता था।
मेरी निगाह आरती भाभी की चूँचियाँ पर टिक गयीं, रोहन का दिल शायद अनुजा भाभी पर आ गया था क्योंकि उसकी नज़रें अनुजा के चेहरे से हट ही नहीं रही थी और इसी तरह राका मेरी बीवी की चूँचियाँ बार बार देख कर मन ही मन मज़ा ले रहा था। बीवियां भी एक दूसरे के हसबैंड को देख देख कर जाने क्या क्या सोंचने लगीं थीं। एक तरफ शराब का नशा चढ़ रहा था और दूसरी तरफ परायी बीवी की चूत और पराये मरद का लण्ड लेने की ललक सबको परेशान कर रही थी। मेरी बीवी ने पहल की और अपनी बाहें राका के गले में बाहें डाल दी और राका की चुम्मी ले ली। उसने बिना रुके मेरी बीवी की चूँचियाँ मसलना शुरू कर दिया। अनुजा भाभी ने रोहन की तरफ हाथ बढ़ाया और उसका लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबाकर अपना संकेत दे दिया। आरती भाभी ने मेरी तरफ देखा, मुझे प्यार भरी आँख मारी और मुझे अपने तरफ घसीट कर अपने सीने से चिपटा लिया। अब यह पक्का हो गया की पहली चुदाई में कौन किसी बीवी चोदेगा ?
सबके कपड़े धीरे धीरे उतरने लगे। यहाँ भी मेरी बीवी ने पहल की। उसने सबसे पहले अपनी बड़ी बड़ी सेक्सी चूँचियाँ खोल कर सबको दिखा दीं। उसे देख कर आरती भाभी ने भी अपने बूब्स खोल कर सबके सामने रख दिया और फिर अनुजा भाभी ने भी। हम सब लोग एक दूसरे की बीवी की चूँचियाँ बड़ी ललचाई नज़रों से देखने लगे। माहौल बहन चोद गरमा गरम हो गया। तब तक मर्दों के ऊपर के भी कपड़े उतर चुके थे। यहाँ अनुजा भाभी ने बाज़ी मारी। उसने रोहन को एकदम नंगा कर दिया और उसका लण्ड हिला हिला कर सबको दिखाने लगी। अनुजा ने रोहन का लण्ड कई बार चूमा, उसके पेल्हड़ भी चूमे और फिर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। उसे देख कर आरती भाभी ने मुझे नंगा किया और मेरा लण्ड चूमने चाटने लगी, अब तीनो मादर चोद लण्ड टन टना कर खड़े हो गए। सबके लण्ड देख कर बीवियों के बदन की आग भड़क उठी। फिर मर्दों ने बीवियों के नीचे के कपड़े खोल कर नंगी दिया। सबकी मस्तानी चूत सबके सामने नंगी हो गयी और मरद उन्हें देख कर मस्त हो गये।
रोहन की बीवी मेरा लण्ड चाटने लगी और मैं उसकी चूत। राका की बीवी रोहन का लण्ड चूसने लगी और रोहन उसकी चूँचियाँ चाटने लगा। मेरी बीवी राका का लण्ड पीने लगी और राका उसकी चूत और बूब्स सहलाने लगा। एक दूसरे की बीवी की चूत चाटना, उसके पूरे नंगे बदन पर हाथ फिराना, एक दूसरे के मियां का लण्ड चाटना और चूसना सबको बड़ा अच्छा भी लग रहा था और मज़ा भी आ रहा था। सबके मन में यही था की इस तरह की चुदाई अगर बार बार हो तो कितना मज़ा आये ! उसके बाद जोश इतना बढ़ा की कोई भी अपने आपको रोक नहीं पाया और लण्ड घुसाना शुरू कर दिया। सबसे पहले मैंने रोहन की बीवी आरती की बुर में लौड़ा पेल दिया और मजे से चोदने लगा, रोहन ने राका की बीवी अनुजा की चूत में लण्ड घुसेड़ा और सटासट चोदने लगा, राका ने मेरी बीवी की बुर में लौड़ा ठोंक दिया और वह भी मस्ती से चोदने लगा। मेरी बीवी अपनी गांड उठा उठा के राका से रंडी की तरह बड़ी बेशर्मी से चुदवाने लगी।
मैं सब लोगों के चेहरे देख रहा था। सच बात यह है की हम तीनो एक दूसरे की बीवी चोदने से खुश बहुत थे।
मैंने कहा - यार रोहन मैं एक बात कहना चाहता हूँ बुरा नहीं मानना ?
वह बोला - नहीं यार बिलकुल बुरा नहीं मानूंगा। तुम निश्चिन्त होकर कहो।
मैंने कहा - यार सच है की मुझे अपनी बीवी से ज्यादा तुम्हारी बीवी चोदने में मज़ा आ रहा है। मेरी बीवी ने ठीक ही कहा था की अपनी बीवी नहीं दूसरों की बीवी चोद कर देखो।
तब तक राका बोला - यार सुधीर तुम बिलकुल ठीक कह रहे हो मुझे भी अपनी बीवी से ज्यादा मज़ा तुम्हारी बीवी चोदने में आ रहा है। मेरा मन करता है की मैं तुम्हारी बीवी चोदता ही रहूं।
रोहन ने भी हंस कर कहा - बात सही है यार मैं भी राका की बीवी चोद चोद कर मज़ा लूट रहा हूँ। ऐसा मज़ा तो मुझे अपनी बीवी चोदने में नहीं आया।
उधर बीवियों की ख़ुशी तो उनके चेहरे पर चंमक रही थी। मुझे लगा की बीवियां मर्दों से ज्यादा खुश हैं पराये मर्दों से चुदवाने हुए ।
तब तक आरती भाभी बोली :- रीना यार तेरे मियां का लण्ड तो मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ा रहा है। बड़ा मस्त लौड़ा है तेरे पति का। अब मैं इससे जब चाहूंगी तब चुदवाऊंगी।
मेरी बीवी रीना बोली - हां हां बिलकुल चुदवाना तुझे कौन बुर चोदी रोक सकती है। मैं भी अनुजा के पति राका से चुदवाया करुँगी। इसका लौड़ा भी मोटा है और चोदता भी बड़ी मस्ती से है। मैं ऐसे ही लौड़े पसंद करती हूँ। उधर अनुजा बोली - अरे यार आज मैं फील कर रही हूँ की मैं अमेरिका ही हूँ। वहां भी इसी तरह ग्रुप में कई मर्दों से चुदवाया करती थी। आज तो मुझे रोहन का लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। इतना सॉलिड लौड़ा हो तो चूत की तो माँ चुद जाती है।
इन सब बातों का असर यह हुआ की सबने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी। कोई पीछे से चोदने लगा, कोई ऊपर चढ़ कर चोदने लगा और कोई किसी और की बीवी अपने लण्ड पर बैठा कर चोदने लगा। जब जोर जोर से धक्के लगने शुरू हुए तो बीवियों की चूत ढीली होने लगी। उधर मियों के लण्ड भी अच्छी तरह उबल चुके थे। फिर क्या एक एक करले हम तीनो के लण्ड उगलने लगे वीर्य और बीवियां मजे से कुतिया की तरह से चाटने लगीं पराये मर्दों से झड़ते हुए लण्ड। उसके बाद सब बैठ रूम गयीं और फ्रेश हो कर आ गयीं इधर मरद भी मस्त हो गए. फिर डिनर शुरू हो गया। सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब हंसी मजाक किया। सबका यही मन थी की इस तरह का प्रोग्राम हर हफ्ते होने चाहिए।
करीब एक घंटे के बाद फिर से माहौल गरम होने लगा। इस बार अनुजा भाभी ने हाथ बढाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया, उसे देख कर आरती भाभी ने राका का लौड़ा थाम लिया और मेरी बीवी उठ कर रोहन का लण्ड हिलाने लगी। देखते ही देखते तीनो लण्ड फिर तन कर खड़े हो गए और बीवियों की चूत को ललकारने लगे। इस बार लण्ड बदल गए। बीवियां बदल गयीं। मैं राका की बीवी चोदने लगा, राका रोहन की बीवी चोदने लगा और रोहन मेरी बीवी चोदने लगा।
मेरे प्यारे दोस्तों, कहाँ वह दिन था जब की मैं सोंचता था की किसकी बीवी फालतू है जो मुझसे चुदवायेगी ? और कहाँ आज का दिन है की मेरे पास कई बीवियों की लाइन लगी हैं जो मुझसे चुदवाना चाहतीं हैं। मैं परायी बीवी चोदने का सुख उठा रहा हूँ और मेरी बीवी पराये मरद से चुदवाने का सुख।
मैं अपनी बीवी की बात मान गया और अपने एक करीबी दोस्त को बुला लिया। उसका नाम था रोहन। रोहन मेरी ही उम्र का था। उसकी कद काठी भी मुझसे मिलती जुलती थी। मेरी बीवी को भी वह पसंद था क्योंकि अक्सर वह हम दोनों से बातें करता था। मरा नाम है सुधीर मैं ३० साल का एक हट्टा कट्टा, गोरा चिट्टा आदमी हूँ। एक बड़ी कंपनी में काम करता हूँ। मेरी बीवी आरती मुझसे दो साल छोटी है लेकिन बहुत ही खूबसूरत है। पढ़ी लिखी है इंग्लिश खूब फर्राटेदार बोलती है और बोल्ड है। रोहन जैसे ही आया हमने उसे बैठाया और तब तक मेरी बीवी रीना भी आ गयी। उसने जींस और ऊपर एक छोटी सी ब्रा पहनी थी जिसकेअंदर से उसके बड़े बड़े बूब्स झाँक रहे थे। मैं समझ गया की आज रोहन की निगाहें यहाँ से हटने वाली नहीं हैं। हुआ भी यही रोहन जब तक रहा, तब तक बस मेरी बीवी के बूब्स ही देखता रहा। बीवी ने ड्रिंक्स का इंतज़ाम पहले से ही कर रखा था । वह मेरे दोस्तों के साथ ड्रिंक्स लेती है और मैं उसे कभी मना नहीं करता क्योंकि मैं भी अपने दोस्तों की बीवियों के साथ शराब पीता हूँ। बात करते करते दो दो पैग ख़तम हो गए।
मैंने कहा मैं ज़रा डिनर ले के आता हूँ तुम लोग बात चीत करो। बस मेरी बीवी को मौक़ा मिल गया। मैं जो बताने जा रहा हूँ आपको वो सब मेरी बीवी रीना ने मुझे बाद में बताया।
- मेरी बीवी बोली - यार रोहन एक बात बताओ मुझे, मैं तुम्हे अच्छी लगती हूँ की नहीं ?
- वह बोला अरे भाभी आप तो बहुत खूबसूरत है। मैं आपको सच में दिल से चाहता हूँ।
- अच्छा सच सच बताओ रोहन तुम मुझे कितना चाहते हो ? क्या तुम मुझे अपनी बीवी की तरह चाहते हो ?
- नहीं नहीं भाभी मैं आपको अपनी बीवी से ज्यादा चाहता हूँ।
- तो क्या तुम मेरे साथ रात गुज़ार सकते हो ?
- हां हां बिलकुल गुज़ार सकता हूँ, अगर आप मन से चाहे तो ?
- उसने रोहन की जांघ पर हाथ रख कहा मैं तो चाहती ही हूँ यार। अब तुम साफ़ साफ़ बताओ क्या तुम मुझे चोदना चाहते हो ?
- हां हां भाभी बिलकुल चोदना चाहता हूँ।
- अच्छा एक बात और सच सच बताओ क्या तुम मुझे पाने के लिए मतलब यह की मुझे चोदने के लिए अपनी बीवी मेरे हसबैंड से चुदवा सकते हो ?
- वह थोड़ा रुका जरूर पर बाद में बोला अरे भाभी मैं तुम्हे पाने के लिए कुछ भी करता हूँ। बीवी चुदवाना तो एक छोटी सी बात है।
वह बोली - अरी अनुजा तू इतने दिनों तक कहाँ थी तू ? तेरा कोई अता पता ही नहीं था। वह बोली - मैं शादी के बाद अमेरिका चली गयी थी। अभी एक हफ्ते पहले ही आयी हूँ। बड़ी मुश्किल से तेरा नंबर मिला है -- अच्छा चलो मिल तो गया। कैसी है तू यार ? -- बहुत अच्छी हूँ मजे कर रही हूँ -- क्या क्या मजे कर रही है तू -- असली मज़ा तो मैं अमेरिका से करके आ रही हूँ -- अच्छा तो बता न क्या क्या और कौन कौन सा मज़ा किया तूने वहां ? -- तुम्हे अपना वादा याद है न रीना। तूने कहा था की शादी के बाद मैं तेरे हसबैंड से चुदवाऊंगी और तुम मेरे हसबैंड से चुदवाना -- हां यार कहा तो था, वादा भी किया था मैंने -- तो फिर अपना वादा पूरा करो न यार -- हाय दईया तुझे बड़ी जल्दी है अनुजा। क्या बात है ? -- अरे यार मैं अमेरिका में यही हर शनिवार और इतवार को करती थी। वहां हमारे साथ दो इंडियन कपल थे और दो विदेशी कपल। हम लोग एक ही कमरे में एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाती थीं, यानी "husband swapping" करती थी। बड़ा मज़ा आता था. मैं तो saturday and sunday बड़ी बेक़रारी इंतज़ार करती थी। जबसे यहाँ आयी हूँ तबसे किसी और के हसबैंड से चुदवाने के लिए तड़प रही हूँ। तब मुझे तेरा ख्याल आया। फिर मैंने किसी तरह तेरा नंबर लिया और आज बात कर रही हूँ -- अरे वाह ! तू तो बहुत आगे निकल गई अनुजा। -- नहीं यार रीना कुछ भी हो मगर मैं तुमसे आगे कभी नहीं निकल सकती ? तू बहन चोद मुझसे बहुत आगे है -- अच्छा आज शाम को तुम अपने हसबैंड के साथ मेरे घर आ जाओ। मैं तेरा इंतज़ार करूंगी और अपना वादा निभाऊंगी।
मैं अपनी बीवी की बात चीत सुनकर बहुत खुश भी हुआ और हैरान भी। मैंने कहा रीना यार तुमने शादी के पहले ही पराये मरद से चुदवाने के लिए सोंच लिया था ? और तेरी दोस्त भी कम नहीं है। वह बोली अरे यार लड़कियों में आपस में बड़ी बड़ी गन्दी गन्दी बातें होतीं हैं जो तुम मरद लोग सोंच भी नहीं सकते ? फिर उसने रोहन को भी उसकी बीवी के साथ बुला लिया। अब हमारे घर तीन कपल का एक ग्रुप बन गया। मैं सुधीर और मेरी बीवी मिसेज रीना, रोहन और उसकी बीवी मिसेज आरती, राका और उसकी बीवी मिसेज अनुजा। फिर क्या मैंने एक स्कॉच की नई बोतल खोली और ड्रिंक्स चालू हो गयी। मजे की बात यह थी की हम सबकी बीवियां दारू पीने से परहेज नहीं करती थी। तीनो ही जम कर मर्दों के साथ बैठ कर शराब पीती थी। मैं अनुजा भाभी और आरती भाभी को जल्दी से जल्दी नंगी देखना चाहता था। मैं शराब पी रहा था और मन ही मन अपनी बीवी की तारीफ भी कर रहा था की आज उसी की वजह से मैं अपने दो दोस्तों की बीवियां चोदूंगा वरना ऐसा तो कभी हो ही नहीं सकता था।
मेरी निगाह आरती भाभी की चूँचियाँ पर टिक गयीं, रोहन का दिल शायद अनुजा भाभी पर आ गया था क्योंकि उसकी नज़रें अनुजा के चेहरे से हट ही नहीं रही थी और इसी तरह राका मेरी बीवी की चूँचियाँ बार बार देख कर मन ही मन मज़ा ले रहा था। बीवियां भी एक दूसरे के हसबैंड को देख देख कर जाने क्या क्या सोंचने लगीं थीं। एक तरफ शराब का नशा चढ़ रहा था और दूसरी तरफ परायी बीवी की चूत और पराये मरद का लण्ड लेने की ललक सबको परेशान कर रही थी। मेरी बीवी ने पहल की और अपनी बाहें राका के गले में बाहें डाल दी और राका की चुम्मी ले ली। उसने बिना रुके मेरी बीवी की चूँचियाँ मसलना शुरू कर दिया। अनुजा भाभी ने रोहन की तरफ हाथ बढ़ाया और उसका लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबाकर अपना संकेत दे दिया। आरती भाभी ने मेरी तरफ देखा, मुझे प्यार भरी आँख मारी और मुझे अपने तरफ घसीट कर अपने सीने से चिपटा लिया। अब यह पक्का हो गया की पहली चुदाई में कौन किसी बीवी चोदेगा ?
सबके कपड़े धीरे धीरे उतरने लगे। यहाँ भी मेरी बीवी ने पहल की। उसने सबसे पहले अपनी बड़ी बड़ी सेक्सी चूँचियाँ खोल कर सबको दिखा दीं। उसे देख कर आरती भाभी ने भी अपने बूब्स खोल कर सबके सामने रख दिया और फिर अनुजा भाभी ने भी। हम सब लोग एक दूसरे की बीवी की चूँचियाँ बड़ी ललचाई नज़रों से देखने लगे। माहौल बहन चोद गरमा गरम हो गया। तब तक मर्दों के ऊपर के भी कपड़े उतर चुके थे। यहाँ अनुजा भाभी ने बाज़ी मारी। उसने रोहन को एकदम नंगा कर दिया और उसका लण्ड हिला हिला कर सबको दिखाने लगी। अनुजा ने रोहन का लण्ड कई बार चूमा, उसके पेल्हड़ भी चूमे और फिर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। उसे देख कर आरती भाभी ने मुझे नंगा किया और मेरा लण्ड चूमने चाटने लगी, अब तीनो मादर चोद लण्ड टन टना कर खड़े हो गए। सबके लण्ड देख कर बीवियों के बदन की आग भड़क उठी। फिर मर्दों ने बीवियों के नीचे के कपड़े खोल कर नंगी दिया। सबकी मस्तानी चूत सबके सामने नंगी हो गयी और मरद उन्हें देख कर मस्त हो गये।
रोहन की बीवी मेरा लण्ड चाटने लगी और मैं उसकी चूत। राका की बीवी रोहन का लण्ड चूसने लगी और रोहन उसकी चूँचियाँ चाटने लगा। मेरी बीवी राका का लण्ड पीने लगी और राका उसकी चूत और बूब्स सहलाने लगा। एक दूसरे की बीवी की चूत चाटना, उसके पूरे नंगे बदन पर हाथ फिराना, एक दूसरे के मियां का लण्ड चाटना और चूसना सबको बड़ा अच्छा भी लग रहा था और मज़ा भी आ रहा था। सबके मन में यही था की इस तरह की चुदाई अगर बार बार हो तो कितना मज़ा आये ! उसके बाद जोश इतना बढ़ा की कोई भी अपने आपको रोक नहीं पाया और लण्ड घुसाना शुरू कर दिया। सबसे पहले मैंने रोहन की बीवी आरती की बुर में लौड़ा पेल दिया और मजे से चोदने लगा, रोहन ने राका की बीवी अनुजा की चूत में लण्ड घुसेड़ा और सटासट चोदने लगा, राका ने मेरी बीवी की बुर में लौड़ा ठोंक दिया और वह भी मस्ती से चोदने लगा। मेरी बीवी अपनी गांड उठा उठा के राका से रंडी की तरह बड़ी बेशर्मी से चुदवाने लगी।
मैं सब लोगों के चेहरे देख रहा था। सच बात यह है की हम तीनो एक दूसरे की बीवी चोदने से खुश बहुत थे।
मैंने कहा - यार रोहन मैं एक बात कहना चाहता हूँ बुरा नहीं मानना ?
वह बोला - नहीं यार बिलकुल बुरा नहीं मानूंगा। तुम निश्चिन्त होकर कहो।
मैंने कहा - यार सच है की मुझे अपनी बीवी से ज्यादा तुम्हारी बीवी चोदने में मज़ा आ रहा है। मेरी बीवी ने ठीक ही कहा था की अपनी बीवी नहीं दूसरों की बीवी चोद कर देखो।
तब तक राका बोला - यार सुधीर तुम बिलकुल ठीक कह रहे हो मुझे भी अपनी बीवी से ज्यादा मज़ा तुम्हारी बीवी चोदने में आ रहा है। मेरा मन करता है की मैं तुम्हारी बीवी चोदता ही रहूं।
रोहन ने भी हंस कर कहा - बात सही है यार मैं भी राका की बीवी चोद चोद कर मज़ा लूट रहा हूँ। ऐसा मज़ा तो मुझे अपनी बीवी चोदने में नहीं आया।
उधर बीवियों की ख़ुशी तो उनके चेहरे पर चंमक रही थी। मुझे लगा की बीवियां मर्दों से ज्यादा खुश हैं पराये मर्दों से चुदवाने हुए ।
तब तक आरती भाभी बोली :- रीना यार तेरे मियां का लण्ड तो मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ा रहा है। बड़ा मस्त लौड़ा है तेरे पति का। अब मैं इससे जब चाहूंगी तब चुदवाऊंगी।
मेरी बीवी रीना बोली - हां हां बिलकुल चुदवाना तुझे कौन बुर चोदी रोक सकती है। मैं भी अनुजा के पति राका से चुदवाया करुँगी। इसका लौड़ा भी मोटा है और चोदता भी बड़ी मस्ती से है। मैं ऐसे ही लौड़े पसंद करती हूँ। उधर अनुजा बोली - अरे यार आज मैं फील कर रही हूँ की मैं अमेरिका ही हूँ। वहां भी इसी तरह ग्रुप में कई मर्दों से चुदवाया करती थी। आज तो मुझे रोहन का लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। इतना सॉलिड लौड़ा हो तो चूत की तो माँ चुद जाती है।
इन सब बातों का असर यह हुआ की सबने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी। कोई पीछे से चोदने लगा, कोई ऊपर चढ़ कर चोदने लगा और कोई किसी और की बीवी अपने लण्ड पर बैठा कर चोदने लगा। जब जोर जोर से धक्के लगने शुरू हुए तो बीवियों की चूत ढीली होने लगी। उधर मियों के लण्ड भी अच्छी तरह उबल चुके थे। फिर क्या एक एक करले हम तीनो के लण्ड उगलने लगे वीर्य और बीवियां मजे से कुतिया की तरह से चाटने लगीं पराये मर्दों से झड़ते हुए लण्ड। उसके बाद सब बैठ रूम गयीं और फ्रेश हो कर आ गयीं इधर मरद भी मस्त हो गए. फिर डिनर शुरू हो गया। सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब हंसी मजाक किया। सबका यही मन थी की इस तरह का प्रोग्राम हर हफ्ते होने चाहिए।
करीब एक घंटे के बाद फिर से माहौल गरम होने लगा। इस बार अनुजा भाभी ने हाथ बढाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया, उसे देख कर आरती भाभी ने राका का लौड़ा थाम लिया और मेरी बीवी उठ कर रोहन का लण्ड हिलाने लगी। देखते ही देखते तीनो लण्ड फिर तन कर खड़े हो गए और बीवियों की चूत को ललकारने लगे। इस बार लण्ड बदल गए। बीवियां बदल गयीं। मैं राका की बीवी चोदने लगा, राका रोहन की बीवी चोदने लगा और रोहन मेरी बीवी चोदने लगा।
मेरे प्यारे दोस्तों, कहाँ वह दिन था जब की मैं सोंचता था की किसकी बीवी फालतू है जो मुझसे चुदवायेगी ? और कहाँ आज का दिन है की मेरे पास कई बीवियों की लाइन लगी हैं जो मुझसे चुदवाना चाहतीं हैं। मैं परायी बीवी चोदने का सुख उठा रहा हूँ और मेरी बीवी पराये मरद से चुदवाने का सुख।
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