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रोज़ नए नए लड़कों से चुदवाती हूँ - Roz naye naye ladko se chudwati hun
रोज़ नए नए लड़कों से चुदवाती हूँ - Roz naye naye ladko se chudwati hun , 10 से 12 लण्ड रोज़ चोद लेती हूँ , चुदाई के लिए एक लंड काफी नहीं , अलग अलग लड़को से चुदवाने की आदत , चूत गांड की खुजली नहीं मिट रही , दम है तो मुझे चोदो. चूत बुर गांड को लंड लौड़े का इंतजार है.
मैं पहले लण्ड में आग लगाती हूँ, फिर आग बुझाती हूँ। मैं लण्ड से बेहद प्यार करती हूँ और लण्ड पाने के लिए कुछ भी कर सकती हूँ। जब मैं लण्ड पकड़ लेती हूँ तो सबसे पहले उसे अपने मुंह में लेती हूँ. खूब चूमती चाटती और चूसती हूँ लण्ड। फिर बड़े प्यार से बड़ी देर तक खेलती हूँ लण्ड से और खूब गन्दी गन्दी बातें करती हूँ लण्ड से और उसे खूब गालियां भी सुनाती हूँ। और उसके बाद लण्ड अपनी चूत में पेल कर खूब मस्ती से भकाभक चुदवाती हूँ।
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मेरा नाम आरती है. मैं 28 साल की एक मद मस्त, गोरी चिट्टी, खूबसूरत लड़की हूँ। पढ़ी लिखी हूँ, सेक्सी हूँ और
मैं पहले लण्ड में आग लगाती हूँ, फिर आग बुझाती हूँ। मैं लण्ड से बेहद प्यार करती हूँ और लण्ड पाने के लिए कुछ भी कर सकती हूँ। जब मैं लण्ड पकड़ लेती हूँ तो सबसे पहले उसे अपने मुंह में लेती हूँ. खूब चूमती चाटती और चूसती हूँ लण्ड। फिर बड़े प्यार से बड़ी देर तक खेलती हूँ लण्ड से और खूब गन्दी गन्दी बातें करती हूँ लण्ड से और उसे खूब गालियां भी सुनाती हूँ। और उसके बाद लण्ड अपनी चूत में पेल कर खूब मस्ती से भकाभक चुदवाती हूँ।
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मेरा नाम आरती है. मैं 28 साल की एक मद मस्त, गोरी चिट्टी, खूबसूरत लड़की हूँ। पढ़ी लिखी हूँ, सेक्सी हूँ और
बेहद हॉट हूँ। मेरा कद 5' 4" है। मेरी चूँचियाँ बड़ी बड़ी और सुडौल हैं, मेरे बाल बड़े बड़े हैं, आँखें बड़ी बड़ी है, चूतड़ भी बड़े बड़े हैं और उनके बीच की गांड बहुत ही मस्त है। मेरी जांघें मोटी मोटी हैं और गुंदाज बाहें हैं। मैं अक्सर साड़ी ब्लाउज़ पहनती हूँ। ब्लाउज मेरा डीप नेक और स्लीवलेस का होता है। वैसे मैं अधिक तर ब्रा के ऊपर ही साड़ी पहन लेती हूँ ब्लाउज़ की जरुरत नहीं होती। मुझे अपना जिस्म दिखाने में बड़ा मज़ा आता है इसलिए मैं हमेशा टाइट छोटी सी ब्रा पहनती हूँ जिसके अंदर से मेरे बड़े बड़े बूब्स झांकते हैं। मैं जब थोड़ा झुकती हूँ तो सामने वाली की नज़र मेरे बूब्स के अंदर तक जाती है। इससे उसे भी मज़ा आता है और मुझे भी। मैं जब चलती हूँ तो आगे से मेरी चूँचियाँ हिलती हैं और पीछे से मेरी गांड मटकती है। मुझे देख कर लड़के अपने लण्ड सहलाने लगतें हैं। मैं जींस और टॉप भी पहनती हूँ। मेरी जींस लौ वेस्ट की होती है और टॉप बिना ब्रा का ? जींस तो इतनी लो होती है की अगर एक बटन खुल जाए तो मेरी झांटें दिखने लगतीं हैं।
मैं बहुत बड़ी मादर चोद हूँ, बुर चोदी हूँ और भोसड़ी वाली हूँ। मैं शराब पीती हूँ, सिगरेट पीती हूँ और लण्ड तो बेधड़क पीती हूँ। मुझे लण्ड से खास मोहब्बत है। मैं कभी भी किसी का भी लण्ड पकड़ लेती हूँ। मुझे लण्ड पकड़ने का , लण्ड के साथ खेलने का, लण्ड मुठ्ठ मार कर पीने का और लण्ड मुंह में लेने का जबरदस्त शौक है। फिर जो भी लण्ड मेरे कब्जे में आ जाता है वह बहन चोद मेरी चूत में जरूर जाता है। मैं बिना चुदवाये रह नहीं सकती। दिन में 2 / 3 लण्ड जरूर पेलवाती हूँ अपनी चूत में। मैं झांट किसी की परवाह नहीं करती। यहाँ मैं अपने घर में अकेली रहती हूँ और एक मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट में एम् बी ए स्टूडेंट्स को पढ़ाती हूँ। मैंने अपने मकान के फर्स्ट फ्लोर पर बॉयज हॉस्टल बना रखा है जिसमे आजकल 4 / 5 लड़के रहतें हैं। हां हमेशा सब नहीं रहतें हैं। कुछ छुट्टी पर भी चले जातें है लेकिन हां २/३ तो हमेशा मिल ही जातें हैं।
अब मैं आपको बताती हूँ की मैं किस तरह अपने लड़कों को हॉस्टल में रखती हूँ। मेरे फ्लैट में ऊपर 5 कमरे हैं पांचों में अटैच्ड टॉयलेट है। वह संडे का दिन था। मैं सवेरे 11 बाथ रूम से नहा कर अपनी चूँचियों तक पेटीकोट का नाड़ा बांधे हुए बाहर निकली तो किसी ने डोर बेज बजा दी। मैंने दरवाजा खोल दिया तो बाहर एक लड़का खड़ा था। मैंने कहा अरे अमित अंदर आ जाओ। वह बैठा और मैं भी दरवाजा अंदर से बंद करके उसके सामने वैसे ही बैठ गयी. अमित मेरे कॉलेज के लड़का है स्मार्ट है हैंडसम है और जवान है। मेरा दिल उस पर आ गया। वह भी मुझे बड़े गौर से देखने लगा। मैं जान गई की इसके लण्ड में आग लग गई है। मैंने टांग पे टांग रखी तो उसे मेरी जांघें दिखने लगीं। इधर मैं पेटीकोट का नाड़ा बार बार ढीला कर कर के बाँधने लगती तो उसे चोंचियों के साइज का पता चलने लगता। मैं उसकी आग और भड़का रही थी।
मुझे लण्ड का सड़का मारने में बड़ा मज़ा आता है और जब लण्ड झड़ने लगता है तो मुझे ऐसा लगता है जैसे की मैं कोई जंग जीत गयी हूँ। मैंने लण्ड का तेल निकाल लिया है। फिर मैंने उसका झड़ता हुआ लण्ड चाटा उसका सारा वीर्य पी गयी और उसके गाल नोचते हुए कहा अब तू पास हो गया है। कल से तू रहना शुरू कर दे। फिर मैं तेरा लण्ड किसी दिन अपनी चूत में पेलूँगी। वह आकर रहने लगा। मैंने इसी तरह ४/५ लड़कों को अपने घर में रख लिया। मैं कॉलेज के लड़कों पर नज़र रखती हूँ मेरा दिल जिस पर आता है मैं उसे अपने घर में बुला लेती उसके लण्ड पर कब्जा जमा लेती हूँ।
एक दिन मैंने रोहित को बुलाया। वह मुझे बड़ा हैंडसम और स्मार्ट लड़का लगा। उसका कद लगभग ५' १०" का था। एकदम गोरा चिट्टा और कसरती बदन वाला था। मैं उस समय नीचे एक घाघरा पहने थी और ऊपर कुछ भी नहीं बल्कि एक चुन्नी गले में माला की तरह डाल ली थी। मेरी चूँचियाँ उसी में छुपी भी थीं। मैंने उसे पानी का गिलास दिया। फिर पूंछा रोहित क्या तुम ड्रिंक्स लेते हो ? वह थोड़ा रुका फिर बोला - हां मेम लेता हूँ। मैंने कहा ठीक है। मैंने दो गिलास ड्रिंक्स बनाई और हम दोनों शराब पीने लगे। मैंने कहा - रोहित अब ये बताओ की कॉलेज की कितनी लड़कियां तेरा 'लण्ड' पकड़तीं हैं ? मेरे सवाल पर वह थोड़ा असहज हो गया। तब तक मैं कई बार उसे अपनी चूँचियों की झलक दिखा चुकी थी। उसकी नज़र मेरी चूँचियों पर ही टिकी थी। मैंने 'लण्ड' बोल कर उसके लण्ड में जबरदस्त आग लगा दी। मैंने फिर कहा देखो रोहित मैं घर में मेम नहीं हूँ। मैं आरती हूँ सिर्फ आरती या फिर बुर चोदी आरती या भोसड़ी वाली आरती ? जो लड़का मुझसे प्यारी प्यारी गालियों से बात करता है मैं उस पर ज्यादा मेहरवान रहती हूँ।
दूसरा पैग चालू कर दिया मैंने। नशा भी थोड़ा थोड़ा चढ़ने लगा।
वह बोला - दो तीन लड़कियां हैं जो मेरा ,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने कहा - अरे यार खुल कर बोलो न। यहाँ मेरे अलावा कोई और तो है नहीं। लड़की मैं और शर्मा तुम रहे हो। मैंने कहा - अच्छा २/३ लड़कियां तेरा लण्ड पकड़ती हैं तो अब उसमे एक लड़की और जोड़ लो। मैं भी तेरा लण्ड पकड़ूँगी। मेरी यह बात ठीक निशाने पर लगी। वह मुझे फटी फटी आँखों से देखने लगा और तब मैंने अपनी चुन्नी एक कोने पर उतार कर रख दी। मेरी दोनों बड़ी बड़ी तनी हुई मद मस्त चूँचियाँ उसकी आँखों के सामने नाचने लगीं। मैंने एक चूंचीं उसके मुंह में डाल दी और कहा लो इसे चूस कर देखो। मैं मस्ती से उसका लण्ड टटोलने लगी। वह भी जोश में आ गया और मेरा साथ देने लगा। उसने दोनों चूँचियाँ चूसना शुरू कर दिया। मैंने उसके कपड़े उतारना शुरू किया। जब वह चड्ढी में आ गया तो मैंने उसके लण्ड का उभार देखा। मैं समझ की लण्ड इसका मर्दाना है। ?
मैंने फिर एक ही झटके से उसकी चड्ढी नीचे घसीट दी। वह नंगा हो गया। उसका लण्ड टन्नाया हुआ था। झांटें छोटी छोटी थीं तो लण्ड बड़ा सेक्सी और हॉट लग रहा था। तभी मैंने भी अपना घाघरा खोल दिया और मैं भी बिलकुल नंगी हो गयी। मैंने उसे सोफा पर बैठा दिया और खुद नीचे बैठ कर लण्ड पकड़ कर चाटने चूमने लगी। मुझे लण्ड पसंद आ गया। वह बोला मेम आप बहुत ही हॉट हैं खूबसूरत है और सेक्सी हैं। इतनी हॉट लड़की कोई भी कॉलेज में नहीं है। मैंने कहा अच्छा तुम उन लड़कियों का नाम बताओ जो तेरा लण्ड पकड़तीं हैं। उसने बताया वो हैं मिस बरखा, मिस मेघना और मिस रूपा ? मैं इन तीनो भोसड़ी वालियों को जानती हूँ। मैंने ठान लिया की अब इनके सहारे मुझे कई लण्ड आसानी से मिल जायेंगें। मैंने फिर उसे बेड पर लिटा दिया। मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दिया और मैं दूसरी तरफ उसका लण्ड चाटने और चूसने लगी। वह मेरी चूत चाटने लगा। मुझे चूत चटवाना बड़ा अच्छा लगता है। हम दोनों 69 बन गए। मैं लण्ड का सुपाड़ा आम की गुठली की तरह बार बार मुंह से निकाल निकाल कर चाट रही थी।
मैं बुरी तरह चुदासी हो गयी थी। पूरी तरह गरम हो गयी थी। अब मुझे लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ने की जरुरत थी। उसने भी अपना लण्ड मेरी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया। चूत भी गीली थी और लण्ड भी। मैंने कहा अरे यार पेलो न लण्ड ? अब देर न कर। चोद डालो मेरी चूत। तुम पहले लड़के हो जो मेरी चूत चोदोगे। वह भी जोश में आ गया और उसने लण्ड मेरी चूत के मुंह पर टिकाया और एक धक्का मारा तो लण्ड सरसराता हुआ अंदर घुस गया। मैंने कहा वॉवो एक ही बार में फाड़ डाला तूने मेरी चूत। बड़ा मोटा है तेरा लौड़ा यार। मज़ा तो आ रहा है पर मुझे दर्द भी हो रहा है । उसने धीरे धीरे १०/१२ बार लण्ड अंदर बाहर किया तो रास्ता साफ़ हो गया। मैं बोली हां यार अब धकधक चोदो मुझे, पूरा दम लगा के चोदो, मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदो, मैं तेरी भाभी हूँ यार मुझे चोदो, मैं एक हरामजादी रंडी हूँ मुझे चोदो। मैं इसी तरह कुछ न कुछ बोल रही थी और वह मुझे चोदे चला जा रहा था।
उसने मुझे खूब जी भर के चोदा। मैं भी चुदवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मैं भी उतनी ही मस्त थी जितना की वह। फिर थोड़ी देर में मेरी चूत ढीली हो गयी। उधर वह भी बोला हाय मेरी बुर चोदी आरती अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने कहा भोसड़ी के मैं तुम्हे निकालूंगी तभी तू निकलेगा। बस मैं घूम कर लण्ड का सड़का मारने लगी और अपना मुंह उसके सामने खोल दिया। जहाँ मैंने १०/१२ बार लण्ड ऊपर नीचे किया, वह उगलने लगा वीर्य जिसे मैंने मुंह में लिया और पी गयी। फिर मैंने बड़े प्यार से चाटा लण्ड का सुपाड़ा। इस तरह मैंने कई लड़कों के लण्ड आग लगाई और फिर उनसे चुदवाया। मेरे घर में जितने लड़के रहते हैं वो सब मुझे चोदते हैं। इसके अलावा मैं अपने कॉलेज के लड़कों को भी बुलाती हूँ और उनसे चुदवाती हूँ। कभी आगे से कभी पीछे से कभी लण्ड पर बैठ कर और कभी उनके ऊपर चढ़ कर। मैं जवानी का पूरा मज़ा लूट रही हूँ. मैं झांट न किसी की परवाह करती हूँ और न किसी की गांड के पीछे घूमती हूँ।
एक दिन मैंने बरखा और रूपा को अपने घर बुलाया। मुझे मालूम हो गया था की ये दोनों लण्ड खूब पकड़तीं हैं। मैंने उन्हें बैठाया और फिर दारू पिलानी शुरू कर दी। मैंने देखा की वो दोनों खूब मस्ती से दारू पी रहीं हैं। मैंने फिर उन्हें कुरेदना शुरू कर दिया।
बैठाया और एक गाउन पहनकर मैं भी उसके आगे बैठ गयी। वह शराब का शौक़ीन है तो मैंने उसे ड्रिंक्स ऑफर की और मैं भी उसके साथ पीने लगी। बीच बीच में मैं उसे अपनी चूँचियों के दर्शन भी करवाने लगी। वह साला बड़ी मस्ती से मेरी चूँचियाँ पूरी तरह देखने की कोशिश करने लगा।
अब मैं आपको बताती हूँ की मैं किस तरह अपने लड़कों को हॉस्टल में रखती हूँ। मेरे फ्लैट में ऊपर 5 कमरे हैं पांचों में अटैच्ड टॉयलेट है। वह संडे का दिन था। मैं सवेरे 11 बाथ रूम से नहा कर अपनी चूँचियों तक पेटीकोट का नाड़ा बांधे हुए बाहर निकली तो किसी ने डोर बेज बजा दी। मैंने दरवाजा खोल दिया तो बाहर एक लड़का खड़ा था। मैंने कहा अरे अमित अंदर आ जाओ। वह बैठा और मैं भी दरवाजा अंदर से बंद करके उसके सामने वैसे ही बैठ गयी. अमित मेरे कॉलेज के लड़का है स्मार्ट है हैंडसम है और जवान है। मेरा दिल उस पर आ गया। वह भी मुझे बड़े गौर से देखने लगा। मैं जान गई की इसके लण्ड में आग लग गई है। मैंने टांग पे टांग रखी तो उसे मेरी जांघें दिखने लगीं। इधर मैं पेटीकोट का नाड़ा बार बार ढीला कर कर के बाँधने लगती तो उसे चोंचियों के साइज का पता चलने लगता। मैं उसकी आग और भड़का रही थी।
- मैंने कहा - हां अमित बोलो क्या काम है ? किसलिए आये हो ?
- वह बोला - मैडम मैं २ साल के लिए एक कमरा किराये पर लेने आया हूँ।
- ठीक है कमरा मिल जायेगा लेकिन एक शर्त है।
- हां कहिये क्या शर्त है ? मैं वह भी पूरा कर दूंगा।
- मैं किसी मरद को कमरा देती हूँ लड़के को नहीं ?
- हां तो मैडम मैं मर्द ही हूँ।
- मर्द होने का मतलब जानते हो अमित ?
- मैं २३ साल का हूँ, मैडम । मैं अब कोई लड़का तो नहीं हूँ मर्द हूँ।
- मर्द वह होता है जो औरत को संतुष्ट कर सके ? जिसमे मर्दानगी हो ?
- जी मैं कर सकता हूँ। मुझमे मर्दानगी है। ऐसा
- है तो तुम अपने कपड़े उतारो मैं तेरा बॉडी चेक उप करूंगी। देखूंगी की तुम मरद हो की नहीं ?
मुझे लण्ड का सड़का मारने में बड़ा मज़ा आता है और जब लण्ड झड़ने लगता है तो मुझे ऐसा लगता है जैसे की मैं कोई जंग जीत गयी हूँ। मैंने लण्ड का तेल निकाल लिया है। फिर मैंने उसका झड़ता हुआ लण्ड चाटा उसका सारा वीर्य पी गयी और उसके गाल नोचते हुए कहा अब तू पास हो गया है। कल से तू रहना शुरू कर दे। फिर मैं तेरा लण्ड किसी दिन अपनी चूत में पेलूँगी। वह आकर रहने लगा। मैंने इसी तरह ४/५ लड़कों को अपने घर में रख लिया। मैं कॉलेज के लड़कों पर नज़र रखती हूँ मेरा दिल जिस पर आता है मैं उसे अपने घर में बुला लेती उसके लण्ड पर कब्जा जमा लेती हूँ।
एक दिन मैंने रोहित को बुलाया। वह मुझे बड़ा हैंडसम और स्मार्ट लड़का लगा। उसका कद लगभग ५' १०" का था। एकदम गोरा चिट्टा और कसरती बदन वाला था। मैं उस समय नीचे एक घाघरा पहने थी और ऊपर कुछ भी नहीं बल्कि एक चुन्नी गले में माला की तरह डाल ली थी। मेरी चूँचियाँ उसी में छुपी भी थीं। मैंने उसे पानी का गिलास दिया। फिर पूंछा रोहित क्या तुम ड्रिंक्स लेते हो ? वह थोड़ा रुका फिर बोला - हां मेम लेता हूँ। मैंने कहा ठीक है। मैंने दो गिलास ड्रिंक्स बनाई और हम दोनों शराब पीने लगे। मैंने कहा - रोहित अब ये बताओ की कॉलेज की कितनी लड़कियां तेरा 'लण्ड' पकड़तीं हैं ? मेरे सवाल पर वह थोड़ा असहज हो गया। तब तक मैं कई बार उसे अपनी चूँचियों की झलक दिखा चुकी थी। उसकी नज़र मेरी चूँचियों पर ही टिकी थी। मैंने 'लण्ड' बोल कर उसके लण्ड में जबरदस्त आग लगा दी। मैंने फिर कहा देखो रोहित मैं घर में मेम नहीं हूँ। मैं आरती हूँ सिर्फ आरती या फिर बुर चोदी आरती या भोसड़ी वाली आरती ? जो लड़का मुझसे प्यारी प्यारी गालियों से बात करता है मैं उस पर ज्यादा मेहरवान रहती हूँ।
दूसरा पैग चालू कर दिया मैंने। नशा भी थोड़ा थोड़ा चढ़ने लगा।
वह बोला - दो तीन लड़कियां हैं जो मेरा ,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने कहा - अरे यार खुल कर बोलो न। यहाँ मेरे अलावा कोई और तो है नहीं। लड़की मैं और शर्मा तुम रहे हो। मैंने कहा - अच्छा २/३ लड़कियां तेरा लण्ड पकड़ती हैं तो अब उसमे एक लड़की और जोड़ लो। मैं भी तेरा लण्ड पकड़ूँगी। मेरी यह बात ठीक निशाने पर लगी। वह मुझे फटी फटी आँखों से देखने लगा और तब मैंने अपनी चुन्नी एक कोने पर उतार कर रख दी। मेरी दोनों बड़ी बड़ी तनी हुई मद मस्त चूँचियाँ उसकी आँखों के सामने नाचने लगीं। मैंने एक चूंचीं उसके मुंह में डाल दी और कहा लो इसे चूस कर देखो। मैं मस्ती से उसका लण्ड टटोलने लगी। वह भी जोश में आ गया और मेरा साथ देने लगा। उसने दोनों चूँचियाँ चूसना शुरू कर दिया। मैंने उसके कपड़े उतारना शुरू किया। जब वह चड्ढी में आ गया तो मैंने उसके लण्ड का उभार देखा। मैं समझ की लण्ड इसका मर्दाना है। ?
मैंने फिर एक ही झटके से उसकी चड्ढी नीचे घसीट दी। वह नंगा हो गया। उसका लण्ड टन्नाया हुआ था। झांटें छोटी छोटी थीं तो लण्ड बड़ा सेक्सी और हॉट लग रहा था। तभी मैंने भी अपना घाघरा खोल दिया और मैं भी बिलकुल नंगी हो गयी। मैंने उसे सोफा पर बैठा दिया और खुद नीचे बैठ कर लण्ड पकड़ कर चाटने चूमने लगी। मुझे लण्ड पसंद आ गया। वह बोला मेम आप बहुत ही हॉट हैं खूबसूरत है और सेक्सी हैं। इतनी हॉट लड़की कोई भी कॉलेज में नहीं है। मैंने कहा अच्छा तुम उन लड़कियों का नाम बताओ जो तेरा लण्ड पकड़तीं हैं। उसने बताया वो हैं मिस बरखा, मिस मेघना और मिस रूपा ? मैं इन तीनो भोसड़ी वालियों को जानती हूँ। मैंने ठान लिया की अब इनके सहारे मुझे कई लण्ड आसानी से मिल जायेंगें। मैंने फिर उसे बेड पर लिटा दिया। मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दिया और मैं दूसरी तरफ उसका लण्ड चाटने और चूसने लगी। वह मेरी चूत चाटने लगा। मुझे चूत चटवाना बड़ा अच्छा लगता है। हम दोनों 69 बन गए। मैं लण्ड का सुपाड़ा आम की गुठली की तरह बार बार मुंह से निकाल निकाल कर चाट रही थी।
मैं बुरी तरह चुदासी हो गयी थी। पूरी तरह गरम हो गयी थी। अब मुझे लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ने की जरुरत थी। उसने भी अपना लण्ड मेरी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया। चूत भी गीली थी और लण्ड भी। मैंने कहा अरे यार पेलो न लण्ड ? अब देर न कर। चोद डालो मेरी चूत। तुम पहले लड़के हो जो मेरी चूत चोदोगे। वह भी जोश में आ गया और उसने लण्ड मेरी चूत के मुंह पर टिकाया और एक धक्का मारा तो लण्ड सरसराता हुआ अंदर घुस गया। मैंने कहा वॉवो एक ही बार में फाड़ डाला तूने मेरी चूत। बड़ा मोटा है तेरा लौड़ा यार। मज़ा तो आ रहा है पर मुझे दर्द भी हो रहा है । उसने धीरे धीरे १०/१२ बार लण्ड अंदर बाहर किया तो रास्ता साफ़ हो गया। मैं बोली हां यार अब धकधक चोदो मुझे, पूरा दम लगा के चोदो, मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदो, मैं तेरी भाभी हूँ यार मुझे चोदो, मैं एक हरामजादी रंडी हूँ मुझे चोदो। मैं इसी तरह कुछ न कुछ बोल रही थी और वह मुझे चोदे चला जा रहा था।
उसने मुझे खूब जी भर के चोदा। मैं भी चुदवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मैं भी उतनी ही मस्त थी जितना की वह। फिर थोड़ी देर में मेरी चूत ढीली हो गयी। उधर वह भी बोला हाय मेरी बुर चोदी आरती अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने कहा भोसड़ी के मैं तुम्हे निकालूंगी तभी तू निकलेगा। बस मैं घूम कर लण्ड का सड़का मारने लगी और अपना मुंह उसके सामने खोल दिया। जहाँ मैंने १०/१२ बार लण्ड ऊपर नीचे किया, वह उगलने लगा वीर्य जिसे मैंने मुंह में लिया और पी गयी। फिर मैंने बड़े प्यार से चाटा लण्ड का सुपाड़ा। इस तरह मैंने कई लड़कों के लण्ड आग लगाई और फिर उनसे चुदवाया। मेरे घर में जितने लड़के रहते हैं वो सब मुझे चोदते हैं। इसके अलावा मैं अपने कॉलेज के लड़कों को भी बुलाती हूँ और उनसे चुदवाती हूँ। कभी आगे से कभी पीछे से कभी लण्ड पर बैठ कर और कभी उनके ऊपर चढ़ कर। मैं जवानी का पूरा मज़ा लूट रही हूँ. मैं झांट न किसी की परवाह करती हूँ और न किसी की गांड के पीछे घूमती हूँ।
एक दिन मैंने बरखा और रूपा को अपने घर बुलाया। मुझे मालूम हो गया था की ये दोनों लण्ड खूब पकड़तीं हैं। मैंने उन्हें बैठाया और फिर दारू पिलानी शुरू कर दी। मैंने देखा की वो दोनों खूब मस्ती से दारू पी रहीं हैं। मैंने फिर उन्हें कुरेदना शुरू कर दिया।
- मैंने पूंछा - अब तुम लोग मुझे ये बताओ की अभी तक तुमने कितने लड़कों से चुदवाया है और कितने लड़कों के लण्ड पकड़ें हैं ?
- बरखा बोली - मैंने अभी तक 4 लड़कों से चुदवाया है और 6 लड़कों के लण्ड पकड़ें हैं।
- रूपा बोली - मैंने अभी तक 3 लड़कों से चुदवाया है और 4 लड़कों के लण्ड पकड़ें हैं। ये तो कॉलेज की बात है। वैसे मैं इसके अलावा अपने घर और रिश्तेदारों में 3/4 लण्ड पकड़ चुकी हूँ और उनसे चुदवा भी चुकी हूँ।
- मैंने कहा - अच्छा अब ये बताओ की कॉलेज में किस लड़के का लण्ड सबसे बड़ा और मोटा है ?
- बरखा ने बताया - मेरे हिसाब से सबसे मोटा लण्ड विकी का है और सबसे लंबा लण्ड पवन का है।
- रूपा बोली - मुझे तो निखिल का लण्ड सबसे मोटा लगा. वैसे मैंने विकी का लण्ड देखा ही नहीं और हां पवन का लण्ड तो सच में बड़ा है और हैंडसम भी।
- बरखा बोली - एक बात और है मेम. जैकब सर का लण्ड मोटा भी है और लंबा भी। मैंने जब उसका लण्ड देखा था तो मेरी गांड फट गई थी। मैंने सोंचा चोदेगा तो मेरी चूत आज ही भोसड़ा बन जाएगी। लेकिन मैंने हिम्मत करके चुदवा लिया। पहले तो थोड़ा दर्द हुआ लेकिन बाद में मज़ा आने लगा।
- यह बात सुनकर मैंने ठान लिया की अब मैं जैकब का लण्ड पहले पकड़ूँगी।
- तब तक रूपा बोली - एक बात है मेम जैकब अपनी बीवी लड़कों से चुदवाता है। उसकी बीवी बड़ी चुदक्कड़ है। वह खुद लड़कों को अपने घर बुला बुला कर चुदवाती है। जैकब यहाँ पढ़ाता रहता है तो लड़के उसकी बीवी उसी के घर में चोदते रहतें हैं।
- अब ले लड़कियां नशे में सबकी पोल खोलने लगी।
मैंने कहा - यार मैंने सुना है तू भोसड़ी का अपनी बीवी दूसरों से चुदवाता है ? क्या यह बात सही है ?
वह बोला - हां सही है।
मैंने कहा - अच्छा तो इसका मतलब तेरे लण्ड में दम नहीं है। तू अपनी बीवी भी नहीं चोद पाता ? तू मरद है की नामर्द है। मैंने उसे ललकारा।
वह बोला - नहीं यार बहुत दम है मेरे लण्ड में। कॉलेज की लड़कियों से पूंछो न ? वो सब तुम्हे बताएंगी की कितनी दम है मेरे लण्ड में ?
मैंने कहा - मैं किसी से पूंछू क्यों ? मैं तो बहन चोद खुद ही खोल कर देख लूंगी तेरा लण्ड। मुझे मालूम हो जायेगा की तू मरद है की नहीं। लेकिन यह सच बात है न की तेरी बीवी दूसरों से चुदवाती है और ये बात तुझे मालूम है। वह बोला - हां यह बात सच है और मैं उसे लोगों से चुदवाने देता हूँ। क्योंकि मैं भी लड़कियां चोदता हूँ। मैं बिना लड़की चोदे रह नहीं सकता।
मैंने कहा - हाय दईया तब तो तू बड़ा हरामजादा है भोसड़ी का ?
मैंने कहा - हाय दईया तब तो तू बड़ा हरामजादा है भोसड़ी का ?
मैंने ऐसा कह कर उसकी जाँघों पर हाथ रख दिया। मैं जान गई की उसके लण्ड में आग लग चुकी है। उधर मेरे गाउन का फीता ख्याल तो मेरी दोनों चूँचियाँ उसके आगे नंगी हो गईं। उसका लण्ड और ज्यादा गरमा गया। मैं उसकी पैंट खोलने लगी। पैंट खुलते ही उसका लौड़ा तन कर मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने मुस्कराते हुए उसे पकड़ा और चूमा। मैंने कहा वॉवो लौड़ा तो तेरा बड़ा गज़ब का है यार ? वह मेरी चूँचियाँ दबाकर बोला तेरी चूँचियाँ भी गज़ब की हैं यार आरती ? फिर मैं उसका लण्ड चाटने लगी और वह मेरी चूत। हम दोनों बेड पर नंगे नंगे लेटे हुए जवानी का मज़ा लूटने लगे। मैंने फिर जी भर से जैकब से चुदवाया। चुदवाने के बाद भी उसे जाने नहीं दिया। लंच के बाद दुबारा चुदवाया और इस बार उसके लण्ड पर बैठ कर चुदवाया।
तो दोस्तों, मेरी यह चुदाई की यात्रा आज भी जारी है। मैं 2/3 लड़कों से रोज़ चुदवाती हूँ और नए नए लड़कों से चुदवाती हूँ।
०=०=०=०=०= समाप्त
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तो दोस्तों, मेरी यह चुदाई की यात्रा आज भी जारी है। मैं 2/3 लड़कों से रोज़ चुदवाती हूँ और नए नए लड़कों से चुदवाती हूँ।
०=०=०=०=०= समाप्त
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