Home
» Chut chudai kahaniyan चूत गांड की चुदाई कहानी Chodan in india लंड चूसने के खेल
» जेठ ने स्तन, चूत और गांड में लंड दिया Jeth ne stan chut aur gand me lund diya
जेठ ने स्तन, चूत और गांड में लंड दिया Jeth ne stan chut aur gand me lund diya
जेठ ने स्तन, चूत और गांड में लंड दिया, Jeth ne stan chut aur gand me lund diya, भाई की बीवी की चुदाई, भाई की बीवी चुद गई, जेठ ने छोटे भाई की बीवी को चोद दिया, छोटी बहु और जेठ की कामवासना, चुद्क्कड़ छोटी बहु और सेक्सी जेठ, छोटे भाई की बीवी की चूत में बड़े भाई का लंड, छोटी बहु की चूत की प्यास बुझाई. चूत में लंड डालकर को छोटे भाई की बीवी को किया शांत, बड़े लंड से छोटे भाई की बीवी की चूत को चोदा.
मेरा नाम सपना है और मेरा फिगर 34-30-34 है, मेरी गांड बड़ी और स्तन भी काफी अच्छे आकार के है. मेरी उम्र 24 साल की है और मेरा एक बेटा भी है. मैं भले ही शादीशुदा हूँ पर एक रंडी से कम भी नहीं हूँ, मुझे जब भी अच्छा लड़का मिल जाए मैं उस से चुदवाने की पूरी कोशिश कर लेती हूँ. जब कोई मेरे स्तन को चुसे और स्तन के बिच में लंड दे तो मुझे अलग ही मजा आता है, मैंने ना जाने कितनी बार अपने स्तन चुदवाए है, मैं अपना फिगर एक पोर्न फिल्मस्टार जैसा बनाना चाहती हूँ. मैंने इस काम को अनजान देने के लिए ना जाने कितनो के लंड चूस लिए और चूत और गांड को भी खूब चुदवाया और अपने स्तनों में भी लंड फिरवाए है. आइये मैं आपको कुछ दिन पहले अपने जेठ के साथ की हुई चुदाई की कहानी बताती हूँ.
मेरा नाम सपना है और मेरा फिगर 34-30-34 है, मेरी गांड बड़ी और स्तन भी काफी अच्छे आकार के है. मेरी उम्र 24 साल की है और मेरा एक बेटा भी है. मैं भले ही शादीशुदा हूँ पर एक रंडी से कम भी नहीं हूँ, मुझे जब भी अच्छा लड़का मिल जाए मैं उस से चुदवाने की पूरी कोशिश कर लेती हूँ. जब कोई मेरे स्तन को चुसे और स्तन के बिच में लंड दे तो मुझे अलग ही मजा आता है, मैंने ना जाने कितनी बार अपने स्तन चुदवाए है, मैं अपना फिगर एक पोर्न फिल्मस्टार जैसा बनाना चाहती हूँ. मैंने इस काम को अनजान देने के लिए ना जाने कितनो के लंड चूस लिए और चूत और गांड को भी खूब चुदवाया और अपने स्तनों में भी लंड फिरवाए है. आइये मैं आपको कुछ दिन पहले अपने जेठ के साथ की हुई चुदाई की कहानी बताती हूँ.
मेरी शादी को अभी केवल तीन माह ही हुए थे और चुदाई का नशा हम दोनों पर जोरो से था, मेरा पति अजय रोजाना कम से कम दो बार मेरी चूत का मजा लेते थे और मैं हफ्ते में दो तिन बार उनसे लंड स्तनों के बिच रगड़वाती थी, अजय का लंड काफी लम्बा था, होगा 8 इंच के करीब और हम दोनों मस्त मजेदार सेक्स लाइफ निकाल रहे थे. लेकिन मेरा दिल तब टूट ही गया जब अजय को एक हफ्ते के लिए ट्रेनिंग में मुंबई जाना पड़ा, मैं अपने पीहर होती तो चिंता नहीं थी पड़ोस दो लंड स्पेर में पड़े ही थे लेकिन ससुराल में थोड़ी दिक्कत थी. मैंने कैसे भी कर के बिन चुदाई के तीन दिन तो निकाल दिए, लेकिन मेरी चूत और स्तन बहुत हैरान हो गए थे और वे लंड के लिए तड़प ही रहे थे. एक दिन की बात हैं जब मेरे सास - ससुर, मैं, मेरे जेठ और जेठानी एक शादी में गए थे. सास ससुर वही रुके और हम तीनो वापस घर को आने के लिए निकले, तभी रास्ते में जेठानी सरुका अपने मम्मी के घर जाने का बोल के हमसे अलग हो गई. मेरी जेठानी सरुका भी मेरी तरह चुदक्कड़ ही थी. मैंने चुपचाप उसके मोबाइल के मेसेज देखे थे, और मुझे यकीन था वोह जरुर किसी जवान लंड से चुदवाने के लिए ही हम से अलग हुई थी. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मैं मनोमन उसकी किस्मत से जलती हुई घर आ गई, जेठ ने मेरे पास चाय मांगी और मैंने चाय दे दी. मैं अब कमरे में आ गई और तभी मेरी चूत और स्तन दोनों फिर से उठ खड़े हुए, मैंने वही पड़ी एक कोकाकोला की बोतल उठा ली और उसे लंड समझ के अपने ऊपर रगड़ने लगी, मुझे लगा की मैंने दरवाजा बंध किया है लेकिन वो आधा खुला था और मुझे पता ही न था की मेरा जेठ मेरी यह हस्तमैथुन जो कपडे पहने हुए मैं कर रही थी वो देख रहा है. मैं एक हाथ से बोतल को चूत पर लगा रही थी और दुसरे हाथ से मेरे स्तन को दबा रही थी. मेरे तन बदन में आग लगी हुई थी, कसम से अगर कुत्ता भी उस वक्त मुझे लंड देता तो मैं उसे अपनी चूत के अंदर डाल देती. मुझे हफ्ते में कम से कम चार - पांच बार लंड चाहिए. अजय के ट्रेनिंग जाने से मेरी एवरेज बिगड़ गई थी. मुझे पता ही ना चला की मेरा जेठ मेरी यह प्यास चाय की चुस्कियो के साथ मजे से देख रहा है.
मैंने अब जोर जोर से अपने चूत पर साड़ी पहने हुए ही यह बोतल रगडनी चालू कर दी थी.मुझे बोतल का कड़ापन लंड जैसा ही मजा दे रहा था, मेरा जेठ समशेर कब खड़ा हो कर रूम के दरवाजे के निकट आया कसम से मुझे पता ही नहीं चला. मैंने अपना काम जारी रखा, तभी वह दरवाजा खोल के अन्दर आया. मैंने उसे देखा और चोंक गई, समशेर बोला घबराओ मत सपना, कोई दिक्कत नहीं तुम्हारी प्यास मैं समझ सकता हूँ. मैं डर गई थी के ये मेरी पोल ना खोल दे, लेकिन उसके तो इरादे दुसरे ही थे. वोह मेरे करीब आया और बोला करती रहो तुम्हे देख के मुझे भी उत्तेजना हो रही है, वो उत्तेजना जो सरुका मुझे नहीं दे पाती. यह सुन के मेरी जान में जान आई. तो समशेर भी अपनी बीवी, जो की शायद जवान लंड की प्यासी थी, उस से खुश नहीं था और मुझे अपनी चूत शांत करने का रास्ता नजर आने लगा. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मैंने बोतल फिर से अपनी चूत पर रगड़ने का क्रम चालू कर दिया, समशेर मेरे पास आया गया और मेरे स्तन और गांड पर हाथ फेरने लगा, मेरे स्तन के निप्पल अकड गए थे जिनको समशेर ब्लाउज के उपर से ही दो ऊँगली में लेकर जोर से दबाने लगा, मेरे मुहं से एक आह निकल पड़ी और मैं उससे लिपट गई, उसका गर्म गर्म लंड मेरे चूत के आगे स्पर्श करने लगा. मैं तो उत्तेजित हो चुकी थी इसलिए मैंने तुरंत उसका पेंट खोला और उसका हथियार बाहर निकाला, अजय जितना लम्बा नहीं था लेकिन उससे काफी मोटा लंड था उसके बड़े भैया का. मैंने समशेर का लंड हाथ में लेकर उसका कद माप लिया और फिर में तुरंत निचे बैठ गई इस तगड़े लंड की मस्त चुसाई करने के लिए. मैंने लंड को अपने मुहं में रखा ही था की समशेर बोल पड़ा, ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह…. शायद इस बेचारे का लंड आज तक चूसा नहीं गया था कभी, सरुका शायद लंड का ख़याल कैसे रखते है वो नहीं जानती थी तभी तो समशेर कह रहा था की सरुका उसे उत्तेजित नहीं कर पाती. लेकिन मैंने इस तगड़े लंड को दो तिन मिनिट तक गले तक ले ले कर और भी बड़ा कर दिया. मैं लंड चूस रही थी और साथ में अपने स्तन को दबा भी रही थी. समशेर ने पूरी लंड चुसाई में अपनी आँखे बंध रख के इस खुशी को समेटे ही रख़ा.
मेरी चूत भी अब गीली हो चुकी थी, मैंने फट से अपने दोनों चुंचे खोले और जेठ जी का लंड उसके बिच में रख दिया, समशेर मेरा इरादा समझ गए और उन्होंने मेरे स्तन को अपने गधे जितने मोटे लंड से चोदना शरू कर दिया, मैं चुचियों के बीच में थूंक कर उन्हें चिकना कर रही थी जिससे समशेर को ज्यादा घर्षण ना लगे. वो करीब 5 मिनिट तक मेरे स्तन की अपने लंड से मस्त चुदाई करते रहे और इस बिच मैं अपनी चूत के अंदर ऊँगली डाल डाल के उसे हिलाती रही. समशेर ने अब अपना मेरे चुचों के बिच से निकाला, मेरे चुचे और उनका लंड दोनों लाल लाल हो गए थे, मैंने अब अपनी चूत अपने जेठ के लंड के लिए खोल दी और समशेर मुझे चूत के अंदर लंड दे कर हिलने लगे, अजय का लंड अंदर तक जाता था लेकिन मेरे जेठ समशेर का लंड मोटा होने की वजह से वो चपोचप चिपका था मेरी चूत से और टाईट चूत के अंदर उसका एक एक झटका मुझे एक नया अहेसास दे रहा था.
समशेर मेरी चूत का पानी निकालने के लिए उसको करीबन 10 मिनट तक चोदते रहे, इस बिच मैं 2 बार झड़ चुकी थी लेकिन उसका लंड अभी भी थका नहीं था. समशेर ने अपना लंड बाहर निकाला और उन्होंने मुझे गांड के करीब से पकड के उलटा कर दिया. ओह्ह…यानि उनका इरादा अब मेरी गांड में लंड देने का था शायद, हां ऐसा ही था…उन्होंने मेरी गांड को उठाने के लिए पहले अपनी एक ऊँगली उसके अंदर थूंक लगा के डाली, मुझे गुदगुदी होने लगी और मैं उछल पड़ी, समशेर ऊँगली को तेजी से अंदर बाहर करने लगे….मेरे से उत्तेजना बर्दास्त नहीं हो रही थी इसलिए मैंने अपना हाथ पीछे किया और उनका लंड बिना देखे ही हिलाने लगी. यह लंड अभी भी लोहे जैसा सख्त था. समशेर ने मेरी गांड में थूक दिया और लंड को गांड के छेद पर रखकर धक्के लगाए, उसके बाद जो मेरी गांड फटी उस लंड से वो मैं ही जानती हूँ, मुझे लगा की मैं मर ही जाऊँगी, मैं जेठ जी को उनका लंड गांड से निकाल देने के लिए विनंती करने लगी. लेकिन जेठ ने तो मेरे स्तन दबाते हुए कहा, “रानी केवल दो मिनिट सबर कर लो, यह सेक्स तुम्हारी जिन्दगी का सब से बढ़िया सेक्स होंगा…!” आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
उसके हाथ मेरे चुन्चो को जोर से दबाने लगे और एक मिनट बाद मुझे सच में मजा आने लगा…अब मैंने अपनी गांड धीरे हिलाई ताकि यह तगड़ा लंड उसके अंदर पूरा जा सकें और मजे से चुदाई कर सके. जेठ समशेर अपने मुहं से आह ओह कम ओ माई डिअर …हां…हो…अह्हह्हह्हह्हह…ऐसी आवाजे निकालने लगा और उसकी यह आवाजे थोड़ी देर में और भी तीव्र हो गई. इसके साथ ही उसके गांड मारने की रफ़्तार भी जोरो पर पहुँच गई और फिर उसने एक झटके से गांड से लंड बाहर निकाल लिया. उसके लंड से वीर्य की धार छूटी जो सारी मेरी गांड के उपर फेल गई, वीर्य की गर्मी को मैंने अपनी गांड और चूत को अच्छी तरह महसुस करवाने के लिए उसे हाथ से मस्त फैला दिया. लंड को पूरा निचोड़ कर समशेर वही मेरे उपर सो गया….सच में समशेर ने मेरी चूत गांड और स्तन सब को शांत कर दिया…..! ऐसा जेठ सबको मिले.....
Click on Search Button to search more posts.
